Kiran Sood
Avgun Chitt Na Dharow
- Author Name:
Kiran Sood
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Book Type:

- Description: प्यार क्या है? केवल एक अनुबन्ध, या जीवन को जीने का एक सलीका? क्या प्यार वही होता है जो स्त्री-पुरुष के परिणय-बिन्दु पर आकर ठहर जाता है? या फिर उसकी वास्तविक भूमिका इस मोड़ के बाद शुरू होती है? इस उपन्यास का आख्यान इसी बिन्दु से आरम्भ होता है। लेखिका के ही शब्दों में ‘प्यार शादी की रस्म तक खेला गया महज़ रोमांचक खेल नहीं है।’ वह दो सचेत व्यक्तियों के मध्य प्रतिबद्धता का एक पुल है जो उनके जीवन-प्रवाह को मर्यादा भी देता है, और एक-दूसरे के पास, भीतर और आर-पार जाने का रास्ता भी उपलब्ध कराता है। यह उपन्यास सच के धरातल पर घटित प्यार और प्रतिबद्धता का ही आख्यान है। एक ऐसी प्रतिबद्धता जिसको क़ानूनी मोहर और सामाजिक पहरेदारियों की ज़रूरत नहीं पड़ती। जो फूल की तरह ख़ुद-ब-ख़ुद खिलती है और अपनी सुगन्ध से अपने सम्पर्क में आनेवाली हर इकाई को सुवासित कर देती है। लेखिका का पाठक से निवेदन है : ‘चरित्रों का खिलना-खुलना और आपके दिल के नज़दीक आकर बैठ जाना सहज हो तो आप-हम मिलकर उस सुसंस्कृत समाज की कल्पना करें, जहाँ कोई किसी की सम्पत्ति को न्यासी की तरह सँभालने को तैयार हो, जहाँ राधा-कृष्ण के प्रेम की पवित्रता को केवल पूजा न जाए, जिया जाए।’
Avgun Chitt Na Dharow
Kiran Sood
Yuvaman Ki Udaan
- Author Name:
Kiran Sood
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Book Type:

- Description: अद्भुत है माननीय सम्बन्धों का ताना-बाना, जीवन-पथ के अनजाने मोड़ से गुज़रते हुए, कौन, कब, कहाँ मिले कौन जाने? इसे संयोग कहें या नियति...? यह तय नहीं है। मीठे सम्बन्धों को परिभाषा में बाँधना ज़रूरी भी नहीं है। उड़ते पलों को मुट्ठियों में क़ैद करने में भी समझदारी नहीं है। जीवन के दीर्घ प्रवाह में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है—पहला क़दम, दूसरा और फिर तीसरा...और फिर दीर्घ अनुक्रम...सर्वथा स्वाभाविक है। यह पुस्तक व्यक्तित्व विकास शृंखला की पहली कड़ी है, संवाद का यह क्रम अविच्छिन्न रहेगा।