Bharatbhushan Agrawal
Rajkamal Angreji Hindi Vakyansh Evam Muhavara Kosh
- Author Name:
Bharatbhushan Agrawal +1
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Book Type:

- Description: अनुवादकों तथा सामान्यतः अंग्रेज़ी भाषा में रुचि रखनेवाले पाठकों तथा विद्यार्थियों के लिए तैयार इस कोश में लगभग 7000 वाक्यांश तथा मुहावरे सम्मिलित हैं। इनका चयन किसी एक कोश से नहीं, बल्कि सामान्य प्रयोग में आनेवाले जनसंचार माध्यमों, पाठ्य-पुस्तकों और व्यावहारिक जीवन से किया गया है। प्रशासनिक क्षेत्र में कार्यरत अनुवादकों को ध्यान में रखते हुए इसमें वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय की शब्दावली में सम्मिलित वाक्यांशों को भी लिया गया है, ताकि प्रशासनिक साहित्य व दस्तावेज़ों का अनुवाद कार्य करनेवाले व्यक्तियों के लिए भी यह कोश उपयोगी हो सके। साथ ही इस कोश में उन वाक्यांशों को भी रखा गया है जो देखने में एकल क्रिया रूप प्रतीत होते हैं, लेकिन परसर्गों से मिलकर वाक्यांशों के रूप में प्रयुक्त होने लगते हैं।
Rajkamal Angreji Hindi Vakyansh Evam Muhavara Kosh
Bharatbhushan Agrawal
Pratinidhi Kavitayen : Bharatbhushan Agrawal
- Author Name:
Bharatbhushan Agrawal
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Book Type:

- Description:
भारतभूषण अग्रवाल की कविता बिना किसी नाटकीयता, बिना कोई चीख़-पुकार मचाए ईमानदारी से अपनी सच्चाई को देखती-परखती कविता है। उसमें रूमानी आवेग से लेकर मुक्त हास्य, विद्रूप से लेकर अनुराग और कोमलता की कई छवियाँ, सभी शामिल हैं। कामकाजी मध्यवर्ग की विडम्बनाएँ, संवेदनशील व्यक्ति के ऊहापोह, शहराती ज़िन्दगी के रोज़मर्रा के सुख-दु:ख आदि को भारत जी ईमानदारी और पारदर्शिता से अपनी कविता में जगह देते हैं। उनमें अपनी विशिष्टता का रत्ती-भर भी आग्रह नहीं है। बल्कि अगर आग्रह है तो अपनी सीधी-सादी, सरल जान पड़ती लेकिन दरअसल जटिल साधारणता का। यह आग्रह उनकी आवाज़ को और सघन तथा उत्कट बनाता है।
उनकी कविता अपने को महत्त्वाकांक्षा के किसी विराट लोक में विलीन नहीं करती। वह अपनी उत्सुकताओं और बेचैनियों को जतन से नबेरती है। वह कविता में विकल्प इतना नहीं खोजती जितना सच्चाई की ही कई अन्यथा अलक्षित रह जानेवाली परतों को। कविता में कवि का यह अहसास बराबर मौजूद है कि सच्चाई और ज़िन्दगी कविता से कहीं बड़ी और व्यापक हैं और वे कविता में अँट नहीं पा रही हैं।