Mandrake Publications
Off The Camera
- Author Name:
Brajesh Rajput
-
Book Type:

- Description: Whatever a TV reporter shows on-screen", writes Brajesh Rajput, "is a very limited form of the real story". In his many years as a veteran journalist, Rajput has no doubt developed a good sense of the story: what is shown, and what is hidden. Those of us watching the news at home see only what is shown to us - the primetime anchor delivering her analysis, or the ground reporter giving his report from the frontlines of a momentous event. But as always, there is more to the world of media than meets the eyes... Shashi Tharoor Author & Parliamentarian Here is Brajesh Rajput once again, as a proficient author! Storytelling along with remarkable expressions. Brajesh's writing is a lively account of grief, joy, ups and downs of politics, and several incidents, that too, from an objective point of view - things which a TV reporter is unable to tell due to haste involved in covering news and reporting it. - Rasheed Kidwai Author and Political Analyst Whatever Brajesh Rajput writes is bound to contain certain characteristics - excellent readability, the art of engraving scenes and emotions through words, extreme sensitivity of capturing emotions along with detailed descriptions which has neither reduced nor worn out during decades of reporting. This fifth book by Brajesh brings us face to face with not only the incidents and news but also the truth behind them which is, otherwise, beyond the reach of the camera. - Rahul Dev Senior Journalist and Analyst
Off The Camera
Brajesh Rajput
Sheikh Ibrahim Zauq
- Author Name:
Ibrahim Zauq
-
Book Type:

- Description: मालूम जो होता हमें अंजाम-ए-मोहब्बत लेते न कभी भूल के हम नाम-ए-मोहब्बत अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जाएँगे मर के भी चैन न पाया तो किधर जाएँगे ज़ाहिद शराब पीने से काफ़िर हुआ मैं क्यूँ क्या डेढ़ चुल्लू पानी में ईमान बह गया मरज़-ए-इश्क़ जिसे हो उसे क्या याद रहे न दवा याद रहे और न दुआ याद रहे 'ज़ौक़' जो मदरसे के बिगड़े हुए हैं मुल्ला उन को मय-ख़ाने में ले आओ सँवर जाएँगे
Sheikh Ibrahim Zauq
Ibrahim Zauq
Rashtrvad
- Author Name:
Rabindranath Thakur
-
Book Type:

- Description: राष्ट्रवाद यह पुस्तक गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर द्वारा जापान और अमरीका यात्रा के दौरान दिए गए व्याख्यानों का संकलन है, जो सर्वप्रथम 1917 में प्रकाशित हुए थे। हालाकि जिस विश्लेषणात्मक और कलात्मक तरीके से गुरुदेव ने अपने विचार रखे, उसे लेकर पश्चिमी जगत में प्रतिरोध देखा गया। पश्चिमी सभ्यता की अमानवीयता और कृत्रिमता को जिस तरीके से गुरुदेव ने इन व्याख्यानों में अभिव्यक्त किया, वह पश्चिमी जन मानस को उद्वेलित करने के लिए पर्याप्त था। इस पुस्तक में टैगोर ने तत्कालीन शोषण आधारित पश्चिमी सभ्यता और व्यवस्था, उसके मानवीय मूल्यों की कमी, पूर्व और पश्चिम में राष्ट्र और राज्य की राजनीतिक भूमिका की भविष्यवाणी, सत्ता और सांसारिक वस्तुओं के प्रति मनुष्य की अनंत लालसा, मनुष्य के आध्यात्मिकता से दूर होते जाने और भौतिकता में रच-बस जाने, पश्चिमी सभ्यता द्वारा पूर्व के शोषण, मनुष्य का उसके सर्वाेच्च नैतिक गुणों से दूर होकर मशीन के एक पुर्जे में बदल जाने, भारतीय राष्ट्रवाद के स्वरूप एवं पूर्वी सभ्यता के दार्शनिक और आत्मिक पक्षों पर अपनी बात रखी है।
Rashtrvad
Rabindranath Thakur
Siddharth
- Author Name:
Harmann Hesse
-
Book Type:

- Description: अपने विचारों में खोया हुआ सिद्धार्थ धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा। उसे यह महसूस हुआ कि अब सब कुछ पहले जैसा नहीं रह गया था। वह ख़ुद को परिपक्व महसूस कर रहा था। उसे एहसास हो रहा था कि अब उसके भीतर छिपा युवक कहीं पीछे छूट गया है और एक पुरुष ने उसके अंदर जन्म ले लिया है। उसे ऐसा लगा जैसे सर्प अपनी केंचुल को छोड़कर नई काया के साथ चल पड़ता है वैसे ही उसने भी अपने पुराने लबादे को त्याग दिया है, ऐसा अंश, जो उसके साथ उसके नवयौवन तक साथ रहा था। अब उसके भीतर किसी गुरु से सीखने की आकांक्षा भी मद्धिम हो चुकी थी, क्योंकि उसने अभी कुछ समय पहले ही अपने श्रेष्ठतम गुरु, एक पवित्र आत्मा को भी पीछे छोड़ दिया था। उसके उपदेशों को भी स्वीकार करने से उसने मना कर दिया था। अब वह, उसका चिंतन और उसका अब तक का अनुभव ही उसके साथ थे। विचारों में मग्न वह अपनी अलौकिक यात्रा पर चला जा रहा था। चलते-चलते उसने स्वयं से प्रश्न किया, “आख़िर वह क्या है, जो तुम अपने गुरु से, उसके उपदेशों से प्राप्त करना चाहते थे? परन्तु इतना सीखने और गुरुओं के सानिध्य में रहने के बाद भी तुम उसे प्राप्त नहीं कर सके।” --
Siddharth
Harmann Hesse
The Diary Of Young Girl
- Author Name:
Anne Frank
- Rating:
-
Book Type:

- Description: ऐन फ्रैंक की जिन्दगी शायद गुमनाम ही रहती, अगर उसके पिता 1947 में उसकी डायरी प्रकाशित न करते। ऐन की डायरी उसके लिए स्वयं को पूरी ईमानदारी और साफ दिल से अभिव्यक्त करने की जगह थी। उसने निस्संकोच सब कुछ लिखा, कुछ भी नहीं छिपाया और डायरी के पन्नों पर खुद को खोलकर रख दिया। आज ऐन फ्रैंक की डायरी उन सबसे अहम दस्तावेज़ों में से एक है, जो हिटलर के पागलपन के बावजूद बचे रह गए। आधिकारिक अभिलेखों व राजनीतिक भाषणों से अलग केवल पीड़ित व बचे हुए लोगों की आवाज़ों के ज़रिये ही ऐतिहासिक त्रासदियों से मानवीय कथा का ताना-बाना बुना जा सकता है और ऐन की डायरी यही करती है। लिखना शुरू करने के समय वह तेरह साल की थी। होलोकोस्ट यानी यहूदियों के सामूहिक संहार को लेकर हुए विवादों व विचार-विमर्श के बीच ऐन की डायरी पीड़ित के पक्ष की तरफ से बहुत | सतर्कतापूर्वक तैयार किए गए और सारगर्भित दस्तावेज़ों में से एक है। और यह उस संहार का प्रतीकात्मक विषय बन चुका है। उसकी डायरी । | ने होलोकोस्ट के पीड़ितों को गुमनाम होने से बचाए रखा है। उसने | अपने जैसे बाक़ी लोगों को एक चेहरा और एक जिंदगी दी है। यह डायरी होलोकास्ट की विभीषिका का वर्णन न होकर, छिपकर गुप्त | भवन में रह रही एक यहूदी तरुणी की दिनचर्या, परिवार और दोस्तों के साथ सम्बन्ध, उसके डर, सपनों और इच्छाओं का दस्तावेज़ है।
The Diary Of Young Girl
Anne Frank
5 Pills For Depression & Stress
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
-
Book Type:

- Description: निराशा के समन्दर में गोते लगाते लोग अक्सर यह भूल जाते हैं कि ईश्वर ने हमें एक अद्वितीय मस्तिष्क दिया है, जो हमें कुछ भी प्राप्त करवा सकता है। हाँ, कुछ भी, जो भी हम पाना चाहें। अपनी क्षमताओं को शून्य मानकर स्वयं पर आई हुई मुसीबतों के बारे में सोच-सोचकर उनके सामने घुटने टेक देने को ही अवसाद कहते हैं और आजकल हम मनुष्यों में यह घुटने टेकने की प्रवृत्ति ही बढ़ती जा रही है। हम परेशान हैं, हम चिन्तित हैं, हम तनाव में हैं, हम अवसाद में हैं, हम चिड़चिड़े हो गए हैं, हम क्रोधित छवि बना चुके हैं...क्यों? क्योंकि हम ख़ुद से कभी नहीें पूछते कि 'आख़िर क्यों हम इन सब समस्याओं में उलझ गए?' यह किताब इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए लिखी गई है। तनाव और डिप्रेशन से यह किताब बिना किसी पिल्स (गोलियों) के ही मुक्ति दिलवाने में सक्षम है। यह कपोल कल्पना नहीं वरन् एक अत्यन्त व्यावहारिक पुस्तक है जो कि लेखक द्वारा हज़ारों रोगियों को दिए गए सफल क्लीनिकल परामर्शों से प्राप्त अनुभव पर आधारित है।.
5 Pills For Depression & Stress
Dr.Abrar Multani
Sahabnama
- Author Name:
Mukesh Nema
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Sahabnama
Mukesh Nema
Sai Promises
- Author Name:
Sumit Ponda Bhaijee
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Sai Promises
Sumit Ponda Bhaijee
Sai Vachan
- Author Name:
Sumit Ponda Bhaijee
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Sai Vachan
Sumit Ponda Bhaijee
Practical Prescriber
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Practical Prescriber
Dr.Abrar Multani
Priscription Of Thougts
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Priscription Of Thougts
Dr.Abrar Multani
Zindagi Itni Sasti Kyon Hai
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
-
Book Type:

- Description: दवा कंपनियों ने मीडिया, टेलीविज़न और प्रचारतंत्र से चिंता तनाव और डिप्रेशन से लगभग सभी को पीड़ित घोषित कर दिया है तथा इसका उपचार दवाइयों को बताने में सफल हो चुकी है। कारण कुछ भी हो और उपचार एक ही तरह का ये तो चिकित्सा के सिद्धांत के विपरीत है। जानिए की हमने ज़िंदगी को इतनी सस्ती क्यों बना दिया है।
Zindagi Itni Sasti Kyon Hai
Dr.Abrar Multani
Ulti Ganga
- Author Name:
Parveen Jha
- Rating:
-
Book Type:

- Description: प्रवीण झा विविध रुचि के लेखक हैं, जिनकी हर पुस्तक अलग ही फ़्लेवर है। उनकी चर्चित पुस्तक ‘कुली लाईंस’ (वाणी प्रकाशन) गिरमिटिया इतिहास पर गंभीर शोध है, वहीं ‘वाह उस्ताद’ (राजपाल प्रकाशन) हिंदुस्तानी संगीत घरानों का क़िस्सों के माध्यम से इतिहास है जिसे 2021 में ‘बुक ऑफ़ द ईयर’ (कलिंग लिटरेचर फ़ेस्टिवल) से सम्मानित किया गया है। मैंड्रेक प्रकाशन से नॉर्वे की संस्कृति पर आधारित एक रोचक पुस्तक है- ‘ख़ुशहाली का पंचनामा।’ उन्होंने आइस्लैंड और नीदरलैंड पर भी अलहदे अन्दाज़ में यात्रा संस्मरण लिखे। उनके अन्य इतिहास विषयक पुस्तक हैं – ‘जे पी: नायक से लोकनायक तक,’ ‘केनेडी: बदलती दुनिया का चश्मदीद,’ ‘रेनैसॉँ: भारतीय नवजागरण की दास्तान,’ ‘दास्तान ए पाकिस्तान।’ उन्होंने प्रवास और बेगम अख़्तर पर अंग्रेज़ी और हिंदी में सम्पादित पुस्तकों में भी लिखा है। उनके बहुमुखी लेख हिंदुस्तान, प्रभात ख़बर, प्रजातंत्र, कादम्बिनी, अहा ज़िंदगी, सदानीरा आदि पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। अपनी गंभीर पुस्तकों से भिन्न प्रवीण की रुचि व्यंग्य विधा में है। उनके व्यंग्य ‘जानकीपुल’ पर नियमित प्रकाशित होते रहे, जो समाज और राजनीति पर अक्सर असहज प्रश्नों पर होते हैं। ‘उल्टी गंगा’ उनके समस्त व्यंग्य-कथाओं का अनूठा संकलन है। प्रवीण का जन्म बिहार में हुआ और वह भारत के भिन्न-भिन्न शहरों से गुज़रते अमरीका और यूरोप महादेश में रहे। वह सम्प्रति नॉर्वे में विशेषज्ञ चिकित्सक हैं।
Ulti Ganga
Parveen Jha
The World From My Window
- Author Name:
Dr.Gurmeet Singh Narang
-
Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
The World From My Window
Dr.Gurmeet Singh Narang
The Riligion Of The Forest
- Author Name:
Rabindranath Thakur
- Rating:
-
Book Type:

- Description: We stand before this great world. The truth of the life depends upon our attitude of mind toward it - an attitude which is formed by our habit of dealing with is according to the special circumstance of our surroundings and our temperaments. It guides our attempts to establish relations with the universe either by conquest or by union, either through the cultivation of power or through that of sympathy. And thus, in our realization of the truth of existence, we put our emphasis either upon the principle of unity.
The Riligion Of The Forest
Rabindranath Thakur
The Power Of Subconcious Mind
- Author Name:
Dr.Joseph Murphy
-
Book Type:

- Description: The Power of Subconscious Mind The only path by which another person can upset you is through your own thought. Busy your mind with the concepts of harmony, health, peace, and good will, and wonders will happen in your life. As you sow in your subconscious mind, so shall you reap in your body and environment. You remain faithful to your mental attitude, your prayer will be answered. Never finish a negative statement; reverse it immediately, and wonders will happen in your life.
The Power Of Subconcious Mind
Dr.Joseph Murphy
Tumhari Hansi Sadaneera
- Author Name:
Mukesh Nema
-
Book Type:

- Description: अपने बारे में क्या बताऊँ! दस सितंबर चौसठ के दिन केसली ज़िला सागर म.प्र. में पैदा हुआ। पिताजी सरकारी नौकरी में थे, उनकी देखा-देखी पढ़ने में दिलचस्पी जगी। बचपन की हर शाम खंडवा में माणिक्य वाचनालय में गुज़री। किताबें पढ़ने के अलावा कुछ किया ही नहीं मैंने। कॉलेज की पढ़ाई नरसिंहपुर में हुई। इक्कीस का होने पर बैठे-ठाले पीएससी दी और तेईस साल में सरकारी अफ़सर हो गया और फिर एक बेहद सुंदर, शिष्ट और भद्र लड़की मेरे जीवन में आई, राजेश्वरी। दो बच्चे हैं, रोहित और राधा। आजकल एडिशनल कमिश्नर एक्साइज़ मध्यप्रदेश हूँ और जीवन ठीक-ठीक बीत रहा है। अपनी लिखी कविताओं के बारे में क्या कहूँ... इनमें से अधिकांश प्रेम के आसपास रक़्स करती हैं और वह इसलिये कि प्रेम मेरे जीवन का सबसे चमकदार रंग है। ये कविताएँ सप्रयास लिखी गई रचनायें नहीं, बस मेरे अंदर ये बह निकली हैं। आप इनमें बौद्धिकता तलाशेंगे तो शायद निराश हों। ये बस प्रेम जानती हैं और उसी का प्रशस्ति गान करती हैं। मेरी कविताओं में मेरा सुंदर परिवार है, भरोसेमंद रिश्ते हैं, बचपन के दोस्त हैं, आकाश अपने नीले रंग के साथ मौजूद है और साफ़-सुथरी नदियाँ भी बहती हैं। ये उम्मीदों से भरी हैं और रोने-पीटने में भरोसा नहीं करतीं। ये ऐसी इसलिये हैं क्योंकि, ये वही कहती हैं, जो मैंने जिया है। मैं आशा करता हूँ, ये आपको भी अच्छी लगेंगी... मुकेश नेमा
Tumhari Hansi Sadaneera
Mukesh Nema
The Richest Man In Babylon
- Author Name:
George S. Clason
-
Book Type:

- Description: “जब आदमी ईमानदारी से अपना लक्ष्य तय कर लेता है तो उसे पा भी लेता है। मैंने भी अपना पक्का संकल्प कर लिया था, लौटने के बाद पहले उन क़र्ज़दाताओं से मिला, जिन्होंने मुझे क़र्ज़ दिया हुआ था। मैंने उन्हें अपनी बीती ज़िंदगी के बारे में बताया और उनसे कुछ दिन और धैर्य रखने की बात कही। कुछ क़र्ज़दाता मुझसे ठीक से पेश आए पर कुछ ने मुझे बेहद लताड़ा। एक क़र्ज़दाता ऐसा था, जिसने उस दौरान मेरी ख़ूब मदद की, वह था सोना उधार देने वाला मेथन। यह जानने के बाद कि मैं सीरिया में ऊंट का ख़्याल रखा करता था, वह मुझे नेबटुर के पास ले गया, वह ऊंट का व्यापारी था, उसे मेरा ऊंटों का ज्ञान बहुत काम आया। धीरे-धीरे ही सही पर मैंने हर वो सोने-चांदी का सिक्का चुका दिया, जो मैंने उधार लिया हुआ था और इस तरह मैं आज पूरे सम्मान के साथ अपना जीवन जी पा रहा हूँ।” दाबासिर ने पूरे गर्व से कहा। इस तरह दाबासिर ने अपनी कहानी ख़त्म की। उसने ख़ुद को आज़ाद किया, अपने दुश्मनों पर जीत हासिल की और उसने दुनिया को अलग नज़रिए से देखना शुरू किया, वही नज़रिया जो बुद्धिमान लोगों के पास पहले से ही था। इस नज़रिये ने दुनिया के कई लोगों को नई राह दिखलाई थी, उन्हें ज़िंदगी में सफल बनाया था।
The Richest Man In Babylon
George S. Clason
The Stranger
- Author Name:
Albert Camus
-
Book Type:

- Description: अल्बेयर कामू कामू का जन्म 7 नवंबर, 1913 को फ्रांस के तत्कालीन उपनिवेश अल्जी़रिया के मांडोवी नामक नगर में हुआ था। आधुनिक फ्रेंच साहित्य के वे प्रमुख हस्ताक्षर और चिन्तक थे। उनके और ज्याँ-पाल सार्त्र के बीच हुई बहस को बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्त्वपूर्ण साहित्यिक-वैचारिक बहसों में शुमार किया जाता है। उन्हें 1957 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। उपन्यास: प्लेग, सुखी मृत्यु, वह पहला आदमी निर्वासन और आधिपत्य। कहानी-संग्रह: कालिगुला, न्यायप्रिय, अर्थदोष (नाटक) उनकी चर्चित कृतियाँ हैं। कामू के तर्क बिखरे हुए ज़रूर थे लेकिन व्यवहारिक थे इसीलिए किसी सैद्धांतिक पार्टीबद्धता में उनका मन नहीं लगा। दरअसल वे स्वभाव से पार्टीबद्ध व्यक्ति थे ही नहीं। संभवतः इसी कारण वे अल्जीरिया के श्रमिकों और आदिवासी-मुसलमानों के साथ दिली रिश्ता क़ायम कर सके। 1960 को कार दुर्घटना में उनकी 47 साल की आयु में मृत्यु हो गई।
The Stranger
Albert Camus
The Prince
- Author Name:
Niccolo Machiavelle
-
Book Type:

- Description: वेत्तोरी को लिखे पत्र में मैकियावेली यह निष्कर्ष निकालते हैं कि ‘इस छोटी-सी किताब को जब पढ़ा गया तो यह देखा गया होगा कि मैंने इन 15 सालों के दौरान शासन कला का कितना अध्ययन किया है। मैं न कभी सोया, न कभी निष्क्रिय रहा। हर आदमी इच्छा रखता है कि दूसरों की सेवा करके अनुभव प्राप्त किये व्यक्ति को अपनी सेवा में रखे। मेरी विश्वसनीयता पर किसी को कोई शक़ नहीं होना चाहिये, क्योंकि मैंने जो विश्वास एक बार जीता, उसको हमेशा बनाए रखा, तोड़ना नहीं सीखा। मैं अपने मालिक का भरोसेमंद और ईमानदार हूँ लेकिन उसकी फ़ितरत मैं नहीं बदल सकता। मेरी ग़रीबी मेरी ईमानदारी की गवाह है।’ यद्यपि लगभग चार शताब्दियों का ध्यान ‘द प्रिंस’ पर केंद्रित रहा है परंतु इसकी कुछ समस्याएँ अभी भी बहस के योग्य और दिलचस्प हैं क्योंकि शासकों और शासितों के बीच अनंत समस्याएँ हैं। यही आचार-विचार मैक्योवली के समकालीनों के भी हैं लेकिन नहीं कहा जा सकता कि यह सब नैतिकता यूरोप की पुरानी सरकारों में भी रही होगी। हमें आदर्श बल की बजाए उपलब्ध सामग्री पर भरोसा करना चाहिए। मैक्योवली जिस तरह से सरकार और आचरण के सिद्धांतों का वर्णन करते हैं, उससे घटनाएँ और व्यक्ति दिलचस्प हो जाते हैं।
The Prince
Niccolo Machiavelle
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.