Sukhant Ke Kshan
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
128
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
256 mins
Book Description
जिस पत्नी ने पति को यह महसूस करा दिया कि वही एक कामयाब पत्नी है, तो उसका पति उसकी सलाह के बिना कोई भी काम करना पसंद नहीं करेगा, तो फिर राजदारी कैसी ? दांपत्य जीवन को खुश बनाए रखने के लिए पति-पत्नी दोनों का प्रयत्नशील रहना आवश्यक है। दांपत्य जीवन तभी सुखमय और शांतिपूर्ण रह सकता है, जब दोनों इसमें अपना भरपूर सहयोग दें। किसी समस्या पर चुप्पी लगाना, उस समस्या को अनदेखा करना है। जो पत्नी अपने पति की वास्तव में अच्छी मित्र होती है, वह उसे समझती है और परेशानी के समय उसकी हर तरह से मदद करती है। वह अपने पति का खयाल रखती है। मित्रता यानी सम्मान देना। एक-दूसरे के विचारों, स्वप्नों और प्रतिष्ठा के प्रति सम्मान दिखाना। आप अपने पति से अत्यधिक प्रेम कर सकती हैं, फिर भी आप उसके अच्छे मित्र के रूप में असफल हो जाती हैं, क्योंकि प्रेम ही सबकुछ नहीं है। प्रेम के साथ-साथ बैवाहिक जीवन में मित्रता का भी अपना महत्त्व होता है। —ड्सी पुस्तक से वैवाहिक जीवन में आत्मीयता, अपनत्व, पारस्परिकता, समर्पण, प्रेम, सहनशीलता अत्यंत आवश्यक हैं। यह पुस्तक इनको विकसित करने के व्यावहारिक सूत्र बताकर आपकी आपसदारी और खुशी-आनंद का पथ प्रशस्त करेगी।