Sukhe Hue Khwab
Author:
Vimal YadavPublisher:
FlyDreams PublicationsLanguage:
HindiCategory:
General-non-fiction0 Reviews
Price: ₹ 176
₹
220
Available
मुझे नहीं पता मैं क्या ढूँढ रहा हूँ? मुझे किसकी तलाश है? मैं बस चल रहा हूँ! क्यों चल रहा हूँ? मैं यह भी बिल्कुल नहीं जानता। मेरे हिस्से में बस सफ़र आया है; एक लंबा अंतहीन सफर!
कुछ ख़्वाब सिर्फ़ देखने के लिए होते है। वे कभी पूरे नहीं होते।
ISBN: 9789391439255
Pages: 200
Avg Reading Time: 7 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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- Description: इस पुस्तक में आचार्य क्षितिमोहन सेन के अद्भुत पाण्डित्य और तीक्ष्ण दृष्टि के साथ मानव-प्रेम और सहज भाव का परिचय मिलता है। पुस्तक में केवल शुद्ध पाण्डित्य की ज्ञान-चर्चा नहीं हैं, इसमें 'मनुष्य' के प्रति आचार्य सेन के अटूट विश्वास और दृढ़ निष्ठा का परिचय मिलता है। साथ ही अपने देश की उस महती प्रतिभा का साक्षात्कार पायेंगे जो विषम परिस्थितियों में अपना रास्ता निकाल लेती है और अनैक्य के भीतर ऐक्य का सन्देश खोज लेती है। पुराने युग से कितनी ही मानव-मण्डलियाँ इस देश में अपने आचार-विचारों और संस्कारों को लेकर आयी हैं, कुछ देर तक एक-दूसरे के प्रति शंकालु भी रही हैं पर अन्त तक भारतीय प्रतिभा ने नानात्व के भीतर से ऐक्य-सूत्र खोज निकाला है। सन्तों-महात्माओं की सहज दृष्टि प्रत्येक युग में बाह्य जंजाल के नीचे गुप्त रूप से प्रवहमान् प्राणधारा का सन्धान पाती रही है।
Kavyrekha : Aadhunik Kavya
- Author Name:
Dr. Ramesh Puri
- Book Type:

- Description: It is a reference book for B.A. III semester.
The Phoenix and The Carpet
- Author Name:
Edith Nesbit
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- Description: इस बार चारों बच्चों सिरिल, एंथिया, रॉबर्ट, जेन के हाथ अनजाने में लगता है एक जादुई कालीन जो उन्हें हर रोज़ तीन बार पूरे विश्व के किसी भी कोने की सैर करवा सकता है। उस जादुई कालीन के साथ ही उन्हें मिलता है एक विचित्र सुनहरा अंडा भी, जिसमें से निकलता है एक विलक्षण मायावी पंछी। चारों बच्चे उस जादुई कालीन पर चमत्कारी मायावी पंछी के साथ विलुप्त ख़ज़ाने की खोज से लेकर जंगली आदिवासियों के अनजान टापू की यात्रा जैसे ढेरों रोमांचक सफर पर निकल पड़ते हैं। लेकिन जादुई कालीन की एक छोटी सी गड़बड़ी के कारण उनके घर पर धावा बोलते हैं सैकड़ों बिन बुलाए ऐसे मेहमान, जिनके बारे में उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा। कैसे उनके नए दोस्त मायापंछी को बंधक बना लिया जाता है... कैसे उनका नन्हा सा भाई जादुई कालीन की वजह से अकेला ही ऐसी अनजान जगह पहुँच जाता है, जहाँ से उसे कोई भी वापस नहीं ला सकता... कैसे एक बार फिर से उनके ये नए रोमांच ही उनके लिए बन जाते है बड़ी मुसीबतें... जानने के लिए पढ़ें 'फाइव चिल्ड्रेन एंड इट’ के बाद एडिथ नेस्बिट द्वारा रचित ‘सैमिएड’ उपन्यास शृंखला का दूसरा भाग 'फीनिक्स एंड द कार्पेट'
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