
Spandan
Publisher:
Rajkamal Prakashan Samuh
Language:
Hindi
Pages:
134
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
268 mins
Book Description
सबसे अच्छी कविता वह है जो कविता की शर्तों से बाहर है। विज्ञ समाज ने जिसे नकार दिया है। सबसे अच्छी कविता उस जीवन की खोज में निकलती है, जिसे देखा नहीं गया और वह समकालीन कविता की तमाम जकड़बंदी और घेरेबंदी से बाहर हो जाती है। आशुतोष अग्निहोत्री समकालीन हिन्दी कविता के ऐसे ही विलक्षण कवि हैं। इनकी कविता हर वक्त साथ रहनेवाली प्रतिच्छवि की तरह है। कभी यह विचारों के सहारे खड़ी होती है तो कभी भावों के और कभी यह विभिन्न दृश्यों या चित्र-छवियों में रमती हुई नज़र आती है। ठीक एक आदमी की तरह ही उसका जीवित और गतिशील अस्तित्व है। जीवन की तरह ही उसका विस्तार है, और जीवन से भी कहीं बढ़कर उसकी दूरगामी छाया या प्रभाव है।</p> <p>आशुतोष अग्निहोत्री का एक स्वतंत्र कवि-व्यक्तित्व है। इनकी दृष्टि कविता-पगी है। इनकी कविताएँ हमारी दृष्टि को व्यापक बनाती हैं। इनका देखना कुछ राग लिए होता है। कल्पना का उन्मेष भी अनुपम है।</p> <p>आशुतोष अग्निहोत्री की कविताएँ धरती के हर कुछ से एक रिश्ता क़ायम करती हैं। इनके अनुभव से हमारे अन्तरमन का तार सहजता से जुड़ जाता है। इनमें जातीय परम्परा का बोध भी है। अनेक रंग और सौन्दर्य-बोध से नि:सृत इनकी कविताएँ जीने का अपना एक छंद विकसित करती हैं। इस नए किन्तु परिपक्व कवि का मैं अभिनन्दन करता हूँ। </p> <p>—भारत यायावर