Five Children and IT
Author:
Edith NesbitPublisher:
FlyDreams PublicationsLanguage:
HindiCategory:
General-non-fiction0 Reviews
Price: ₹ 239.2
₹
299
Available
FlyWings Classics लेकर आये हैं वर्ल्ड, क्लासिक फंतासी चिल्ड्रेन सीरीज में 'Five Children and IT by E. Nesbit (हिंदी अनुवाद- मोहम्मद अज़ीम) - - - सिरिल, रॉबर्ट, एन्थिया, जेन और हिलेरी अपने माता-पिता के साथ लंदन शहर से दूर गाँव के शांत वातावरण में बने घर में रहने के लिए आते हैं। फिर उन्हें घर के पीछे रेत के पुराने बड़े से टीले के पार खेल-खेल में मिलता है 'सैमिएड' नाम का एक विचित्र रेत-परी, जो प्रागैतिहासिक काल से लंबी नींद के बाद अब जाग उठा है... जिसके पास हैं अद्भुत जादुई शक्तियाँ, जिससे वो उनकी कोई भी इच्छा पूरी कर सकता है...उन जादुई इच्छाओं से उन बच्चों को वो सब कुछ मिलता है जो वो चाहते हैं...अतुल्य सुंदरता, असीमित धन, उड़ने की शक्ति, और भी बहुत कुछ, जिसकी अब तक उन्होंने सिर्फ कल्पनाएं ही की थीं... लेकिन साथ ही उनका नया दोस्त सैमिएड उन्हें चेतावनी भी देता है कि, "जो चाहे वो माँगो... लेकिन ज़रा संभलकर..!" क्योंकि हर जादुई इच्छा पूरी होने के साथ ही बदकिस्मती से हर बार उन्हें करना पड़ता है कई अनचाही मुसीबतों का सामना भी...कभी वो खुद अपने ही घर से बेघर कर दिए जाते हैं, कभी वो खुद को घर से कोसों दूर एक अनजान चर्च-टॉवर पर अकेला फँसा हुआ पाते हैं, कभी उनके छोटे भाई को हर कोई अगवा कर लेना चाहता है तो कभी उनका दूसरा भाई बन जाता है एक विशालकाय दानव... और अभी ये उनके अनचाहे रोमांच की बस एक शुरुआत भर है..!!
ISBN: 9789392723155
Pages: 248
Avg Reading Time: 8 hrs
Age : 0-11
Country of Origin: India
Recommended For You
Bihar Ke Vyanjan – Sanskriti Aur Itihas
- Author Name:
Ravishankar Upadhyay
- Book Type:

- Description: बिहारी खानपान का बेहद समृद्ध इतिहास रहा है. मगध साम्राज्य में जब बिहार लंबे समय तक सत्ता का केंद्र रहा तो यहां से शासन करनेवाले महान सम्राटों ने यहां के व्यंजनों को राज्याश्रय प्रदान किया. इसी कारण प्राचीन राजगृह के इर्दगिर्द आज भी व्यंजनों पर निर्भर कस्बे मौजूद हैं, चाहे वह खाजा के बेमिसाल स्वाद वाला सिलाव हो या पेड़ा बनाने वाला निश्चलगंज. गया में चावल और तिल के साथ प्रयोग कर तिलवा-तिलकुट से लेकर अनरसा जैसा प्रयोगधर्मी स्वाद बनाया गया. प्राचीन पाटलिपुत्र यानी आज का पटना देख लीजिए. यहां पर पुराने शहर में खुरचन, थोड़ी दूर पर बाढ़-बख्तियारपुर और धनरूआ में लाई, तो मनेरशरीफ में नुक्ती वाले लड्डू हैं. बड़हिया में रसगुल्ले हैं. भोजपुर इलाके के उदवंतनगर में खुरमा, ब्रह्मपुर में गुड़ई लड्डू, गुड़ की ही जलेबी तो बक्सर में सोनपापड़ी है. थावे, गोपालगंज चले जाइए तो वहां पर आपको पेडुकिया मिलेगा. मिथिला के दही- चूड़ा से लेकर अरिकंचन और बेसन के गट्टे की सब्जी के क्या कहने! ये उदाहरण तो बस बानगी हैं, आप राज्य के जिस किसी हिस्से में चले जाइए वहां पर आपको कोई न कोई बेमिसाल स्वाद मिल जाएगा. इस किताब में आपको बिहार की स्वाद परंपरा का लिखित इतिहास और सांस्कृतिक प्रयोग के अनुभव पढ़ने को मिलेंगे जो चौथी शताब्दी से शुरू होकर आजतक जारी है.
Gandhi Ke Desh Mein
- Author Name:
Sudhir Chandra
- Book Type:

-
Description:
विवेक, सन्मति और सदाशयता के धनी चिन्तक, विख्यात इतिहासकार सुधीर चन्द्र की निबन्ध पुस्तक।
‘‘सत्य, अहिंसा, प्रेम, अस्तेयादि एक झटके में और कायमी तौर पर लोगों की ज़िन्दगी में परिवर्तन ला देनेवाले गुण नहीं हैं। ख़ुद गांधी सारी ज़िन्दगी अपने को गांधी बनाने में लगे रहे थे। पर गांधी के नाम पर सब कुछ निछावर करनेवालों ने क़ुर्बानियाँ जो भी की हों, उन लोगों ने अपने को वैसा बनाने की कोशिश नहीं की जैसा बनकर ही गांधी का स्वराज हासिल हो सकता था।’’
‘‘गांधी की हमारी समझ गम्भीर रूप से अपूर्ण रहेगी जब तक हम अहिंसा के परिप्रेक्ष्य में उस हिंसा के स्वरूप और परिस्थितियों को समझने की शुरुआत नहीं करते, जिसे नैतिक हिंसा कहा जा सके।’’
‘‘समलैंगिकता को अप्राकृतिक या अस्वाभाविक मान लेने का आधार क्या है? इसी से जुड़ा एक बुनियादी सवाल भी उठता है : क्या किसी कर्म का अप्राकृतिक होना काफ़ी है उसे दंडनीय अपराध बनाए जाने के लिए? किसी कर्म का प्राकृतिक या अप्राकृतिक होना—जिस हद तक इस तरह का निर्धारण सम्भव है—उसे अपराध की श्रेणी में न तो लाता है और न ही उससे बाहर रखता है। हिंसा और वासना से जुड़े तमाम अपराधों को प्राकृतिक कृत्यों के रूप में देखा जा सकता है। दूसरी तरफ़ सभ्यता और संस्कृति का विकास उत्तरोत्तर हमें प्रकृति से दूर लाता आया है।’’
‘‘जो मैं नहीं समझ पाता वह है बहुत सारे लोगों का विश्वास, देरीदा की मिसाल देते हुए कि, ‘डीकंस्ट्रक्शन’ और परिणामस्वरूप उत्तर-आधुनिकतावाद ‘एमॉरल’—नैतिक-अनैतिक से परे—है। देरीदा को, न कि देरीदा के बारे में, थोड़ा ही सही, पढ़े बगै़र कुछ प्रचलित भ्रान्तियों को मान लेना बौद्धिक आलस है।’’
देश के गतिशील समकालीन यथार्थ को समझने के लिए एक ज़रूरी पाठ।
Perspective
- Author Name:
Rajesh Aggarwal
- Book Type:

- Description: Only an awakened person can be a true leader. He will share his experiences rather than imposing them on others. A leader should have clarity and capacity to explain any situation before the others and give them freedom to choose according to their own understanding. That knowledge is a true knowledge which is able to eradicate completely the venomous diseases, like unrealistic desires, anger, laziness, greed, pride, tension and depression from its root. When the source of the problem has been identified and salvaged, the solution comes automatically because alertness is the only key and the final solution to any problem. A person can truly love only when from the core of his heart, he eradicates all negativities, jealousy, hatred, inferiority complex, false hopes and fills himself with immense love. If a person really desires to become strong, there should be a balance and synchronisation of all the three qualities — traditions, thoughts and behavior. —from this book These gems of thoughts will inspire you and transform your life, thus giving contentment, satisfaction, happiness and all the good virtues.
The Diary Of Young Girl
- Author Name:
Anne Frank
- Rating:
- Book Type:

- Description: ऐन फ्रैंक की जिन्दगी शायद गुमनाम ही रहती, अगर उसके पिता 1947 में उसकी डायरी प्रकाशित न करते। ऐन की डायरी उसके लिए स्वयं को पूरी ईमानदारी और साफ दिल से अभिव्यक्त करने की जगह थी। उसने निस्संकोच सब कुछ लिखा, कुछ भी नहीं छिपाया और डायरी के पन्नों पर खुद को खोलकर रख दिया। आज ऐन फ्रैंक की डायरी उन सबसे अहम दस्तावेज़ों में से एक है, जो हिटलर के पागलपन के बावजूद बचे रह गए। आधिकारिक अभिलेखों व राजनीतिक भाषणों से अलग केवल पीड़ित व बचे हुए लोगों की आवाज़ों के ज़रिये ही ऐतिहासिक त्रासदियों से मानवीय कथा का ताना-बाना बुना जा सकता है और ऐन की डायरी यही करती है। लिखना शुरू करने के समय वह तेरह साल की थी। होलोकोस्ट यानी यहूदियों के सामूहिक संहार को लेकर हुए विवादों व विचार-विमर्श के बीच ऐन की डायरी पीड़ित के पक्ष की तरफ से बहुत | सतर्कतापूर्वक तैयार किए गए और सारगर्भित दस्तावेज़ों में से एक है। और यह उस संहार का प्रतीकात्मक विषय बन चुका है। उसकी डायरी । | ने होलोकोस्ट के पीड़ितों को गुमनाम होने से बचाए रखा है। उसने | अपने जैसे बाक़ी लोगों को एक चेहरा और एक जिंदगी दी है। यह डायरी होलोकास्ट की विभीषिका का वर्णन न होकर, छिपकर गुप्त | भवन में रह रही एक यहूदी तरुणी की दिनचर्या, परिवार और दोस्तों के साथ सम्बन्ध, उसके डर, सपनों और इच्छाओं का दस्तावेज़ है।
Buniyadi Taleem
- Author Name:
A. Arvindakshan
- Book Type:

- Description: जब हम गांधी जी द्वारा परिकल्पित तथा कार्यान्वित बुनियादी शिक्षा की बात करते हैं तो अजीब-सा अनुभव महसूस हो सकता है, क्योंकि गांधी जी की बुनियादी शिक्षा-परिकल्पना के साथ आज के शिक्षा-जगत् का कोई सम्बन्ध नहीं है। प्रस्तुत पुस्तक का विचारणीय विषय यही है कि गांधी जी द्वारा परिकल्पित बुनियादी शिक्षा की मूल्यदृष्टि क्या है और आज उसे किस तरह से देखा-परखा जाना चाहिए तथा आज की नूतन शिक्षा-पद्धति के साथ इसको कैसे मिलाया जाना चाहिए। गांधी जी सचमुच एक आत्मसजग पीढ़ी भारत के लिए तैयार करना चाहते थे। इसलिए प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा को केन्द्र में रखा। ऐसे में हमें यह सोचना चाहिए कि मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा, सभी तबकों के विद्यार्थियों को समान सुविधाओं वाली पाठशालाओं की परिकल्पना और उन्हें सुविधाएँ उपलब्ध कराना, शिक्षा-पद्धतियों को समान बनाना, अध्यापक-प्रशिक्षण को वैज्ञानिक बनाना, सुविधाओं से वंचित सामाजिक तबके के विद्यार्थियों को समकक्ष तक ले आने योग्य पद्धतियों व योजनाओं का अखिल भारतीय स्तर पर आविष्कार करना आदि समान दृष्टि से जब तक कार्यान्वित नहीं होगा, तब तक बुनियादी शिक्षा का यह मातृभाषा में शिक्षण का सपना अतीत का अवैज्ञानिक सपना ही सिद्ध हो सकता है। पुस्तक में बुनियादी तालीम के विभिन्न पक्षों पर सारगर्भित लेख प्रस्तुत करने का प्रयास है। इस विषय पर गम्भीर चिन्तन के लिए यह एक प्रवेशिका का कार्य करेगी, इसी आशा के साथ इसे पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।
Prasangvash : Sahitya Aur Samaj ki Chand Bahasen
- Author Name:
Pranay Krishna
- Book Type:

-
Description:
यह पुस्तक ऐसे लेखों का संग्रह है जो पिछली एक चौथाई सदी से कुछ अधिक समय में भिन्न-भिन्न प्रसंगों तथा अवसरों पर लिखे गए हैं। इन लेखों के विषय नए-पुराने सभी तरह के हैं, लेकिन उन पर चली बहसें नितान्त समकालीन होने के चलते लेखों का सम्बन्ध भी समकालीन वैचारिक परिवेश से है-राजनीति, समाज और साहित्य के अनेक सवाल व्याख्या, पुनर्व्याख्या, दुर्व्याख्या की अनिवार्य प्रक्रियाओं से गुजरते हैं- व्याख्या की राजनीति में हस्तक्षेप ही इन लेखों का मुख्य मकसद है।
पुस्तक के कई लेख पहले भाषण के रूप में सामने आए, बाद को प्रकाशित होने के बाद लेख बन गए। सभी लेख जिन पत्रिकाओं में, जिस साल प्रकाशित हुए, उनका उल्लेख हर लेख के आखीर में कर दिया गया है, भाषणों के सन्दर्भ भी इसी प्रकार दर्ज हैं, कुछेक ऐसे भाषण भी है, जो लेख रूप में प्रकाशित नहीं हुए थे।
Pais Paryavaransanvadacha
- Author Name:
Santosh Shintre
- Book Type:

- Description: हे पुस्तक सजग, सर्वसामान्य वाचकांसमोर भारतीय निसर्ग-पर्यावरण आणि त्यातील आर्थिक, सामाजिक, राजकीय गुंतागुंत सविस्तर उलगडते.पर्यावरण क्षेत्रात सक्रिय व्यक्ती/संस्था/समूहांना आजवर पडलेल्या बहुतांश अनुत्तरित प्रश्नांची समर्पक उत्तरे देणारे; निव्वळ ‘झाडे लावा, वाघ वाचवा' ह्यांच्यापलीकडे असणारा पर्यावरण प्रश्नांवरील उपायांबाबतचा संवाद-आवाका भारतीय संदर्भ घेऊन समजवणारे आणि इथल्या पर्यावरण समस्या निवारण्यासाठी आवश्यक संवादाच्या दिशा अचूक दर्शवणारे हे पुस्तक आहे.पर्यावरणसंवादाचे सामाजिक न्याय, विज्ञान, समाजशास्त्र, व्यवस्थापन, राज्यशास्त्र, मानसशास्त्र, तंत्रज्ञान, विक्री-कौशल्ये या अन्य विद्याशाखांशी गहिरे नाते असते. हे पुस्तक ते विस्तृत रीतीने दर्शवते. संबंधित विषयांच्या अभ्यासकांना, अध्यापकांना, संशोधकांना या आंतरविद्याशाखीय अभ्यासक्षेत्रातील भावी अभ्यास-संशोधनाचे थांबे, हे पुस्तक स्पष्ट करते. पैस पर्यावरणसंवादाचा | संतोष शिंत्रे Pais Paryavaransanvadacha I Santosh Shintre
Scientific Nuclear Engineering Research Paper of Dr. Suresh K. Haware (BARC)
- Author Name:
Dr. Suresh Haware
- Book Type:

- Description: This book doesn't have any descriptions.
Directors
- Author Name:
Deepa Deshmukh
- Book Type:

- Description: लाखो/करोडो प्रेक्षकांच्या मनाला दशकानुदशकं भुरळ पाडणारं माध्यम म्हणजे चित्रपट. मनोरंजनातून लोकांना सजग आणि जागरूक करणारं सशक्त माध्यम म्हणजेही चित्रपटच. अगदी सर्वसामान्यांपासून ते दिग्गज बुद्धिवंतांपर्यंत आपली स्वप्नं रंगवण्याची, घटकाभर वास्तवाचा विसर पाडण्याची ताकद या माध्यमात आहे. चित्रपट बघताना कधी आपण आपलंच प्रतिबिंब बघतो आहोत असं वाटतं. चित्रपटातल्या पात्रांच्या सुखदु:खांशी, वेदनांशी, परिस्थितीशी आपण एकरूप होतो. कधी आपण भारावून जातो, तर कधी अंतर्मुख होऊन विचार करू लागतो. चित्रपट निर्मिती ही एक सांघिक कृती आहे, तिच्यामागे अनेकांचे परिश्रम असतात असं आपण म्हणत असलो, तरी ‘कॅप्टन ऑफ द शीप' हा त्या चित्रपटाचा दिग्दर्शक असतो हेच खरं. हा दिग्दर्शक किती तरल आहे, किती सर्जनशील आहे यावर त्या चित्रपटाची परिणामकारकता अवलंबून असते. दीपा देशमुख लिखित आणि मनोविकास प्रकाशन प्रकाशित ‘डायरेक्टर्स' या पुस्तकामध्ये सत्यजीत रे, व्ही. शांताराम, राज कपूर, बिमल रॉय, गुरू दत्त, हृषिकेश मुखर्जी आणि श्याम बेनेगल अशा काही निवडक दिग्दर्शक मंडळींचा अंतर्भाव केला आहे. ‘डायरेक्टर्स' हे पुस्तक चित्रपटांबद्दल बोलतं, तेव्हा वाचकाला त्यात रमवून टाकतं. दिग्दर्शकांबद्दल बोलतं, तेव्हा प्रतिकूल परिस्थितीशी कसा सामना करावा ते सांगतं. यातल्या कलंदरांबद्दल बोलतं, तेव्हा आपलं जगणं अधिक समृद्ध आणि अर्थपूर्ण कसं करायचं हे सांगतं. ज्याप्रमाणे दृश्यानुभवातून प्रेक्षकांना खिळवून ठेवण्याची ताकद चित्रपटांमध्ये असते, त्याचप्रमाणे अक्षरानुभवातून ते कथानक, ते प्रसंग, तो काळ आणि त्या व्यक्तींना जिवंत करण्याची लेेखिकेची ताकद या पुस्तकामधून प्रकर्षाने जाणवते. त्यामुळे काळाच्या पुढे बघायला लावणारे, मानवता हाच खरा धर्म असं सांगणारे, सत्य, अहिंसा आणि प्रेम यांचा विचार रुजवणारे चित्रपट आणि त्यांचे दिग्दर्शक यांची ओळख रसाळ, ओघवत्या आणि सोप्या भाषेत एक रसिक आणि आस्वादक म्हणून लेखिकेने करून दिली आहे. डायरेक्टर्स । दीपा देशमुख Directors । Deepa Deshmukh
Bharat Mein Darshanshastra
- Author Name:
Mrinal Kanti Gangopadhyay
- Book Type:

-
Description:
‘दर्शनशास्त्र : पूर्व और पश्चिम’ ग्रन्थमाला की यह तीसरी पुस्तक है, जिसके लेखक डॉ. मृणालकान्ति गंगोपाध्याय की गणना भारतीय संस्कृति और दर्शन के विशिष्ट विद्वानों में की जाती है।
ऋग्वैदिक काल से लेकर ईसा की पहली शताब्दी तक लगभग डेढ़ हज़ार वर्ष के दौरान भारतीय दर्शन में ईश्वरवादी-विचारवादी चिन्तन से लेकर लोकायत जैसी भौतिकवादी दर्शनिक धाराएँ देखने को मिलती हैं। प्रस्तुत पुस्तक में विद्वान लेखक ने इन समस्त धाराओं का मन्थन करते हुए भारतीय दर्शन की प्रकृति और अन्तर्वस्तु का यथार्थवादी परिचय दिया है।
पुस्तक की प्रस्तावना में भारतीय दर्शन की कुछ मूलभूत विशेषताओं की सामान्य विवेचना की गई है, और उसके पश्चात् प्रमुख सम्प्रदायों—उनके प्रणेताओं और ग्रंथों के साथ-साथ उनके बुनियादी सिद्धान्तों की चर्चा की गई है। भारतीय विचारकों ने दर्शन की महत्त्वपूर्ण समस्याओं पर अपने-अपने तरीक़े से जो तर्क-वितर्क किया था, उसकी विवेचना भी प्रस्तुत पुस्तक में है।
निस्सन्देह इस विषय पर अनेक पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध हैं, परन्तु डॉ. गंगोपाध्याय ने वस्तुनिष्ठता बनाए रखने के लिए पुरानी लीक पीटने के स्थान पर विवेचना की नई विधि अपनाई है और भारतीय दर्शन को, पांडित्य का प्रदर्शन किए बिना, ऐसे सरल शब्दों में प्रस्तुत किया है कि यह पुस्तक उन सामान्य पाठकों के लिए भी उपयोगी हो गई है, जिनमें से कुछ के लिए, सम्भव है, यह अपने विषय की पहली पुस्तक हो। तथापि, हम आशा करते हैं कि दर्शन के विद्यार्थियों के लिए भी यह पुस्तक विचारोत्तेजक और ज्ञानवर्द्धक सिद्ध होगी।
Satta Ki Vaidhata (Malayalam Edition)
- Author Name:
Dilip Sinha
- Book Type:

- Description: This Book Doesn't have a Description.
Finding The Raga
- Author Name:
Amit Chaudhuri
- Book Type:

- Description: By turns essay, memoir and cultural study, Finding the Raga is Amit Chaudhuri’s singular account of his discovery of, and enduring passion for, North Indian music: an ancient, evolving tradition whose principles and practices will alter the reader’s notion of what music might – and can – be. Tracing the music’s development, Finding the Raga dwells on its most distinctive and mysterious characteristics: its extraordinary approach to time, language and silence; its embrace of confoundment, and its ethos of evocation over representation. The result is a strange gift of a book, for musicians and music lovers, and for any creative mind in search of diverse and transforming inspiration.
Monasticism and Devotion to God
- Author Name:
Suhail Ahmad Farooqi +1
- Rating:
- Book Type:

- Description: Tanqidi aur Taqaabuli Mutaalena is the first of its kind in Urdu Language where tasawwuf and bhakti have been dealt with simultaneously, and that too in the real perspective of both trends. It reveals, in nutshell, that there may be apparent similsarities among tasawwuf , mysticism or surrealism and bhakti but they all have different concepts or no concept of God. Therefore, they are not one and the same indeed. However, all the three spritual courses emphasize on benevolence and doing good to humanity and rendering service Tanqidi aur Taqaabuli Mutaalena is the first of its kind in the Urdu language where tasawwuf and bhakti have been dealt with simultaneously, and that too in the real perspective of both trends. It reveals, in a nutshell, that there may be apparent similarities among tasawwuf, mysticism or surrealism, and bhakti, but they all have different concepts or no concept of God. Therefore, they are not the same, indeed. However, all three spiritual courses emphasise benevolence doing good to humanity and rendering service to the creatures of God. An attempt has also been made to find out the similarities and differences between the oneness of God (Tauheed) and Vedic monotheism on one hand and wahdatulwujud (unit of existence) and wahdatushshuhud (unity of divine manifestation) on the other, to the creatures of God. An attempt has also been made to find out similarities and differences between the oneness of God (Tauheed) and Vedic monotheism on one hand and wahadatulwujud (unit of existence) and wahdatushshuhud (unity of divine manifestation) on the other.
GK QUIZ
- Author Name:
Anish Bhasin
- Book Type:

- Description: "सवाल करना और उनके जवाब पाने की उत्सुकता व्यक्ति में सहज ही खोजी जा सकती है। पृथ्वी कैसे बनी? महासागर कहाँ से आए? महाद्वीप कैसे बने? मनुष्य का क्रमविकास कैसे हुआ? पृथ्वी पर जंतु ज्यादा हैं या मनुष्य? मनुष्य को दहलानेवाले जलजले, सुनामी, ज्वालामुखी कैसे बनते हैं? इस प्रकार के प्रश्नों के प्रति व्यक्ति आरंभ से ही जिज्ञासु रहा है। प्रश्न करने और उनका समुचित समाधान पाने से व्यक्ति की मेधा और तर्क शक्ति को बल मिलता है। इसी ज्ञानार्जन से व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करता है। आज के युग में हर क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्द्धा है और प्रतियोगी को हर परीक्षा में नएनए प्रकार के प्रश्नों का सामना करना पड़ता है। प्रस्तुत पुस्तक भी प्रश्नोत्तरी द्वारा ज्ञानवर्द्धन की कड़ी में एक महती प्रयास है। इसके अध्ययन से पाठक लाभान्वित होकर सफलता के नए सोपान चढ़ेंगे। इसका एकएक प्रश्न उत्तर के साथ जुड़कर आपकी जानकारी में श्रीवृद्धि कर सकता है।"
Buddha Aani Tyancha Dhamm
- Author Name:
DR. B.R. Ambedkar
- Book Type:

- Description: डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांचे रामायण-महाभारत हे ग्रंथ वाचून समाधान झाले नाही तेव्हा ते बुद्धांकडे वळले. बौद्ध धर्म हा एकमेव असा धर्म आहे की, विज्ञानाने जागृत झालेला समाज तो सहर्ष स्वीकारील. मानवासाठी कल्याणकारी असणाऱ्या या धर्मात उच्च-नीच, श्रेष्ठ-कनिष्ठ, स्त्री-पुरुष, स्पृश्य-अस्पृश्य असा कोणताही भेद नाही. समानता हेच तत्त्व या धम्मात व्यापून आहे. ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय' हे या धम्माचं मध्यवर्ती सूत्र आहे. हे तत्त्वज्ञान त्यांनी ‘बुद्ध आणि त्यांचा धम्म' या ग्रंथातून विस्तृतपणे मांडलेले आहे. गौतम बुद्धांच्या जीवन आणि तत्त्वज्ञानावर, समाजातील मौलिक प्रश्नांवर विवेचन करणारा हा एकमेवाद्वितीय ग्रंथ होय. सबंध मानवास समृद्ध जीवन जगण्याचा मार्ग दाखवणारा हा एक प्रमाण ग्रंथ म्हणता येईल.डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांनी लिहिलेला हा अखेरचा ग्रंथ असून त्यांच्या सर्व ग्रंथांत या ग्रंथाला सर्वाधिक महत्त्व आहे. त्यांची भूमिका धर्मचिकित्सकाची होती. तर्काला पटेल ते स्वीकारायचं आणि न पटेल ते नाकारण्याचं धम्मात दिलेलं स्वातंत्र्य घेऊनच ‘बुद्ध आणि त्यांचा धम्म' हा ग्रंथ त्यांनी लिहिला.मूळ इंग्रजीत असणारा हा ग्रंथ मराठी, हिंदी, गुजराती, तेलुगू, तमिळ, कन्नड, पंजाबी आदी भाषांत अनुवादित झालेला आहे. या ग्रंथावर ‘अ जर्नी ऑफ सम्यक बुद्ध' हा चित्रपटसुद्धा प्रदर्शित झालेला आहे.गौतम बुद्ध आणि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांवर ज्यांची प्रगाढ निष्ठा आहे त्यांच्यासाठी आणि विद्यार्थी, ज्ञानसाधक, अभ्यासक आदींना प्रस्तुत ग्रंथ नक्कीच अत्यंत उपयुक्त ठरेल. Buddha Aani Tyancha Dhamm | Bharatratna Dr. Babasaheb Ambedkar बुद्ध आणि त्यांचा धम्म | भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर
I Gaze, Therefore I Am
- Author Name:
Subramoniam Rangaswami
- Book Type:

- Description: We live in a visual age. I Gaze, Therefore I Am is a book on medical gaze first described by Michel Foucault, French philosopher and historian of ideas. The journey the medical gaze has taken from its archaic beginnings to our era of digital culture has been noteworthy. In this book, Rangaswami takes us through this historic journey, blending stories from the history of science and medicine with a rich collection of tales from scriptures and legends as well as iconic episodes from his personal experience, stirring them in his unique style with a wide range of topics for academic discussions. This book is a compelling narrative of the shifting optics of gaze, especially medical gaze, poised in our age of human transition from Homo visualis to Homo virtualis.
Hindi Nibandh
- Author Name:
Vinod Tiwari
- Book Type:

- Description: यूजीसी (नेट/जेआरएफ) पाठ्यक्रम पर आधारित हिंदी निबंधों का संग्रह|
Safai Devta
- Author Name:
Omprakash Valmiki
- Book Type:

- Description: ख्यात दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि की इस पुस्तक में देश-समाज के सबसे उपेक्षित तबक़े भंगी या वाल्मीकि की ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के साथ मौजूदा वास्तविक स्थिति का सप्रमाण वर्णन करने का प्रयास किया गया है। ‘भंगी’—शब्द सुनकर ही लोगों की भौंहें तन जाती हैं। समाज की उपेक्षा और प्रताड़ना ने उनमें इस हद तक हीनताबोध भर दिया है कि वाल्मीकि समाज के उच्च शिक्षित लोग भी अपनी पहचान छुपाते फिरते हैं। दलितों में दलित यह तबक़ा आर्थिक विपन्नता की दलदल में फँसा है। पुनर्वसन की राजनीति करनेवाले इस तंत्र में इन सफ़ाई कर्मचारियों के पुनर्वसन की ज़रूरत कभी किसी ने महसूस नहीं की। उच्चवर्गीय, ब्राह्मणवादी मानसिकता और सामन्ती सोच-विचार के लोग इन्हें कोई भी सामाजिक अधिकार देने के पक्ष में नहीं हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य ऐतिहासिक उत्पीड़न, शोषण और दमन का विश्लेषण करना है। उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि का आकलन करना है, और उसके सामने खड़ी समस्याओं का विवेचन करना है। इसके लिए ऐतिहासिक विवरण ही काफ़ी नहीं हैं, वर्तमान का मूल्यांकन भी उतना ही आवश्यक है। लेखक का उद्देश्य लम्बे भीषण, नारकीय दौर में वाल्मीकि समाज की उपलब्धियों, संघर्षों की खोज कर, ऐसी मिसाल पेश करना है जो भविष्य के अन्धकार से उसे बाहर निकलने की प्रेरणा दे सके।
Mega-Tantrums Of Mamata : The Wailing Bengal
- Author Name:
Sanjay Rai Sherpuria
- Book Type:

- Description: West Bengal is known for its rich, glorious, and historic heritage. However, over the last ten years, Mamata Banerjee of Trinamul Congress has converted this land of ‘VandeMataram’ and ‘Jana Gana Mana,’ the birthplace of cultural reawakening, into a sanctuary for the terrorists, illegal immigrants, and Rohingya refugees. These traitorous elements, fostering under the protective shield of Mamata, are posing a big threat to internal security. This is a matter of great concern for every nationalist. The deception that Mamata has subjected the citizens of the state to, under the slogan of ‘Maa, Maati and Maanush’, is a blot on the democracy. It is but necessary to re-establish the nationalistic thoughts in Bengal in order to end the evil efforts of breaking the society, reinforce the democratic values and national integrity, and blow the bugle of the reawakening of India. This book, detailing the agony of bleeding and bemoaning Bengal, makes you introspect and invokes a feeling of confidence in the socio-cultural reformation of Bengal.
Yah Jivan Arpit Bachchon Ko
- Author Name:
Asharani Vohara
- Book Type:

- Description: आज के जागरूक बच्चों को ज्ञान-विज्ञान की हर दिशा से परिचित कराया जा रहा है। विषय कोई भी हो, यदि वह बाल-सुलभ जिज्ञासा उत्पन्न कर सरल ढंग से उसका समाधान करता चलता है, बालक का मनोरंजन कर उसके ज्ञान में आनन्ददायक वृद्धि करता है तो वह बच्चों के लिए ग्राह्य है। यह पुस्तक इन्हीं विशिष्टताओं का केन्द्र है। नेता और समाजसुधारक बहुत हुए पर वे नाम बहुत कम हैं जो मुख्यतः बच्चों के हितों को ही समर्पित रहे। क्या इन नामों से स्वयं बच्चों को परिचित नहीं कराना चाहिए? इसी विचार और प्रयत्न का परिणाम है यह छोटी-सी पुस्तक। इस पुस्तक में बच्चों के रुझान और उत्थान को समर्पित विश्व-भर से चुने हुए केवल सात नाम हैं, जिन्हें पढ़ते समय बच्चों को लगेगा, वे तो उनके अपने हैं—कितने निकट अौर परिचित।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.