Navin Sagar
Pratinidhi Kavitayein: Navin Sagar
- Author Name:
Navin Sagar
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Book Type:

- Description: नवीन सागर की कविताओं को पढ़ते हुए आप हिन्दी कविता की दुनिया में अपनी मौजूदा रिहायश से उठकर कहीं और जाने के लिए चल पड़ते हैं—एक ज़्यादा गहरी, ज़्यादा परतदार, ज़्यादा नाज़ुक और ज़्यादा ठोस जगह की तरफ़। वह जगह जहाँ आपको अपने न समझ में आनेवाले लेकिन मारक दुख की सहज, स्पष्ट और चित्र जैसी अभिव्यक्ति मिलती है। हमारी भाषा ने कम ही ऐसी कविताएँ पाई हैं, जैसी ये सारी हैं। नवीन सागर की कविता-पुस्तकें लम्बे समय से अनुपलब्ध हैं। हालाँकि इस बीच उनकी कविताओं की तरफ़, ख़ासतौर पर नई पीढ़ी का ध्यान उल्लेखनीय ढंग से गया है। ऐसे में उनके देहान्त के लगभग पच्चीस वर्ष बाद उनकी कविताओं से यह प्रतिनिधि चयन प्रकाशित हो रहा है। उम्मीद है कि यह पुस्तक लगभग भूले हुए, लेकिन अत्यन्त महत्त्वपूर्ण एक कवि को विचार के केन्द्र में लाएगी।
Pratinidhi Kavitayein: Navin Sagar
Navin Sagar
Tum Bhi Aana
- Author Name:
Navin Sagar +1
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Book Type:

- Description: प्रशंसित कवि, नवीन सागर, शब्दों में जादू बुनते हैं। कविता पढ़ना अपने आप में एक अनुभव है। उनकी कविताएं इतनी जल्दी आपका हिस्सा बन जाती हैं कि आपको पता चलने से पहले ही आप खुद को इसके शब्दों का पाठ करते हुए पाते हैं। ये मौज-मस्ती, खेल और प्रेम की कविताएँ हैं। जब आप उनकी कविताएँ पढ़ने के बाद इसका अनुभव करेंगे तो आपके लिए बारिश पहले जैसी नहीं होगी। आप बच्चों के नाव बनाने, खेलने और बारिश में नाचने के उत्साह और ऊर्जा को महसूस कर सकते हैं। आपको ऐसा महसूस होता है कि आप खुद को जाने दें, इस पल में खुद को समर्पित कर दें और एक बार फिर से बारिश का अनुभव करने के लिए एक बच्चे की तरह बनें। नदी चढ़ी है आना तुम भी आना तुम भी आना आना तुम भी आना एलन शॉ के चित्र रंगों के साथ एक दिलचस्प नाटक बनाते हैं। चित्र सरल हैं लेकिन पानी के रंगों का उनका उपयोग मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। उनकी प्रत्येक कलाकृति एक दृश्य प्रस्तुति है।