Phir Ek Dopahar Aur Anya Kahaniyan
Author:
Sanjeev SanyalPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Academics-and-references0 Reviews
Price: ₹ 160
₹
200
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789353220396
Pages: 208
Avg Reading Time: 7 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
UPTET Uttar Pradesh Shikshak Patrata Pareeksha Paper-1 ( Class : 1-5)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
INDIAN AIR FORCE AIRMEN GROUP X (TECHNICAL TRADES EXAM) 25 PRACTICE SETS (REVISED 2021)
- Author Name:
Vinay Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Samanya Hindi for Competitive Exams
- Author Name:
Dr. Hemant Kukreti
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
1000 Bhagat Singh Prashnottari
- Author Name:
Yavindar Singh Sandhu
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Shakespeare Ki Baal Kahaniyan (Hindi Translation of Tales from Shakespeare)
- Author Name:
Charles Lamb +1
- Book Type:

- Description: सन 1807 में विलियम गुडविन द्वारा मैरी लैंब एवं उनके छोटे भाई चाल्र्स लैंब से शेक्सपियर के सर्वाधिक लोकप्रिय नाटकों को सरल भाषा में रूपांतरित करने का अनुरोध किया गया था, ताकि बच्चे उन्हें आसानी से समझ सकें। युवा पाठकों, विशेषतया लड़कियों से, जो उस समय पुस्तकालयों में पहुँच पाने में असमर्थ थीं, के साथ शेक्सपियर का पहली बार परिचय कराने के उददेश्य से इन कहानियों को लिखा गया था। चाल्र्स एवं मैरी ने शेक्सपियर के सर्वाधिक लोकप्रिय बीस नाटकों का चयन किया और उन्हें लघुकथाओं के रूप में पुन: लिखा। उनके लेखन का परिणाम ‘शेक्सपियर की बाल कहानियाँ’ के रूप में सामने आया है, जो अत्यंत रोचक है। विश्व के महानतम नाटककार की कृतियों में आनंद, आमोद-प्रमोद एवं अभिनय का अदभुत संगम है।
The Taliban War And Religion In Afghanistan
- Author Name:
Arun Anand
- Book Type:

- Description: This book has no description
Bhartiya Thal Sena (Agniveer)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Indian Army Clerk/Store Keeper Bharti Pareeksha Guide
Dharma and Communalism
- Author Name:
Narendra Mohan
- Book Type:

- Description: Selfishness and arrogance have become so inextricably associated with distortion and misconception of religion that the ordinary person is forgetting the real concept of religion has started accepting divided consciousness as the true form. Many of the different religions that have emerged from divided and self- oriented consciousness are flourishing only because of their ego, selfishness and aggressiveness. This very aggressiveness adopted under the cover of religion is ‘Communalism’. This aggressiveness was adopted sometimes for political reasons, sometimes for economic reasons and sometimes for social reasons. Today, the situation has deteriorated to the extent that the money power, wiles and muscle power are being used openly by different groups to impose their own so-called religious philosophies, that too in the name of civilisation and culture. The goal of religion is to eliminate discriminatory misconceptions and ignorance. But the reality is that this elimination has to be done through cognition at the individual level itself. From this point of view, the existence of the power of duality cannot be denied. Just as the existence of wave in the ocean cannot be denied, the existence of the wave of duality in the ocean of the Supreme Consciousness will have to be accepted; but keeping in mind that the real existence is not that of the wave but of the ocean.
Madhya Pradesh Samanya Gyan
- Author Name:
Rajesh Thakur
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Main Madhobhai: Ek Pakistani Hindu
- Author Name:
Sanjay Rai Sherpuria
- Book Type:

- Description: में माधोभाई, एक पाकिस्तानी हिंदू' पुस्तक पाकिस्तान में वर्षों रहकर और विभिन्न प्रकार के दुःख-दर्द सहन करके आए हजारों प्रस्थापितों के एक प्रतिनिधि द्वारा कही गई एक हृदयद्रावक परिचर्चा है। यह दर्द सुनने के बाद, पुस्तक के लेखक संजय शेरपुरिया ने हिंदू प्रस्थापितों की इस बस्ती मजलिस पार्क को पूर्ण गाँव के रूप में स्थापित किया, हर तरह की सुविधाएँ उपलब्ध करवाईं, भूख और बेरोजगारी का इलाज किया। हिंदू भाई-बहनों की इस व्यथा-कथा को अपने शब्दों में समाज के समक्ष पहुँचाने का प्रयास किया। यह सिर्फ उन हिंदुओं की व्यथा ही नहीं जिन्होंने भयंकर उत्पीड़न सहा है, बल्कि सारे हिंदू समाज को व्यथित करनेवाली परिस्थितियाँ हैं । वहाँ बलात धर्म-परिवर्तन करवाया जा रहा है, हमारी श्रद्धा और आस्था के केंद्र मंदिरों-गुरुद्वारों को ध्वस्त किया जा रहा है, हमारी बहन, बहू- बेटियों की अस्मिता पर निरंतर कुदृष्टि पड़ रही है। इन वीभत्स और हृदयविदारक दृश्यों को हर हिंदू को जानना चाहिए, ताकि वे पाकिस्तान में नारकीय जीवन जी रहे हिंदू भाइयों के प्रति सहानुभूति रख सकें और उनके सम्मानजनक भविष्य को सुनिश्चित करने में किंचित् योगदान भी कर सकें |
NTA UGC NET/JRF/SET Paper 2 History 27 Solved Papers (2012–2021) & 10 Practice Sets
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BPSC TRE 4.0 Bihar Shikshak Bahali Class 11 To 12 Hindi Higher Secondary School Teacher | 20 Practice Sets with Latest Solved Papers | Based on NCERT & SCERT Syllabus - Book in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh
- Book Type:

- Description: BPSC TRE 4.0 Bihar Shikshak Bahali Class 11 To 12 Hindi Higher Secondary School Teacher किताब विशेष रूप से बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए तैयार की गई है। यह किताब कक्षा 11 और 12 के हिंदी विषय के लिए है और इसमें 20 प्रैक्टिस सेट्स शामिल हैं। इस किताब की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं: Based on NCERT & SCERT Syllabus : किताब में दी गई जानकारी एनसीईआरटी और एससीईआरटी के पाठ्यक्रम के अनुरूप है, जिससे यह पाठ्यक्रम के सभी आवश्यक पहलुओं को कवर करती है। Latest Solved Papers : किताब में पिछले वर्षों के हल किए गए पेपर शामिल हैं, जो उम्मीदवारों को परीक्षा के पैटर्न को समझने और तैयारी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। 20 Practice Sets : इन सेट्स के माध्यम से छात्र अपनी तैयारी को टेस्ट कर सकते हैं और अपनी कमजोरियों को पहचान सकते हैं।
Sachitra Hindi Baal Kosh
- Author Name:
Kusum Khemani
- Book Type:

-
Description:
प्रस्तुत कोश कई दृष्टियों से महत्त्वपूर्ण है। इसके लिए हिन्दी प्रदेश में निर्धारित पाँचवें दर्जे तक की सभी पाठ्य-पुस्तकें मँगवाई गईं और उनमें से शब्दों का संग्रह करवाया गया। बारम्बारता की पद्धति से तैयार की हुई शब्दावलियों को भी हस्तगत किया गया। बारम्बारता की पद्धति से तैयार की हुई शब्दावलियों को भी हस्तगत किया गया। इस प्रकार शब्दावली का एक स्तर निश्चित हुआ। इस शब्दकोश में लगभग छह हज़ार शब्द हैं जो प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी और आवश्यक हैं। अर्थों का चुनाव भी इसी दृष्टि से किया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रत्येक शब्द का प्रयोग जैसा कि शिष्ट हिन्दी में होता है, अत्यन्त सटीक उदाहरणों द्वारा समझाया गया है।
एक अन्यतम विशेषता यह भी है कि विद्यार्थियों के लिए इतना उपयोगी यह पहला सचित्र कोश है। अर्थ समझाने के लिए तीन तरीक़े बताए गए हैं। एक तो पर्यायवाची शब्द देकर, जैसे—जल (पानी), दशा (अवस्था, हालत); दूसरे, व्याख्या या वर्णन देकर, जैसे—अरबी (सूरन जैसा एक छोटा कंद), अस्पताल (इलाज करने-कराने की जगह); और तीसरे, परिभाषा देकर, जैसे—अंकगणित (गणित की वह शाखा जिसमें अंकों का जोड़ना, घटाना, गुणा करना और भाग देना आदि अनेक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।) परन्तु कभी-कभी इसके बाद भी विद्यार्थी के मन में वस्तु का ठीक-ठाक ज्ञान नहीं हो पाता। समुचित ज्ञान कराने में चित्र बहुत सहायक होते हैं। हिन्दी में ऐसे सचित्र कोश नहीं हैं। प्रस्तुत कोश इस दृष्टि से बेजोड़ है।
Sriharikota Dweep Se Space Port Tak
- Author Name:
Anoop Kumar Gupta
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
UPSSSC VAN RAKSHAK EVAM VANYA JEEV RAKSHAK
- Author Name:
Akash Srivastava
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jammu-Kashmir Ka Vishmrit Adhyaya
- Author Name:
Dr. Kuldip Chand Agnihotri
- Book Type:

- Description: जम्मू-कश्मीर में पिछले सात दशकों से जो राजनैतिक संघर्ष हुए, उनमें सबसे बड़ा संघर्ष राज्य को संघीय सांविधानिक व्यवस्था का हिस्सा बनाए रखने को लेकर ही था। विदेशी ताकतों की सहायता व रणनीति से कश्मीर घाटी का एक छोटा समूह इस व्यवस्था से अलग होने के लिए हिंसक आंदोलन चलाता रहा है। उसका सामना करनेवालों में लद्दाख के कुशोक बकुला रिंपोछे का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। ये रिंपोछे ही थे, जिन्होंने 1947-48 में ही स्पष्ट कर दिया था कि तथाकथित अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के वेश में जनमत संग्रह के परिणाम जो भी हों, लद्दाख उससे बँधा नहीं रहेगा। वह हर हालत में भारत का अविभाज्य अंग रहेगा। इसकी जरूरत शायद इसलिए पड़ी थी, क्योंकि भारत में ही प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहना शुरू कर दिया था कि राज्य का भविष्य जनमत संग्रह पर टिका है। ऐसे समय में नेहरू व शेख अब्दुल्ला के साथ रहते हुए भी देश की अखंडता के मामले में बकुला रिंपोछे चट्टान की तरह अडिग रहे। हिंदी में कुशोक बकुला रिंपोछे पर यह पहली पुस्तक है। निश्चय ही इससे जम्मू-कश्मीर को उसकी समग्रता में समझने के इच्छुक समाजशास्त्रियों को सहायता मिलेगी।
Manas Ki Prasangikta
- Author Name:
Ram Janma Singh
- Book Type:

- Description: आज के युग में जहाँ थोड़ी-थोड़ी संपत्ति के लिए भाई भाई को मार डालता है; हिस्से में थोड़ी सी न्यूनता हो जाने पर पुत्र अपने माता-पिता की निर्मम हत्या तक कर देता है, वहीं पिता द्वारा दिए गए चक्रवर्ती राज्य को छोटा भाई (श्री भरत) बड़े भाई की संपत्ति समझता है और चौदह वर्ष तक पर्णकुटी में रहकर उसकी रक्षा करता है। आज जबकि टूटते परिवारों से दुःखी समाज के हितैषी संत-महात्मा तथा सरकारें चिंतित हैं और संयुक्त परिवारों की पुनर्स्थापना हेतु अनेक प्रयास कर रही हैं, ऐसे समय में ‘रामचरितमानस’ बहुत ही प्रासंगिक है। हमारे सामाजिक जीवन की आधारशिला परिवार है। यहीं हम संस्कारित होते हैं। ‘रामचरितमानस’ हमको यह सिखाता है कि पारिवारिक सदस्यों के त्याग, सहयोग, एक-दूसरे को सम्मान देने, प्रेम और पारस्परिक संतुष्टि से ही कोई कुटुंब समृद्धशाली बनता है। अपने लिए वनवास दिए जाने की घटना को श्रीराम कितनी सहजता और प्रसन्नता से लेते हैं, तभी तो असमंजस में पड़े पिता से कहते हैं, ‘‘पितु असीस आयसु मोहि दीजै। हरष समय बिसमउ कत कीजै॥’’ यह पुस्तक आज के टूटते-बिखरते समाज और परिवारों को प्रेम, सद्भाव, साहचर्य, सह-अस्तित्व, सहिष्णुता एवं अन्य मानवीय गुणों से समाहित कर आदर्श समाज की स्थापना का शाश्वत संदेश देनेवाली ‘रामचरितमानस’ की प्रासंगिकता और महत्त्व को रेखांकित करती है।
BSF Seema Surksha Bal Constable Tradesman (Mahila Evam Purush) Bharti Pariksha 20 Practice Sets
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Seva Chayan Board Pravakta (PGT) Chayan Pareeksha, Itihas 15 Practice Sets in Hindi (UPSESSB PGT History Book Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ram Kattha
- Author Name:
Hiralal Shukla
- Book Type:

-
Description:
आदिवासियों की कुडुख बोली की यह 'राम कत्था' उनके अपने जीवन, समाज, संस्कृति और
वर्तमान तथा भविष्य की कथा है। यह उनकी अपनी सृष्टि को रचने और उसमें बसने की भी कथा है।
इस पुस्तक की रामकथा वही रामकथा है जो गोस्वामी तुलसीदास के 'रामचरितमानस' की रही है। बस अन्तर
यह कि गोस्वामी जी ने तो रामकथा एक ही बार लिखी, पर इस जगत् के लोगों ने उसे अपने युग में अपनी-
अपनी भाषा-बोली में बार-बार लिखा, और अब भी लिख रहे हैं। यह एक कृति की जन से जुड़ने की बड़ी
सफलता होती है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास ने कर दिखाया था।
ज़ाहिर-सी बात है कि इस कथा में सबकी कथा थी और इस कथा की व्यथा में सबकी व्यथा, तभी तो यह कथा
गाथा बनी और बनती रही है। हमें इस रूप में भी इस पुस्तक को देखना चाहिए कि इसी कथा में राम के साथ
युद्ध में शामिल वे ही लोग थे, जो वानर, भालू, गिद्ध आदि जनजातियों के रूप में हाशिए की दुनिया के थे,
और जिनके बल पर जीत हासिल करते हैं राम। यह पुस्तक एक पुस्तक ही नहीं, जनजातियों की तरफ़ से एक
हस्तक्षेप भी है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...