Kamlesh Maheshwari
Pachis Global Brand
- Author Name:
Kamlesh Maheshwari +1
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Book Type:

- Description: ब्रांड यानी उत्पाद विशेष का नाम...एक ट्रेडमार्क। वेबस्टर्स शब्दावली के अनुसार ब्रांड यानी... A mark burned on the skin with hot iron. हिन्दी में इसका भावार्थ है : व्यक्ति के शरीर पर उसकी पहचान दाग देना। यही इस पुस्तक का सार है। ब्रांड किसी उत्पाद का केवल नाम ही नहीं होता। उसके उत्पाद का पेटेंटेड ट्रेडमार्क भी नहीं होता। ग्राहक जब ब्रांडेड उत्पाद खरीदता है तो वह इस विश्वास का मूल्य भी चुकाता है कि उत्पाद गुणवत्तायुक्त होगा, झंझटमुक्त लम्बी सेवा प्रदान करेगा और उसे वादे के अनुसार बिक्री बाद सेवा मिलेगी। दूसरे शब्दों में, ब्रांडेड उत्पादों के निर्माता केवल वस्तु का मूल्य प्राप्त नहीं करते। वे एक भरोसे, एक विश्वास की क़ीमत भी वसूल करते हैं। वही ब्रांड लम्बी पारी खेलते हैं, जो अपने पर ‘दाग' दी गई ‘पहचान' को एक बार नहीं, बार-बार भी नहीं, बल्कि हर बार सही साबित करते हैं। ऐसे ही शतकीय पारी के बाद ग्लोबल मार्किट में आज भी अव्वल 25 ग्लोबल ब्रांड का इतिहास इस पुस्तक में सँजोया गया है।
Pachis Global Brand
Kamlesh Maheshwari
The Boss
- Author Name:
Kamlesh Maheshwari +1
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Book Type:

- Description: सितारों की तरफ छलाँग लगाएँगे तो चाँद मिले या नहीं, उड़ना सीख जाएँगे। पेड़ की टहनी की ओर हाथ बढ़ाएँगे और गिरे तो धूल-धूसरित ही होंगे। सवा सौ करोड़ भारतीयों में से आज 5 0 फीसदी की औसत उम्र 25 वर्ष है। वे यदि उड़ना सीख जाएँ तो खुद भी अमीर हो सकते हैं और देश भी। यह पुस्तक आपको ऐसे 5 0 उद्यमियों से रूबरू करवा रही है, जिन्होंने एक उड़ान भरी और वे बन गए हैं खुद के बॉस। महत्त्वपूर्ण यह नहीं है कि ये कब शिखर पर पहुँचेंगे, महत्त्वपूर्ण है इनसे मिलने वाला यह सबक— ‘‘ग्लोबल मार्केट का हिस्सा बन जाने के बाद हमारे देश में अमीर बनना आसान हो गया है, पर विरासत में मिली भरी पूँजी या किसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी की भारी-भरकम डिग्री, दोनों ही अमीर नहीं बनातीं। इसके लिए चाहिए बस एक नया सोच और उसे साकार करने का संकल्प, साहस व सूझबूझ!’’
The Boss
Kamlesh Maheshwari
25 Super Brands
- Author Name:
Kamlesh Maheshwari +1
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Book Type:

- Description: बिजनेस स्कूल के छात्रों को पढ़ाया जाता है- ‘‘ब्रांड यानी उत्पाद विशेष का नाम एक ट्रेडमार्क।’’ वेबस्टर्स शब्दावली के अनुसार ब्रांड यानी... ''A mark Burned on the Skin with hot iron.'' हिंदी में इसका भावार्थ है... ‘‘व्यक्ति के शरीर पर उसकी पहचान दाग देना।’’ यही इस पुस्तक का सार है । ब्रांड किसी उत्पाद का केवल नाम नहीं होता । उसके उत्पादक का पैटेंटेड ट्रेडमार्क भी नहीं होता । ग्राहक जब ' फेविकोल ' खरीदता है तो उसके साथ इस विश्वास का मूल्य भी चुकाता है कि इसका जोड़ निकाले नहीं निकलेगा । एडीडास या बाटा के जूते हों, मैक्डॉनल्ड्स के फास्ट फूड हो या बाबा रामदेव की ओषधियाँ-ग्राहक इनके साथ एक भरोसा खरीदता है । ब्रांडेड उत्पाद केवल वस्तु का मूल्य प्राप्त नहीं करते, वे एक भरोसे' एक विश्वास की कीमत भी वसूल करते हैं । वही ब्रांड मार्केट लीडर बनते हैं या लंबी पारी खेलते हैं, जो अपने पर ' दाग ' दी गई ' पहचान ' को एक बार नहीं, हर बार सही साबित करते हैं ।