Police Aur Samaj
Author:
S. AkhileshPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Academics-and-references0 Ratings
Price: ₹ 200
₹
250
Unavailable
डॉ. एस. अखिलेश द्वारा लिखी गई यह पुस्तक ‘पुलिस और समाज’ एक अनूठी पुस्तक है। यह पुस्तक पुलिस अनुसन्धान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समस्त देश की पुलिस प्रशिक्षण-शालाओं के लिए अनुशंसित पाठ्यक्रम के अनुरूप है। इस पुस्तक की रचना के सम्बन्ध में लेखक की विषय पर पकड़, मौलिक विचार और वैज्ञानिक विश्लेषण प्रशंसनीय है। पुस्तक के सत्रह अध्याय इस प्रकार हैं : ‘राष्ट्रीय स्वतंत्रता-आन्दोलन’, ‘प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं का योगदान’, ‘संविधान की प्रमुख विशेषताएँ’, ‘मौलिक अधिकार : कर्तव्य एवं नीति-निर्देशक सिद्धान्त’, ‘स्वाधीन भारत में राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक परिवर्तन और उनका पुलिस पर प्रभाव’, ‘समाज के दुर्बल वर्ग के लोगों का उत्थान’, ‘राजनीतिक दलों का संगठन एवं उनकी विचारधाराएँ’, ‘राष्ट्रीय एकीकरण’, ‘प्रमुख सामाजिक समस्याएँ’, ‘प्रमुख तात्कालिक घटनाएँ’, ‘मानव व्यवहार’, ‘पुलिस की छवि’,
‘लोक-सम्पर्क एवं लोक-सम्पर्क अधिकारी’, ‘पुलिस-आचरण के सिद्धान्त एवं दृष्टिकोण’, ‘पुलिस का व्यवहार’, ‘नीति और नैतिकता’, ‘शिष्टाचार’, ‘नागरिक अधिकार एवं स्वतंत्रताएँ’।
निस्सन्देह, अपने विषय उद्देश्य में एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण कृति।
ISBN: 9788171193448
Pages: 393
Avg Reading Time: 13 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
UPSSSC Kanisth Sahayak (Junior Assistant Mains) Mukhya Pariksha (20 Practice Sets)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Fasiwadi Sanskriti Aur Secular Pop Sanskriti
- Author Name:
Sudhish Pachauri
- Book Type:

-
Description:
उत्तर-आधुनिक समय में ‘सांस्कृतिक राजनीति’ एक संघर्ष-क्षेत्र बन उठा है। ‘सांस्कृतिक राजनीति’ करके ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’, मूलतः फासिस्ट संस्कृति और सत्ता बनाने को प्रयत्नशील है। उसकी मिसालें यत्र-तत्र दैनिक भाव से बनती हैं। वे इसके लिए ‘पॉपुलर कल्चर’ के चिन्हों का सहारा लेते हैं, माध्यमों का सहारा लेते हैं, जनता में पॉपुलर भावपक्ष का निर्माण कर उसे एक निरंकुश अंधराष्ट्रवादी भाव में नियोजित करते रहते हैं। इसके बरक्स, इसके प्रतिरोध में कार्यरत प्रगतिशील सेकुलर और मानवतावादी विचारों और सांस्कृतिक उपादानों, चिन्हों का लगातार क्षय नज़र आता है। कुछ नए प्रतिरोधमूलक प्रयत्न नज़र आते हैं तो वे अपने स्वरूप एवं प्रभाव क्षमता में ‘हाई कल्चर’ (एलीट) बनकर आते हैं, आम जनता का उनसे कोई आवश्यक संवाद-सम्बन्ध नहीं
बनता।‘पॉपुलर कल्चर’ चूँकि मूलतः और अन्ततः किसी भी तरह के तत्त्ववाद के विपरीत कार्य करती है। इसलिए वह हमेशा केन्द्रवाद, तत्त्ववाद और फासीवाद के ख़िलाफ़ जगह बनाती है और उसके जनतन्त्र के विस्तार की माँग करती है। इस ‘क्रिटीकल’ जगह को तत्त्ववादियों के हड़पने के लिए यों ही नहीं छोड़ा जा सकता। इस जगह में भी संघर्ष करना होगा, क्योंकि यह अब निर्णायक क्षेत्र बन उठा है। ये टिप्पणियाँ इसी चिन्ता से प्रेरित हैं। इसमें मार्क्सवाद और उससे बाहर की बहसें हैं तो समकालीन जीवन में ‘पॉपुलर क्षणों’ के अनुभवों को देखने की कोशिश भी है।
‘पॉपुलर कल्चर’ निष्क्रिय-ग़ुलाम श्रोता-दर्शक नहीं बनाती, वह एक ऐसा जगत बनाती है जो ‘विमर्शात्मक’ होता है। उसे देखने के लिए पॉपुलर संस्कृति की समझ चाहिए। यहाँ उपलब्ध टिप्पणियाँ इस दिशा में पाठकों की मदद कर सकती हैं : इनकी शैली अलग-अलग है क्योंकि हर बार एक चंचल क्षण, एक चंचल जटिल यथार्थ को पकड़ने और विमर्श में लाने की कोशिश है।
Zindagi Anmol Avasar Hai
- Author Name:
Ravindra Nath Prasad Singh
- Book Type:

- Description: आधुनिक जीवन की दौड़ में हम देखते हैं कि युवा वर्ग में कुछ असंतोष और कुछ विद्रोह के भाव एक बेचैनी उत्पन्न कर रहे हैं। इसका कारण यह है कि एक युवा, जो कुछ पाना चाहता है, वह प्राप्त नहीं कर पा रहा है। इसका मतलब यह नहीं कि आज के युवा वर्ग में प्रतिभा या योग्यता नहीं है अथवा उसमें ऊर्जा की कोई कमी है। कमी है तो केवल सकारात्मक सोच की। उन्हें आगे बढऩे हेतु सही मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है। वे अवसर की खोज में दर-दर भटक रहे हैं, परंतु उन्हें अवसर दिखाई नहीं दे रहा है। इसका कारण है कि उन्हें यह नहीं मालूम कि खुद का अनमोल जीवन ही सबसे बड़ा अवसर है। अगर युवा वर्ग की ऊर्जा एवं सोच को सही मार्गदर्शन प्राप्त हो जाए और उन्हें यह समझ में आ जाए कि यह जीवन ही सबसे बड़ा अवसर है, जिसके अंदर छिपी शक्तियों एवं गुणों को जानकर हम अन्य अवसरों को पकड़ सकते हैं, तो उन्हें सर्वत्र अवसर-ही-अवसर दिखाई देंगे। इन्हीं बातों की चर्चा इस पुस्तक में की गई है, जिन्हें पढक़र और उन्हें अपने जीवन में उतारकर व्यक्ति अपने हर सपने को साकार कर सकता है। भय, भ्रम एवं निराशा में घिरे व्यक्तियों के लिए अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायक पुस्तक।
Chhattigarh Ka Itihas
- Author Name:
Dr. Gitesh Kumar Amrohit
- Rating:
- Book Type:

- Description: chhattigarh ka itihas
UPSC Nibandh : Useful For UPSC CSE, State PSC and Other Competitive Examinations
- Author Name:
Snehil Tripathi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
MPPEB MADHYA PRADESH SHIKSHAK PATRATA PARIKSHA-2020 VASTUNISTH PARYAVARAN ADHYAYAN (50 PRACTICE SETS)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
(Super Cracker Series) NTA CUET UG (Section 2 Domain) Physics, Chemistry, Mathematics and Biology Guide Book
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharat Vibhajan Aur Pakistan Ke Shadyantra
- Author Name:
Balbir Dutt
- Book Type:

- Description: This book doesn’t have any desciption.
Prabandh Paribhasha Kosh
- Author Name:
Sudarshan Kumar Kapoor
- Book Type:

-
Description:
आज़ादी के कई दशक बीत जाने के बाद भी विभिन्न विषयों पर हिन्दी में ऐसी मानक व स्तरीय पुस्तक उपलब्ध नहीं थी, जिसमें हिन्दी की मानक तकनीकी शब्दावली का प्रयोग किया गया हो। ख्यात शिक्षाविद् सुदर्शन कुमार कपूर की यह पुस्तक ‘प्रबन्ध परिभाषा कोश’ इस रिक्तता और कमी को पूरा करने की दिशा में सार्थक प्रयास है। इस पुस्तक में प्रबन्ध की विभिन्न शाखाओं—जैसे प्रबन्ध के सिद्धान्त, संगठनात्मक व्यवहार, विपणन, वित्तीय और कार्मिक प्रबन्ध आदि से सम्बन्धित लगभग हज़ारेक संकल्पनाओं की व्याख्या की गई है। लेखक ने वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग द्वारा बताए मानक शब्दावली के सार्थक प्रयोग भी बताए हैं।
पुस्तक की मौलिकता इस बात में सन्निहित है कि इसकी रचना वर्णक्रमानुसार न होकर, प्रबंधशास्त्र से सम्बन्धित विद्यालयीन, स्नातक और स्नातकोत्तर स्तरों पर निर्धारित पाठ्यक्रमों पर आधारित है। छात्रों और शिक्षकों के लिए सन्दर्भ-ग्रन्थ के साथ-साथ सन्दर्शिका के रूप में भी उपयोगी कोश।
Vaishwik Rachnakar : Kuchh Moolbhoot Jigyasayen Bhag 2
- Author Name:
Sudha Om Dhingra
- Book Type:

- Description: Book
BPSC Bihar Lok Seva Aayog Samanya Adhyayan (General Studies) Prarambhik Pareeksha 1992 Se 2023 Tak Solved Papers
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
UPSC: CSAT Samanya Adhyayan Paper-II Solved Papers 2011-2022 (UPSC CSAT General Studies Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Handbook of Communication Skills & English Grammar
- Author Name:
Arvind Shah
- Book Type:

- Description: This book is written with the objective to make English language learning easy for good communication skills. Communication demands adherence to the rules of the language (grammar) and sensitivity to the content, style and presentation. It is therefore, a need that we understand the different aspects of use of correct language to help us to be good communicators. This book has lessons on grammar and communication skills to add efficiency to the expressions of an English language learner. Appropriate chapters of grammar have been written and explained with suitable examples. There are exercises associated with every chapter for practice of grammar and communication skills. There are detailed chapters on oral, visual and written communications to bring forth different aspects of communi-cation for improvement and efficiency. It is author’s conviction and firm belief that the students of English will find this book objectively suitable and meaningfully easy for learning English grammar and communication skills.
Zadakhalachi Shala
- Author Name:
Raghu Babu +1
- Rating:
- Book Type:

- Description: तंत्र्य हा आपल्या शिक्षणाचा पाया असायला हवा! स्पर्धा, बक्षिसं आणि शिक्षेला त्यात स्थान असू नये. मुलं पुस्तकातून लिहायला आणि वाचायला शिकतात; परंतु पुस्तकातला अर्थ त्यांना केवळ अनुभवातूनच समजून घेता येईल. पाठ्यपुस्तकं पाठ करून परीक्षेत पास होणं म्हणजे खरं शिक्षण नव्हे. मुलांनी निरीक्षण व प्रयोग करून नवं ज्ञान मिळवायला हवं. शिकणं ही एक मजेची प्रक्रिया असावी आणि ती आयुष्याच्या वाटचालीचाच एक भाग असावी! Zadakhalachi Shala | Raghubaboo Translation : Sujata Godbole झाडाखालची शाळा | रघुबाबू अनुवाद : सुजाता गोडबोले
GS SCORE Concept Mapping Workbook Indian Economy: the Ultimate Guide to Cover Concepts through MCQs for Civil Services, State PCS & Other Competitive Examinations
- Author Name:
Manoj K. Jha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
DHAROHAR RAJ. BHUGOL EVAM ARTHVYASTHA
- Author Name:
Kunwar Kanak Singh Rao
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Shoodra Kaun The?
- Author Name:
DR. B.R. Ambedkar
- Book Type:

- Description: "शूद्र कौन थे ? डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा 1946 में लिखी गई पुस्तक, जो भारतीय जाति प्रणाली के सबसे निचले वर्ण शूद्रों के इतिहास पर केंद्रित है। यह पुस्तक ज्योतिराव फुले को समर्पित है और शूद्रों को भारत में एक अस्पृश्य जाति मानने की मिथ्या धारणाओं को तोड़ने का प्रयास करती है। आंबेडकर ने वेदों और महाभारत जैसे भारतीय ग्रंथों का संदर्भ देते हुए तर्क दिया कि शूद्र वास्तव में आर्य राजा थे, जो ब्राह्मणों के साथ लंबे संघर्ष के बाद एक निम्न जाति में परिवर्तित कर दिए गए। वे आर्य नस्ल सिद्धांत की भी चर्चा करते हैं और इंडो-आर्यन प्रवासन सिद्धांत को स्वीकार नहीं करते हैं, जिसे अकसर आर्य जाति के इतिहास का अभिन्न अंग माना जाता है। यह पुस्तक उन मिथकों और विचारधाराओं का खंडन करती है, जो शूद्रों को गलत तरीके से परिभाषित करती आई हैं और भारत में इस गलत समझी गई एवं शोषित जाति के प्रति सहिष्णुता स्थापित करने की आशा रखती है।"
Comprehensive Guide B.Sc Nursing General Nursing & Midwifery (GNM) Recruitment Exam
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ram Sahitya Kosh : Vols. 1-2
- Author Name:
Yogendra Pratap Singh
- Book Type:

-
Description:
यह कोश केवल एक सन्दर्भ कोश मात्र नहीं है। यह समग्र भारत की राष्ट्रीय रागात्मक एकता का स्वयं में बृहत्तर तथा व्यापक साक्ष्य है। आप कल्पना करें, उस कालखंड की, जब भारत की समृद्धि एवं अखंडता पर विदेश हमले शुरू हुए। प्रारम्भिक स्थिति में शक, हूण, किरात, खास आभीर, यूनानी शक्तियों के भारत पर हमले हुए, जिनमें से कुछ तो भाग गए और कुछ हम भारतीयों के बीच रहते हुए पूरी तरह से भारतीय बन गए। इन सबके बावजूद, हमारा अपना भारत अभी तक अपनी इसी सांस्कृतिक अडिगता का साक्ष्य है।
लोकतांत्रिक व्यवस्था के बाद, हमारी सांस्कृतिक धरोहर देश की अस्मिता के ध्वज को एक बार फिर विश्वमंच पर फहराने लगी है और इसी आशा के साथ, आज समग्र भारत में शतियों-शतियों से सांस्कृतिक धरोहर बनी यह रामकथा 'राम साहित्य कोश' के रूप में आपके सामने रखी जा रही है। इस साहित्य कोश का उद्देश्य केवल भारतीयों के सामने समीक्षा कोश की प्रस्तुति का लक्ष्य नहीं है, अपितु इसके द्वारा यह सिद्ध करना लक्ष्य है कि राष्ट्रीय स्तर पर यह भारतीय संस्कृति, त्याग एवं शीलवादी आस्था बनकर हज़ारों-हज़ारों वर्षों से संचित आर्य संस्कारों की थाती हमें गहन-से-गहन संकटों में कैसे जीवित रहने के लिए संजीवनी शक्ति देती आ रही है। राम साहित्य कोश की इस प्रस्तुति का मन्तव्य भी यही है कि हम एक बार फिर अपनी भारतीय संस्कृति के त्यागवाद, परोपकारवाद, आस्थावादी अस्मिता को सबके सामने प्रस्तुत करके उन्हें इन मूल्यों से जोड़ने के लिए पुनः प्रेरित करें।
Yadon Ka Karvan
- Author Name:
Deepak Mahaan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...