
Kahaniyan Rishton Ki : Dada-Dadi, Nana-Nani
Publisher:
Rajkamal Prakashan Samuh
Language:
Hindi
Pages:
172
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
344 mins
Book Description
दादा-दादी, नाना-नानी बच्चों के लिए एक गहरी शीतल छाँह की तरह होते हैं। ये रिश्ते केवल पीढ़ियों का संवाद नहीं, भावनात्मक मूल्यों का विस्तार हैं। इन रिश्तों की कहानियाँ ऐसे समाज में सम्भव नहीं जहाँ बूढ़ा-बूढ़ी ओल्ड एज होम में मृत्यु का इन्तज़ार करते हों; और कामकाजी पति-पत्नी के बच्चों का अधिकांश समय चाइल्ड केयर सेंटर में गुज़रता हो। आज जब एकल परिवार की भी सीमाएँ उजागर हो चुकी हैं, तब इन रिश्तों के मर्म को समझने की ज़रूरत ज़्यादा शिद्दत से महसूस हो रही है। इस संकलन की ख़ास चुनिन्दा कहानियों को पढ़ना बचपन के वैभव और अभाव दोनों को समझने का अवसर देगा।