Na Teen Mein, Na Teraha Mein, Mradang Bajaye Dere Mein
Publisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
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एक साधारण व्यक्ति के जीवन से उभरा यह वृत्तांत अपरोक्ष रूप से हमें आईना ही नहीं दिखाता, अपितु जीवन में हमारी विभिन्न गतिविधियों की सार्थकता की ओर हमें सोचने को मजबूर करता है
बाहर क्या है घट में देख।
हर पथ का है पथिक एक॥
‘घट’ में भी हम क्या लख पाएँगे; यह भी निर्भर करता है कि हम किस घाट पर हैं। नीचे के घाट पर शून्य होंगे तो ही ऊपर के घाट में समाएँगे। शून्य मृत्यु से आध्यात्मिक लखाव का यह सातत्य बोध इस पुस्तक के पात्र ने किस प्रकार प्राप्त किया, कदाचित् आप पढ़ना चाहें।
ISBN: 9789390101887
Pages: 152
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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