Pakistan : Balochistan Ki Paheli
Author:
Shri Tilak DevasharPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 476
₹
595
Unavailable
पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत बलूचिस्तान एक ऐसा जटिल क्षेत्र है जो संघर्ष और दुश्मनी से भरा हुआ है, जिसमें स्थायी विद्रोह और सांप्रदायिक हिंसा से लेकर आतंकी हमले और मानवाधिकारों के उल्लंघन की भयावह स्थिति है।
पाकिस्तान पर अपनी तीसरी पुस्तक में तिलक देवेशर विश्लेषण करते हैं कि बलूचिस्तान पाकिस्तान के लिए इतना कष्टकारी क्यों है? इस क्षेत्र की गहरी समझ के साथ वे 1948 में पाकिस्तान के लिए मजबूर कलात की रियासत के लिए गहरी पैठ बलोच के अलगाव की जड़ें ढूँढ़ते हैं। इस अलगाव को राज्य के प्रांत के बड़े पैमाने पर शोषण से और अधिक मजबूत किया गया है, जिससे बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक अभाव हो रहा है।
क्या बलूच विद्रोह पाकिस्तान के हस्तक्षेप का खतरा पैदा कर रहा है? एक स्वतंत्र बलूचिस्तान की तरह क्या है? क्या सूबे की स्थिति पाकिस्तान के लिए अपूरणीय हो गई है? क्या पाकिस्तान राज्य और बलोच राष्ट्रवादियों के परस्पर विरोधी बयानों के बीच कोई बैठक का आधार है?
देवेशर इन मुद्दों की जाँच एक स्पष्ट और उद्देश्यपूर्ण विवेक के साथ करते हैं, जो बलूच पहेली के अंतर्मन में जाता है।
ISBN: 9789390366101
Pages: 264
Avg Reading Time: 9 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Patriotic Pilgrimage of India
- Author Name:
Rishi Raj
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Karmic Threads
- Author Name:
Neelam Saxena Chandra
- Book Type:

- Description: Monika stays in the comfort of her colossal bungalow and her loving parents in Patiala, but destiny strikes and takes away her parents. Quite young to understand the stealth, she completely believes in her kin who come over to take care. She meekly agrees even to their choice of partner in marriage, abandoning her love, Gurpreet. After marriage, she flies away to Paris with dreams in her eyes, where her husband Tanishk stays. However, his eyes are only on the money she’s having. The moment he covertly gets hold of it, he ditches her, leaving her alone, lonely and forsaken in a foreign land. Will the karmic threads help in seeking justice against those who’ve wronged her? Will the karmic threads be able to connect her to her long-lost love, Gurpreet?
Aao Chalen Gram-Sabha
- Author Name:
Pratapmal Devpura
- Book Type:

- Description: आपको गाँवों के पंचायतीराज के बारे में जानने-समझने की जिज्ञासा रहती है। पंचायतें किस प्रकार कार्य करती हैं? इनका ढाँचा कैसा है? ग्राम पंचायत क्या है? हमारे देश में पंचायतीराज की व्यवस्था किस प्रकार की है? ग्रामसभा में क्या होता है? पंचायत विकास के कौन से कार्य करवाती है? कार्यों की निगरानी पंचायतें कैसे करती हैं? मनरेगा योजना में कैसे काम होता है?—इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस पुस्तक में पढ़ने को मिलेंगे। ये सारी जानकारियाँ ‘पंचायतीराज की छह कहानियों’ के माध्यम से दिया गया हैं। आपको पंचायत की नई-नई जानकारियाँ मिलेंगी। बाद की तीन कहानियों में जंगल में चुनाव के बहाने आपको यह जानने का मौक़ा भी मिलेगा कि चुनाव में क्या गड़बड़ियाँ होती हैं। अगली कहानियों में हमारे देश की जनगणना की ख़ास बातें भी पता लगेंगी। थर्मामीटर, सिलाई मशीन, बल्ब की कहानियाँ आपको विज्ञान की खोजों में आनेवाली कठिनाइयों का पता भी देंगी। साथ ही यह बताएँगी कि निरन्तर परिश्रम करके कठिनाइयों पर कैसे पार पाया जा सकता है। दो कहानियों में बैंक से लेन-देन की विधि भी जान पाएँगे। ‘प्याऊ-परम्परा’ को जीवित करने पर ज़ोर देती एक कहानी है। कहानियाँ सरल भाषा में लिखी गई हैं। एक बहुत ही महत्वपूर्ण कृति।
KARMA YOGA
- Author Name:
Swami Vivekanand
- Rating:
- Book Type:

- Description: This Book Doesn't have Description
MAHARAJA RANJIT SINGH
- Author Name:
Manish Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Life and Times of Napoleon
- Author Name:
Hareld F.B. Wheeler
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
1000 Ganit Prashnottari
- Author Name:
Dilip M. Salwi
- Book Type:

- Description: विज्ञान के इतिहास मे कॉपरनिकस को जिंदा जला दिए जाने की घटना चर्चा में रही है; मगर इससे एक हजार वर्ष पहले पाँचवीं सदी में सिकंदरिया की गणितज्ञा हाइपेशिया के साथ भी इसी तरह का सलूक किया गया था, ऐसा थोड़े ही लोग जानते हैं । गणित के क्षेत्र में ढेरों महान् खोजें हुई हैं; मगर स्वयं गणित लोकजीवन के सामान्य चिंतन से बाहर होता चला गया है । यही वजह है कि गणित एक नीरस विषय लगने लगा है और उसमें आम लोगों की दिलचस्पी घटने लगी है; जबकि जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है जहाँ अंकों से किसी-न-किसी का वास्ता न पड़ता हो । गणित की आकाशगंगा में भी एक- से-एक देदीप्यमान नक्षत्र हैं; यथा- आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त, महावीराचार्य, भास्कराचार्य, यूक्लिड, आर्किमिडीज, रेने डेकार्ट, डेविड हिल्बर्ट, गॉस, लाइबनिट्ज, रामानुजन आदि । यह कड़ी यहीं खत्म नहीं होती बल्कि सतत जारी है । सामान्यजन को गणित के विषय में तथ्यपरक जानकारी देना इस्र पुस्तक का उद्देश्य है ।
Bharatiya Gyan Ka Khazana
- Author Name:
Prashant Pole
- Book Type:

- Description: दविंची कोड और एंजल्स एंड डेमन्स जैसे विश्वप्रसिद्ध उपन्यास लिखनेवाले डेन ब्राउन का एक उपन्यास है—द लॉस्ट सिंबल। इसमें उपन्यास का नायक अपने विद्वान् और वयोवृद्ध प्राध्यापक से प्रश्न पूछता है—मानव जाति ज्ञान हासिल करने के पीछे लगी है। यह ज्ञान प्राप्त करने का आवेग प्रचंड है। यह प्रवास हमें कहाँ लेकर जाएगा? अगले पचास-सौ वर्षों में हम कहाँ होंगे? और कौन सा ज्ञान हम प्राप्त करेंगे? वे प्राध्यापक, उपन्यास के नायक को उत्तर देते हैं—यह ज्ञान का प्रवास, जो आगे जाता दिख रहा है, वह वास्तव में आगे नहीं जा रहा है। यह तो अपने पूर्वजों द्वारा खोजे हुए समृद्ध ज्ञान को ढूँढ़ने का प्रयास है। अपने पास प्राचीन ज्ञान का इतना जबरदस्त भंडार है कि आगे जाते हुए हमें वही ज्ञान प्राप्त होनेवाला है। वे प्राध्यापक इस संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हैं। और फिर पीछे मुड़कर जब हम देखते हैं, तो ज्ञान की जो बची-खुची शलाकाएँ दिखती हैं, उन्हें देखकर मन अचंभित सा हो जाता है। इतना समृद्ध ज्ञान हमारे पूर्वजों के पास था...! उसी अद्भुत और रहस्यमयी ज्ञान के कपाट खोलने का छोटा सा प्रयास है यह पुस्तक ‘भारतीय ज्ञान का खजाना’।
Trillion Dollar Economy: Yogi Sarkar
- Author Name:
Dr. Sheelwant Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sadak Se Sansad Tak
- Author Name:
Shivanand Tiwari
- Rating:
- Book Type:

- Description: लोहिया, जेपी, किशन पटनायक, रामानन्द तिवारी, कर्पूरी ठाकुर वाली परम्परा के ही नेता हैं शिवानंद तिवारी। जितना लम्बा उनका राजनीतिक जीवन है आज की राजनीति में कम लोगों का है। वे गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपाई राजनीति करते रहे हैं और सन् पैंसठ के पहले से सक्रिय हैं। बाबा के नाम से विख्यात शिवानन्द जी के पास अनुभव, किस्सों और प्रत्यक्ष देखी घटनाओं का सम्भवत: सबसे बड़ा खजाना है। वे साठ के दशक के आखिर में शुरू हुए अंग्रेजी हटाओ आन्दोलन वाले दौर से सक्रिय रहे हैं और चौहत्तर के जेपी आन्दोलन के अगुआ लोगों में हैं। उन्होंने किशन पटनायक के साथ लोहिया विचार मंच और समता संगठन की राजनीति की और उनसे अलग होकर भी उनकी वैचारिक और व्यावहारिक राजनीति के पाठ से अलग नहीं हुए। इन भाषणों और टिप्पणियों से उनके चिन्तन का दायरा और दिशा झलकती है। साफ लगता है कि भूमंडलीकरण और साम्प्रदायिक राजनीति उनकी चिन्ता के केन्द्र में है। शिवानंद जी के इन भाषणों में किसानों की आत्महत्या, बुनकरों की भुखमरी और आत्महत्या, पेटेंट रीजीम से होने वाली मुश्किलों और उसकी कानूनी लड़ाई, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की स्थिति, अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश द्वारा गरीबों का भोजन बढ़ाने से महँगाई आने के कुतर्क की आलोचना, किसानों के खेती छोड़ने पर टिप्पणी है। और इसमें से काफी चीजों के लिए नई आर्थिक नीतियों को दोषी बताया गया है। यह आलोचना सही थी और यह किताब का महत्त्व है क्योंकि भूमंडलीकरण के पूरे दौर में कहीं से संसद के अन्दर इन नीतियों की आलोचना नहीं हुई।
BPSC Bihar Secondary School (Special) Teacher Eligibility Test Sakshamta Pariksha | "सामाजिक विज्ञान" Samajik Vigyan | Class 6-8
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Rich Culture and History of Mongolia
- Author Name:
Dr. Gaurav Gupta
- Book Type:

- Description: Mongolia, a landlocked country in East Asia, possesses a rich and fascinating culture with a long and storied history. Renowned for its nomadic traditions, Mongolia is known for the legendary empire established by Genghis Khan in the 13th century, which became the largest contiguous empire in history. Mongolian culture is deeply rooted in its pastoral and nomadic heritage. Traditional life revolves around herding livestock, particularly horses, sheep, and camels. Nomadic families live in portable dwellings called yurts, which are easily dismantled and moved as the families follow their grazing animals across the vast Mongolian steppes. The nomadic lifestyle heavily influences Mongolian arts and customs. Mongolian music is characterised by throat singing (Khoomei), a unique vocal technique where singers produce multiple pitches simultaneously. Traditional instruments such as the horsehead fiddle (morin khuur) and the dulcimer-like instrument (yochin) are commonly used. Mongolia’s history stretches back to prehistoric times, with evidence of human habitation dating back thousands of years. Various nomadic tribes inhabited the region, engaging in animal husbandry and developing unique cultural practices. This book will make you experience a captivating journey through Mongolia’s vibrant landscapes, ancient traditions, and proud history. Experience the echoes of the nomadic spirit and the enduring legacy of remarkable people.
Bijuka Babu
- Author Name:
Balkavi Bairagi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
SHRIGURUJI CHITRAWALI
- Author Name:
Deepankar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
English Made Easy
- Author Name:
Subhash Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhuvneshwar Samagra
- Author Name:
Bhuvneshwar
- Book Type:

- Description: भुवनेश्वर प्रेमचन्द की खोज हैं। इसके दो प्रमाण हैं—(1) उनकी अब तक प्राप्त 12 कहानियों में से 9 और अब तक प्राप्त 17 नाटकों में से 9 प्रेमचन्द द्वारा संस्थापित ‘हंस’ पत्रिका में ही प्रकाशित हुए। और (2) भुवनेश्वर की पहली और एकमात्र प्रकाशित किताब ‘कारवाँ’ की पहली समीक्षा ख़ुद प्रेमचन्द ने लिखी। लेकिन भुवनेश्वर मात्र एक कहानीकार–एकांकीकार ही नहीं, एक उत्कृष्ट कवि, सूक्तिकार और मारक टिप्पणीकार भी हैं। अपने सम्पूर्ण लेखन में वे कहीं भी दबी ज़बान से नहीं बोलते। उनकी अंग्रेज़ी की 10 कविताओं में सत्यकथन की अघोर हिंसा का जो हाहाकार है वह हिन्दी कविता के तत्कालीन (छायावादी) वातावरण के बिलकुल विपरीत और अत्याधुनिक है। भुवनेश्वर ने ‘डाकमुंशी’ और ‘एक रात’ जैसी कहानियाँ लिखकर प्रेमचन्द के चरित्रवाद और घटनात्मक कथानकवाद का एक ‘तोड़’ प्रस्तुत किया। उनकी ‘भेड़िये’ कहानी आज की गलाकाट प्रतियोगिताओं की एक प्रतीकात्मक पूर्व–झाँकी है, जहाँ अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए दूसरों की बलि चढ़ाने में ज़रा भी हिचक नहीं। उनके प्रसिद्ध नाटक ‘ताँबे के कीड़े’ में संवादों के होते हुए भी संवादात्मकता का पूरी तरह लोप है। भुवनेश्वर के सम्पूर्ण लेखन में सन्नाटे का एक ‘अनहद’ है जो कहीं से भी आध्यात्मिक नहीं। भुवनेश्वर हिन्दी के एक ऐसे उपेक्षित और भुलाए गए लेखक हैं, जो अपनी पैदाइश के आज सौ वर्षों बाद अब ज़्यादा प्रासंगिक और आधुनिक नज़र आते हैं। भुवनेश्वर आने वाली पीढ़ियों के लेखक हैं।
Aazadi Ki Kahani Dak Ticketon Ki Zabani
- Author Name:
Gopi Chand Shrinagar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Mahatma Gandhi Ki Prerak Gathayen
- Author Name:
Renu Saini
- Book Type:

- Description: "पृथ्वी पर कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं, जो एक मिसाल बन जाते हैं। सदियाँ गुजर जाती हैं, लेकिन ऐसे महान् व्यक्तियों की गाथाएँ और उनके प्रेरक विचार दिनप्रतिदिन सूरज की रोशनी की तरह पूरे विश्व में चमकते रहते हैं। मनुष्य को गलतियों का पुतला कहा जाता है। लेकिन कई मनुष्य जीवन में गलतियों से लगातार सीख लेते हुए कामयाबी की ओर बढ़ते रहते हैं और पूरे विश्व के सामने एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। महात्मा गांधी का व्यक्तित्व ऐसा ही है, जिनके बारे में मात्र कुछ शब्द कहना उसी प्रकार होगा, जिस प्रकार सूरज को दीपक दिखाना। उनकी अनेक ऐसी घटनाएँ और प्रसंग हैं, जो बच्चों और बड़ों को समान रूप से शिक्षा देते हैं। गांधीजी के जीवन से जुडे़ अनेक प्रसंग पढ़कर जहाँ रोमांच होता है, वहीं उन्हें श्रध्दावश नमन करने को हाथ स्वतः ही जुड़ जाते हैं। जाने कितने बरसों में गांधीजी जैसी शख्सियत का जन्म होता है। वर्तमान समय में तो उनके विचारों और अहिंसक नीति का बच्चों और बड़ों तक पहुँचना और भी जरूरी है, क्योंकि आज स्वार्थ की भावना इस कदर बढ़ गई है कि लोगों के हृदयों से संवेदनाएँ समाप्त हो गई हैं। उन संवेदनाओं और अहिंसात्मक नीति को बचाए रखना आवश्यक है, तभी देश दिनप्रतिदिन प्रगति की ओर बढ़ पाएगा। गांधीजी के अनुकरणीय जीवन की घटनाएँ अवश्य ही पाठकों को प्रेरित करेंगी और उनमें जीवनमूल्यों को स्थापित करेंगी। इसलिए उनके जीवन की चुनिंदा घटनाएँ यहाँ पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं।"
Shaurya-Parakram ki Kahaniyan
- Author Name:
Acharya Mayaram 'Patang'
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Towards the Sound: Understanding Our Origins
- Author Name:
Suryansh Shekhar
- Book Type:

- Description: A Journey through Consciousness It is such a pleasure to open a book and be met with an excellent writing: a mellifluous flow of deeply-considered thoughts and fine expression. That is the experience of reading Suryansh Shekhar's ""Towards the Sound"". He brings a remarkable youthful vigor to a world of deep intellect. Who we are, who we think we are and how are these identities constructed? In today's matter-of-fact world most people live in thoughtless oblivion, not searching for such knowledge. The author takes us into a world of nuanced understanding, through logical and brilliant journeys into essential truths. This is a delightful must-read book for every sensitive person who likes to examine his travel through life. The author presents a handbook of understanding oneself and one's interactions with the world. He offers a path to freedom, leaving behind the chains of our previous conditioning. Finally, I must say that the entire journey of the book, through the many caverns of the mind, is shared through a clearly and wonderfully-written prose.
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...