Yah Jivan Arpit Bachchon Ko
Author:
Asharani VoharaPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
General-non-fiction0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Available
आज के जागरूक बच्चों को ज्ञान-विज्ञान की हर दिशा से परिचित कराया जा रहा है। विषय कोई भी हो, यदि वह बाल-सुलभ जिज्ञासा उत्पन्न कर सरल ढंग से उसका समाधान करता चलता है, बालक का मनोरंजन कर उसके ज्ञान में आनन्ददायक वृद्धि करता है तो वह बच्चों के लिए ग्राह्य है। यह पुस्तक इन्हीं विशिष्टताओं का केन्द्र है। नेता और समाजसुधारक बहुत हुए पर वे नाम बहुत कम हैं जो मुख्यतः बच्चों के हितों को ही समर्पित रहे। क्या इन नामों से स्वयं बच्चों को परिचित नहीं कराना चाहिए? इसी विचार और प्रयत्न का परिणाम है यह छोटी-सी पुस्तक। इस पुस्तक में बच्चों के रुझान और उत्थान को समर्पित विश्व-भर से चुने हुए केवल सात नाम हैं, जिन्हें पढ़ते समय बच्चों को लगेगा, वे तो उनके अपने हैं—कितने निकट अौर परिचित।
ISBN: 9788126722822
Pages: 28
Avg Reading Time: 1 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
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- Description: ‘विवाह' - पुराणांचे अभ्यासक श्री.देवदत्त पट्टनायक यांच्या या पुस्तकातून भारतीय विवाहांच्या अनेक कथा आपल्या भेटीला येतात. त्यांनी या कथा वेद, पुराणे, तमिळ आणि संस्कृत साहित्य, तसंच विविध प्रदेशातल्या अभिजात, लोक आणि आदिवासी जमातीच्या साहित्याचा अभ्यास करून जमवल्या आहेत. त्यांना हे साहित्य कधी लिखित तर कधी मौखिक स्वरूपात उपलब्ध झालं. विवाहाबाबतच्या भारतीय परंपरा, रीतिरिवाज आणि श्रद्धा यांच्यामधली विविधता आणि प्रवाहितता स्पष्ट करण्यासाठी त्यांनी तीन लाख चौ. मी. भारतीय भूभागाचा आणि तीन हजार वर्षांहूनही अतिशय प्राचीन असलेल्या अशा इतिहासाचा धांडोळा घेतला आहे. Vivah | Devdutt Pattanaik Translated By : Amita Naidu विवाह | देवदत्त पट्टनायक अनुवाद : अमिता नायडू
The Princess and the Goblin
- Author Name:
George MacDonald
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- Description: FlyWings Classics brings you a World ClassicChildren's Fantasy Book Series - The Princess and the Goblin byGeorge MacDonaldWhen Princess Irene is sent away to live in a great old castle-house in the mountains, her life is dull until she happens upon a hidden stairway. But whatever—or whoever—she finds upstairs will lead her out of doors and into the mountains where only the miners are brave enough to go…
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