Abhinav Jain
Pratihaari - Vichitra Jeevo Ka Rahasya
- Author Name:
Abhinav Jain
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Book Type:

- Description: युगों से संसार की असुरों से रक्षा करती आ रही एक दिव्य जाति प्रतिहारी की महागाथा का अंतिम पड़ाव कलियुग की असुर महाशक्ति का अंत करके दिव्यांश धारक अभिजीत संसार में सत्य और धर्म का साम्राज्य स्थापित करके सतयुग के आरम्भ की घोषणा करता है। परंतु क्या यह वास्तव में सतयुग है? अभिजीत को विचित्र जीवों के आक्रमण की सूचना प्राप्त होती है। उनके रहस्य के विषय में जानने के क्रम में एकचक्र उसे बताते हैं पूर्व सतयुग में घटित हुए एक घटनाक्रम के विषय में, जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। अभिजीत उस युगों पुराने शत्रु के विषय में जानकर एकचक्र के साथ मिलकर उससे निपटने की तैयारियों में गुप्त रूप से जुट जाता है। रहस्यों का खुलासा होता है और ऐसे घटनाक्रमों का जन्म होता है जिसके कारण प्रतिहारियों की समस्त शक्तियों का समापन हो जाता है।
Pratihaari - Vichitra Jeevo Ka Rahasya
Abhinav Jain
Nayika: A Girl with Dreams
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Abhinav Jain
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- Description: अवनि को खुद पर तो हमेशा से था पर वह अपने प्यार पर भी पूरा भरोसा करने लगी थी। इसीलिए उसमें अब इतनी शक्ति आ गयी थी कि वह खुद के लिए रास्ते चुनने लगी थी। पर अवनि जो कदम आगे बढ़ा चुकी थी उससे भी पीछे नहीं हटा सकती थी। उसने अक्षय को अँधेरे में एक रौशनी किरण दी थी और वो उसे फिर से अंधेरों के गर्त में नहीं धकेलना चाहती थी। पर फ़िलहाल वो पापा की बातों को सुनकर बहुत परेशान हो गयी थी। उनकी बातें कहीं न कहीं सही भी थी।
Nayika: A Girl with Dreams
Abhinav Jain
Pratihari : Kaalchakra Ka Khel
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Abhinav Jain
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- Description: *वर्तमान के एक ऐसे साधारण युवक की कहानी जो भूतकाल में जाकर टकराया वरदान प्राप्त एक शक्तिशाली असुर से....* छुट्टियों में घूमने निकले तीन दोस्त एक गलत ट्रेन पकड़ने से पहुँच जाते हैं एक अनजान शहर में। जहाँ उनका सामना होता है मायावी तन्त्र शक्तियों से युक्त स्त्री विशल्या से जो उनमें से एक लड़के अभिजीत को अपने किसी कार्य हेतु बंदी बनाना चाहती है। और उनकी मदद करता है वैसी ही मायावी तन्त्र शक्तियों वाला एक युवक जो उन्हें ले जाता है प्राचीन काल के असुर संहारक रक्षकों के पास जो स्वयं को कहते है- प्रतिहारी। प्रतिहारियों से अभिजीत नयी तंत्र शक्तियां प्राप्त करके भूतकाल की यात्रा करता है, और होता है एक ऐसे रहस्य का खुलासा जिससे अभिजीत का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। क्या उस स्त्री विशल्या का मकसद पूरा हो पाया ? कौन हैं ये प्रतिहारी और क्या है उनकी शाक्तियों का रहस्य ? क्या अभिजीत का इन सभी घटनाओं के साथ कोई सम्बन्ध है? जानने के लिए पढ़िए और निकल जाइए रहस्य, असुर, दिव्यअस्त्र, प्रेम, पश्चाताप व भूतकाल की यात्रा के रोमांचक सफर पर।
Pratihari : Kaalchakra Ka Khel
Abhinav Jain
Pratihari - Andhkar ka Daitya
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Abhinav Jain
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- Description: प्रतिहारियों की महासभा में हुआ असुरों का आक्रमण और मुक्त हो गयी सदियों से कैद एक अजेय महाशक्तिशाली असुर शक्ति। समस्त संसार पर छाया काली शक्तियों और पाप का राज्य। संसार को बचाने का उत्तरदायित्व अब प्रतिहारियों पर है और अभिजीत की नियति फिर से उसे ले आई है एक अनोखे मोड़ पर। कौन है ये महाशक्तिशाली असुर? क्या अभिजीत उस महाशक्ति से लड़ पाया? क्या अभिजीत का इलाक्षी के साथ बना प्रेम का बंधन पूर्ण हो पायेगा? कैसे मिलेगी संसार को असुरों से मुक्ति? पढ़िए प्रतिहारी -असुर, प्रेम, दिव्यशक्तियों और भूतकाल की यात्रा की एक और रोमांचक गाथा!