Hena Horuvavana Vrutthantha
Author:
Cyrus Mistry, B.R. JayaramrajePublisher:
Sahitya AkademiLanguage:
KannadaCategory:
Contemporary-fiction0 Reviews
Price: ₹ 199.2
₹
240
Available
ಮೂಲ ಲೇಖಕರು : ಸೈರಸ್ ಮಿಸ್ತ್ರಿ
ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ : ಬಿ.ಆರ್.ಜಯರಾಮರಾಜೇ ಅರಸ್
ನಾಟಕ, ಪತ್ರಿಕೋದ್ಯಮ ಕ್ಷೇತ್ರದ ನಂಟಿನ ಜೊತೆಗೆ ಸಣ್ಣ ಕತೆಗಾರನಾಗಿ ವ್ಯಾಪಕ ಸಾಹಿತ್ಯ ಕೃಷಿ ಮಾಡಿರುವ ಸೈರಸ್ ಮಿಸ್ತ್ರಿ ಅವರ ‘ಕ್ರಾನಿಕಲ್ ಆಫ್ ಎ ಕಾರ್ಪ್ಸ್ ಬೇರರ್’ ಇಂಗ್ಲಿಷ್ ಕಾದಂಬರಿಯ ಅನುವಾದ ಈ ಹೊತ್ತಿಗೆ.
2013ನೇ ಸಾಲಿನಲ್ಲಿ ಸಾಹಿತ್ಯ ಅಕಾಡೆಮಿ ಪ್ರಶಸ್ತಿ ಪಡೆದ ಈ ಕೃತಿಯನ್ನು ಬಿ.ಆರ್.ಜಯರಾಮರಾಜೇ ಅರಸ್ ಅನುವಾದಿಸಿದ್ದಾರೆ.
ಕಾದಂಬರಿಯ ಪುಟ ತಿರುವಿದಂತೆ ಕಥೆಯು ಬಾಂಬೆಯಲ್ಲಿ 1942ನೇ ಇಸವಿಯ ವರ್ತಮಾನ ಕಾಲದಿಂದ ಆರಂಭವಾಗಿ ಭೂತಕಾಲದಲ್ಲಿ ಸಾಗುತ್ತಾ ಅಪೂರ್ಣ ಭವಿಷ್ಯ ಬಿಚ್ಚಿಕೊಳ್ಳುತ್ತಾ ಮುನ್ನಡೆದಿದೆ. ಇಲ್ಲಿ ‘ಎಲ್ಚಿ’ (ಫಿರೋಜ್ ಎಲ್ಚಿದಾನ) ಕಥಾನಾಯಕ. ಪಾರ್ಸಿ ಉಪಜಾತಿಗೆ ಸೇರಿದ ಅಸ್ಪೃಶ್ಯರಾದ ಹೆಣಹೊರುವವರ ಬದುಕಿನ ವೃತ್ತಾಂತ ಇಲ್ಲಿದೆ. ಫಿರೋಜ್ ಸಮಾಜದ ಪ್ರಬಲ ವರ್ಗಕ್ಕೆ ಸೇರಿದ ಪುರೋಹಿತರೊಬ್ಬನ ಮಗ. ‘ಖಾಂಧಿಯಾ’ (ಹೆಣ ಹೊರುವವರು) ಜಾತಿಗೆ ಸೇರಿದ ಸೆಪಿಡೆಹ್ (ಸೆಪ್ಪಿ) ಎಂಬುವವಳನ್ನು ಪ್ರೀತಿಸುತ್ತಾನೆ.
ಮಗಳನ್ನು ಮದುವೆಯಾಗಬೇಕಾದರೆ ಹೆಣ ಹೊರುವ ವೃತ್ತಿ ಸ್ವೀಕರಿಸಿ, ತಮ್ಮ ಜೊತೆಯೇ ಬದುಕಬೇಕು ಎನ್ನುವ ಸೆಪ್ಪಿ ತಂದೆಯ ಷರತ್ತಿಗೆ ಒಪ್ಪಿ ಆಕೆಯನ್ನು ಮದುವೆಯಾಗುತ್ತಾನೆ. ಇದಕ್ಕಾಗಿ ತಂದೆ, ತಾಯಿ, ಸಮುದಾಯವನ್ನೂ ತೊರೆದು ಬರುತ್ತಾನೆ. ಮಗಳ ಜನನದ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಸೆಪ್ಪಿ ನಿಧನ, ಎಲ್ಚಿ ಬದುಕಿಗೆ ತಿರುವಾಗುತ್ತದೆ. ಆತ, ಈ ನೋವಿನಲ್ಲೂ, ತುಳಿತಕ್ಕೊಳಗಾಗುತ್ತಿರುವ ಖಾಂಧಿಯಾ ಜನರ ಬದುಕಿನಲ್ಲಿ ಬದಲಾವಣೆ ತರುವತ್ತ ಪಾರ್ಸಿ ಪಂಚಾಯತ್ ವಿರುದ್ಧ ದಂಗೆಯನ್ನೂ ಆರಂಭಿಸುತ್ತಾನೆ. ದ್ವಿತೀಯಾರ್ಧದಲ್ಲಿ ಕಥೆಯ ಈ ನಿರೂಪಣೆ ಭಾರತದ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ಸಂಗ್ರಾಮದ ಘಟನೆಗಳಿಗೆ ಸಮಾನಾಂತರವಾಗಿ ಸಾಗುತ್ತದೆ. ಉಸಿರು ಬಿಗಿಹಿಡಿದು ಕಥೆಯನ್ನು ಓದುವಂತೆ ಪ್ರೇರೇಪಿಸುತ್ತದೆ. ಪಾರ್ಸಿ ಸಂಸ್ಕೃತಿಯು ಕೃತಿಯುದ್ದಕ್ಕೂ ಉಸಿರಾಡಿದೆ. ಕನ್ನಡ ಸಾಹಿತ್ಯಕ್ಕೆ ಹೊಸತನ್ನು ಸೇರಿಸುವಲ್ಲಿ ಈ ಕೃತಿ ಯಶಸ್ವಿಯಾಗಿದೆ.
ISBN: 9789355484109
Pages: 243
Avg Reading Time: 8 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Konncigeya sahasa
- Author Name:
Anupama K Benachinamardi
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಮಕ್ಕಳ ತಲೆಗೆ ಹಾಕುವ ಟೋಪಿ, ಕೊಂಚಿಗೆಯು ಒಂದು ದಿನ ಗಾಳಿಯಲ್ಲಿ ಹಾರಿ ಹೋಯಿತು. ಹಾಗೆ ಹಾರಿ ಹೋದಾಗ ಏನೇನು ಸಾಹಸ ಮಾಡಿತು? ಎಂಬುದನ್ನು ಕಥೆ ಹೇಳುತ್ತದೆ.
Kailas Mein Golmaal
- Author Name:
Satyajit Ray
- Book Type:

- Description: महान फ़िल्मकार और अनूठे कथाकार सत्यजित राय के चर्चित जासूस किरदार फेलूदा का एक लोमहर्षक कारनामा है— ‘कैलास में गोलमाल’। इस बहुचर्चित उपन्यास में फेलूदा का सामना होता है प्राचीन मूर्तियों की तस्करी करनेवालों से। भुवनेश्वर के एक प्रसिद्ध मन्दिर से यक्षिणी की मूर्ति के मस्तक गायब होने की घटना से शुरू हुआ यह मामला उस वक्त बेहद पेचीदा हो जाता है, जब सम्भावित तस्कर वस्तुतः एक जासूस निकलता है। रहस्य-रोमांच के बेहद चक्करदार रास्तों से होकर गुजरती इस कथा में भरपूर रोमांच और मनोरंजन तो है ही, देश की ऐतिहासिक और कलात्मक धरोहर के संरक्षण तथा उसके प्रति प्रेम का सन्देश भी निहित है।
Revolution And Counter-Revolution In Ancient India
- Author Name:
DR. B.R. Ambedkar
- Book Type:

- Description: "In Revolution and Counter-Revolution in Ancient India, Dr. B.R. Ambedkar presents a sweeping and insightful historical analysis of social and religious dynamics in ancient Indian society. This work examines the ideological and power struggles that shaped India's history, focusing on the conflicts between Buddhism and Brahmanism. The book highlights how this conflict influenced India's cultural and religious landscape, ultimately leading to the decline of Buddhism in the land of its birth. Ambedkar explores how Buddhism brought revolutionary social changes that challenged the caste hierarchy and promoted values of equality, compassion and rationalism, in contrast to the caste-based system upheld by Brahmanism."
Beticket Muzrim Se Arabpati Banne Ki Kahani
- Author Name:
Rajiv Singh
- Book Type:

- Description: एक वास्तविक समयकाल के समांतर राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक परिदृश्य में स्थित यह उपन्यास, सपने की शक्ति, विश्वास की शक्ति और प्यार की शक्ति की असाधारण कहानी है। यह कहानी है गाँव के एक वंचित लड़के की, जिससे उसके सपने पूरे करने का प्रत्येक अवसर छीन लिया जाता है, लेकिन जीवन में अनेक मुश्किलों का सामना करते हुए भी वह अपने सपने का पीछा करना नहीं छोड़ता। वर्ष 1978 में उत्तर प्रदेश के एक पिछड़े गाँव में जिला कलेक्टर का दौरा गरीब, श्रमिक परिवार के ग्यारह वर्षीय गोदना को आई.ए.एस. अफसर बनने के लिए प्रेरित करता है। क्या वह अपना सपना पूरा कर पाता है या परिस्थितियों के आगे हार मान लेता है? या फिर वह और अधिक ऊँचाइयाँ प्राप्त कर लेता है? क्या जाति आधारित आरक्षण नीतियों से उसे मदद मिलती है? क्या जाति आधारित राजनीति उसे आकर्षित कर पाती है? क्या वह अपने खिलाफ चली गईं चतुर कॉरपोरेट चालों और साजिशों का सामना कर पाता है?
Pachchoon Ka Ghar
- Author Name:
Chandrabhushan
- Book Type:

- Description: लेखक राजनीतिक-सामाजिक रूप से सजग और उद्विग्न हो तो पाठक हर पल कुछ नया पाने की उम्मीद करता है। वह कवि हृदय और पत्रकार भी हो तो यह एक लीथल कॉम्बिनेशन होता है। चंद्रभूषण की राजनीतिक सक्रियता के आरंभिक एक दशक का गवाह होने के नाते मैं भरोसे से कह सकता हूँ कि उनके कहन में अनुभवों का ताप है। विविध विषयों पर लिखने और रमे रहने की उनकी मेधा मुझे ईष्र्या की सीमा तक आकर्षित करती रहती है। मेरे लेखे चंद्रभूषण, जिन्हें हम चंदूभाई कहते हैं, एक दुर्धर्ष पढ़ाकू और घुमंतू व्यक्ति हैं जिसकी अब स्वाभाविक निष्पत्ति लिक्खाड़ की है। चंद्रभूषण की यह कहानी अंतत: एक समय की कहानी है, जो अभी जारी है और जिसमें हम सबका साझा है। —सैयद मोहम्मद इरफान (ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट, एंकर सेलिब्रिटी टॉक शो 'गुफ्तगू') कार्यकर्ता जब कार्यकर्ता है तो उसे पक्षधर होना ही चाहिए। वहीं, पत्रकार से उम्मीद होती है कि वह निष्पक्ष हो जाए। जैसा देखे वैसा रिपोर्ट करे। विश्लेषण में भी तटस्थ रहे। फिर वह कोई छोटी जमात तो है नहीं जो कार्यकर्ता से पत्रकार बनी। गांधीवादी, आंबेडकरवादी, सावरकरवादी, वामपंथी, अति वामपंधी हर धारा के कार्यकर्ता पत्रकार बनते रहे हैं। राजनीतिक कार्यकर्ता से पत्रकार बनने की एक यात्रा चंद्र्रभूषण के भी हिस्से आई है लेकिन पत्रकारिता से जुड़ी तीरंदाजी के किस्से इस किताब में नहीं हैं। यहाँ एक इंसान का जीवन है, जिसकी यात्रा समकालीन इतिहास को आड़े-तिरछे काटती है। एक ऐसा व्यक्ति जो संसार को खुली आँखों देखता है और उसके भद्देपन को अस्वीकार करता है। —दिलीप मंडल (पूर्व संपादक, इंडिया टुडे)
Rajabadal
- Author Name:
Bimal Mitra
- Book Type:

- Description: हिन्दी और बांग्ला में समान रूप से लोकप्रिय कथाकार विमल मित्र के उपन्यास राजाबदल में न कोई राजा है और न कोई राज्य; सिर्फ एक स्कूल है—बलरामपुर हाई स्कूल और उस स्कूल के संस्थापक हैं—गौर पंडित। एक बाप जिस तरह अपने बेटे के निर्माण में अपना सर्वस्व लगा देता है उसी तरह गौर पंडित अपने खून-पसीने से सींच-सींचकर स्कूल का यह बिरवा खड़ा करते हैं। इसके लिए उन्होंने भीख माँगी, पत्नी के जेवर बेचे और क्या-कुछ नहीं किया! लेकिन जैसे-जैसे स्कूल का विस्तार होता गया, गौर पंडित के अधिकार कम होते गए और एक दिन उन्हें स्कूल की कमिटी से हट जाना पड़ा। अपने जीवन के अन्तिम दिनों में उन्होंने हैरानी से देखा कि मालिक बदलने के साथ-साथ जैसे स्कूल का सब-कुछ बदल गया है, भला और बुरा सब-कुछ। और तब जैसे वे तड़प उठे; उन्हें लगा कि उनका मानस-पुत्र पतन के रास्ते पर जा रहा है। वे इस सारी स्थिति को सह नहीं सके और एक अनिर्वचनीय पीड़ा मन में लिये गाँव से विदा हो जाते हैं। चलते समय बार-बार एक प्रश्न उनके मन में उठता है : राजा बदलने के साथ क्या राज्य भी पूरी तरह बदल जाता है? क्या राज्य के लोग तक बदल जाते हैं? इतना ही नहीं, उनका भला-बुरा, शुभ-अशुभ सब कुछ बदल जाता है? गौर पंडित के इस प्रश्न में लेखक ने आज की एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक समस्या को रूपायित किया है। सर्वथा रोचक और भावभीना उपन्यास।
Wah Phir Nahin Aai
- Author Name:
Bhagwaticharan Verma
- Book Type:

- Description: "लेकिन शायद हम झूठ से अलग रह ही नहीं सकते। हमारा सामाजिक जीवन भी तो एक तरह का व्यापार है—आर्थिक न भी सही, भावनात्मक व्यापार, यद्यपि यह अर्थ हमारे अस्तित्व से ऐसे बुरी तरह चिपक गया है कि हम इससे भावना को मुक्त रख ही नहीं पाते। इस व्यापार में माल नहीं बेचा जाता या ख़रीदा जाता, बल्कि भावना का क्रय-विक्रय होता है। हमारा समस्त जीवन ही लेन-देन का है, और इसलिए झूठ की इस परम्परा को तोड़ सकने की सामर्थ्य मुझमें नहीं है। सामाजिक शिष्टाचार निभाने के लिए मैं निकल पड़ा। और कोई काम भी तो नहीं था मेरे पास।" नारी सनातन काल से पुरुष की लालसा का केन्द्र है। जीवन के संघर्षों में फँसकर अभागी नारी को संसार के प्रत्येक छल-कपट का सहारा लेना पड़ता है। किन्तु आधुनिक जीवन-संघर्षों की विषमता में ममता का सम्बल जीवन-नौका के लिए महान आशा है। भगवती बाबू का यह उपन्यास आकार में छोटा होकर भी अपनी प्रभावशीलता में व्यापक है, जिसकी गूँज देर तक अपने भीतर और बाहर महसूस की जा सकती है।
Shipra Ek Nadi Ka Naam Hai
- Author Name:
Ashok Bhowmick
- Book Type:

- Description: Novel
Bina Muradonwala Diya
- Author Name:
Rekha Jha
- Book Type:

- Description: ‘बिना मुरादों वाला दीया’ रेखा झा का लघु उपन्यास है जिसमें समस्तीपुर जिले के पूसा के साथ उन्होंने अपने बचपन के उन दिनों को याद किया है जिन्हें हम सब अपने जीवन में हमेशा अपनी यादों में जीते रहते हैं। छुम छुम बस में छुम-छुम ड्रेस पहनकर मुन्नी का पूसा जाना, वहाँ अपनी झुंड-भर मासियों की नन्ही बिल्ली बन जाना, और उनके साथ उस बड़ी दुनिया से परिचित होना जो उसके लिए अभी बिलकुल नई है। उसे बताया जाता है कि ‘मजार भी एक तरह का मन्दिर ही होता है। जिस तरह मन्दिर में भगवान होते हैं, मजार में पीर बाबा होते हैं।’ सिर्फ यही नहीं, पूसा में आम और लीची के बाग भी हैं जहाँ इतने किस्म के आम और इतनी किस्म की लीचियां हैं कि मुन्नी को स्कूल जाना भी नहीं अखरता। और फिर गुल्लू मासी तो हैं ही! एक मीठे बचपन की यह मीठी कहानी एक रौ में अपने-आपको पढ़वा लेती है; जिस माधुर्य और जीवन्तता के बारे में यह उपन्यासिका बताती है, वह मिठास और जीवन इसकी अपनी बुनावट का भी हिस्सा है।
Ishwar Ki Khoj Mein Trishanku
- Author Name:
Piyush Vinod
- Book Type:

- Description: Novel/Science Fiction
Ishq Koi News Nahin
- Author Name:
Vineet Kumar
- Rating:
- Book Type:

- Description: ‘‘न्यूज़रूम में हत्या, बलात्कार, घोटाले, हाशिए के समाज को लगातार धकेली जानेवाली ख़बरों—और तो और—लव, सेक्स, धोखा पर लॉयल्टी टेस्ट शो की आपाधापी के बीच भी कितना कुछ घट रहा होता है। किसी से क्रश, किसी की याद, कैम्पस में बिताए गए दिनों की नॉस्टेल्जिया, भीतर से हरहराकर आती कितनी सारी ख़बरें, लेकिन टेलीविज़न स्क्रीन के लिए ये सब किसी काम की नहीं। टेलीविज़न के लिए सिर्फ़ वो ही ख़बरें हैं जो न्यूज़रूम के बाहर से आती हैं, वो और उनकी ख़बरें नहीं जो इन सबसे जूझते हुए स्क्रीन पर अपनी हिस्सेदारी की ख़्वाहिशें रखते हैं। 'इश्क़ कोई न्यूज़ नहीं' उन ख़्वाहिशों का वर्चुअल संस्करण है।’’
Mahamatya Ajanta
- Author Name:
P. Prashant
- Book Type:

- Description: Historical Hindi Novel
Kulta
- Author Name:
Rajendra Yadav
- Book Type:

- Description: प्यार और मुक्ति इनसान की बुनियादी आकांक्षाएँ हैं। स्वाभाविक और दुर्निवार। लेकिन यही प्यार अगर उसे अपनी सहज गति को बाधित करने वाला बन्धन लगने लगे तो उसे तोड़कर आगे बढ़ने में भी वह एकपल की देरी नहीं करना चाहता। स्वेच्छा से चुनी गई एक राह को छोड़कर किसी और रास्ते पर बढ़ने का यह निर्णय निर्द्वन्द्व नहीं होता लेकिन प्यार की तलाश में इनसान नए रास्ते पर बढ़ने का जोखिम उठा ही लेता है। ‘कुलटा’ प्यार के इसी प्रमेय को साबित करने वाली कहानी है। मिसेज तेजपाल अपने पति के अनुशासनबद्ध अभिजात परिवेश में खुद को बँधा महसूस करती है जबकि उसका व्यक्तित्व किसी निर्बन्ध झरने जैसा है। यौन सम्बन्धों के असन्तुलन और सैनिक जकड़बन्दी से मुक्ति के लिए वह अपने पवित्र प्यार की राह चुनती है। लेकिन एक स्त्री के अपने चुनाव को हमारा आधुनिक समाज कोई मान्यता नहीं देता। यदि वह अपनी राह स्वयं चुनती है तो उसके लिए कोई क्षमा नहीं है। इसे ही वह चुनौती देती है!... मिसेज तेजपाल पागल और कुलटा नहीं तो क्या है ?
Tumhari Auqat Kya Hai
- Author Name:
Piyush Mishra
- Rating:
- Book Type:

- Description: पीयूष मिश्रा जब मंच पर होते हैं तो वहाँ उनके अलावा सिर्फ़ उनका आवेग दिखता है। जिन लोगों ने उन्हें मंडी हाउस में एकल करते देखा है, वे ऊर्जा के उस वलय को आज भी उसी तरह गतिमान देख पाते होंगे। अपने गीत, अपने संगीत, अपनी देह और अपनी कला में आकंठ एकमेक एक सम्पूर्ण अभिनेता! अब वे फिल्में कर रहे हैं, गीत लिख रहे हैं, संगीत रच रहे हैं; और यह उनकी आत्मकथा है जिसे उन्होंने उपन्यास की तर्ज पर लिखा है। और लिखा नहीं; जैसे शब्दों को चित्रों के रूप में आँका है। इसमें सब कुछ उतना ही ‘परफ़ेक्ट’ है जितने बतौर अभिनेता वे स्वयं। न अतिरिक्त कोई शब्द, न कोई ऐसा वाक्य जो उस दृश्य को और सजीव न करता हो। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ‘अनयूजुअल’—से परिवार में जन्मा एक बच्चा चरण-दर-चरण अपने भीतर छिपी असाधारणता का अन्वेषण करता है; और क़स्बाई मध्यवर्गीयता की कुंठित और करुण बाधाओं को पार करते हुए धीरे-धीरे अपने भीतर के कलाकार के सामने आ खड़ा होता है। अपने आत्म के सम्मुख जिससे उसे ताज़िन्दगी जूझना है; अपने उन डरों के समक्ष जिनसे डरना उतना ज़रूरी नहीं, जितना उन्हें समझना है। इस आत्मकथात्मक उपन्यास का नायक हैमलेट, यानी संताप त्रिवेदी यानी पीयूष मिश्रा यह काम अपनी ख़ुद की कीमत पर करता है। यह आत्मकथा जितनी बाहर की कहानी बताती है—ग्वालियर, दिल्ली, एनएसडी, मुम्बई, साथी कलाकारों आदि की—उससे ज़्यादा भीतर की कहानी बताती है, जिसे ऐसी गोचर दृश्यावली में पिरोया गया जो कभी-कभी ही हो पाता है। इसमें हम दिल्ली के थिएटर जगत, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और मुम्बई की फ़िल्मी दुनिया के कई सुखद-दुखद पहलुओं को देखते हैं; एक अभिनेता के निर्माण की आन्तरिक यात्रा को भी। और एक संवेदनशील रचनात्मक मानस के भटकावों-विचलनों-आशंकाओं को भी। लेकिन सबसे बड़ी उपलब्धि इस किताब की इसका गद्य है। पीयूष मिश्रा की कहन यहाँ अपने उरूज़ पर है। पठनीयता के लगातार संकरे होते हिन्दी परिसर में यह गद्य खिली धूप-सा महसूस होता है।
First Kiss - The Beginning
- Author Name:
Vishnu Nair
- Rating:
- Book Type:

- Description: Sunaina, Virat and DCP Vikrant Sharma are leading normal lives until fate decides to weave their paths into one. Little do they know that this path is nothing like they had ever imagined as it drags them into a tricky web of chaos. On a normal monsoon evening, Sunaina’s life breaks all ties with normalcy when she and her colleagues witness something they shouldn’t have, and that marks the beginning of a new story. But every beginning has its own end – sometimes, the end of a life. After almost getting caught, every day for them is hell on Earth, with death chasing at their heels. Now, they must spend days and nights looking over their shoulders. With the series of incidents that unfold, will Sunaina, Virat, and Vikrant’s lives ever be the same? Or will they collide with danger around every block?
Bakari Aur Bagh
- Author Name:
Pramod Kumar Pathak
- Book Type:

- Description: भारत में लोककथाओं की पुरानी परम्परा रही है। कुछ वर्षों पूर्व तक वह श्रुति साहित्य के रूप में प्रचलन में था लेकिन हाल के वर्षों में विभिन्न अंचलों की लोककथाओं को संग्रहीत कर पुस्तकाकार रूप दिया जा रहा है। यह पुस्तक भी उसी की एक कड़ी है। इसमें पंडित जी का विचार, बकरी और बाघ, किसान की किस्मत, चतुर नौवे की दुर्गति और चालाक कौवा जैसी कुछ रुचिकर लोककथाएँ संकलित की गई हैं।
Super Success @ NLP
- Author Name:
Manoj Keshav
- Book Type:

- Description: ‘‘अपने ऊपर मास्टरी हासिल करने से बड़ा और कुछ भी नहीं है।’’ —लियोनार्डो द विंची ज्यादातर लोग अपने अंदर मौजूद आदतों और पैटर्न से परिचित नहीं होते, जो रोज उनके जीवन में उनके साथ दौड़ रहे होते हैं। आपको अपने बीते कल वाले व्यक्ति से बेहतर बनने का प्रयास करना चाहिए और यह पुस्तक उसी के तरीके बताती है। सीखें कैसे— एन. एल. पी. सेंसरी एक्युइटी एक्सरसाइज के जरिए अपने बारे में जागरूकता को नए आयाम पर कैसे ले जाएँ। दबी हुई भावनाओं और आत्मघाती सोच वाले पैटर्न को पहचानें तथा उनसे निपटें। सीखें कि कैसे अंदरूनी संघर्षों का समाधान करें और शांतिपूर्ण जीवन जिएँ। अपने जीवन की पटकथा को कैसे नए सिरे से लिखें और पुराने पैटर्न को कैसे त्यागें। एन. एल. पी. के धारणा बदलनेवाले अभ्यास से कैसे नई ऊँचाई हासिल करें। रोजाना के हालात से निपटने के लिए अपने दिमाग को प्रशिक्षित करें कि वह आपके लिए काम करे, न कि आपके खिलाफ। अपने अंदर मौजूद शक्ति को खोजें और दूसरों से अपनी तुलना करने का अंदाज हमेशा के लिए बदल डालें।
1984 by George Orwell
- Author Name:
George Orwell
- Book Type:

- Description: "जॉर्ज ऑरवेल की '1984' एक कालजयी साहित्यिक कृति है, जो निगरानी प्रचार और पूर्ण सत्तावादी नियंत्रण से घिरी एक भयावह दुनिया का चित्रण करती है। 'बिग ब्रदर' की सतत निगरानी में अपनी पहचान और मानवता को बचाने के लिए संघर्ष करते विंस्टन स्मिथ की कहानी के माध्यम से ऑरवेल ने स्वतंत्रता, सत्य और छाक्तिगत अस्तित्व के दमन की गहन पड़ताल की है। यह ऐतिहासिक उपन्यास सत्ता के मनोवैज्ञानिक और सामाजिक प्रभाठों पर तीखा विचार प्रस्तुत करता है, साथ ही मानव अधिकारों की नाजुकता और वास्तविकता के नियंत्रण की गहरी समझ प्रदान करता है। प्रतिरोध, सामंजस्य और प्रामाणिकता की सार्वभौमिक खोज पर आधारित इसके विषय आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने इसके पहली बार प्रकाशित होने पर थे। '1984' की प्रासंगिकता समय और संस्कृतियों की सीमाओं से परे जाती है और यह भारत की समकालीन सामाजिक-राजनीतिक वास्तविकताओं से भी गहराई से जुड़ती है।"
Heroic Deceit
- Author Name:
Salim Hansa
- Book Type:

- Description: Ali, a disillusioned corporate employee, seeks solace in a meditation and yoga camp, despite his initial reservations as a devout Muslim. But little does he know, this journey will transform him in unimaginable ways. As Ali discovers his newfound ability to heal, he must navigate the constraints of his power and confront the darkness within. His quest for fame and recognition slowly corrupts his thoughts, testing the boundaries of his faith. Torn between his religious beliefs and the lure of superhero status, Ali must confront the ultimate question: will his actions redeem or destroy him? Dive into a gripping tale of self-discovery, spirituality, and the true meaning of heroism.
Bahu Thakurain Ki Haat
- Author Name:
Rabindranath Thakur
- Book Type:

- Description: सजीवता का स्वत: स्फूर्त चांचल्य बीच-बीच में इस कृति में दिखाई देगा। इसका एक प्रमाण तो यही है कि इस उपन्यास के प्रकाशन के पश्चात बंकिम से एक अयाचित प्रशंसा-पत्र मिला था, वह अंग्रेजी भाषा में लिखा हुआ था। वह पत्र, एक मित्र के सँभालकर न रखे जा सके संग्रह में से खो गया। बंकिम ने अपना अभिमत प्रकट किया था कि पुस्तक यद्यपि कच्ची उम्र की पहली रचना है, फिर भी इसमें क्षमता का प्रभाव दिखाई दिया—उन्होंने इस कृति की आलोचना नहीं की। उसमें, कैशोर्य के भीतर आनन्दोपलब्धि का ऐसा कोई तत्त्व देखा, जिसने उन्हें एक अपरिचित बालक को चिट्ठी लिखने में प्रवृत्त किया। भविष्य की जो परिणति अजानी थी, वही उनके लिए किंचित आशा का आश्वासन लेकर आई थी। उनकी वह उत्साह-वाणी मेरे लिए बहुमूल्य थी। —रवीन्द्रनाथ ठाकुर
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...