Jyotipunj Vivekananda
Author:
Debashish GhoshPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789350485101
Pages: 144
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Irrfan: Echoes Of Presence
- Author Name:
Ajay Brahmatmaj
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Art of Trading Through Candlestick Charts | Technical Analysis Simplified Breakout Patterns with Explanation
- Author Name:
Shyam Sundar Goel
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
MY BEST POEMS
- Author Name:
SACHIN
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jansankhya Samasya Ke Istri Path ke Rastey
- Author Name:
Ravindra Kumar Pathak
- Book Type:

- Description: सूचना-क्रान्ति के विभिन्न रूपों तथा तकनीक में निरन्तर विकास ने मानव सभ्यता के इतिहास के महत्त्वपूर्ण वाहक एवं गवाह संचार माध्यमों एवं संचार प्रक्रिया पर ज़बरदस्त प्रभाव डाला है। बीसवीं सदी के प्रारम्भ तक संचार व इसके माध्यमों को किसी स्वतंत्र चिन्तन का विषय भले ही न माना गया हो, आधी सदी गुज़रने तक इसकी विशिष्टता का अहसास सबको हो चुका था। यही कारण है कि संचार से जुड़े विविध पहलुओं पर गम्भीर शोध कार्य हुए और तरह-तरह के सिद्धान्तों ने इसकी विभिन्न सन्दर्भों में व्याख्या का आधार प्रस्तुत किया। हिटलर के प्रचारमंत्री गोयबल्स का यह कथन पूरी दुनिया में आज भी एक मुहावरे की तरह जाना जाता है कि किसी झूठ को दोहराओ तो सच हो जाएगा। इस कथन की लोकप्रियता स्वयं मीडिया की ताक़त व प्रभाव का प्रमाण है क्योंकि किसी भी सच या झूठ को प्रस्तुत करने (या दोहराने) का सर्वाधिक अवसर इसे ही प्राप्त है। ‘जनसंचार : सिद्धान्त और अनुप्रयोग’ शीर्षक यह पुस्तक संचार की प्रक्रिया, प्रभाव व अनुप्रयोग से जुड़े प्रमुख सिद्धान्तों को समझने का एक विनम्र प्रयास है।
Munder Par
- Author Name:
Suryabala
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Talkies : Cinema Ka Safar-2
- Author Name:
Jagran Film Festival
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Samanya Ganit
- Author Name:
Shriniwas Rao
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Swarsamrat Deenanath Mangeshkar
- Author Name:
Vandana Ravindra Ghangurde
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
GAUTAM BUDDH KI PRERAK JEEVANI
- Author Name:
PARIJAT
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ek Gond Gaon Me Jeevan
- Author Name:
Veriar Elwin
- Book Type:

- Description: वेरियर एलविन एक युवा अंग्रेज़ थे जो मिशनरी बनकर भारत आए और बाद में भारत के एक महत्त्वपूर्ण मानव-विज्ञानी बने। गांधी जी की प्रेरणा और जमनालाल बजाज के मार्गदर्शन में वेरियर एलविन ने मैकाल पहाड़ी पर बसे एक गोंड गाँव करंजिया में बसने का निर्णय लिया और उस क्षेत्र के लोगों के कल्याण के लिए ख़ुद को समर्पित कर दिया। ‘एक गोंड गाँव में जीवन’ उनके करंजिया में बिताए 1932 से 1936 तक के जीवन का रोज़नामचा है जहाँ वे गोंड लोगों की तरह ही स्वयं और कुछ मित्रों की सहायता से बनाई गई एक झोंपड़ी में रहते थे। यह जीवन्त, मर्मस्पर्शी और उपाख्यानात्मक पुस्तक है जिसमें एलविन ने निरीक्षण की अपनी मानव-विज्ञानी क्षमता और स्वाभाविक विनोदप्रियता के संयोग से गोंड जीवन की बहुरंगी छवि और आश्रम, जिसमें हिन्दू मुसलमान, ईसाई, गोंड आदि सभी शामिल हैं, की आन्तरिक उपलब्धि का उत्कृष्ट वर्णन किया है।
Ramayana Ki Kahaniyan
- Author Name:
Harish Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Deerghtama
- Author Name:
Suryakant Bali
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Wah Zindagi
- Author Name:
Ramesh Pokhriyal 'Nishank'
- Book Type:

- Description: ‘तुम यहाँ हो! मैं तो तुम्हें अंदर ढूँढ़ रही थी।’ इतने में कृतिका मुझे ढूँढ़ती बाहर चली आई। ‘यह क्या हाल बना रखा है तुमने अपना?’ और वह खिलखिलाकर हँस दी। तभी दोनों बच्चे भी स्कूल जाने के लिए बाहर आए और कृतिका को हँसते देख वे भी मुझे देख हँसने लगे। ‘मजा आ गया आज तो?’ ‘अरे पिताजी! रोज ऐसा किया करिए, छुट्टी के दिन हम भी आपके साथ भीगेंगे...।’ कहकर वे हाथ हिलाते हुए स्कूल निकल पड़े। कुहासा छँट रहा था। मैं अपने आपको बेहद हल्का महसूस कर रहा था। ऐसा लग रहा था, जैसे मैं आकाश में उड़ रहा हूँ। जिंदगी बहुत खूबसूरत है, बस जरूरत है तो उसे इस नजरिए से देखने की। ‘वाह जिंदगी!।’ मैंने मन ही मन उस जिंदगी को धन्यवाद दिया, जो कल ही मेरे पास कुछ समय के लिए आकर मुझे जीना सिखा गई थी। —इसी पुस्तक से साहित्य-सृजन के प्रति सचेत राजनीतिज्ञ एवं लेखक रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की कलम से निकला कहानी-संग्रह ‘वाह जिंदगी!’ जीवटता एवं जीवंतता का अद्भुत उदाहरण है। जीवन के विविध रंग उकेरता मनोरंजक और प्रेरणाप्रद कहानी-संग्रह।
Swami Vivekanand Ka Hindu Chintan "स्वामी विवेकानंद का हिंदू चिंतन" | Lecture & Ideology of Swami Vivekanand About Hindu Dharma
- Author Name:
Rajkumar Upadhyay ‘Mani’
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Esop Ki Kahaniyan
- Author Name:
Prantika
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Krishna Deities And Their Miracles
- Author Name:
Stephen Knapp
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Surya Namaskar
- Author Name:
Dr. Rajeev Rastogi +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
100 Modi Mantra Hindi Translation Of 100 Modi Mantras: A Decade of India's Uprising
- Author Name:
Shankar Lalwani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bihar STET Madhyamik Shikshak Patrata Pariksha Uchch Madhyamik Varg Bhugol (PGT) Paper-2 (Class 11 & 12) Geography 15 Practice Sets
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
To Hazirin Hua Yun
- Author Name:
Ankit Chaddha
- Book Type:

-
Description:
अंकित चड्ढा दास्तानगोई के आसमान का सबसे दरख़्शाँ सितारा था जिसको वक़्त ने बड़ी बेरहमी से हम सब से जुदा कर दिया। अंकित ने छह साल मेरे साथ काम किया मगर उन 6 सालों में उसने 20 सालों का सफ़र तय किया। उसमें बला की ख़ुद-एत्तेमादी, बला की कशिश, बला की संजीदगी और बला की शोख़ी थी। दास्तानगोई शुरू करने के साल भर के अन्दर उसने जान लिया था कि उसे यही काम करना है और उसने नौकरी-वौकरी को ताक पर रखकर कबीर पे अपनी ख़ुद साख़्ता ‘ढाई आखर की दास्तान’ बना कर अपनी आमद का डंका बजा दिया था। फिर वो एक के बाद एक नए तजुर्बे, नए साँचे, नए रंग, नए क़हक़हे बिखेरता चला गया। दास्तान-ए-एलिस में उसने बच्चों को जिस तरह रिझाया वो कोई बहुत ग़ैरमामूली तौर पर सच्चा और बिरला इंसान ही कर सकता था। ये उसका जौहर था की जिसने एक बार उसको देखा वो उसका गिरवीदा हो गया। वो सिर्फ़ दास्तानें नहीं सुनाता था लोगों के दिलों में जाकर बैठ जाता था और वो आज भी उन हज़ारों लोगों के दिलों में बैठा हुआ है जिन्हें उससे दास्तान सुनने का शर्फ़ हासिल हुआ। इस किताब में उसकी लिखी और तदवीन की हुई ढेरों दास्तानें हैं। कहीं शगुफ़्तगी है, कहीं तंज़ है, कहीं हंसी की फुहार है, कहीं दिल-गिरफ़्तगी है, मगर उसके यहाँ हुज़्न में भी हुस्न है, तल्ख़ी में भी प्यार है। कहीं कबीर है, कहीं खुसरो हैं, कहीं गांधी है, कहीं चींटियाँ हैं, कहीं खानाबदोश हैं। ये किताब अंकित की यादगार है। उसका नेमुल-बदल है। दिलफ़रेब, हसीन, ख़ूबसूरत, चुलबुला अंकित आज नहीं है मगर उसकी छोड़ी ये कहानियाँ हमें हमेशा उसकी याद दिलाते रहेंगी अंकित ज़िंदाबाद, पाइँदाबाद।
—महमूद फ़ारूक़ी
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...