Garbhavastha Aur Shishu
Publisher:
Mandrake Publications
Language:
Hindi
Pages:
200
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
400 mins
Book Description
वि गत वर्षों में प्रेग्नेन्सी और चाइल्ड केयर पर कई पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं और लिखी जा रही हैं। हम यह पुस्तक क्यों लिख रहें हैं? आप इसे क्यों पढ़ेंगे? जबकि आपके पास तो बहुत सारी पुस्तकों के विकल्प मौजूद हंै? हमने लाइब्रेरियों में और किताबों की दुकानों की अधिकांश पुस्तकें पढ़ीं और पाया कि उनमें से अधिकांश आपको चिकित्सक बनाने पर उतारू हैं। प्रेग्नेन्सी के साथ-साथ चाइल्ड केयर या बच्चों की परवरिश के लिये कोई भी सम्पूर्ण किताब ऐसी नहीं थी जो कि एक आम माँ और अभिभावक को आसानी से इस महत्वपूर्ण अवस्था के बारे में बता सके और शिक्षित कर सके। मातृत्व की सेवा एवं भावी पीढ़ी के निर्माण में हमें योगदान देना था। हम चाहते थे कि माँ एवं शिशु स्वस्थ रहें, जिसमें हमारा भी योगदान हो तथा इससे हमारा ईश्वर ख़ुश हो जाए। यह पुस्तक माँओं के लिये मददगार बनेगी तथा गर्भावस्था के दौरान उनकी एक सहायिका के रूप में काम करेगी, उनका मार्गदर्शन करेगी। शिशु के जन्म के पश्चात् यह शिशु की परवरिश करने में भी सहायक होगी। यह पुस्तक इस शैली में लिखी गई है कि इसमें गर्भस्थ शिशु के विकास के अनुसार अध्यायों को क्रमवार किया गया है। यदि आप इसे निश्चित समय पर पढ़ेंगे तो आपके शिशु का विकास होता जायेगा और आपकी पुस्तक पूर्ण होती जायेगी। हमने इस पुस्तक को ऐसे लिखा है कि इस पर समय का कोई प्रभाव न पड़े। अतः आप इसे पढ़कर कुछ वर्षों के पश्चात् भी अपने किसी प्रियजन को उपहार में दे सकती हैं। यह हमेशा इतनी ही उपयोगी रहेगी। आप माँ बनने जा रही हैं या बन चुकी हैं, हमारी ओर से बहुत-बहुत बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ। आशा है यह पुस्तक आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। शुभेच्छु डाॅ. अबरार मुल्तानी डाॅ. नाज़िया ख़ान