
Shivna Prakashan
Tees Ki Line
- Author Name:
Anulata Raj Nair
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Book Type:
- Description: “तीस की लाइन” भोपाल के एक पुराने इलाके की एक गली है, जहाँ घर एक-दूसरे से सटे हुए हैं और उनमें रहने वालों की ज़िंदगी भी एक-दूसरे से जुड़ी हुई है - एक-दूसरे से जुड़े हुए अनकहे संबंधों में। 1980 के दशक में सेट, यह उपन्यास कई नायिकाओं, प्रेमियों और स्थायी दुश्मनी की दिलचस्प कहानियाँ बताता है। प्यार की भूलभुलैया से गुज़रते हुए, यह आपको भोपाल के दिल में ले जाता है - इतना आकर्षक कि आपको बाहर निकलने का मन ही नहीं करेगा। सरल लेकिन आकर्षक शैली में लिखा गया, यह मनोरंजक उपन्यास एक ही बैठक में पढ़ा जा सकता है। अंतर्निहित विषयों को इतनी सहजता से बुना गया है कि उनकी गहराई आपको तभी प्रभावित करती है जब आप सोचने के लिए रुकते हैं। आश्चर्यजनक रूप से वास्तविक पात्र स्वाभाविक, रोज़मर्रा की भाषा में बोलते हैं, फिर भी उनके दिल एक अनूठी लय में धड़कते हैं।

Tees Ki Line
Anulata Raj Nair
Keshav Mishr Ke Granthon Me Orchha Ka Itihas
- Author Name:
Dr. Ramswaroop Dengula
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Book Type:
- Description: डॉ. रामस्वरूप ढेंगुला द्वारा लिखित इस विस्तृत हिंदी साहित्य पुस्तक के माध्यम से ओरछा के समृद्ध ऐतिहासिक ताने-बाने में गोता लगाएँ। यह विद्वत्तापूर्ण कार्य शानदार शहर ओरछा के बारे में महाकवि केशव मिश्र के लेखन में दर्शाई गई ऐतिहासिक चेतना की बारीकी से जाँच करता है। यह पुस्तक पाठकों को इस बात का गहन विश्लेषण प्रदान करती है कि कैसे इस मध्यकालीन कवि ने अपने विभिन्न साहित्यिक कार्यों में इस ऐतिहासिक शहर के सार, वास्तुकला, संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने को उकेरा। सावधानीपूर्वक शोध और अकादमिक कठोरता के माध्यम से, लेखक केशव मिश्र के लेखन में प्रलेखित ओरछा के राजसी मंदिरों, महलों और सांस्कृतिक विरासत के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करता है। यह अकादमिक पाठ शोधकर्ताओं, इतिहासकारों और साहित्य प्रेमियों के लिए एक अमूल्य संसाधन के रूप में कार्य करता है, जो शास्त्रीय हिंदी साहित्य के लेंस के माध्यम से ओरछा की ऐतिहासिक कथा को समझने में रुचि रखते हैं।

Keshav Mishr Ke Granthon Me Orchha Ka Itihas
Dr. Ramswaroop Dengula
Patthar par Buvai
- Author Name:
Vijay Singh Chauhan
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Book Type:
- Description: विजय सिंह चौहान द्वारा लिखित एक आकर्षक हिंदी कविता संग्रह 'पत्थर पर बुकाई' के गहन छंदों में डूब जाएँ। यह विचारपूर्ण संकलन हिंदी छंदों के माध्यम से गहरी भावनाओं और दार्शनिक चिंतन की खोज करता है। पुस्तक के कवर पर काई से ढके पत्थर की संरचना का एक कलात्मक जल रंग चित्रण है, जो प्रतीकात्मक रूप से कच्चे, प्राकृतिक तत्वों का प्रतिनिधित्व करता है जो अक्सर काव्यात्मक अभिव्यक्ति को प्रेरित करते हैं। कविता के शौकीनों और हिंदी साहित्य के प्रेमियों के लिए बिल्कुल सही, यह संग्रह समकालीन हिंदी कविता के लेंस के माध्यम से जीवन की जटिलताओं पर एक अनूठा दृष्टिकोण प्रदान करता है। सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति इसे किसी भी साहित्यिक संग्रह के लिए एक उत्कृष्ट जोड़ या हिंदी छंद की गहराई और सुंदरता की सराहना करने वालों के लिए एक सार्थक उपहार बनाती है।

Patthar par Buvai
Vijay Singh Chauhan
Hajra Ka Burqa Dheela Hai
- Author Name:
Dr. Tabassum Jahan
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Book Type:
- Description: हाजरा का बुर्का ढीला है', डॉ. तबस्सुम जहान की एक आकर्षक हिंदी साहित्यिक कृति है। इस सोच-समझकर तैयार की गई किताब में एक कलात्मक आवरण है, जो शरद ऋतु के रंगों की एक गर्म, अलौकिक पृष्ठभूमि के खिलाफ एक सुंदर सिल्हूट को दर्शाता है। सुंदर हिंदी टाइपोग्राफी और सौंदर्यपूर्ण डिजाइन तत्व कथा विषयों के साथ सहजता से मिश्रित होते हैं। साहित्य के प्रति उत्साही और कविता प्रेमियों के लिए बिल्कुल सही, यह पुस्तक आपके संग्रह में एक सार्थक वृद्धि का वादा करती है।

Hajra Ka Burqa Dheela Hai
Dr. Tabassum Jahan
Pattiyon Par Kanpta Komal Gandhar
- Author Name:
Pallavi Trivedi
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Book Type:
- Description: पल्लवी त्रिवेदी के कविता संग्रह ' पत्तियों पर काँपता कोमल गांधार ' की कविताएं पाठक के मन को हौले से छूकर गुजरती हैं । ये कविताएं बहुत खूबसूरत हैं । जो पाठकों के दिल को शुरुआत से ही बांध लेती हैं। पल्लवी की अपनी अलहदा शैली इस संग्रह को बेहद मोहक बनाती है। इस कविता संग्रह के तीन खण्ड हैं । प्रथम खण्ड में प्रकृति की कविताएं हैं जिसमें जंगल, पहाड़, नदियां ,समंदर और तमाम जीव जंतु अपनी आमद दर्ज कराते हैं । दूसरा खण्ड प्रेम कविताओं का है जिसमें पल्लवी प्रेम को अपने अनूठी और कोमल अभिव्यक्ति देती हैं । तीसरे खण्ड में जीवन के तमाम पहलू सुख और दुख के रूप में अलग अलग तरह से कविताओं में सामने आते हैं। इस संग्रह की कविताएं भाव, कहन, उपमाओं और रूपकों के विशिष्ट प्रयोग के कारण साहित्य जगत में एक अलग स्थान रखती हैं । जिसे हर पाठक अपनी लाइब्रेरी में ज़रूर रखना चाहेगा। पल्लवी त्रिवेदी एक जानी-मानी लेखक हैं और साहित्य की अनेक विधाओं में लिखती हैं। यह उनकी पांचवी पुस्तक और दूसरा कविता संग्रह है । इसके पूर्व पल्लवी की चार किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं । 1- ' अंजाम ए गुलिस्ताँ क्या होगा ' ( व्यंग्य संग्रह ) 2- तुम जहाँ भी हो ( कविता संग्रह) 3- खुशदेश का सफ़र ( यात्रा वृत्तांत) 4- ज़िक्रे यार चले- लवनोट्स ( प्रेम कथा संग्रह

Pattiyon Par Kanpta Komal Gandhar
Pallavi Trivedi
Peeli Parchi
- Author Name:
Shivendu Shrivastav
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Book Type:
- Description: collection of stories

Peeli Parchi
Shivendu Shrivastav
Madhumas Utar Aya
- Author Name:
Kashiram Soni
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Book Type:
- Description: poetry-and-plays

Madhumas Utar Aya
Kashiram Soni
Download Hote Hain Sapne
- Author Name:
Geeta Shree
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Book Type:
- Description: collection of stories

Download Hote Hain Sapne
Geeta Shree
Mujhe Sooraj Chahiye
- Author Name:
Akash Mathur
- Rating:
-
Book Type:
- Description: ‘मुझे चाँद चाहिए’ की जगह ‘मुझे सूरज चाहिए’ की सशक्त दावेदारी ठोकती तीन अलग-अलग आयु वर्ग की स्त्रियाँ। जो अपने ही साथ भगवान या तथाकथित भगवान की भी आज़ादी की माँग करती हैं। मुझे चाँद चाहिए ये इच्छा जहाँ एक सादगी भरी सौम्य ऊँचाई की, अस्तित्व की माँग हैं। वहीं मुझे सूरज चाहिए अधिक उग्र किंतु आत्मविश्वास से सूरज को सम्भाल लेने की भावना को इंगित करती है। ये किसी ऐसे फ़रियादी की फ़रियाद भी लगती है जो सहनशक्ति के आख़िरी छोर पर आ पहुँचा है और अब चाँद की शीतलता भरी ऊँचाई नहीं आकाश के भाल पर चमकते सूरज की गर्मी ही उसे ठंडक दे सकती है। आकाश माथुर का लिखा ये उपन्यास शिवना प्रकाशन से आया है। जिसका विमोचन 2024 के विश्व पुस्तक मेला नई दिल्ली में हुआ। इस से पहले उनका उपन्यास ‘उमेदा-एक योद्धा नर्तकी’ सफलता अर्जित कर चुका है और आज भी चर्चित है। इस उपन्यास की कहानी शुरू होती है एक सम्भ्रांत परिवार की मध्य-आयु की एक विधवा के सादे जीवन के साथ जिसे एक भरा-पूरा संयुक्त परिवार बहुत सम्मान के साथ देखता है और पूजता है। साथ ही परिवार की एक पुत्र-वधू और उसकी बेटी के अपने-अपने पीढ़िगत संघर्षों को उपन्यास बहुत संवेदना के साथ चित्रित करता है। मध्य-प्रदेश के ग्रामीण समाज की कुरितियों को बहुत विस्तार से आकाश स्पष्ट करते हैं। ये सामाजिक कुरीतियाँ आख़िर तो स्त्री के मन और तन को रौंद कर की ख़ुद को जीवित रखें हुए हैं। वो फिर चाहे शादी की आटा-साटा प्रथा हो या नातरा। आटा-साटा में जहाँ वार या वधू के ससुराल के ही किसी महिला या पुरुष से घर की किसी महिला या पुरुष की शादी कर दी जाती हैं। यानि ये ज़रुरी नहीं आप ससुराल में जाकर अपनी बहन के ननदोई ही बने, आप उसके दामाद भी बन सकते हैं। जिन अयोग्य पात्रों की शादी ना हो रही हो वहाँ प्रभावी परिवार दूसरे परिवार पर इस तरह का दबाव बना लेता है। जिस में आर्थिक कमजोरी सबसे बड़ा कारण होता है। इसी प्रकार नातरा में दूसरी शादी आपसी सहमति से तलाक़ ले कर ली जाती है और दूसरी शादी के एवज़ में परिवार बड़ी रक़म कमाता है। इसमें स्त्री को एक घर से उठ दूसरे घर जा बसने की पीड़ा से गुजरना पड़ता है। रमा ऐसे ही आटा-साटा की चपेट में आकर अपने ही भाई की विधवा सास बन बैठी थी। एक पढ़ी-लिखी उमंगो से भरी लड़की की एक बूढ़े व्यक्ति से शादी, उसके कौन-कौन से अरमानो को तिरोहित करती है इसका वर्णन लेखक ने बहुत संवेदनशीलता के साथ किया है। जंगल को, प्रकृति को सम्मान देना और पूजना हमारी परम्परा है और ये उसकी जीवनदायिनी शक्ति का सम्मान व आदर है। जिसे पूजते-पूजते हम उसकी पूजा में उसे ही नष्ट करने लगते हैं और कर्मकांडों में फँस कर स्वयं की और भगवान की ग़ुलामी की नीवों को पोषित करते हैं। इस भाव की विवेचना, कारण और निवारण पर लेखक ने खुल कर कलम चलाई है और विस्तार के साथ बहुत ही सुलझी हुई भाषा में इस विषय को बरता है। उसमें जहाँ लेखक पर्यावरण संरक्षण और आदिवासी समाज के उपेक्षा के सवाल उठाते हैं। वहीं वो धर्मांधता पर भी कटाक्ष करने से नहीं चूकते। आकाश के स्त्री पात्र परिस्थितियों के शिकार अवश्य हैं, लेकिन कमज़ोर नहीं हैं। और अंत में सशक्त रूप से अपने हिस्से के सूरज के लिए खड़े होते हैं। यहाँ अच्छी बात ये है कि वे एक दूसरे के दुश्मन नहीं है और बहनापे की सहायता से पित्र-सत्ता और रूढ़ियों के ख़िलाफ़ खड़ी होती हैं। जो आकाश के लेखन को सामयिक बनाता है। उपन्यास की भाषा देशकाल - अनुकूल है और सहज है। अपने पात्रों के साथ। एडिटिंग अच्छी है, इसलिए उपन्यास को बहुत अधिक लम्बाई तक ना खींच कर विषयानुसर लेखक कम में ही अपनी बात रख पाने में समर्थ है। जिसके लिए लेखक को बहुत शुभकामनाएँ। ये एक सामाजिक सरोकारों से भरा उपन्यास है जो भगवान सहित अपने पात्रों की वकालत सफलता से करता नज़र आता है। वन और प्रकृति के कुछ द्रश्य बहुत ही सुंदरता से लिखे गए हैं। वहीं स्त्रियों के सन्दर्भ में एक जगह आकाश लिखते हैं। — ‘महिलाओं की ख़ासियत है कि वे उम्र में छोटी होकर भी अपने से बड़ों पर मातृत्व न्योछावर कर देती हैं। जबकि एक छोटा पुरुष इस तरह का व्यवहार अपने से बड़े पुरुष के साथ नहीं कर सकता। असल में महिलाओं का मूल ही प्रेम है।’ वहींं एक जगह वो लिखते हैं। — ‘स्त्रियों के मन और तन पर उनका अपना अधिकार नहीं है। उस पर भी पुरुष, धर्म, समाज और पता नहीं किस-किस का क़ब्ज़ा है।’ सती को पूजना भी कहीं ना कहीं सती-प्रथा को अभी तक सही मानना ही है, परिवर्तन अपने जीवन में ला सकती है तो स्त्री ही ला सकती हैं, जैसी हिम्मत देता आकाश माथुर का ये नया उपन्यास निश्चय ही पठनीय है।

Mujhe Sooraj Chahiye
Akash Mathur
Prem Ke Pahle Basant Me
- Author Name:
Rashmi Bhardwaj
- Rating:
-
Book Type:
- Description: ख़ुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी वा की धार। जो उतरा सो डूब गया, जो डूबा सो पार।।

Prem Ke Pahle Basant Me
Rashmi Bhardwaj
Chalo Phir Se Shuroo Karen
- Author Name:
Sudha Om Dhingra
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Book Type:
- Description: अंग्रेज़ी के दो शब्द हैं, जो संबंधों के लिए प्रयोग किए जाते हैं ‘कनेक्ट’ होना और ‘रिलेशन’ होना। परन्तु हम जानते हैं कि हर शब्द का अपना लहज़ा, टोन व संदर्भ तो होता ही है, उसकी अनुभूति भी अलग होती है। यहाँ कनेक्शन से अर्थ, संस्कारों से, भावनाओं से, अपने मूल से जुड़ा होना है, जिसमें वर्षों की दूरी भी कोई अर्थ नहीं रखती जबकि दूसरी ओर रिलेशनशिप में संबंध तब तक रहेगा, जब तक आप चाहें…! इसलिए रिश्तों में कनेक्शन होना चाहिए, रिलेशनशिप तो आती-जाती चीज़ है। ऐसा ही कुछ ‘चलो फिर से शुरू करें’ शीर्षक कहानी में भी देखा जा सकता है। विदेशी महिला से विवाह कर पुत्र माँ-बाप से अलग हो गया। माँ-बाप ने भी उसकी गृहस्थी में दखल देना ठीक न समझ, उससे दूरी बनाना उचित समझा। परन्तु जब उन्हें किसी परिचित द्वारा मालूम हुआ कि मार्था, कुशल को तलाक देकर, बच्चों को उसके पास छोड़ कर चली गई। इतना ही नहीं, वह उसके नाम पर तीन मिलियन का कर्ज़ ले, अपनी माँ के साथ चली गयी। यदि कुशल श्वेत अमेरिकन होता तो मार्था बच्चे साथ ले जाती परन्तु भारतीय अमेरिकन पिता के बच्चों को वह कभी स्वीकार नहीं करेगी। ऐसी मुश्किल स्थिति में कुशल को भुला दिए गए माँ-बाप ही याद आए क्योंकि उसे मालूम था कि उसके माँ-बाप ने उसे कभी भुलाया नहीं होगा। इसलिए उसने अपने पिता को फ़ोन किया और उनके पास अपने बच्चों को छोड़ कर, जीवन में एक नयी शुरूआत करने का संकल्प लिया।

Chalo Phir Se Shuroo Karen
Sudha Om Dhingra
Zoya Desai Cottege
- Author Name:
Pankaj Subeer
-
Book Type:
- Description: ११ कहानियों का बेहतरीन संग्रह। ‘जोया देसाई कॉटेज’ कथाकार, ग़ज़लकार, व्यंग्यकार और संपादक पंकज सुबीर का सद्य: प्रकाशित कहानी संग्रह है। ‘जोया देसाई कॉटेज’ में उनकी ग्यारह लंबी कहानियाँ संकलित हैं– ‘स्थगित समय गुफा के फलाने आदमी’, ‘ढोंड़ चले जै हैं काहू के संगे’, ‘डायरी में नीलकुसुम’, खजुराहो’, ‘जाल फेंक रे मछेरे’, ‘जोया देसाई कॉटेज’, ‘जुली और कालू की प्रेमकथा में गोबर’, ‘रामसरूप अकेला नहीं जाएगा’, ‘उजियारी काकी हंस रही है’, ‘नोटा जान’, ‘हराम का अंडा’। इन कहानियों में अपनों का परायापन और परायों की संवेदनशीलता/ मानवीयता है। मशीनीकरण, मित्रों और आभासी दुनिया से पगलाया, विसंगति का शिकार आम आदमी है। दलित विमर्श और प्रथम किशोर प्रेम है, किन्नर की वेदना है। देहात्मबोधों की, प्रेम की प्यासी आत्माओं की, निरंकुश यौनाकांक्षाओं की चर्चा हैं। अफसरशाही की दरिंदगी है। निरंकुश और वस्तुवादी पितृसताक है।

Zoya Desai Cottege
Pankaj Subeer
Zehen Ka Pairhan
- Author Name:
Umesh Pant
-
Book Type:
- Description: Description Awaited

Zehen Ka Pairhan
Umesh Pant
Yaden Basant ki
- Author Name:
Leeladhar Mandloi
-
Book Type:
- Description: यादें बसंत की खुशबूएँ हैं|

Yaden Basant ki
Leeladhar Mandloi
Vyangya Saptak - Kailash Mandlekar
- Author Name:
Kailash Mandlekar
-
Book Type:
- Description: Collection of humourous and witty stories. Written by Kailash Mandlekar.

Vyangya Saptak - Kailash Mandlekar
Kailash Mandlekar
Tumhare Naam
- Author Name:
Naresh Nadeem
-
Book Type:
- Description: Tumhare Naam Ghazal by Naresh Nadeem

Tumhare Naam
Naresh Nadeem
Tooti Pencil
- Author Name:
Hansa Deep
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Book Type:
- Description: टूटी पेंसिल - कहानी संग्रह इस कहानी संग्रह की लेखिका हंसा दीप हैं।

Tooti Pencil
Hansa Deep
Stree Aur Rang
- Author Name:
Jyoti Jain
-
Book Type:
- Description: Stree aur rang poem collection edited by Jyoti Jain

Stree Aur Rang
Jyoti Jain
Shwet Yodha
- Author Name:
Jyoti Jain
-
Book Type:
- Description: Description Awaited

Shwet Yodha
Jyoti Jain
Shaniwar Ke Intzaar Me
- Author Name:
Nilima Sharma
-
Book Type:
- Description: Description Awaited

Shaniwar Ke Intzaar Me
Nilima Sharma
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