51 Vigyan Prayog
Author:
Shyam Sunder SharmaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Self-help0 Reviews
Price: ₹ 320
₹
400
Available
"प्रयोग हमेशा बड़े ही नहीं होते और न ही हमेशा वे सुसज्जित प्रयोगशालाओं में, जिनमें सब प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं, किए जाते हैं। अनेक प्रयोग घरों में भी आसानी से, उपलब्ध सामानों से, किए जा सकते हैं। हम इस पुस्तक में कुछ ऐसे प्रयोग बता रहे हैं, जिन्हें तुम अपने घरों में भी, आसानी से उपलब्ध चीजों की सहायता से, कर सकते हो।
प्रयोगों के बाद उनमें निहित सिद्धांतों को समझाने का भी प्रयत्न किया गया है। आशा है, तुम रुचि लेकर ये प्रयोग करोगे और उनसे कुछ सीखोगे। हो सकता है कि तुममें से कुछ बच्चों को इन प्रयोगों से वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा मिल जाय। यदि ऐसा हो जाए तो हम सबको बहुत खुशी होगी।
"
ISBN: 9789382898856
Pages: 140
Avg Reading Time: 5 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
The Power Of Your Subconscious Mind
- Author Name:
Dr. Joseph Murphy
- Book Type:

- Description: ‘द पावर ऑफ योर सब्कॉन्शस माइंड’ अब तक की एक सर्वाधिक लोकप्रिय प्रेरणादायी पुस्तक है, जो यह दिखाती है कि आप अपने विचारों की पद्धति को बदल लें तो अपने जीवन में किस प्रकार के आश्चर्यजनक सुधार कर सकते हैं। व्यावहारिक, समझने में सरल तकनीकों और वास्तविक जगत् के मामलों का उपयोग करते हुए डॉ. जोसेफ मर्फी जीवन के सभी पहलुओं—पैसा, संबंध, नौकरी, खुशी पर अवचेतन मन के व्यापक प्रभावों से परदा उठाते हैं और बताते हैं कि आप अपने लक्ष्यों और सपनों को पूरा करने के लिए इसे कैसे लागू कर सकते हैं तथा इसकी शक्ति को सही दिशा दे सकते हैं। इस पुस्तक के माध्यम से डॉ. मर्फी पाठकों को इस प्रकार के साधन उपलब्ध कराते हैं, जिनसे वे अपने अवचेतन मन की अद्भुत शक्तियों को उन्मुक्त कर सकते हैं। कोई भी इसे अपनाकर अपने संबंधों, वित्तीय स्थिति और तंदुरुस्ती में सुधार ला सकता है। यदि व्यक्ति एक बार इस अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली बल का उपयोग करना सीख जाए, तो ऐसा कुछ भी नहीं, जिसे वह प्राप्त नहीं कर सकता।
Aao Dhanvan Banen
- Author Name:
Radha Raman Mishra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Satya-Vrat Katha
- Author Name:
Pt. Vijay Shankar Mehta
- Book Type:

-
Description:
यह प्रबन्धन का युग है। हर क्षेत्र में हर बात में प्रबन्धन है। जीवन में सफलता अर्जित करने के जितने सूत्र हैं, उनमें से एक प्रमुख है सत्य और सत्य का भी अपना प्रबन्धन होता है। वैसे तो ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ बहुत प्राचीन है लेकिन इसमें प्रबन्धन के जो सूत्र आए हैं, वे बिलकुल नवीन हैं, आज के लिए उपयोगी हैं और हर क्षेत्र में सफलता को सुनिश्चित करते हैं। इस कथा में पाँच अध्याय हैं और प्रत्येक में प्रबन्धन के गूढ़ सूत्र हैं। पहले अध्याय में सेवा प्रबन्धन, दूसरे में सम्पत्ति प्रबन्धन, तीसरे में सन्तान प्रबन्धन, चौथे में संघर्ष प्रबन्धन और पाँचवें में संस्कार प्रबन्धन को देखा जा सकता है।
हम देख रहे हैं कि वर्षों से अनेक परिवारों में, कई स्थानों पर ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ हो रही है। हमने ही इसको एक पारम्परिक, पारिवारिक और सामान्य-सा धार्मिक आयोजन बना दिया है। या तो हम स्वयं कथा करते हैं या किसी विद्वान् से करवाते हैं। पंडित जी आते हैं, संस्कृत या हिन्दी में कथा करते हैं। घर की महिलाएँ रसोईघर में प्रसाद बनाने में व्यस्त रहती हैं। बच्चे इस दिन जितना हो सके उपद्रव कर लेते हैं। यजमान या तो फ़ोन सुनेंगे या कौन आया, कौन नहीं आया यह सब देखने में ही उनका समय बीत जाता है। कथा आरम्भ होती है, कथा समाप्त हो जाती है। हमने इसको एकत्र साधारण-सा आयोजन बना दिया है। यह कथा ऐसी सामान्य कथा नहीं है। इस कथा के पीछे भाव यह है कि जीवन में ‘सत्य’ उतरे। इस कथा में दो प्रमुख विषय हैं। एक है संकल्प की विस्मृति और दूसरा है प्रसाद का अपमान। संकल्प की विस्मृति और प्रसाद का अपमान ये दो थीम हैं, जिनके आसपास यह कथा चलती है। संकल्प, जीवन में सत्य उतारने का। इसका प्रसाद क्या है? क्या पंजीरी या शुद्ध घी में बना हुआ हलवा...? वास्तव में ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ का प्रसाद है ‘सत्य’।
तो जीवन में जो भी सत्य को विस्मृत करेगा, जब-जब भी उसको भूल जाएगा, तब-तब परेशानी में पड़ेगा। जीवन में जब-जब भी हम सत्य के प्रसाद का अपमान करेंगे यानी सत्य का अपमान करेंगे, तब-तब हम अपने-आप को संकट में पाएँगे। इस कथा में जो प्रसंग आए हैं यदि उनके भाव को ठीक से समझा जाए तो स्पष्ट सन्देश निकलकर आता है कि यह सत्य के अन्वेषण की कथा है। इसमें विशेषता है कि सत्य के साथ नारायण जोड़े गए हैं। सत्य को नारायण का भगवान् का टेका, सहारा, आधार और बल दिया गया है।
Ahankar ko Karen Bye-Bye
- Author Name:
Rajesh Aggarwal
- Book Type:

- Description: "अहंकार रूपी शत्रु का विरोध सभी करेंगे, लेकिन जहाँ अपने भीतर छिपे बैठे अहंकार रूपी शत्रु को मारने की बात आएगी, सब बगलें झाँकने लगेंगे। क्योंकि किसी-न-किसी रूप में अहंकार रूपी शत्रु हम सभी के अंदर छिपा होता है और जब-तब मौका देखकर सिर उठा लिया करता है। इसका पूरी तरह दमन करना असंभव तो नहीं, लेकिन कठिन जरूर है। अहंकार का निषेध करना जरा भी कठिन नहीं है। बस सकारात्मक जीवनशैली अपनाकर हम अपने अहंकार पर पूरी तरह काबू पा सकते हैं। हमारे धर्म-शास्त्रों में अहंकार और उससे उपजने वाले कष्ट-क्लेशों को अनेक कथा-कहानियों, वृत्तांतों, संस्मरणों के माध्यम से दिग्दर्शित किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक में अहंकार से उपजनेवाली कुंठा, दुष्प्रभाव व अन्य बुराइयों का वर्णन और उनके निवारण के उपाय सुझाए गए हैं। अनेक पौराणिक कथाओं द्वारा भी अहंकार के निषेध के बारे में बताया गया है। अहंकार की विश्रांति हेतु यह एक उपयोगी पुस्तक है।"
Har Din 24 Ghante Kaise Jiyen
- Author Name:
Arnold Bennett
- Book Type:

- Description: समय की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसे आप एडवांस में बरबाद नहीं करते। अगला वर्ष, अगला दिन, अगला घंटा आपके उपयोग के लिए तत्पर है--संपूर्णता में बिना किसी रुकावट के। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप जीवन में एक क्षण भी व्यर्थ न करें। आप चाहें तो हर क्षण, हर घंटे एक नए अध्याय का सूत्रपात कर सकते हैं। एक घंटे, डेढ़ घंटे, यहाँ तक कि दो घंटे पहले उठ जाएँ और अगर जागना संभव न हो तो रात को जल्दी सो जाएँ। जहाँ तक बेहद मुश्किल कामों की बात है, तो जो काम आप शाम के दो घंटे में करेंगे, वही सुबह एक घंटे में हो जाएगा। आपको रोजाना के इस चौबीस घंटे को ही जीना है। इसी से आपको स्वास्थ्य, सुख, संपत्ति, संतुष्टि, सम्मान और अपनी अमर आत्मा के उत्थान को हासिल करना है। इसका उचित इस्तेमाल, इसका सबसे प्रभावी उपयोग बेहद जरूरी विषय और सबसे रोमांचक वास्तविकता भी है। सबकुछ इसी पर निर्भर है। आपकी खुशी, मुश्किल से हासिल होनेवाली दौलत, जिसे मुट्ठी में करने की कोशिश आप सभी कर रहे हैं, साथियो, वह इस पर ही निर्भर करती है।>इसी पुस्तक से समय के सदुपयोग और अपनी दिनचर्या को निर्धारित करने के विषय में व्यावहारिक सूत्र बताती यह पुस्तक आपको जीवन जीने और आनंदित रहने की एक नई दृष्टि देगी |
Talash Khud Ki
- Author Name:
Ekta Singh
- Book Type:

-
Description:
खुद को जानने की थोड़ी सी कोशिश हमें जीवन की राह में कहीं बहुत आगे ले जा सकती है।
हममें से कोई प्रोफेसर है, कोई छात्र, कोई डॉक्टर, इंजीनियर या आई.ए.एस. है। किसी का अपना बिज़नेस है तो कोई होम मेकर है। प्रोफेशन कोई भी हो पर हम सभी अपना-अपना जीवन जी रहे हैं। जीवन जीना बड़ी कला है। एक छोटे से सफर पर जाने के लिए हम ढेरों तैयारियाँ करते हैं, सारी जानकारी इकट्ठी करते हैं। जिन्दगी का सफर जो कई दशकों का है उसकी कोई तैयारी हम नहीं करते हैं।
औरों से सलाह लेना ठीक है, परन्तु अपने जीवन की पहेलियाँ हमें खुद सुलझानी होती हैं। यदि हम कुछ आधारभूत तथ्य जान लेते हैं तो जीवन बेहतर, खुशहाल और आसान हो सकता है। हम उन ऊँचाइयों को सहजता से छूने लगते हैं जिन पर कभी औरों को देख हम अचरज और प्रशंसा से भर जाते थे। अन्यथा हम में से कुछ तो जीवन से हार कर उसे खत्म करने तक का सोच लेते हैं।
तो दोस्तो, क्यों न जीवन की दौड़ में आगे बढ़ने के साथ-साथ हम उसे और बेहतर बनाने की भी एक कोशिश करें—खुद को पहचान कर, ‘तलाश खुद की’ के साथ!
Har Patha Vijay Patha
- Author Name:
Judith Williamson +1
- Book Type:

- Description: किसी भी स्वप्न को साकार करने के लिए मनुष्य को यह विश्वास करना पड़ेगा कि असंभव को पार किया जा सकता है। श्रद्धा उपलब्धि की पहली आवश्यकता है और उस श्रद्धा को अटल बनाए रखना दूसरी आवश्यकता। जब आप श्रद्धा से आगे बढ़ते हैं तो आप भविष्य में कदम रख देते हैं। यह सिद्धांत अत्यंत प्रभावकारी है, यदि मनुष्य उद्देश्य व योजना से अपने कार्य में आगे बढ़े। यदि हमारा भरोसा उत्तम आकार लेगा तो कार्य का निष्पादन निस्संदेह अच्छा ही होगा। ऐसा करने पर हमारे द्वारा कल्पित स्वप्न की ओर बढ़ना निश्चित है। विश्वास वह अक्सीर है, जो हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप ही कार्य करती है। वह ऐसी सुगंध है, जो विश्वास रूपी बोतल खोलने पर चारों तरफ फैलकर वातावरण को सुगंधित कर देती है और हमारे प्रयासों के नतीजों से स्वप्न साकार कर देती है। जीवन में विजय पथ पर अग्रसर होने के लिए आवश्यक और व्यावहारिक गुरुमंत्र बताती पठनीय एवं रोचक पुस्तक।
Acres Of Diamonds
- Author Name:
Russell H. Conwell
- Book Type:

- Description: स्टीवर्ट यह नहीं जानते थे कि लोगों को किस चीज़ जरूरत थी, इसलिए उन्होंने ग़लत चीजें खरीद लीं, जो उनके पास बेकार पड़ी रहीं। लेकिन स्टीवर्ट ने इस घटना से अपने व्यावसायिक जीवन का सबसे महान सबक सीख लिया और कहा, "मैं भविष्य में कोई चीज़ तब तक नहीं खरीदूंगा, जब तक कि मैं यह व जान लूँ कि लोगों की जरूरत किस चीज की है। इसके बाद ही मैं अपना माल खरीदूँगा।" वे घर-घर जाकर लोगों से पूछने लगे कि उन्हें कौन सी चीजें पसंद हैं । जब उन्हें यह पता चल गया कि लोग क्या चाहते हैं, उन्होंने अपने बचे हुए साढ़े बासठ सेंट का निवेश ऐसी चीजों में किया, जिन्हें लोग खरीदना चाहते थे। अब वे एक "सही माँग" की पूर्ति कर रहे थे। मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि जिंदगी में आपका व्यवसाय या पद क्या है। मुझे इस बात की परवाह भी नहीं है कि आप वकील, डॉक्टर, हाउसकीपर, टीचर या कुछ और हैं। आप चाहे जो हाँ, सिद्धांत वही रहता है। हमें सबसे पहले यह जानना चाहिए कि दुनिया को किस चीज़ की ज़रूरत है और फिर हमें उस आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए अपना निवेश करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको विश्चित रूप से सफलता मिलेगी। दोस्तो, इसी सिद्धांत पर चलकर ए. टी. स्टीवर्ट ने अपनी संपत्ति को साढ़े बासठ सेंट से चालीस मिलियन डॉलर तक पहुँचाया था।
BILL GATES KE MANAGEMENT SOOTRA
- Author Name:
Pradeep Thakur
- Book Type:

- Description: बिल गेट्स, स्व-निर्मित अरबपतिहैं। जबवे केवल 20 वर्षके थे, उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना कर ली थी। 30 पार होते-होते वे सबसे कम उम्र के अरबपति बन गए और 39 साल की उम्र में उनकी संपत्ति तबके सबसे अमीर व्यक्ति वॉरेनबफे को पीछे छोड़ते हुए वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनगए। बिल गेट्स कभी आपके और मेरे जैसे एक साधारण व्यक्ति थे, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के बल पर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की और तबउन्हें वह सबकुछ मिल गया है, जिसके वे हकदार थे—धन, शक्ति, विश्वसनीयता। उन्होंने भी कठिन समय से सीखा और उसका सामना करने में सक्षम बने। बिल गेट्स ने सफल होने के लिए कुछ सरल नियम बनाए और उनका पालन किया प्रस्तुत पुस्तक में यही बताया गया है कि हम किस प्रकार अपने जीवनका मनचाहा निर्माण कर सकते हैं।
Ichchha Shakti
- Author Name:
P.K. Arya
- Book Type:

- Description: "इच्छाशक्ति मनुष्य की वह अप्रतिम शक्ति है, जो पहाड़ों के सीने चीरकर उनमें से नदियाँ बहा सकती है। इतिहास में ऐसे अनेक उदाहरण भरे पड़े हैं, जो मनुष्य की इच्छाशक्ति का गुणगान करते हैं। प्रस्तुत पुस्तक में इनकी विस्तार से चर्चा है। दरअसल, हमारे छोटे-से-छोटे और बड़े-से-बड़े सभी कार्यों के क्रियान्वयन में इच्छाशक्ति की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। इच्छाशक्ति के अभाव में हम मेज पर रखा एक गिलास पानी तक उठाकर नहीं पी सकते, फिर बड़े कार्यों की तो बात ही क्या। इच्छाशक्ति के पैदा होते ही हमारे शरीर की सोई पड़ी अनेक शक्तियाँ चैतन्य हो जाती हैं और वे सब एक सामूहिक शक्ति में बदलकर हमें अपने अभीष्ट से मिला देती हैं। प्रस्तुत पुस्तक सोई हुई इच्छाशक्ति को जगाकर लक्ष्य-प्राप्ति, सफलता और जीवन के तमाम अभीष्ट पाने का मार्ग बताती है। "
Kaladrshti
- Author Name:
Shri Naveen Sharma "Anshuman"
- Book Type:

- Description: भारत में पौराणिक काल से ही कलाशक्षेत्र बहुत विकसित तथा सुव्यवस्थित रहा है। देश में प्रचलित कला और साहित्य के विभिन्न माध्यमों ने मानवमात्र को संस्कारित करने के साथ-साथ मूल्यों, परंपराओं आदि को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाया है। कला मानव जीवन की सहचरी रही है। विश्व की प्राचीनतम और समृद्धतम कही जानेवाली - भारतीय सभ्यता और संस्कृति के द्वारा विश्व के-कल्याण के लिए किए गए विभिन्न उत्कृष्ट कार्यों को संपूर्ण विश्व तक पहुँचाने का महत्पूर्ण कार्य भारतीय कला ओर साहित्य के द्वारा ही हुआ है। भारतीय कला और साहित्य ने सदा समाज को जाग्रत् और संस्कारित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, सकारात्मकता से अपना धर्म निभाया है तथा संस्कारों की संवाहक रही है, परंतु अपने भारत देश की अनेक वर्षो की पराधीनता के कारण भारतीयों के मन-मस्तिष्क से अपने गत वैभव का स्मृतिभ्रंश हो गया था और भारतीय कला भी इन कुठाराघातों से नहीं बच पाई थी। सन् 1981 से कलाक्षेत्र में कार्यरत 'संस्कार भारती' सरीखा अखिल भारतीय संगठन कला को हिंदू कला दृष्टि से पुनः स्थापित करना चाहता है और कला-विधाओं और उत्सवों को आधार बनाकर कलाकारों के माध्यम से प्रत्येक भारतीय के हृदय में अपनी मातृभूमि के प्रति निष्ठा और कर्तव्यपरायणता का भाव जगाना चाहता है। इस दृष्टि से ही इस पुस्तक में “संस्कार भारती ' से जुड़कर संपूर्ण भारत में कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं के लिए सैद्धांतिक व व्यावहारिक जानकारी दी गई है।
Classroom ki Prerak Kahaniyan
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: मेरी बेटी बेहतर विकल्पों के लिए बाहर चली गई है, मेरी पत्नी अपने कॅरियर में व्यस्त है तो खाना अब पहले की तरह ‘स्वादिष्ट’ नहीं रहा, जिसमें प्रेम, लगाव, देखभाल करनेवाले शब्दों के साथ पूछताछ होती थी। सबसे बढ़कर वह वात्सल्य होता, जो इस धरती पर तो केवल माँ ही दे सकती है, खासतौर पर अपने बच्चों को। जब भी किसी दिन मैं अकेला भोजन के लिए बैठता हूँ तो मेरे कानों में माँ के शब्द गूँजते, ‘क्या तुम कुछ और खाओगे,’ ‘आज तुमने क्या खाया है,’ और मैं मूर्खों की तरह चारों ओर देखता हूँ, जबकि मुझे अच्छी तरह मालूम है कि ऐसे पूछनेवाला आस-पास कोई नहीं है। भीतर कहीं हूक सी उठती है कि कोई यह पूछनेवाला नहीं है। साफ कहूँ तो अब उन शब्दों में संगीत सुनाई देता है, फिर चाहे आँखें भीग ही क्यों न आई हों। कभी-कभी तो मैं अकेले खाने से घबराने लगता हूँ। शायद इसलिए बडे़-बुजुर्ग कहते हैं कि पूरे परिवार को कम-से-कम एक बार भोजन साथ लेना चाहिए। —इसी पुस्तक से क्लासरूम की ये प्रेरक कहानियाँ हमारे आस-पास तथा दैनिक जीवन से संबंधित हैं। कुछ नया करने की प्रेरणा देनेवाली कहानियाँ।
Foundations for Success
- Author Name:
Napoleon Hill +1
- Book Type:

- Description: Foundations are essential for success in all walks of life. They provide the fundamental support that buildings, people, and organizations need in order to continue to grow. Without a firm footing at the beginning of any enterprise, few projects, people, or programs will succeed. Henry David Thoreau states: “If you have built castles in the air, your work need not be lost; that is where they should be. Now put the foundations under them.” Remember, it starts with a seed of thought, or in our case a coffee bean. We guarantee that when planted, nurtured and shared with good intention this seed will grow beyond your wildest imaginings. It all happens when you get the person – you – right. The rest of the process will fall into place almost upon command because a strong, permanent foundation has been laid. Success is within you, and the process required to achieve it is a simple one. It begins with your realization that you are here to provide for yourself now, care for yourself and your family in the future, and simultaneously make the world a better place in which to live now because you have contributed in an ongoing way to its beautification program through your intentional stewardship. May you believe and achieve all your heart’s desires.
Youtube Se Kamayen Croreon
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: आज इंटरनेट पर ऑनलाइन कमाई के अनेक साधन मौजूद हैं और दुनिया भर के लाखों लोग घर बैठे इन साधनों से लाखों-करोड़ों की कमाई के साथ-साथ नाम भी कमा रहे हैं। सोशल मीडिया साइट यू-ट्यूब पर आप अकसर रोचक वीडियो देखते होंगे। क्या आपको पता है कि जैसे ही आप एक पूरा वीडियो देख लेते हैं तो वीडियो बनानेवाले के खाते में कुछ रुपए जाने की संभावना बढ़ जाती है। आप भी यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर लाखों रुपए कमा सकते हैं, बशर्ते आप अपनी ऑडियंस को सही तरीके से समझ पाएँ। सोशल मीडिया साइट पर युवाओं का बढ़ता रुझान यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर अपलोड करनेवालों के लिए एक फायदे का सौदा बनता जा रहा है। इसमें रचनात्मकता, रोमांच, नाम और दाम सबकुछ है। पता नहीं, आपका कौन सा वीडियो लोगों को भा जाए और लाखों-करोड़ों में वायरल होकर वह आपको रातोंरात स्टार बना दे। यह पुस्तक आपको यू-ट्यूब चैनल बनाकर धन कमाने के व्यावहारिक सूत्र बताने के साथ-साथ अन्य ऑनलाइन स्रोतों को भी आय का साधन बनाने के गुरुमंत्र बताती है।
Positive Soch Ke Funde
- Author Name:
N Raghuraman
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Success Principles : 52 Hafte Safalta Ke 52 Guru Mantra
- Author Name:
Jack Canfield
- Book Type:

- Description: अमेरिका के नंबर वन सक्सेस कोच और बेस्टसेलिंग लेखक जैक कैनफील्ड आपको वहाँ पहुँचा सकते हैं, जहाँ जीवन में आप होना चाहते हैं। यह पुस्तक उनके दैनिक आश्वस्तिकारी कथनों का संकलन है, जो एक जुनूनी और परिपूर्ण जीवन जीने के मार्ग का द्वार खोलेगी। ये सकारात्मक विचार आपको निश्चल और अवरुद्ध बनानेवाले पुराने विचारों को धूमिल कर आपके मस्तिष्क में नए मार्ग को प्रतिस्थापित कर देते हैं; आपके विचारों के पैटर्न और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का पुनर्संचार करते हैं। कैनफील्ड के सिद्ध सिद्धांतों के साथ यह पुस्तक आपके सपनों को साकार करने में बाधा और अवरोध उत्पन्न करनेवाले तत्त्वों को समाप्त कर आपके भयों को जीतने, बाधाओं को पार करने में आपकी सहायता करेगी। यह अत्यधिक व्यावहारिक गाइड आपको सिखाएगी कि नियमित रूप से प्रत्येक सशक्त सिद्धांत और आश्वस्तिकारी कथन को अपने जीवन में कैसे लागू करें! इसके पृष्ठ हफ्तेदरहफ्ते सफलता और प्रसन्नता का एक नया आनंददायक अध्याय आपके समक्ष खोलेंगे।
Stock Market Mein Maine Zero Se 10 Crore Rupaye Kaise Kamaye
- Author Name:
Nicolas Darvas
- Book Type:

- Description: आधे मिलियन डॉलर की खबर ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। मेरे पास एक बहुत स्पष्ट अवधारणा थी कि मैंने यह कैसे किया था और मुझे इस बात का भी यकीन था कि मैं यह फिर से कर सकता था। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं था कि मैंने अपनी कला में महारत हासिल कर ली थी। अपने टेलीग्रामों के साथ काम करते हुए मैंने एक तरह की छठी इंद्रिय विकसित कर ली थी। मैं अपने शेयरों को महसूस कर सकता था। मैं लगभग बता सकता था कि स्टॉक क्या करेंगे। यदि एक आठ अंक की बढ़त के बाद एक शेयर चार अंक पीछे आ जाता था तो मैं चिंतित नहीं होता था। मैं उससे ऐसा ही करने की अपेक्षा करता था। यदि कोई शेयर मजबूत होने लगता था तो मैं अकसर अनुमान लगा लेता था कि उसका बढ़ना किस दिन शुरू होगा। यह एक रहस्यमयी, समझाई न जा सकनेवाली वृत्ति थी; लेकिन मेरे मन में कोई संदेह नहीं था कि यह मेरे पास थी। इसने मुझे एक जबरदस्त शक्ति की भावना से भर दिया था। —इसी पुस्तक से यह पुस्तक निकोलस डरवास की असफलता, संघर्ष और अंततः अभूतपूर्व सफलता की यात्रा के बारे में है, जहाँ वह 6.5 वर्षों के दौरान 10 करोड़ रुपए से अधिक कमाते हैं। ध्यान रहे, यह 1950 के दशक के 2 मिलियन हैं। स्टॉक मार्केट में असामान्य और अद्वितीय सफलता की कहानी, जो निवेशकों को आत्मविश्वास देगी और सही निवेश करके अपनी कमाई को बढ़ाने के व्यावहारिक सूत्र बताएगी।
Motape Se Breakup
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
- Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Jai Hind
- Author Name:
Shrikrishna 'Saral'
- Book Type:

- Description: "यह सुनकर कि अंग्रेजी सेनाएँ मीकतिला और पोपा की ओर बढ़ रही हैं, नेताजी भयभीत नहीं हुए । खतरे के क्षेत्र मीकतिला में तो वे थे ही, उन्होंने पोपा पहुँचकर अपनी लड़ती हुई सेना का साथ देने का निर्णय कर डाला । जिस स्थान पर अपने कुछ साथियों के साथ बैठकर वे विचार-विमर्श कर रहे थे, वहाँ उन्हें बार- बार बिजली की चमक जैसी दिखाई दे जाती थी । यह चमक अंग्रेजी तोपों के चलने से उत्पन्न हो रही थी । शत्रु उस स्थान पर किसी समय भी पहुँच सकता था । नेताजी पोपा पहुँचने की अपनी जिद पर अड़े हुए थे । नेताजी की जिद देखकर मेजर जनरल शहनवाज खाँ ने एक चुभती हुई बात उनसे कही- '' नेताजी, अब स्वयं अपने जीवन पर आपका अधिकार नहीं है । वह राष्ट्र की अमूल्य निधि बन चुका है । जरा सोचिए तो कि यदि आपको कुछ हो गया तो आजाद हिंद फौज और आजाद हिंद अभियान का क्या होगा?'' बात अपनी जगह ठीक थी, पर नेताजी पर उसका कोई असर नहीं हुआ । वे मुसकराकर बोले- '' शहनवाज, मुझसे बहस करने से कोई फायदा नहीं है; मैंने पोपा पहुँचने का निश्चय कर लिया है और मैं वहाँ जा रहा हूँ । तुम्हें मेरी सुरक्षा के लिए चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैं यह जानता हूँ कि इंग्लैड अभी वह बम नहीं बना पाया जो सुभाषचंद्र बोस के प्राण ले सके । '' -इसी पुस्तक से
Prem : Khoj, Pahal Aur Paribhasha
- Author Name:
Sanjiv Shah
- Book Type:

- Description: जो व्यक्ति स्वयं को प्रेम करता है, वह एकान्त से दूर भागने के लिए बावरा नहीं बन जाता और इसीलिए वह अकेलेपन से पीड़ित भी नहीं होता। वह हमेशा अपने समय का उपयोग सार्थक, सर्जनात्मक उद्देश्यों के लिए करता है—उसे जहाँ-तहाँ समय बिताने की जरूरत नहीं रहती। वह व्यक्ति स्वयं अपना इतना अच्छा मित्र होता है कि उसे दूसरे मित्रों की जरूरत नहीं होती। इसीलिए स्वाभाविक रूप से कुसंगत करने की जगह वह खुद के साथ रहना पसन्द करता है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.