Poorva Sandhya
Author:
Dinesh KapoorPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Contemporary-fiction0 Reviews
Price: ₹ 320
₹
400
Available
अमित बोला, ‘‘कुछ खास नहीं। अभी तक तो रजाई में ही था। अब सोच रहा था, क्या करूँ!’’
विधू ने पूछा, ‘‘कॉलेज नहीं आना?’’
अमित बोला, ‘‘मन नहीं कर रहा।’’
विधू ने पूछा, ‘‘क्यों?’’
अमित बोला, ‘‘यूँ ही।’’
विधू ने पूछा, ‘‘मन क्या कर रहा है?’’
अमित बोला, ‘‘कुछ नहीं। पता नहीं क्या करने को मन कर रहा है! लगता है, आई नीड एन आऊटिंग बैडली।’’
विधू ने कहा, ‘‘दैन व्हाई डोंट यू गो?’’
अमित बोला, ‘‘आई थिंक, आई विल...।’’ फिर सहसा बोला, ‘‘तुम्हारी क्लासिस कब तक हैं?’’
विधू ने कहा, ‘‘क्लासिस का क्या है, खत्म हो जाएँगी।’’
अमित ने जिद की, ‘‘बताओ न!’’
विधू ने कहा, ‘‘एक बजे तक।’’
अमित बोला, ‘‘अभी 11.30 बजे हैं। डेढ़ घंटा है।’’ फिर कुछ सोचकर बोला, ‘‘क्लासिज के बाद चलो चलते हैं।’’
विधू ने पूछा, ‘‘कहाँ?’’
अमित बोला, ‘‘पता नहीं। आई रियली डोंट नो। लैट अस सी। अभी तैयार होने में एक-डेढ़ घंटा लगेगा, फिर देखते हैं। लेकिन मैं कॉलेज नहीं आऊँगा।’’
इसी उपन्यास से
वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों तथा आज के परिवेश पर दृष्टि डालना पठनीय उपन्यास, जो पुरानी पीढ़ी और नई पीढ़ी के बीच एक तादात्म्य स्थापित करने की पहल करेगा। "
ISBN: 9789382901488
Pages: 176
Avg Reading Time: 6 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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