Kavita Singh Kale
RUN! (Wordless)
- Author Name:
Kavita Singh Kale
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Book Type:

- Description: A WORDLESS PICTURE BOOK packed with adventure! Three children come face to face with a BIG Himalayan sheepdog. A loud bark sends the three of them dashing through the hills – until they reach the edge of a cliff… Illustrations that play with perspective and colour hurtle readers across the picturesque landscape of Himachal Pradesh, with touches of magic, and a furry surprise at the end.
RUN! (Wordless)
Kavita Singh Kale
Qutubminar Ka Ped
- Author Name:
Prabhat +1
- Rating:
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Book Type:

- Description: हिंदी के लोकप्रिय कवि और लेखक प्रभात के संग्रह में छह कहानियाँ हैं। आप बच्चों को सुनाने के लिए संग्रह की कहानियों को तुरंत याद कर सकते हैं। असामान्य रूप से सरल कथानक के साथ, बातचीत को चतुराई से आगे बढ़ाकर एक कहानी विकसित की जाती है। कविता सिंह काले के चित्र पुस्तक की दृश्य अपील को बढ़ाते हैं। चित्र वर्णन में समृद्ध हैं और पात्र अभिव्यंजक हैं। ये दोनों खूबियां आपका ध्यान खींच लेंगी.
Qutubminar Ka Ped
Prabhat
Neela Darwaza
- Author Name:
Manglesh Dabral +1
- Rating:
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Book Type:

- Description: पुस्तक में विभिन्न क्षेत्रों की और अलग-अलग स्वर वाली सात कहानियों का संकलन है। एक कहानी अपने घर की तलाश में एक भाई और बहन की यात्रा का वर्णन करती है, जबकि दूसरी कहानी सूरज की कहानी बताती है जो अपने दोस्त पानी को अपने घर पर आमंत्रित करना चाहता है। एक ऐसी कहानी भी है जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि स्टोन सूप का स्वाद कैसा होगा। कविता सिंह काले ने प्रत्येक कहानी और उसके पात्रों के मूड को पकड़ते हुए, कहानियों का कुशलतापूर्वक चित्रण किया है। उनकी कलाकृति के चमकीले और जीवंत रंग प्रत्येक चित्रण की विस्तृत रचना की प्रशंसा करते हुए पढ़ने को आनंददायक बनाते हैं।
Neela Darwaza
Manglesh Dabral
Amma
- Author Name:
Kavita Singh Kale
- Rating:
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Book Type:

- Description: क्या तूसां इस मेले विच इक अम्मा दिखी, जिसा वल मिंजो साईं मुन्नु नी है?
Amma
Kavita Singh Kale
Jiske Pass Chali Gai Meri Zameen
- Author Name:
Naresh Saxena +1
- Rating:
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Book Type:

- Description: अगली फसल आते ही सब चुकता कर दूँगा अब तो मेरी झूठी ये गुज़ारिश भी चली गई... उसी के पास अब मेरी बारिश भी चली गई.. जिसके पास चली गई मेरी ज़मीन