Mat Rehna School Ke Bharose
Publisher:
Mandrake Publications
Language:
Hindi
Pages:
102
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
204 mins
Book Description
अमीर या लीडर अपने बच्चों को अलग नज़रिये से शिक्षा देते हैं और आम व्यक्ति सबकुछ स्कूलों पर ही छोड़ देते हैं। वे खुश होते हैं जब उनका बच्चा अपनी यूनिफॉर्म साफ रखता है, समय पर स्कूल जाता है और आते ही अपना होमवर्क करने लगता है और हमेशा अपने शिक्षकों को खुश रखता है। रूकिये, ज़रा गौर कीजिये क्या यही गुण एक अच्छे कर्मचारी के भी नहीं हैं? हाँ, एक अच्छे कर्मचारी को अनुशासित, वक़्त का पाबंद और अपने बॉस को खुश रखने वाला होना चाहिए। लीडर या महानता इन सब नियमों को कभी न कभी अवश्य तोड़ेगी। माफ कीजिये मैं उद्दण्डता का हिमायती नहीं हूँ लेकिन थोड़ा बागी और लीक से हटकर चलना ही लीडरशीप का एक प्रमुख गुण है। तो हमारे स्कूलों का सबसे बड़ा दोष यह है कि यह हमारे बच्चों को भविष्य के कर्मचारी बनाने पर आमादा है।