Agyeya Ke Uddharan
Publisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Contemporary-fiction0 Reviews
Price: ₹ 159.2
₹
199
Available
अज्ञेय का लेखन इतना विपुल और वैविध्यपूर्ण है कि उसमें से उद्धरणों के एक चयन की बात सोचते ही पहला सवाल तो उसकी क्रम-प्रक्रिया को लेकर ही सामने आया। लगभग सभी साहित्यिक विधाओं में उत्कृष्ट लेखन के साथ-साथ अज्ञेय ने मानव-जीवन और समाज से जुड़ी सभी समस्याओं पर भी स्वतन्त्र रूप से सम्यक् विचार किया है। अज्ञेय के लिए न केवल साहित्य बल्कि पूरा मानव-जीवन ही मूल्यान्वेषण की प्रक्रिया है।
इस क्रम से आरम्भ करने पर सहज ही केन्द्रीय मूल्य स्वतन्त्रता और उनसे जुड़े सवालों को अलगे चरण में रख पाना उचित लगा और साहित्य क्योंकि मूल्यान्वेषण की प्रक्रिया है, अत: भाषा, साहित्य आदि से जुड़े चिन्तन से चयन किये जाने वाले उद्धरणों का क्रम भी तय हो गया।
इस चयन से गुज़रते हुए पाठक को यह महसूस हो सकता है कि अज्ञेय जब किसी दार्शनिक या तर्कशास्त्रीय गुत्थी पर भी विचार करते हैं तो उनका चिन्तन अधिकांशत: किसी अकादेमिक दार्शनिक की तरह का नहीं, बल्कि एक संवेदनात्मक दृष्टि, या कहें कि कवि-दृष्टि से किया गया चिन्तन होता है। अज्ञेय का चिन्तन कवि-दृष्टि का चिन्तन है, अकादेमिक नहीं। शायद, इसलिए इस कवि-दृष्टि के विमर्शात्मक चिन्तन और कविताओं के बीज-संवेदन का अहसास भी सुधी पाठकों को हो सकेगा।
पाठक यदि चयन की इन मोटी रेखाओं के सहारे अज्ञेय के चिन्तन और कवि-कर्म की विपुलता, विविधता और सूक्ष्मता में प्रवेश करने की प्रेरणा पा सकें, तो यही इस चयन की सार्थकता होगी। अज्ञेय के कवि-कर्म और चिन्तन के द्वन्द्वों-समाधानों और प्रक्रियाओं-निष्कर्षों में ऐसा बहुत कुछ है जो किसी भी समय के लेखक-पाठक के लिए सदैव प्रासंगिक रहेगा।
—प्रस्तावना से
ISBN: 9789388753159
Pages: 132
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Jane Eyer
- Author Name:
Sharlotte Bronte
- Book Type:

- Description: प्राचीन साहित्य में नायिका का चित्रण प्रेम की प्रतिमा के रूप में, पति की छाया के रूप में, आज्ञाकारिणी दासी के रूप में ही हुआ है। अपवाद के रूप में नारी कभी-कभी कुटिल और दुष्टा के रूप में भी चित्रित हुई है, परन्तु बुद्धिमान, विवेकशील और पति को सही सलाह देनेवाली दृढ़ नारी का रूप साहित्य में कम ही देखने को मिलता ‘महाभारत’ की गांधारी को देखें...गांधारी जैसी विवेकशील नारी ने यदि पतिव्रत धर्म की ग़लत व्याख्या के कारण आँखों पर पट्टी न बाँधी होती, तो महाभारत की कथा आज दूसरी होती, नीति-निपुण मंदोदरी यदि उतनी विनम्र और सहनशील नहीं होती, और उसने वीर पुत्र और विवेकशील सम्बन्धियों को समझा-बुझाकर अपना पक्ष मज़बूत कर लिया होता, तो पराक्रमी रावण अपनी लालसा के कारण यूँ पूरे परिवार को नष्ट नहीं कर पाता। प्रस्तुत उपन्यास में नायिका जेन आयर के व्यक्तित्व के कई पहलू हमें देखने को मिलते हैं—प्रथम तो वीरांगना किशोरी; फिर एक विवेकशील संयमी नवयौवना, निष्ठावान और दृढ़ चरित्र की युवती और अन्त में शरीर की अपेक्षा आत्मा को महत्त्व देनेवाली एक परिपक्व स्त्री का रूप। जेन आयर में अपनी क्षमता पर विश्वास, अपने स्वतंत्र व्यक्तित्व की अनुभूति और उसके महत्त्व की समझ स्पष्ट दिखलाई पड़ती है। प्यार के ऊष्ण, पिघला देनेवाले प्रस्ताव के समक्ष भी वह विवेक का दामन नहीं छोड़ती और अपने व्यक्तित्व का गौरव बनाए रखने में सदा सजग रहती है। स्त्री-पुरुष समानता की प्रबल पक्षधर तथा नारी की आर्थिक स्वाधीनता की सशक्त समर्थक शार्लोट ब्रॉन्टे की बहुचर्चित-बहुप्रशंसित नायिका-प्रधान कृति है—जेन आयर।
Pebbles on the Sea-Shore
- Author Name:
S.K. Narang
- Book Type:

- Description: Emotions form an integral part of human heart and become genesis of great pieces of literature. Present book has developed into socially purposeful stories out of such thoughts. Tragedy of India’s partition is a hair-raising story but is softened by the balm of love. Pure love sometimes results in pain of separation and is a heart wrenching tragedy of a love story. Children, a source of great strength for their parents, sometimes become cause of grave pain on account of their insatiable ambitions. Story of a simple housing problem brings out scores of problems of our sick and ailing social and democratic systems. Caste still continues to be a bane in our marriage system. This social evil has been woven into the problems of our judicial system. How a poor innocent girl brings joy and happiness to an old pilgrim who is handicapped by the language problem is a subject matter of an interesting story. Pure love and desire to raise a happy family lands a poor fisherwoman in jail. Humour, a part of our life, has been built as an integral part of some stories to lighten the impact of seriousness yet retaining the purpose and essence of narration. In short, real and imaginary ideas form the core of the stories that leave food for thought for the reader to ponder over long afterwards.
Phoolsunghi
- Author Name:
Gautam Choubey
- Rating:
- Book Type:

- Description: ‘Babu Sahib! You must have heard of a phoolsunghi—the flower-pecker—yes? It can never be held captive in a cage. It sucks nectar from a flower and then flies on to the next.’ When Dhelabai, the most popular tawaif of Muzaffarpur, slights Babu Haliwant Sahay, a powerful zamindar from Chappra, he resolves to build a cage that would trap her forever. Thus, the elusive phoolsunghi is trapped within the four walls of the Red Mansion. Forgetting the past, Dhelabai begins a new life of luxury, comfort, and respect. One day, she hears the soulful voice of Mahendra Misir and loses her heart to him. Mahendra too, feels for her deeply, but the lovers must bear the brunt of circumstances and their own actions which repeatedly pull them apart. The first ever translation of a Bhojpuri novel into English, Phoolsunghi transports readers to a forgotten world filled with mujras and mehfils, court cases and counterfeit currency, and the crashing waves of the River Saryu.
Kya Main Andar Aa Sakta Hoon
- Author Name:
Arun Kumar Asafal
- Book Type:

- Description: Novel
Hatya
- Author Name:
Hrideyesh
- Book Type:

- Description: सुपरिचित कथाकार हृदयेश ने इस उपन्यास में एक छोटे-से शहर की धड़कती ज़िन्दगी को केन्द्र बनाकर हत्या जैसे कृत्य के बहुआयामी चित्र प्रस्तुत किए हैं। शिवनारायण एक आदर्शवादी व्यक्ति है, और है शहर का एक नामी गुंडा चुन्नू जो मोहल्ले और शहर के निरीह लोगों पर जोर-जुल्म करता है। शिवनारायण उसकी इन हरकतों पर उत्तेजित होकर, उसके साथ कोई व्यक्तिगत शत्रुता न होते हुए भी, एक दिन उसकी हत्या कर देता है। मुक़दमा चलता है और अन्ततः शिवनारायण को फाँसी की सज़ा होती है। इस सारी प्रक्रिया में न केवल क़ानून का वास्तविक रूप उजागर होता है बल्कि हत्या के अनेक पहलू उभरकर सामने आते हैं। क़ानून की नज़र में हत्या सिर्फ़ एक आदमी के प्राण ले लेना है, जबकि हत्या व्यक्ति के चरित्र की, उज्ज्वल सम्भावनाओं की, अभिव्यक्ति पाने के लिए छटपटाती प्रतिभा की भी होती है। लेकिन समाज के कर्णधारों, सत्ता में बैठे लोगों और क़ानून के लिए हत्या के ये रूप चिन्तनीय नहीं हैं। ‘हत्या’ उपन्यास में लेखक ने इन सब पहलुओं को प्रभावशाली ढंग से चित्रित किया है।
Bavi
- Author Name:
Ashokpuri Goswami +1
- Book Type:

- Description: ಗುಜರಾತಿ ಕಾದಂಬರಿ ಕುವೊದ ಪ್ರಶಸ್ತಿ ವಿಜೇತ ಅನುವಾದ
Culture Valture
- Author Name:
Mamta Kaliya
- Book Type:

- Description: शीर्षस्थ कथाकार ममता कालिया की प्रत्येक रचना पर उनकी रचनाशीलता के हस्ताक्षर रहते हैं। संवेदना की थाह लेने और भाषा में उसे संभव करने का उनका अपना एक अनूठा ढंग है। ‘कल्चर वल्चर’ ममता कालिया का एक महत्त्वपूर्ण उपन्यास है। इसके बीज-विचार के सन्दर्भ में उन्होंने लिखा है, 'कला, साहित्य व संस्कृति आज सरोकार न रहकर कारोबार बनते जा रहे हैं और इसके प्रबन्धक, कारोबारी। इनके हाथों में संस्कृति, विकृति बन रही है और साहित्य, वाहित्य।' ममता कालिया ने बहुत कुशलता के साथ कोलकाता की पृष्ठभूमि में इस उपन्यास की कथा बुनी है। महत्तर उद्देश्यों को लेकर अस्तित्व में आई एक साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था किस तरह विडंबनाओं, विरूपताओं, अन्तर्विरोधों, कपट, कलह, चतुर चाटुकारिता व निजी महत्त्वाकांक्षाओं का तलघर बन जाती है—यह तथ्य 'कल्चर वल्चर' में बहुत बारीकी से उजागर हुआ है। लेखकीय कौशल यह है कि सारे चरित्र और कथा-प्रसंग कल्पना पर आधारित होते हुए भी अपनी निष्पत्तियों में अत्यन्त जीवन्त हैं। चाहें तो इस उपन्यास में समकालीनता की पदचाप या अनुगूँज भी सुन सकते हैं। नवीन और सुषमा जैसे चरित्र अपने निहितार्थों के साथ पाठक के चित्त पर अंकित हो जाते हैं। लेखक ने व्यापक सन्दर्भों के साथ उन मनोवृत्तियों को टटोला है जो शब्द में सिक्कों की खनक और साहित्य में सरोकारों का शोकगीत सुनना चाहती हैं। यह उपन्यास भूमंडलीकरण, उद्दंड पूँजी, निरंकुश सोच आदि के आशयों को भी खंगालता है। अपनी प्रांजल व खिलंदड़ी भाषा के लिए ममता कालिया बहुप्रशंसित हैं। यह उपन्यास उनकी रचनात्मक सिद्धि का एक अभिनव आयाम है।
Baduku - Award Winning Novel - Kannada
- Author Name:
Geeta Nagbhushan +1
- Rating:
- Book Type:

- Description: Dr. Geetha Nagabhushana's work is mostly based on the travails of the distressed, exploited and naïve people of slums or the lowest strata of the Hindu caste Order. In fact, her unique naraation brings in a slice of real life that touches our core rather than mere depiction of fictious characters. The dialect of Kannada we read in Baduku needs special mention for its authencity and the cultural richness. Throughout the novel the ordeal of the community that falls in the lowest strata of the Varna system is presented unapologetically. Also, the tribulation of women who appear in Baduku is a slap on the patriarchal society. The novel is complete slice of the society covering all the aspects of atrocity and oppression; Class, Caste, Gendar downtrodden of Urban and Rural. There is no fair deal in any of the cross section.
First Kiss - The Beginning
- Author Name:
Vishnu Nair
- Rating:
- Book Type:

- Description: Sunaina, Virat and DCP Vikrant Sharma are leading normal lives until fate decides to weave their paths into one. Little do they know that this path is nothing like they had ever imagined as it drags them into a tricky web of chaos. On a normal monsoon evening, Sunaina’s life breaks all ties with normalcy when she and her colleagues witness something they shouldn’t have, and that marks the beginning of a new story. But every beginning has its own end – sometimes, the end of a life. After almost getting caught, every day for them is hell on Earth, with death chasing at their heels. Now, they must spend days and nights looking over their shoulders. With the series of incidents that unfold, will Sunaina, Virat, and Vikrant’s lives ever be the same? Or will they collide with danger around every block?
Bakari Aur Bagh
- Author Name:
Pramod Kumar Pathak
- Book Type:

- Description: भारत में लोककथाओं की पुरानी परम्परा रही है। कुछ वर्षों पूर्व तक वह श्रुति साहित्य के रूप में प्रचलन में था लेकिन हाल के वर्षों में विभिन्न अंचलों की लोककथाओं को संग्रहीत कर पुस्तकाकार रूप दिया जा रहा है। यह पुस्तक भी उसी की एक कड़ी है। इसमें पंडित जी का विचार, बकरी और बाघ, किसान की किस्मत, चतुर नौवे की दुर्गति और चालाक कौवा जैसी कुछ रुचिकर लोककथाएँ संकलित की गई हैं।
Path Ke Sathi
- Author Name:
Mahadevi Verma
- Book Type:

- Description: महादेवी जी ने अपने कुछ समकालीनों के संस्मरण रूपी व्यक्ति-चित्र इस तरह प्रस्तुत किए हैं जिनमें उनके साथियों के आन्तरिक व्यक्तिबोध को गहराई से पहचाना और समादृत किया गया है। यही कारण है कि महादेवी जी के स्मृति विधान ने जो आकृतियाँ प्रस्तुत की हैं वे जीवन्त मनुष्य की तरह पाठकों के साथ अब तक बनी रही हैं और आगे भी बनी रहेंगी।
Chhinnmool
- Author Name:
Pushpita Awasthi
- Book Type:

- Description: Novel
Nagpash Mein Stree
- Author Name:
Gitashree
- Book Type:

- Description: आज बाज़ार के दबाव और सूचना-संचार माध्यमों के फैलाव ने राजनीति, समाज और परिवार का चरित्र पूरी तरह बदल डाला है, मगर पितृसत्ता का पूर्वग्रह और स्त्री को देखने का उसका नज़रिया नहीं बदला है, जो एक तरफ़ स्त्री की देह को ललचाई नज़रों से घूरता है, तो दूसरी तरफ़ उससे कठोर यौन-शुचिता की अपेक्षा भी रखता है। पितृसत्ता का चरित्र वही है। हाँ, समाज में बड़े पैमाने पर सक्रिय और आत्मनिर्भर होती स्त्री की स्वतंत्र चेतना पर अंकुश लगाने के उसके हथकंडे ज़रूर बदले हैं। मगर ख़ुशी की बात यह है कि इसके बरक्स बड़े पैमाने पर आत्मनिर्भर होती स्त्रियों ने अब इस व्यवस्था से निबटने की रणनीति अपने-अपने स्तर पर तय करनी शुरू कर दी है। आख़िर कब तक स्त्रियाँ ऐसे समय और नैतिकता की बाट जोहती रहेंगी जब उन्हें स्वतंत्र और सम्मानित इकाई के रूप में स्वीकार किया जाएगा? क्या यह वाकई ज़रूरी है कि स्त्रियाँ पुरुषों के साहचर्य को तलाशती रहें? क्यों स्त्री की प्राथमिकताओं में नई नैतिकता को जगह नहीं मिलनी चाहिए? इस पुस्तक में साहित्य, पत्रकारिता, थिएटर, समाज-सेवा और कला-जगत की ऐसी ही कुछ प्रबुद्ध स्त्रियों ने पितृसत्ता द्वारा रची गई छद्म नैतिकता पर गहराई और गम्भीरता से चिन्तन किया है और स्त्री-मुक्ति के रास्तों की तलाश की है। प्रभा खेतान कहती हैं, ‘नारीवाद, राजनीति से सम्बन्धित नैतिक सिद्धान्तों को पहचानना होगा, ताकि सेवा जैसा नैतिक गुण राजनीतिक रूपान्तरण का आधार बन सके।’
Ham Gunahgar aur Besharm Auraten
- Author Name:
Kavita Kadambari
- Book Type:

- Description: Collection of Hindi Poems
Sarakfanda
- Author Name:
Vandana Rag
- Book Type:

- Description: बिट्टो अपनी माँ लाजो के जीवन और समय को समझने की यात्रा पर निकली है, जिनकी पत्थर मारकर हत्या कर दी गई है। बिट्टो के स्कूली दोस्तों का एक समूह है जहाँ भिन्न धार्मिक पहचान रखनेवाले ‘दोस्त’ समूह से बाहर खदेड़ दिए गए हैं; और बिट्टो जो इस बँटवारे के ख़िलाफ़ है, उससे पूछा जा रहा है कि “सू, हमेशा गुस्से में क्यों रहती है आजकल तू?” यह रोमान के ख़त्म होने और उसके कॉम्प्लिकेटेड होते जाने का भी आख्यान है। ‘सरकफंदा’ विभाजन की डरावनी निरन्तरता के बारे में है, जहाँ लोग देश से प्यार का दम तो भरते हैं लेकिन आपसी बन्धुत्व की भावना को ख़त्म करने में लगे हैं। ‘सरकफंदा’ का एक सिरा गुलाम भारत में खुलता है दूसरा निपट वर्तमान में। दोनों के बीच वह भविष्य है जिस पर यह कसता ही जा रहा है। इस उपन्यास में बिल्ला उर्फ़ लाइब्रेरियन एक अद्भुत रूपक और रिलीफ़ की तरह उपस्थित है जो अतीत और वर्तमान, भ्रम और ज्ञान के सरकफंदे के बीच निर्लिप्त आवाजाही रखता है और वर्तमान पर क़ाबिज़ घातक परछाइयों के बीच अपने खेल से जीवन की स्वाभाविकता को राह दिखलाता चलता है। लाजो और बिट्टो का सिनेमची होना भी वह दूरी सम्भव करता है कि घट रहे को उसके घटाटोप से ज़रा दूर होकर देखा जा सके। हमारे समय के यथार्थ की सघन, आवेग-भरी, कलात्मक दुनिया।
Madar
- Author Name:
Subhash Chandra Yadav
- Book Type:

- Description: A Maithili Novel
Our City That Year
- Author Name:
Geetanjali Shree +1
- Book Type:

- Description: A city teeters on the edge of chaos. A society lies fractured along fault lines of faith and ideology. A playground becomes a battleground. A looming silence grips the public. Against this backdrop, Shruti, a writer paralyzed by the weight of events, tries to find her words, while Sharad and Hanif, academics whose voices are drowned out by extremism, find themselves caught between clichés and government slogans. And there’s Daddu, Sharad’s father, a beacon of hope in the growing darkness. As they each grapple with thoughts of speaking the unspeakable, an unnamed narrator takes on the urgent task of bearing witness. First published in Hindi in 1998, Our City That Year is a novel that defies easy categorization—it’s a time capsule, a warning siren and a desperate plea. Geetanjali Shree’s shimmering prose, in Daisy Rockwell’s nuanced and consummate translation, takes us into a fever dream of fragmented thoughts and half-finished sentences, mirroring the disjointed reality of a city under siege. Readers will find themselves haunted long after the final page, grappling with questions that echo far beyond India’s borders.
Chhayarekha - Award Winning Novel
- Author Name:
Mousumi Bose +1
- Book Type:

- Description: এই বইটি সময় এবং ঘটনার সারমর্ম ক্যাপচার করে, কীভাবে নির্দিষ্ট লাইন মানুষকে একত্রিত বা বিভক্ত করতে পারে তা চিত্রিত করে। এই লাইনগুলি এক দৃষ্টিকোণ থেকে দৃশ্যমান হতে পারে কিন্তু অন্য দৃষ্টিকোণ থেকে অস্তিত্বহীন। এগুলি কেবল একজন ব্যক্তির স্মৃতিতে থাকতে পারে তবে অন্যদের দ্বারা কল্পনা করা যেতে পারে। আখ্যানটি একটি নির্দিষ্ট গল্প বলার চেষ্টা না করেই বিভিন্ন লোকের স্মৃতির একটি জটিল জাল বুনেছে। পরিবর্তে, এটি পাঠককে জড়িতদের স্মৃতি ব্যবহার করে তাদের নিজস্ব গল্প তৈরি করতে দেয়, যাদের প্রত্যেকেরই ভিন্ন অভিজ্ঞতা রয়েছে। উপন্যাসটি স্বদেশী আন্দোলন, দ্বিতীয় বিশ্বযুদ্ধ, ভারত বিভাজন এবং ঢাকা ও কলকাতায় 1963-64 সালের সাম্প্রদায়িক দাঙ্গা সহ উল্লেখযোগ্য ঐতিহাসিক ঘটনার সময় রচিত।
Visarjan
- Author Name:
Raju Sharma
- Book Type:

- Description: अपने पहले उपन्यास ‘हलफ़नामे’ से प्रसिद्धि पानेवाले कथाकार राजू शर्मा का दूसरा उपन्यास है ‘विसर्जन’। हिन्दी संसार में भूमंडलीकरण पर लगभग दो दशकों से चर्चा हो रही है किन्तु उस यथार्थ को बड़े औपन्यासिक ढाँचे में विन्यस्त और प्रकट करने का श्रेय ‘विसर्जन’ के रचनाकार राजू शर्मा के ही हिस्से में जाता है। भूमंडलीकरण ने हमारी दुनिया की शक्ल को बुनियादी तौर पर बदलकर रख दिया है। यह कहना अत्युक्ति न होगी कि उसने मनुष्य के मूल्यों, आस्थाओं, संवेदनाओं, सम्बन्धों के इलाक़े में अब तक के इतिहास की सबसे भारी उथल-पुथल पैदा की है। मनुष्यता पर पड़नेवाले उसके प्रभाव पर केन्द्रित भले ही कुछ रचनात्मक दृष्टान्त हैं, किन्तु भूमंडलीकरण की शक्ति-संरचना का उसी की ज़मीन पर विखंडन पहली बार ‘विसर्जन’ में ही सम्भव हुआ। प्रधानमंत्री, अर्थशास्त्री, प्रशासनिक मशीनरी, गुप्तचरी आदि के ज़रिए राजू शर्मा ‘विसर्जन’ में ऐसा अद्भुत आख्यान रचते हैं कि उत्तर-पूँजीवादी दुनिया के ब्रह्मास्त्र और कवच भूमंडलीकरण का सारा भेद खुल जाता है। राजू शर्मा की रचनात्मक शक्ति इस मायने में भी आश्वस्त करती है कि वे भूमंडलीकरण के क़िले में प्रविष्ट होकर उसकी व्यूह रचना को उजागर करते हैं। ‘विसर्जन’ में मनुष्यता के सम्मुख उपस्थित संकट की गहन खोज और उसका आखेट है, पर यह सब कुछ ऐसे गहरे रचनात्मक धैर्य और सूझ-भरी निस्संगता से मुमकिन किया गया है कि ‘विसर्जन’ सत्य और गल्प, यथार्थ और कला, विचार और संवेदना, प्रतिबद्धता और निष्पक्षता जैसी विपर्यय दिखनेवाली सृजनात्मक सिद्धियों को एक साथ अर्जित करनेवाला उपन्यास बन जाता है। ‘विसर्जन’ अपने अभिनव विषय की व्यापकता एवं गहराई के कारण महत्त्वपूर्ण है, वह इसलिए भी क़ीमती है कि यहाँ सच्चाई का अनुवाद नहीं, उसका ग़ज़ब का पुनर्सृजन है। एक से एक अविस्मरणीय चरित्रों, वृत्तान्तों से सम्पन्न इस कृति में अर्थगर्भिता और व्यंजनाओं का ऐसा अभूतपूर्व वैभव है जो मौजूदा साहित्यिक परिदृश्य में दुर्लभ है। ‘विसर्जन’ न केवल राजू शर्मा की कथायात्रा की अगली मंज़िल है, वरन् उसे हिन्दी उपन्यास की उपलब्धि के रूप में भी स्वीकार किया जाएगा, ऐसी उम्मीद बाँधना उचित ही होगा। —अखिलेश
Faraway Yet Closer
- Author Name:
Amina Hazim
- Book Type:

- Description: What happens when someone drops from the skies of dreams to the muddy grounds of truth? Life has it’s own ways of teaching lessons, and when it does, one must hold onto the people they trust and brace for the impact. Alina Campbell, an extremely opulent teenager falls into her darkest nightmare when her beloved father passes away and she’s left with nothing but people ready to snatch away her wealth. The story moves onto London where Alina must find happiness in whatever she’s left with, and clench to friendship and love while battling with her inner pain and fears. Witness the world of Alina Campbell, to learn the bitter and constant truth of life – change and understand the two sides of the coin of life, that keeps flipping forever.
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...