Gandhi Katha
Author:
Pragyali DesaiPublisher:
Shivna PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Mythology0 Reviews
Price: ₹ 160
₹
200
Available
This book has no description
ISBN: 9788196089016
Pages: 120
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Jalaanjali
- Author Name:
Pankaj Parashar
- Book Type:

- Description: Book
Uttara
- Author Name:
Supreeth K N
- Book Type:

- Description: Novel based on seeking answers for fundamental question. ಉತ್ತರ’ ಸುಪ್ರೀತ್ ಕೆ.ಎನ್ ಅವರ ಕಾದಂಬರಿ. ಕನ್ನಡದ ಭರವಸೆಯ ಕಾದಂಬರಿಕಾರರಲ್ಲಿ ಒಬ್ಬರಾದ ಸುಪ್ರೀತ್ ತಮ್ಮ ಪ್ರತಿ ಕೃತಿಯನ್ನೂ ಅಧ್ಯಾತ್ಮದ ಅಡಿಪಾಯದಲ್ಲೇ ರಚಿಸಿದರೂ, ಪ್ರತಿ ಕೃತಿಯಲ್ಲೂ ಅಧ್ಯಾತ್ಮದ ಬೇರೆ ಬೇರೆ ಆಯಾಮಗಳನ್ನು ಪರಿಚಯಿಸುತ್ತಾರೆ. ಈ ‘ಉತ್ತರ’ ಕಾದಂಬರಿಯ ಮೂಲ ವಸ್ತು 'ನೋವು'. ಕಥನಾಯಕ ಸ್ಕಂದ ನೋವಿನ ಪರಿಸ್ಥಿತಿಯೊಂದರಲ್ಲಿ ಸಿಲುಕಿದಾಗ, ಮನುಷ್ಯನಿಗೆ ನೋವು ಯಾಕೆ ಕಾಡುತ್ತದೆ? ನೋವಿನ ಮೂಲವೇನು? ನಮ್ಮನ್ನು ಕಾಡುವ ನೋವಿನಿಂದ ಹೇಗೆ ಹೊರಬರಬೇಕು? ಎನ್ನುವಂತಹ ಮೂಲಭೂತ ಪ್ರಶ್ನೆಗಳನ್ನು ಕೇಳಿಕೊಂಡು ಅದಕ್ಕೆ ಉತ್ತರ ಹುಡುಕುತ್ತಾ ಆಶ್ರಮವೊಂದಕ್ಕೆ ತೆರಳಿ ಅಲ್ಲಿ ಅಧ್ಯಾತ್ಮ ಸಾಧನೆಗಳನ್ನು ಮಾಡುತ್ತಾ ತನ್ನ ನೋವಿನ ಮೂಲ ಹುಡುಕುತ್ತಾನೆ. ಉತ್ತರ ಹುಡುಕುವ ಈ ಹಾದಿಯಲ್ಲಿ ಕರ್ಮ ಸಿದ್ಧಾಂತಗಳ ಹಲವು ಮಜಲುಗಳ ಪರಿಚಯವು ಆಗುತ್ತದೆ.
Sattavara Sollu
- Author Name:
Karthik R +1
- Book Type:

- Description: “ಸ್ತುವರ ಸ್ಲಟಲುೆ”್ಇದು ಪ್ತರಕ್ತೆ ಮತುು ಕ್ತಲಗಾರರಾದ ಆಶುತಲಟೋಷ್ ಭ್ಾರದ್ಾಾಜ್ರ “ಮೃತುಾ ಕ್ಥಾ”್ಎೆಂಬ ಹಿೆಂದಿ ಕ್ೃತ್ತಯ ನಲೋರ ಕ್ನಾಡ ಅನುವಾದ. ಮಾವೋವಾದಿಗಳು ಮತುು ಭ್ಾರತ್ತೋಯ ಪ್ರಭುತಾದ ಮಧ್ಲಾ ನಡಲಯುತ್ತುರುವ ಸ್ೆಂಘಷ್ೆ ಮತುು ಇದರ ನಡುವಲ ಸಿಕ್ತಕಹಾಕ್ತಕಲಟೆಂಡಿರುವ ಆದಿವಾಸಿಗಳ ಬವರ್ಲಯ ಕ್ುರಿತು ಆಶುತಲಟೋಷ್ ಭ್ಾರದ್ಾಾಜ ಕ್ಳಲದ ಒೆಂದು ದಶಕ್ದಿೆಂದಲಟ ಬರಲಯುತಾು ಬೆಂದಿದ್ಾಾರಲ. ಹಲವಾರು ಧ್ವನಿ-ಧ್ಾಟಗಳಲ್ಲೆ ದೆಂಡಕಾರಣ್ಾದ ಸ್ೆಂಕ್ತೋಣ್ೆ ಮತುು ರಕ್ುಸಿಕ್ು ಆತಮವೃತಾುೆಂತವನುಾ ನಿರಟಪಿಸ್ಲು ಹಲಟರಡುವ ಈ ಕ್ೃತ್ತಯಲ್ಲೆ, ಒಬಬ ಪ್ತರಕ್ತೆನ ಶಿಸಿುನ ವರದಿಗಾರಿಕಲ, ಡಲೈರಿಯ ಆತ್ತೀಯತಲ, ಅೆಂಕ್ತಅೆಂಶಗಳ ವಸ್ುುನಿಷ್ಠತಲ ಮತುು ಕ್ತಲಗಾರಿಕಲಯ ಕ್ಲ್ಲ, ಇವಲಲೆವೂ ಸ್ಮಪಾಕ್ದಲ್ಲೆ ಬಲರಲತ್ತವಲ. ದ್ಲೋಶದ ಶಲರೋಷ್ಠ ಲ್ಲೋಖಕ್ರು ಮತುು ವಿಮಶೆಕ್ರ ಮೆಚ್ುುಗಲಗಲ ಪಾತರವಾಗರುವ ಈ ಕ್ೃತ್ತಗಲ ಹಲವಾರು ಪ್ರಶಸಿುಗಳು ಸ್ೆಂದಿವಲ. ಈ ಕ್ೃತ್ತ ಅನಲೋಕ್ ಭ್ಾರತ್ತೋಯ ಭ್ಾಷಲಗಳಿಗಲ ಅನುವಾದಗಲಟೆಂಡಿದ್ಲ.
Tejo Tungabhadra
- Author Name:
Vasudhendra
- Rating:
- Book Type:

- Description: 15-16 ನೆಯ ಶತಮಾಮನದ ಲಿಸ್ಬನ್, ವಿಜಯನಗರ ಮತ್ತು ಗೋವಾ ನಗರಗಳ ಸಾಮಾಜಿಕ ಮತ್ತು ರಾಜಕೀಯ ಜೀವನವನ್ನು ಆಧರಿಸಿ ಬರೆದ ಜನಸಾಮಾನ್ಯರ ಕಾದಂಬರಿ. ನಿಮ್ಮ ಹೊಸ ಕಾದಂಬರಿಯನ್ನು ಓದಿ ಮೂಕ ವಿಸ್ಮಿತನಾಗಿದ್ದೇನೆ. ಇಂತಹ ಶ್ರೇಷ್ಠ ಕೃತಿಯನ್ನು ಕನ್ನಡಿಗರಿಗೆ ಕೊಟ್ಟಿರುವ ನಿಮಗೆ ಹಾರ್ದಿಕ ಅಭಿನಂದನೆಗಳು. – ಡಾ. ಸಿ ಎನ್ ರಾಮಚಂದ್ರನ್
Bhakta Prahlad Stories Book
- Author Name:
M.I. Rajasvi
- Book Type:

- Description: पौराणिक कथाओं में विष्णुभक्त प्रह्लाद की कथा अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह कथा अन्याय, अत्याचार एवं अभिमान पर न्याय, सदाचार और स्वाभिमान की जीत की शिक्षा देती है। यह कथा उस समय की है, जब संपूर्ण सृष्टि हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु जैसे असुरों के आतंक से त्रस्त थी। चारों ओर आसुरी शक्तियों की प्रबलता थी। धर्म-कर्म और वेद-यज्ञ आदि की प्रतिष्ठा लगभग निष्प्राण हो चुकी थी। ऐसे विपरीत और गहन धार्मिक संकटकाल में भी प्रह्लाद जैसे भक्त की पावन भक्ति ने श्रीहरि को नरसिंह अवतार धारण करने हेतु प्रेरित किया। अंततः जब हिरण्यकशिपु के अत्याचारों एवं पापों का घड़ा भर गया तो भगवान् विष्णु ने नरसिंह का अवतार लेकर अत्याचारी हिरण्यकशिपु का अंत कर दिया। प्रस्तत पुस्तक 'भक्त प्रह्लाद' में विष्णुभक्त प्रह्लाद की कथा को बहुत ही सरल, सहज एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। भगवद्भक्ति, सत्य व सदाचार, निष्ठा, समर्पण, संकल्प जैसे जीवनमूल्यों का संचार करने वाली प्रेरक पुस्तक ।
Sitayan
- Author Name:
Susheel Kanti
- Book Type:

- Description: Book
Main Nastik Hoon
- Author Name:
Rajesh Sonwar
- Book Type:

- Description: Book
Deh
- Author Name:
Dr. Achala Nagar
- Book Type:

- Description: This book has no description
Vaya Gurgaon
- Author Name:
Dushyant
- Book Type:

- Description: सुमन ने कहा कि कर दी ना सीधी सट्ट जाटोंवाली बात! महेंद्र ने कहा– क्यों जची नहीं क्या, सुमन ने कहा– जाटणी हूं, जी में आ जाए तो क्या नी जचे। और ना जचे तो भगवान भी नहीं जचा सके। वैसे बात तो सयाणी करी है। सोचने दो महेंद्र सिहाग जी। वैसे, गोदारों का जवाईं बनने का सुख भी आसानी से नहीं मिलता। –इसी उपन्यास से
Pyar Mein Shaheen Bagh
- Author Name:
Rathor Bichitramani Singh
- Book Type:

- Description: ‘प्यार में शाहीन बाग’ राठौर विचित्रमणि सिंह का पहला उपन्यास है जो देश के बदलते हालात को ऐतिहासिक, राजनैतिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में देखते हुए प्रेम और घृणा, हिंसा और अहिंसा के मुद्दे को तथ्य और तर्क की कसौटी पर लेकर कसते हैं और अंत में स्वीकार करते हैं कि जानना और समझना मानवीय संबंधों को बहाल करने की कसौटी है। उपन्यास हिमांशु नामक युवक के बचपन से शुरु होता है जहां उसके अवलोकन और समझ की जगह उस पर झूठा सच थोपा जाता है। इससे नफरत की इकहरी दृष्टि लेकर वह शाहीन बाग के आंदोलन को ध्वस्त करने के इरादे से जाता है जहां विष भरे हृदय में प्यार अंकुर उगता महसूस करता है सोफिया से जो गांधी से प्रभावित है। उपन्यास का यह हिस्सा फसाद, गलत प्रचार, दुखद घटनाओं व हत्याओं से पाठक के मन पर गहरा असर डालता है और स्वयं हिमांशु के अंदर की इंसानियत उसकी हैवानियत पर भारी पड़ती है। वह इसी भावना के वेग में आकर असम आंदोलन में शिरकत करता है और कहता है कि जहां-जहां शाहीन बाग उभरेगा, वहां वहां मैं मौजूद रहूंगा। देशप्रेम, आपसी भाईचारा व सकारात्मक व नकारात्मक सोच को बिना किसी लंबी व्याया के लेखक ने समय के सूप से पछोड़ कर अलग व सराहनीय काम किया है। उपन्यास पढ़ा जाना चाहिए जिसके लिए लेखक बधाई का पात्र है।-नासिरा शर्मा
Moh : Maithili Novel
- Author Name:
Dr. Sunita Jha
- Book Type:

- Description: उपनिषदक आदेश अछि- “प्रजातन्तुं मा व्यवच्छेत्सीः” अर्थात् ओहि प्रजा-सूत्र केँ नहि तोड़ी। की थिक ई प्रजासूत्र? पिता, पितामह, प्रपितामह, पुत्र, पौत्र, प्रपौत्र आ एकर बीचक पीढ़ीपर ठाढ़ स्वयं ओ व्यक्ति- इएह सात पीढ़ी एक ईकाई थीक। ओकर बीच सम्बन्ध आ ओकर संसार प्रजातन्तु थीक, जकरा ‘मोह’ जोड़ने रहैत अछि। ई मोह जतेक मजबूत रहत, ओ प्रजा-तन्तु ओतेक निस्सन रहत। एही मोहकेँ अक्षुण्ण रखबाक आदेश देल जाइत अछि। इएह मोह एहि उपन्यासक केन्द्रीय भाव थीक आ उपन्यासक नायकक नाम सेहो। आइ उन्नतिक मोल पर परिवार टुटि रहल अछि। ग्लोबलाइजेशन एकटा सुरसा जकाँ सभटा सम्बन्ध आ मोहकेँ गीड़ि रहल अछि। एक दिस वृद्ध-वृद्धाक लेल बनल आश्रम सभ विकास कए रहल अछि तँ दोसर दिस बाबाक सारा पर लागल आमक गाछ सुखा रहल अछि। एहि ‘कंट्रास्ट’क बीच ई उपन्यास आगाँ बढ़ैत अछि आ एही ‘क्लाइमैक्स’ पर आबि एकर अंत सेहो भए जाइत अछि। बीचमे कतेको मोह अबैत अछि– अपन लोथ भाइक लेल वीणाक मोह, अपन दारूपीबा भाइक जीवन बचएबाक लेल वीणाक मोह, अपन भाउजिकेँ अतीतमे देल गेल वचनक पालन करबाक लेल विवश पंडितजीक मोह, बालाक विवाह नीक जकाँ करएबाक लेल कटिबद्ध मोहक मोह– सभटाक मोहक जालकेँ नीकसँ बिनैत, ओकर तानी-भरनी केँ सक्कत बनबैत मोह आ वीणा एहि उपन्यासक नायक-नायिका बनल अछि। प्रकाश, कनक आ आन कतेको देयाद-बाद एकरा नहिं निमाहि सकल छथि। ई उपन्यास आदर्शवादी अछि। अन्हारमे दीप जरएबाक काज करैत अछि। उपन्यासमे सभठाम आशावाद छैक, ओहि प्रजातन्तुकेँ सक्कत बनएबाक प्रयास छै। वीणा अपन पुस्तैनी डीह पर गाछ लगबैत छथि, एही आशासँ जे विदेशमे रहैत हुनक धियापुता छुट्टीमे किछुओ दिनक लेल गाम आओत आ ओही सूत्रसँ बँधाएल रहत। उपन्यासक क्लाइमैक्समे मोह जखनि ओहि प्रजातन्तुकेँ सक्कत होइत देखैत छथि तँ निश्चिन्त भए जाइत छथि आ बाबाक सारा पर सबा सए वर्ष पूर्वक लागल गाछ केँ तिलांजलि दैत छथि, किएक तँ हुनका छह टा गाछ रोपबाक सार्थकता भेटि जाइत छनि, अपन पौत्र सभक लेल, अपन भविष्यक लेल। आइ टुटैत समाज, टुटैत परिवारक बीच सभकेँ मोहक बंधनमे जोड़बाक लेल संघर्ष करैत मोहक प्रति वीणाक शब्दमे लेखिकाक उक्ति सार्थक छनि- “बड़ सोचि कए अहाँक नाम पूर्वजलोकनि रखलन्हि। गाम-घर, सर-समाज, बन्धु-बांधव, पूर्वज, संतति, गाछ-वृक्ष, पशु-पक्षी सभमे अहाँक नाम अछि।” इएह मोह उपन्यासकेँ सार्वजनिक बनबैत अछि, व्यापक बनबैत अछि आ साहित्य बनबैत अछि।
Safar Me Dhoop Bahut Thee
- Author Name:
Jyoti Thakur
- Book Type:

- Description: Book
Aarambh
- Author Name:
Janhavi Ambulge
- Rating:
- Book Type:


- Description: Masterpeice romantic marathi novel
Khairiyat Hai Huzoor
- Author Name:
Urmila Shirish
- Book Type:

- Description: Book
Nishpran Gawaah
- Author Name:
Kadambari Mehra
- Rating:
- Book Type:

- Description: Book
Hadsan Tat Ka Joda
- Author Name:
Prabodh Kumar Govil
- Book Type:

- Description: novels
Parth Tumhen Jina Hoga
- Author Name:
Jyoti Jain
- Rating:
- Book Type:

- Description: Book
Mr. Lapata (Tiwari)
- Author Name:
Devendra Pandey
- Book Type:

- Description: इश्क़ बकलोल' और 'बाली श्रृंखला' के लेखक की नई पेशकश "कल ऐसे ही गिरते पड़ते मिले थे, बस से उतरे और मुंह के बल गिरे थे, रास्ते मे भी कई दफा गिरते पड़ते रहें हैं।आज भी ठोकर ही खाते दिखाई दे रहें हैं। लगता है ठोकरों से पुराना रिश्ता है इनका, या ठोकरों का ही अपनापन ज्यादा है इनके लिए।" "शायद आपके गांव का हम शहर वालों से प्यार जताने का यह अपना तरीका है" "हां! जब तक आप इसे अपना नहीं मानेंगे तब तक कहां आपको इस प्यार दुलार का अहसास होगा? जड़ें तो यहीं से है आपकी, जब आपको यहां अपनापन दिखने लगेगा तब आपको इन ठोकरों में भी दुलार ही दिखेगा।" "ऐसे दुलार से दूरी भली।" "आप दूर ही तो हैं।" उसकी इस बात पर वह चाह कर भी मुस्कुरा नही पाया।
Pachola
- Author Name:
Pramod Namdevrao Borsare
- Book Type:

- Description: ‘पाचोळा' हा प्रमोद बोरसरे यांचा कथासंग्रह वाचताना मला ग्रेसांच्या ओळी आठवल्यारानातला झरातहानेची बोलीकात टाकलेला सर्पपाचोळ्याच्या खालीग्रेसांच्या ओळींचा श्लेषार्थ वेगळा असला तरीही रानावनातलं दुर्गम, दुर्लक्षित जिणं बाहेरच्या जगाला पाचोळ्यासारखंच वाटतं. मात्र बोरसरेंच्या ‘पाचोळ्या'खाली जो कथात्म ऐवज आहे तो अस्सल कात टाकलेल्या सापासारखा आहे. प्रत्येक कथा दंश करते. प्रत्येक कथेत रानातल्या सावलीत वाहणाऱ्या तहानलेल्या झऱ्यासारख्याच हळव्या ओल्या भावनाही आहेत. आपण आपल्या अक्षर जाणिवांच्या सोवळेपणात जाणिवेच्या पातळीवर वाळीत टाकलेलं एक जगणं जगतो ते बोरसरे विलक्षण ताकदीने मांडतात. झाडीबोलीतल्या अहेव शब्दांनी प्रमाण मराठी भाषाही या कथा समृद्ध करतीलच. त्यांच्या लेखनाला सुगीत असलेला रानातला गर्भार गंध आहे. सुशिक्षित, उच्चभ्रू, अभिजन मध्यमवर्गीयांच्या तालेवार दु:खांनाच गोंजारणाऱ्या साहित्याच्या परिघाबाहेरचे लेखन उजागर होत आता आशयाचेही बहुजनीकरण झाले आहे. बोरसरे अशा लेखकांच्या पिढीतल्या आशा पल्लवित करणारे लेखक आहेत; हे या कथा वाचल्यावर मर्मज्ञांचे मत असेल. अतिलघुकथांची ही शैली सआदत हसन मंटोची आठवण करून देणारी अन् परिणामकारकतेत त्याच्या जवळ पोहचणारी...- श्याम पेठकर Pachola - nakshalgrastanchya ashadayi jaganyacha kolaj | Pramod Borsare पाचोळा - नक्षलग्रस्तांच्या आशादायी जगण्याचा कोलाज | प्रमोद बोरसरे
A Green Warrior
- Author Name:
Amit Mahoday Arywarti
- Book Type:

- Description: 'अ ग्रीन वॉरियर' फिल्म अभिनेता तथा लेखक अमित महोदय आर्यावर्ती द्वारा लिखा गया उपन्यास है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...