Rekha Agrawal
Mele Mein
- Author Name:
Rekha Agrawal
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Book Type:

- Description: ‘मेले में’ रेखा अग्रवाल की कहानियों की किताब है। इसमें कुल छह कहानियाँ हैं। ‘मेले में’ कहानी जहाँ दो भाइयों के इर्द-गिर्द घूमती है वहीं बरखा रानी में एक गड़रिये को कहानी का पात्र बनाया गया है। इसमें आकाश में जगमग, हाथी ने पुकारा, कीतल की वापसी और राजकुमारी मधुरिका जैसे कुछ अन्य रोचक प्रसंगों वाली कहानियाँ हैं।
Mele Mein
Rekha Agrawal
Managing Diabetes
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: Awating description for this book
Managing Diabetes
Rekha Agrawal
High Blood Pressure
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: Awating description for this book
High Blood Pressure
Rekha Agrawal
Swasth Khain : Tan Man Jagain
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description:
भोजन हमारे जीवन का भी आधार है, और सेहत का भी। उसी से यह शरीर बनता है, हमें शक्ति मिलती है और हम हृष्ट-पुष्ट रह पाते हैं। स्वस्थ तन और मन के लिए क्या खाएँ, कितना खाएँ, किस खाद्य-पदार्थ में कौन-सा पोषक तत्त्व है, विटामिन और खनिज हमें किस-किस भोजन से मिलते हैं, उनकी शरीर को कितनी ज़रूरत है, यह कृति जीवन से जुड़े इन सभी बुनियादी पक्षों पर बेहद सरल और व्यावहारिक जानकारी प्रस्तुत करती है।
रसोईघर में कौन सी छोटी-छोटी सावधानियाँ बरतने से फल-सब्जि़यों, चावल और दूसरे भोजनों के पौष्टिक गुण नष्ट नहीं होते, शुद्ध दूध और स्प्रेटा दूध के बीच क्या अन्तर है, फलों के छिलकों में क्या पौष्टिक गुण हैं जैसे विविध विषयों पर इस कृति में अद्यतन जानकारी उपलब्ध है।
पुस्तक में कोलेस्टेरॉल के बारे में उपयोगी जानकारी है और उसे सुधारने के सरल नुस्खे भी हैं। साथ ही, डायबिटीज, हृदय रोग, गाउट, गुर्दे की पथरी, कलेजे में जलन, दूध की एलर्जी जैसे विविध रोगों में अमल में लाए जानेवाले आहार सम्बन्धी परहेज़ भी दिए गए हैं। हमारे रोज़मर्रा के जीवन में किस-किस तरह से मिलावट होती है और उससे हमें क्या-क्या नुकसान पहुँचता है, ‘स्वस्थ खाएँ तनमन जगाएँ’ इस सम्बन्ध में भी हमें सावधान करती है।
Swasth Khain : Tan Man Jagain
Rekha Agrawal
Nari Shareer Ke Rahashya
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description:
‘नारी शरीर के रहस्य’ सरल और दिलचस्प शैली में रची गई अनूठी पुस्तक है। इसमें नारी शरीर के भीतर छुपी विराट दुनिया, उसके सातों सुरों और सम्पूर्ण रागों की सुरुचिपूर्ण प्रामाणिक व्याख्या है। किशोर अवस्था से प्रौढ़ा होने तक नारी के शरीर में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं—तरुणाई में तन-मन कैसे सयानेपन की ओर बढ़ एक नया सफ़र शुरू करते हैं? कैसे और कब मासिक-धर्म की शुरुआत होती है? हर चन्द्र मास के साथ स्त्री की देह की आन्तरिक लय-ताल में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं, कैसे वह अपने भीतर नए जीवन का बीज रोपने की तैयारी करती है, और कैसे रजोनिवृत्ति का समय आने पर वह मासिक चक्र के बन्धन से मुक्त हो जाती है, इसका साफ़-सुथरा वर्णन हमें इस पुस्तक में मिलता है।
जानकारियाँ ऐसी कि ये न सिर्फ़ हर स्त्री के लिए उपयोगी हैं, बल्कि पुरुषों के लिए भी बोधकर हैं, इससे वह अपनी संगिनी के तन-मन की भाषा पढ़ सकता है।
Nari Shareer Ke Rahashya
Rekha Agrawal
Khile Matritva Goonjein Kilkariyan
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: यह पुस्तक उन दिनों की साथी है जब मन में माता-पिता बनने के मीठे सपने खिलने लगते हैं और घर किलकारियों से गूँज उठता है। सन्तान-बीज के गर्भ में आने से लेकर शिशुजन्म और बच्चे की पहली वर्षगाँठ तक समस्त जानकारियों को सरल व स्पष्ट शब्दों में प्रस्तुत करनेवाली यह पुस्तक सभी दम्पतियों, दादा-दादियों और नाना-नानियों के लिए पठनीय है—कैसे करें गर्भधारण की तैयारी, गर्भधारण के लिए महीने की कौन-सी तिथियाँ अनुकूल हैं, क्या बेटे या बेटी का पहले से चुनाव हो सकता है, गर्भावस्था की रोमांचक घटनाएँ, बच्चा गर्भ में कब से आँख-मिचौनी खेलना शुरू कर देता है, गर्भावस्था में क्या खाएँ और क्यों, आरामदेह मुद्राएँ और लाभकारी व्यायाम, डॉक्टरी जाँच-परीक्षण : कब और कैसे, अल्ट्रासाउंड और दूसरे टेस्ट कब-कब किए जाते हैं, आम तकलीफ़ : कैसे पाएँ निजात, कैसे करें शिशु के आगमन की तैयारी, बच्चे का जन्म कैसे होता है, सीज़ेरियन की ज़रूरत कब-कब होती है, बच्चे की सँभाल के लिए क्या-क्या बातें जानना ज़रूरी है, बच्चे को कब, कौन-से टीके लगवाने होते हैं। एक बेहद महत्त्वपूर्ण और संग्रहणीय पुस्तक।
Khile Matritva Goonjein Kilkariyan
Rekha Agrawal
Nari Swasthya Aur Saundarya
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: न में सुख और ख़ुशियों के रंग भरने के लिए अपनी देह और मन के बारे में जानना हर स्त्री के लिए ज़रूरी है। इसी से वह अपने भीतर के रचना-संसार, उसकी बनावट और व्यवहार को ठीक से समझ सकती है और सामान्य–असामान्य की पहचान कर सकती है। अत्यन्त सरल और दिलचस्प शैली में रची गई यह पुस्तक नारी शरीर की दुनिया, मासिक धर्म और उससे जुड़े विकारों, जनन अंगों के रोगों, सन्तान की चाह पूरी करने के नूतन उपायों, अनचाहे गर्भ से बचे रहने के तरीक़ों, गर्भाशय और स्तन के कैंसरों, विविध जाँच–परीक्षणों, रूप–सौन्दर्य आदि पर प्रामाणिक व्यावहारिक जानकारी का ख़ज़ाना है। इन विषयों पर आपके हर सवाल का नारी स्वास्थ्य और सौन्दर्य में समाधान प्रस्तुत है— नारी, स्त्री, अम्बा, वामा शब्द कैसे बने?; किशोरावस्था, यौवन और जीवन के अलग–अलग चरणों में शरीर के भीतर क्या–क्या परिवर्तन आते हैं?; मासिक धर्म के दिनों में अपनी देखभाल कैसे करें?; गर्भाशय की रसौली, बच्चेदानी के नीचे सरकने, एंडोमेट्रियोसिस, यू.टी.आई. जैसे रोगों का क्या इलाज है?; स्तन में हुई गिलटी का क्या समाधान है?; काम–क्रीड़ा में कष्ट होने पर निजात के क्या तरीक़े हैं?; मासिक धर्म में दर्द, अधिक ख़़ून जाने पर क्या करें?; योनिस्राव के क्या–क्या कारण हैं और उनका इलाज क्या है?; गर्भ–निरोध के लिए कौन–सा साधन उत्तम है?; सन्तान न होने के क्या कारण हैं और इनका क्या इलाज है?; सुन्दर–सलोना रूप पाने के क्या–क्या उपाय हैं?; बालों और त्वचा की देखभाल कैसे करनी चाहिए?; और, और भी बहुत कुछ…। न सिर्फ़ स्त्रियों के लिए, बल्कि पुरुषों के लिए भी एक पठनीय पुस्तक
Nari Swasthya Aur Saundarya
Rekha Agrawal
Blood Pressure : Jitna Sainyat Utna Swasth
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: च रक्तदाब जीवनशैली से जुड़ा वर्तमान सदी का प्रमुख रोग है। दुनिया में एक अरब से अधिक लोग इस रोग से घिरे हुए हैं। स्वस्थ जीवनशैली रक्तदाब को संयम में लाने का प्रथम आधार है। कुछ कमी छूट जाए, तो इसे पूरा करने के लिए बहुत-सी उच्च रक्तदाबरोधक दवाएँ हैं, जिन्हें नियम से लेकर यह जीवन स्वस्थ और सुखद बना रह सकता है। यह कृति एक कुशल विवेकी डॉक्टर मित्र के समाधान प्रस्तुत करती है और उसके बचाव और उपचार की सुगम राह दिखाती है।
Blood Pressure : Jitna Sainyat Utna Swasth
Rekha Agrawal
Coronary Hridaya Rog : Bachav Aur Upchar Ki Raah
- Author Name:
Rekha Agrawal +1
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Book Type:

- Description: न का सुर-संगीत दिल की धड़कनों में ही बसा है। ये धड़कनें ताज़िन्दगी मज़बूत बनी रहें, यह मंगल प्रार्थना पूरी करने के लिए जीवन में थोड़ा संयम, थोड़ा अनुशासन गूँथना ज़रूरी है। जब तक स्वस्थ जीवन-पद्धति न अपनाई जाए, उम्र बढ़ने के साथ और कभी कम उम्र में ही कोरोनरी धमनियों में सँकरापन आना स्वाभाविक है। ऐंजाइना और दिल का दौरा इसी की देन हैं। हृदय रोग से सम्बन्धित नवीनतम जानकारियाँ तथा बचाव और उपचार के व्यावहारिक पहलुओं को सरल- सुबोध शैली में प्रस्तुत करती यह कृति न सिर्फ़ रोगी और उसके परिवारजन बल्कि हर किसी के लिए पठनीय और उपयोगी है। ऐंजाइना क्या है, दिल का दौरा क्यों पड़ता है, किन-किन चीज़ों से दिल बीमार पड़ता है, दिल के बचाव के क्या उपाय हैं, कोलेस्टेरॉल को कैसे कम कर सकते हैं, अपने हृदय का भविष्यफल जानने के लिए क्या सूत्र लगाएँ, कोरोनरी ऐंजियोप्लास्टी में क्या करते हैं, बायपास ऑपरेशन कैसे हृदय को नया जीवन देता है, दिल के विभिन्न टेस्ट कैसे किए जाते हैं और उनकी क्या उपयोगिता है, आदि की जानकारी देती पुस