5 Pills For Depression & Stress
Publisher:
Mandrake Publications
Language:
English
Pages:
106
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
212 mins
Book Description
निराशा के समन्दर में गोते लगाते लोग अक्सर यह भूल जाते हैं कि ईश्वर ने हमें एक अद्वितीय मस्तिष्क दिया है, जो हमें कुछ भी प्राप्त करवा सकता है। हाँ, कुछ भी, जो भी हम पाना चाहें। अपनी क्षमताओं को शून्य मानकर स्वयं पर आई हुई मुसीबतों के बारे में सोच-सोचकर उनके सामने घुटने टेक देने को ही अवसाद कहते हैं और आजकल हम मनुष्यों में यह घुटने टेकने की प्रवृत्ति ही बढ़ती जा रही है। हम परेशान हैं, हम चिन्तित हैं, हम तनाव में हैं, हम अवसाद में हैं, हम चिड़चिड़े हो गए हैं, हम क्रोधित छवि बना चुके हैं...क्यों? क्योंकि हम ख़ुद से कभी नहीें पूछते कि 'आख़िर क्यों हम इन सब समस्याओं में उलझ गए?' यह किताब इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए लिखी गई है। तनाव और डिप्रेशन से यह किताब बिना किसी पिल्स (गोलियों) के ही मुक्ति दिलवाने में सक्षम है। यह कपोल कल्पना नहीं वरन् एक अत्यन्त व्यावहारिक पुस्तक है जो कि लेखक द्वारा हज़ारों रोगियों को दिए गए सफल क्लीनिकल परामर्शों से प्राप्त अनुभव पर आधारित है।.