Prem : Khoj, Pahal Aur Paribhasha
Author:
Sanjiv ShahPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Self-help0 Reviews
Price: ₹ 120
₹
150
Available
जो व्यक्ति स्वयं को प्रेम करता है, वह एकान्त से दूर भागने के लिए बावरा नहीं बन जाता और इसीलिए वह अकेलेपन से पीड़ित भी नहीं होता। वह हमेशा अपने समय का उपयोग सार्थक, सर्जनात्मक उद्देश्यों के लिए करता है—उसे जहाँ-तहाँ समय बिताने की जरूरत नहीं रहती। वह व्यक्ति स्वयं अपना इतना अच्छा मित्र होता है कि उसे दूसरे मित्रों की जरूरत नहीं होती। इसीलिए स्वाभाविक रूप से कुसंगत करने की जगह वह खुद के साथ रहना पसन्द करता है।
ISBN: 9789395737968
Pages: 128
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Atmadeep Banen
- Author Name:
Manoj Srivastava
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ghar baithe Paisa Kamayen
- Author Name:
Shikha Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Mat Rehna School Ke Bharose
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
- Book Type:

- Description: अमीर या लीडर अपने बच्चों को अलग नज़रिये से शिक्षा देते हैं और आम व्यक्ति सबकुछ स्कूलों पर ही छोड़ देते हैं। वे खुश होते हैं जब उनका बच्चा अपनी यूनिफॉर्म साफ रखता है, समय पर स्कूल जाता है और आते ही अपना होमवर्क करने लगता है और हमेशा अपने शिक्षकों को खुश रखता है। रूकिये, ज़रा गौर कीजिये क्या यही गुण एक अच्छे कर्मचारी के भी नहीं हैं? हाँ, एक अच्छे कर्मचारी को अनुशासित, वक़्त का पाबंद और अपने बॉस को खुश रखने वाला होना चाहिए। लीडर या महानता इन सब नियमों को कभी न कभी अवश्य तोड़ेगी। माफ कीजिये मैं उद्दण्डता का हिमायती नहीं हूँ लेकिन थोड़ा बागी और लीक से हटकर चलना ही लीडरशीप का एक प्रमुख गुण है। तो हमारे स्कूलों का सबसे बड़ा दोष यह है कि यह हमारे बच्चों को भविष्य के कर्मचारी बनाने पर आमादा है।
Jeetne Ki Zid : Law Of Attraction Se Kamyabi Payen
- Author Name:
Jack Canfield
- Book Type:

- Description: ‘द सीक्रेट’ की जबरदस्त सफलता के बाद यह पुस्तक आपको आसान शब्दों में बताती है कि कैसे आप आकर्षण के नियम का उपयोग कर अपना मनचाहा जीवन बना सकते हैं। यह पुस्तक न केवल यह बताती है कि आपको क्या मालूम होना चाहिए, बल्कि यह भी कि अपने जीवन में आप जो चाहते हैं, उसे आकर्षित करने के लिए आपको क्या करना होगा। विचार उत्पन्न करनेवाली यह पुस्तक आपको अपने सपनों, लक्ष्यों और इच्छाओं को स्पष्ट करने की दिशा में एकएक कदम आगे बढ़ाएगी। इस दौरान आपमें अपने बारे में एक अच्छी समझ पैदा होगी, जिसमें आप जानेंगे कि आप कौन हैं और आपने किस मकसद से जन्म लिया है। आपकी यात्रा अभी और यहीं से शुरू होती है। आप अपना जीवन बदल सकते हैं, अपनी जानकारी बढ़ा सकते हैं और एक कमाल के भविष्य की ओर जाने की क्षमता बढ़ा सकते हैं, जो प्यार, खुशी और प्रचुरता से भरा है।
Go! Navigate Your Way to Success
- Author Name:
George Harrison Phelps +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Saral Nibandh
- Author Name:
Shyam Chandra Kapoor
- Book Type:

- Description: निबंध लिखते हुए संकोच, भय और लज्जा त्याग देनी चाहिए। झिझकने तथा डरने से निबंध अच्छा नहीं बन पड़ता। निबंध-लेखक से यह आशा कोई नहीं करता कि वह जिस विषय पर निबंध लिख रहा है, उसके विषय में वह संपूर्ण तथ्यों को जानता ही हो। उससे तो केवल इतनी ही अपेक्षा की जाती है कि वह प्रस्तुत विषय के बारे में जो कुछ भी जानता है, उसे बिना छिपाये, संक्षेप में और सरलता से प्रकट कर दे। निबंध तो वास्तव में शुद्ध हृदय की विचार-तरंग ही है।
Safal Manager Kaise Banen
- Author Name:
Promod Batra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dheeraj ka Jadu
- Author Name:
Sirshree Tejparkhi
- Book Type:

- Description: "धीरज के जादू से जुबान, कान, आँख, नाक और हाथ सब असली खुशी पाने का साधन बन जाते हैं। बिना धीरज यही इंद्रियाँ रोग और विकार का कारण बन जाती हैं। जैसे... जुबान - धीरज = साँप का जहर, गाली, बद्दुआ। जुबान + धीरज = विकास की सीढ़ी, रिश्तों में मिठास कान - धीरज = युद्ध का मैदान, शोर कान + धीरज = सत्य श्रवण का द्वार आँख - धीरज = माया का विज्ञापन आँख + धीरज = करुणा की लहरों का महासागर नाक - धीरज = डर, यम का बैल, कम साँसें नाक + धीरज = प्राणायाम, लंबा स्वस्थ जीवन हाथ - धीरज = पाप कर्म हाथ + धीरज = महानिर्वाण निर्माण का साधन धीरज में ताकत है, धीरज में जादू है। धीरज निरंतर प्रयास है, प्रहार है, जो हर मुसीबत से आपको निकाल सकता है। हर कार्य के साथ यदि धीरज जुड़ जाए तो जीवन सीधा, सहज, सरल बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप धीरज पाने के लिए धीरज के साथ प्रयत्नशील रहें। कुछ नहीं करना, केवल इंतजार करना धीरज नहीं है। तो सवाल आ सकता है कि यह कैसे करें? जवाब बिल्कुल आसान है। इसके लिए आपको केवल यह पुस्तक पढ़कर इसमें दिए गए मार्गदर्शन को अपने दैनिक जीवन में उतारना है। www.watchwaitandwonder.com यानी थोड़ा देखें, थोड़ा इंतजार करें, मगर आश्चर्य के साथ!"
Swami Vivekananda Ke Success Siddhant
- Author Name:
Kunwar Kanak Singh Rao
- Book Type:

- Description: स्वामी विवेकानंद के सक्सेस सिद्धांत -- * हम जो बोते हैं, वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं। हवा बह रही है, वे जहाज, जिनके पाल खुले हैं, इससे टकराते हैं और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं, पर जिनके पाल बँधे हैं, हवा को नहीं पकड़ पाते। क्या यह हवा की गलती है ? * हमारा कर्तव्य है कि हम हर किसी को उसका उच्चतम आदर्श जीवन जीने के संघर्ष में प्रोत्साहित करें और साथ-ही-साथ उस आदर्श को सत्य के जितना निकट हो सके, लाने का प्रयास करें। * जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान् पर विश्वास नहीं कर सकते। भला हम भगवान् को खोजने कहाँ जा सकते हैं, अगर उसे अपने हृदय और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते। ब्रह्मांड की सारी शक्तियाँ पहले से हमारी हैं | वो हमीं हैं, जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है। * जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है, तब वह वास्तविक, भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सबकुछ भूल जाओ। स्वामी विवेकानंद अप्रतिम मेधा के धनी थे, जिन्होंने अल्पायु में ही मानव समाज को अपने ज्ञानकोष से समृद्ध किया। इस मंजूषा में प्रस्तुत हैं कुछ विचार-रत्न जो आपके सफल और सुखी भविष्य का पथ प्रशस्त करेंगे।
Antharveekshane
- Author Name:
Poornima Hegade
- Book Type:

- Description: Antarveekshane (Geetha Kathayaana)
Har Patha Vijay Patha
- Author Name:
Judith Williamson +1
- Book Type:

- Description: किसी भी स्वप्न को साकार करने के लिए मनुष्य को यह विश्वास करना पड़ेगा कि असंभव को पार किया जा सकता है। श्रद्धा उपलब्धि की पहली आवश्यकता है और उस श्रद्धा को अटल बनाए रखना दूसरी आवश्यकता। जब आप श्रद्धा से आगे बढ़ते हैं तो आप भविष्य में कदम रख देते हैं। यह सिद्धांत अत्यंत प्रभावकारी है, यदि मनुष्य उद्देश्य व योजना से अपने कार्य में आगे बढ़े। यदि हमारा भरोसा उत्तम आकार लेगा तो कार्य का निष्पादन निस्संदेह अच्छा ही होगा। ऐसा करने पर हमारे द्वारा कल्पित स्वप्न की ओर बढ़ना निश्चित है। विश्वास वह अक्सीर है, जो हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप ही कार्य करती है। वह ऐसी सुगंध है, जो विश्वास रूपी बोतल खोलने पर चारों तरफ फैलकर वातावरण को सुगंधित कर देती है और हमारे प्रयासों के नतीजों से स्वप्न साकार कर देती है। जीवन में विजय पथ पर अग्रसर होने के लिए आवश्यक और व्यावहारिक गुरुमंत्र बताती पठनीय एवं रोचक पुस्तक।
Aakhir Aatmahatya Kyon?
- Author Name:
H.L. Maheshwari
- Book Type:

-
Description:
दुनिया भर में होने वाली आत्महत्याओं में से 14 प्रतिशत अकेले भारत में होती हैं। इसकी प्रमुख वजहें हैं—तनाव, दुश्चिन्ता और अवसाद। ये स्थितियाँ मानसिक दबाव की ओर धकेलती हैं। बार-बार मानसिक दबाव झेलने वाला व्यक्ति परिवार और रिश्तेदारों से कटने लगता है। उसे ज़िन्दगी बेकार लगने लगती है और आत्महत्या कर लेना उसे इन तमाम झंझटों से छुटकारा पाने का एकमात्र रास्ता नज़र आने लगता है।
आँकड़ों के अनुसार भारत में वर्ष 2022 में आत्महत्या के 1,79,044 मामले सामने आए। वर्ष 2021 में यह आँकड़ा 1,64,033 था। जाहिर है, यह लगातार गम्भीर होती जा रही समस्या है। तेजी से बदल रहे सामाजिक-आर्थिक माहौल में बच्चों और युवाओं से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक, आए दिन प्रतिकूल परिस्थितियों से रूबरू हो रहे हैं। ऐसे में यह किताब उन्हें वैज्ञानिक और व्यावहारिक ढंग से अवांछित परिस्थितियों और नकारात्मक मनोभावों से उबरने और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर रचनात्मक बनाने में कारगर होगी।
101 Micro Habits
- Author Name:
Vishwas Raj
- Book Type:

- Description: ‘101 माइक्रो Habits’ का सार यह है कि हम आदतों में छोटे-छोटे परिवर्तनों (जैसे फल खाने या किसी प्रियजन को संदेश भेजने) की एक शृंखला बनाएँ और उस पर प्रतिदिन अमल करने का अभ्यास बनाएँ। इस पुस्तक में ऐसी 101 छोटी-छोटी आदतें बताई गई हैं, जो आपके जीवन में त्वरित एवं तात्कालिक सुधार ला सकती हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि एक जाँच-सूची द्वारा प्रबंधित सरल दिनचर्या कैसे बनाई जाए, जिसे हम दैनंदिन आधार पर दोहरा सकें? इससे भी अधिक अच्छी बात यह है कि हम इसमें कुछ ऐसे उपाय पाएँगे, जो हमें प्रेरित व एकाग्र बनाए रखेंगे। यहाँ तक कि यदि हम तनावग्रस्त होंगे, तब भी इन कार्यों को अनवरत करने हेतु ऊर्जा एवं समय निकाल लेंगे। अपनी आदतों में छोटे-छोटे परिवर्तन करके दिनचर्या और जीवनशैली में गुणात्मक सुधार लाने की क्षमता रखनेवाली यह पुस्तक आपके व्यक्तित्व को निखारकर सफल जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
Sudha Vani-Sudhi Vani
- Author Name:
Ranga Hari
- Book Type:

- Description: समाज में सुसंस्कार, नैतिकता व उच्च जीवन-मूल्यों की स्थापनार्थ सुभाषित अत्यंत प्रभावी साधन हैं। सुभाषितों का उपयोग वेद काल से होता आया है। वेदों में प्रचुर संख्या में सुभाषित संकलित हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं पर संस्कारों के संवहन हेतु दैनंदिन सुभाषितों का उपयोग किया जाता है। देश-प्रेम, समाज-हित, धर्म अर्थात् कर्तव्यपरायणता और राष्ट्र के लिए सर्वस्व समर्पण की प्रेरणा देनेवाले संस्कृत सुभाषित, महापुरुषों के अमृत वचन एवं प्रेरणादायी गीत संघ के नियमित बौद्धिक कार्यक्रमों के प्राण हैं। ऐसे ही अनगिनत सुभाषितों की निधि में से समाज में सामयिक व सतत सुसंस्कार निर्माण करनेवाले कुछ उपयोगी सुभाषितों व उनकी समाजोपयोगी सरल व्याख्या माननीय रंगाहरिजी ने इस पुस्तक में प्रस्तुत की है। यह संकलन संस्कारों के ज्ञान-यज्ञ की अग्निशिखा के प्रज्वलन की प्रारंभिक आहुति है। सत्यनिष्ठा, राष्ट्रभक्ति, परिवार-निष्ठा, वृद्ध व असहाय जनों के प्रति कर्तव्य, प्रेरणा, तथा प्रकृति, सृष्टि व समष्टि से एकात्मता के प्रेरक, उच्च आदर्शों, नैतिकता एवं उच्च जीवन-मूल्यों के संवाहक ये सुभाषित, हमारे इतिहास, संस्कृति, प्राचीन वाङ्मय तथा महापुरुषों के प्रति निष्ठा का संवर्धन करेंगे।
Vriddhvastha Mein Sukhi Jeevan
- Author Name:
Satendra Nath Ray
- Book Type:

- Description: "बीमारी केवल शारीरिक ही नहीं हुआ करती, अगर व्यक्ति मानसिक बीमारियों जैसे-काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से ग्रस्त हैं तो भी वह बीमार ही माना जाएगा। अत: पूर्ण स्वस्थ व्यक्ति वह है, जो शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से स्वस्थ है। बीमारियों का कारण हम स्वयं बनते हैं। शारीरिकबीमारियों केनिवारण केलिए 'प्रात: भ्रमण' तथा 'योग' को दिनचर्या में अपनाना जरूरी है। इससे बिना दवा खाए भी व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। प्रस्तुत पुस्तक में विद्वान् लेखक ने यह बताया है कि स्वस्थ रहने के लिए प्रात: भ्रमण कैसे करना चाहिए भोजन तथा आहार कैसा होना चाहिए तथा कब करना चाहिए दांपत्य जीवन को कैसे सफल बनाया जा सकता है, वृद्धावस्था की समस्याएँ एवं उनका समाधान, सुख क्या है और कहाँ?, जल ही जीवन है आदि। स्वस्थ रहने के लिए सबसे अहम बात यह है कि हम उन चीजों के सेवन से परहेज करें, जिनकी हमें जरूरत नहीं है, जो हानिकारक हैं। पान, पान मसाला, खैनी, शराब, मांसाहार के बिना भी हम अधिक स्वस्थ बने रह सकते हैं, अत: इनका सेवन करकेबीमार क्यों पड़े? यह हमेशा ध्यान रखें कि स्वस्थ रहना प्राकृतिक है, अस्वस्थ रहना अप्राकृतिक। आज हर कोई-क्या गरीब, क्या अमीर-अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। ऐसे में इस पुस्तक की उपयोगिता और बढ़ जाती है। आशा है, सुधी पाठक पुस्तक में दिए सुझावों को अपने जीवन में अपनाकर पूर्ण स्वस्थ तथा निरोग रह सकते हैं। "
Ek Ias Aspirant Ki Romanchak Success Story
- Author Name:
Piyush Rohankar
- Book Type:

- Description: आलोक शिर्के ने जब परीक्षाओं में सबसे बड़ी परीक्षा यू.पी.एस.सी. सिविल सर्विसेज की तैयारी करने का फैसला किया तो उन्हें क्या पता था कि यह सफर किताबों और क्लास करने से कहीं ज्यादा साबित होगा। घर की आरामदेह चारदीवारी से निकलकर वह ओल्ड राजेंद्र नगर की भीड़ भरी गलियों तक आए। संयोगवश सारा से हुई एक मुलाकात ऐसी थी, मानो किस्मत ने उनकी सारी मेहनत की भरपाई कर दी। उन लोगों से उनकी मुलाकात हुई जो जीवनभर के लिए साथी बन गए। प्यार, पछतावा, दोस्ती और सपनों के चकनाचूर होने की उनकी कहानियाँ शिर्के को जम्मू से टर्की तक, वेश्यालयों से अस्पतालों तक और गंदे-अँधेरे कमरों से यू.पी.एस.सी. के भव्य सभागारों तक ले जाती हैं। जिंदगी फिर से पटरी पर लौटती दिख रही थी कि तभी उनका सामना एक ऐसे सच से होता है जिसमें उन्हें और उनकी पूरी जिंदगी को बदलने की क्षमता है। क्या आलोक परीक्षा को पास कर लेंगे, या वह भी उन तमाम फौरन भुला दिए जाने वाले उम्मीदवारों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएँगे? क्या एक विचित्र खुलासे के बाद वह अपने जीवन को एक सुखद पलायन (ए प्लीजेंट एस्केप) के रूप में देखने लगेंगे?
Classroom Ki Atmakatha
- Author Name:
Rajnish Kumar +2
- Book Type:

- Description: क्या कोई कार कभी सीखने के इकोसिस्टम का हिस्सा बन सकती है ? क्या आठ साल के बच्चे शोध कर सकते हैं ? यह पुस्तक सीखने के नए व अपारंपरिक तरीकों तथा जिज्ञासा के महत्त्व को रेखांकित करती है। इसकी नायिका क्यूबी सर्वोत्कृष्ट बच्चे का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि काल्पनिक क्लासरूम, फ्रंटल आदर्श कहानीकार है। क्यूबी का हमेशा जिज्ञासु रहने वाला स्वभाव और उसके फलस्वरूप तरह-तरह के और ढेर सारे सवाल इसे दिलचस्प बनाते हैं। कहानीकार का विश्लेषणात्मक और व्यंग्यात्मक अंदाज, जो कभी हास्य से तो कभी कटाक्ष से भरा होता है, एक कुशल बागवान की तरह ज्ञान के बीज बोने और उन्हें सींचने जैसा प्रतीत होता है। ऐसा लगता है, मानो जिज्ञासा के पौधे को सींचा जा रहा हो। यह कहानी आपको ऊर्जावान बच्चों से भरी एक सजग रहने वाली कक्षा की चारदीवारी के भीतर उतार-चढ़ाव और मौज-मस्ती के साथ हँसी-मजाक के माहौल में ले जाती है। वह भी एक ऐसे स्कूल में, जिसका नेतृत्व एक हेड टीचर के हाथों में है, जिनमें हमेशा कुछ नया करने का विश्वास है। कया जिज्ञासा को बढ़ावा देने से रचनात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है ? क्या हम किसी भी उम्र में सीखने की क्षमता रखते हैं ? फ्रंटल आपको शिक्षण और सीखने की एक असामान्य, लेकिन आनंदमय यात्रा पर ले जाने की प्रतीक्षा कर रहा है।"
Sakaratmak Soch
- Author Name:
C. S. Mishra
- Book Type:

-
Description:
इस पुस्तक के मूल स्वरूप में ‘आत्मवत् सर्वभूतेषु’ की संजीवनी से जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हेतु परस्परता की कड़ी को ‘प्रबन्धन’ की चाबी से जोड़ने का अभूतपूर्व सोपान तैयार किया गया है।
आप पर सदैव के लिए, आपके अतीत का बोझ नहीं लादा जा सकता है। आपको यह विकल्प उपलब्ध है कि आप नकारात्मकता को पीछे छोड़ दें और सकारात्मकता को अपने साथ लेकर आगे चलें और यह अच्छा ही है कि कड़वी स्मृतियों को पीछे छोड़ दिया जाए। बोझ का नकारात्मक आकार असुरक्षा, निम्न आत्मसम्मान, भय, क्रोध, संशय आदि है। कभी-कभी वे आपके अवचेतन मन में इतने गहरे दबे हुए होते हैं कि उन्हें समूल उखाड़ फेंकना बड़ा कठिन होता है। यदि आप नकारात्मक दृष्टिकोण का बोझ उठाए चलते हैं, तो आपके ऐसा सोचने की प्रबल सम्भावना है कि अतीत में जो कुछ आपके साथ हुआ है, भविष्य में भी वैसा ही होगा। आज के चुनौती-भरे संसार में यह महत्त्वपूर्ण है कि आप में उत्साह हो और इससे भी ऊपर अपने जीवन के सभी पहलुओं के विषय में आपमें सकारात्मक चिन्तन हो। विचार-प्रबन्धन, अपने नकारात्मक चिन्तन को सकारात्मक चिन्तन में बदल देने के अलावा और कुछ नहीं है। यदि आपने नकारात्मक भावों और विचारों पर विजय पाने के लिए स्वयं को तैयार करने का निर्णय कर लिया है, तो इसके लिए समझो, आपने एक सही पुस्तक का चयन कर लिया है।
यह पुस्तक आपको अपने विचारों को नकारात्मक से हटकर सकारात्मक विचारों में परिवर्तित करने और उनका अच्छा प्रबन्धन करने के अनेक तरीक़े एवं भरपूर साधन प्रदान करती है।
Chhoti Soch Ko Karein Bye-Bye
- Author Name:
Sirshree
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Art of War: युद्ध की कला (Hindi Translation of The Art of War)
- Author Name:
Sun Tzu
- Book Type:

- Description: यह पुस्तक 'आर्ट ऑफ वॉर' एक प्राचीन चीनी युद्ध ग्रंथ है। इसका श्रेय प्राचीन चीन के युद्ध और सैन्य रणनीतिकार सुन जू को दिया जाता है। यह पुस्तक तेरह से अधिक अध्यायों में लिखी गई है, जिनमें से प्रत्येक में किसी एक रणनीति या युद्ध की चाल का स्पष्ट विवरण है । इसलिए इस पुस्तक को युद्ध कला और उसकी रणनीति पर सबसे महान् कार्यों में से एक के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इस संग्रह की रचना पूर्ण होने पर, 1080 में सॉन्ग के सम्राट शेनजोंग ने इसे चीन की सात प्रसिद्ध सैन्य रचनाओं के शीर्ष पर रखा था। उसके बाद से ही इसे रणनीति के विषय पर लिखी पूर्वी एशिया की सबसे प्रभावशाली रचना माना णया है। इसका प्रभाव पूर्वी और पश्चिमी सैन्य सोच, व्यापारिक रणनीति, कानूनी रणनीति और उसके अतिरिक्त भी देखा गया है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...