Nirmala
Author:
PremchandPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Literary-fiction0 Reviews
Price: ₹ 159.2
₹
199
Available
‘निर्मला’ प्रेमचन्द का एक मार्मिक उपन्यास है जिसमें उन्होंने बेमेल विवाह की विसंगतियों को बेहद संवेदनशील और नाटकीय कथा-तत्त्व के साथ उजागर किया है। उनके कई उपन्यासों के मुक़ाबले आकार में छोटा होने के बावजूद इसे उनकी महत्त्वपूर्ण रचनाओं में गिना जाता है और आज भी पाठकों में इसकी लोकप्रियता बरकरार है। एक टीवी धारावाहिक के अलावा दृश्य तथा श्रव्य माध्यमों में और भी कई तरह से इसका रूपान्तरण होता रहा है।</p>
<p>कहानी के केन्द्र में निर्मला नामक एक युवती है, जिसका विवाह उसके परिवार की विपरीत परिस्थितियों के चलते उससे उम्र में कई साल बड़े, विधुर और तीन लड़कों के पिता तोताराम से हो जाता है। निर्मला इस विवाह को स्वीकार करके तोताराम की पत्नी और उसके बच्चों की माँ के रूप में स्वयं को ढाल लेती है, लेकिन तोताराम स्वाभाविक नहीं रह पाता। यहाँ तक कि वह अपने बड़े बेटे के साथ उसके ग़लत रिश्तों तक का शक करने लगता है जिसके दूरगामी नतीजे होते हैं।</p>
<p>निर्मला के साथ अन्य पात्रों को भी उपन्यास में सन्तुलित ढंग से उभारा गया है जिसके कारण लगातार अवसाद और दुर्भाग्य के अँधेरे में चलते पाठक की रुचि कहीं भी भंग नहीं होती। बेमेल विवाह, दहेज-प्रथा और आज़ादी से पहले पारम्परिक भारतीय समाज में स्त्री की दारुण स्थिति के इर्द-गिर्द बुनी गई इस कथा की प्रासंगिकता आज भी है।
ISBN: 9788180316418
Pages: 140
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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