Aanch
Author:
Sumita KumariPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Poetry0 Reviews
Price: ₹ 316
₹
395
Available
सुमिता कुमारी प्रतिभावान कवि और गद्यकार हैं। उन्होंने अपने आस-पास के जीवन को कविता में ढाला है और कुछ मर्मस्पर्शी कविताओं की रचना की है। यहाँ स्त्रियों के पारिवारिक जीवन और श्रमिक स्त्रियों के संघर्ष तथा जीवट के नए चित्र मिलते हैं। ‘आँच’ शीर्षक कविता जीवन-संग्राम और प्रतिरोध की विशिष्ट कविता है। धान रोपती स्त्रियों और वृद्धाओं के जीवन के विश्वसनीय रेखांकन द्रवीभूत करते हैं। इन कविताओं की तेज आँच हमें तप्त कर देती है। अधिकांशतः ये कविताएँ गद्यबद्ध हैं। कहीं-कहीं लय का भी मिश्रण है। भाषा सरल, सहज और मुहावरेदार है। मगही के अनेक शब्दों का निपुण व्यवहार कवि की सृजन-क्षमता को दर्शाता है और उनकी रचनाओं को अद्वितीय बनाता है। कुछ नए बिम्ब और अलंकरण भी कवि ने सिरजे हैं। मगही भाषा की समृद्धि का समुचित उपयोग हिन्दी कविता में कम ही हो पाया है।</p>
<p>पेशे से प्रशासनिक पदाधिकारी होते हुए भी सुमिता जी ने निरन्तर काव्य-साधना की है और जीवन को बहुत ध्यान से देखा है। वास्तव में बाहरी दुनिया के साथ-साथ आन्तरिक दुनिया का भी अनवरत अवलोकन करती रहती हैं और अत्यन्त व्यस्त दिनचर्या के बीच काव्य-रचना के लिए किंचित अवकाश निकाल ही लेती हैं। इसीलिए इन कविताओं में आवेग और त्वरा है जो सुमिता जी को बाक़ी सभी समकालीनों से पृथक एक विशिष्ट स्थान पर स्थापित करती है।</p>
<p>आशा है कि सहृदय पाठक इन कविताओं का स्वागत करेंगे। हम यह भी आशा करते हैं कि भविष्य में सुमिता जी से परिपक्वतर एवं श्रेष्ठतर कविताएँ मिलेंगी और एक दिन वह कविता के शिखर की ओर उन्मुख होंगी। अस्तु। <strong>—अरुण कमल</strong>
ISBN: 9788119092154
Pages: 120
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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- Author Name:
Nawab Mirza Khan 'Daag'
- Book Type:

- Description: "रेख़्ता क्लासिक्स" सीरीज़ उर्दू के क्लासिकी शायरों के प्रतिनिधि शायरी को नए पाठकों तक पहुँचाने के एक अनूठा प्रयास है। प्रस्तुत किताब में दाग़ देहलवी की प्रतिनिधि शायरी है जिसका संकलन फ़रहत एहसास साहब ने किया है।
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