Vismrit Chehare
Author:
Lajwanti JhaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Academics-and-references0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Available
आजादी के इतिहास पर अनेक ग्रंथ हैं। कुछ में अग्रणी भूमिका निर्वहन करनेवाले सेनानियों की जीवनियाँ भी उपलब्ध हैं, परंतु स्त्रियों की समान भागीदारी पर बहुत खोजबीन के बावजूद भी कुछ विशेष नहीं मिला।
घर-घर चरखा चलाने, खादी का प्रचार- प्रसार करने, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार करने, धरना देने, छूआछूत की भावना मिटाने, मद्य निषेध आंदोलन को सफल बनाने तथा परदा प्रथा उन्मूलन में नारी-शक्ति की लगन, त्याग एवं बलिदान की भावना ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन को प्रबल एवं सफल बनाया तथा अपने पुरुष स्वयंसेवकों, कार्यकर्ताओं के साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर अग्रसर हुईं, लेकिन सिर्फ शिक्षित, कुलीन, संभ्रांत एवं संपन्न वर्ग की ही भागीदारी के मद्देनजर इनका सर्वव्यापीकरण नहीं हो पाया तथा इनका संख्या बल नगण्य सा रहा।
कुछ ऐसी ही महिलाओं के परिवार के सदस्यों से साक्षात्कार, तत्कालीन समाचार-पत्रों की प्रतियों एवं यत्र-तत्र बिखड़ी हुई अल्प उपयोगी सामग्री का संकलन कर प्रस्तुत पुस्तक का प्रारूप तैयार किया गया है। इसमें स्वाधीनता संग्राम के संदर्भ में बिहार की नारी-शक्ति के योगदान को जनता के समक्ष प्रस्तुत करने के पुनीत कार्य द्वारा बिहार की महिलाओं के गौरव एवं आत्मसम्मान तथा बल एवं साहस को उत्प्रेरित कर राष्ट्र-निर्माण की ओर उन्मुखीकरण के साथ सभी अनाम एवं गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
ISBN: 9789355211958
Pages: 176
Avg Reading Time: 6 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
CTET/TETs Shikshak Patrata Pareeksha Vastunishth Hindi Bhasha 2022 (45 Practice Sets, 58 Solved Papers)
- Author Name:
Vidyanath Shukal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Madhya Pradesh Uchch Madhyamik Shikshak Chayan Pariksha Itihas (MP High School Teacher Recruitment History) 15 Practice Sets
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Paramhans Ek Khoj
- Author Name:
Sankar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Comprehensive Guide B.Sc Nursing General Nursing & Midwifery (GNM) Recruitment Exam
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dharohar
- Author Name:
Kunwar Kanak Singh Rao
- Book Type:

- Description: Grade-I, Grade-II, Sharirik Shiksha Adhyapak Rajasthan Bhugol Evem Arthvyavastha
SSC Stenographers (Grade C & D) Computer Based Examination (CBE)-2022 10 Practice Sets & Solved Papers 2011-2021
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Indian Constitution and Polity Bhartiya Samvidhan Evam Rajvyavastha "भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था" For Union and State Service Commission Exams 2023 Book in Hindi
- Author Name:
Udyabhan Singh
- Book Type:

- Description: "प्रस्तुत पुस्तक ' भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था' संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोगों की परीक्षाओं हेतु लिखी गई है। यह पुस्तक भारतीय संविधान एवं भारतीय राजव्यवस्था से संबद्ध समस्त अवधारणाओं का निष्पक्ष एवं सरल भाषा में विवरण प्रस्तुत करती है। इसमें संवैधानिक संरचना, संवैधानिक विकास, कार्यपालिका : संघ एवं राज्य, व्यवस्थापिका : केंद्रीय एवं राज्य, न्यायपालिका, स्थानीय शासन, नगरीय शासन, केंद्र-राज्य संबंध, आपातकालीन प्रावधान, कुछ राज्यों के लिए विशेष प्रावधान, संविधान संशोधन, संवैधानिक संस्थाएँ, राष्ट्रीय एवं राज्य मानवाधिकार आयोग, नीति आयोग, भारत में राजनीतिक दल, दबाव समूह, स्वैच्छिक संगठन, लोकपाल एवं लोकायुक्त, भारत में खुफिया तंत्र, ई-शासन, कॉर्पोरेट गवर्नेस इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर विश्लेषणात्मक सामग्री प्रस्तुत की गई है। ◆ प्रमुख विशेषताएँ ◆ लोकतंत्र में सिविल सेवा की भूमिका पर विश्लेषणात्मक सामग्री । विभिन्न देशों की संवैधानिक व्यवस्था पर अद्यतन सामग्री । भारत की विदेश नीति (नेहरू से मोदी तक) का समग्र अवलोकन । राजनीतिक / संवैधानिक / संसदीय शब्दावली । भारत के संविधान पर विस्तृत सामग्री । सिविल सेवा (प्रा.) परीक्षा में विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का समावेश । राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र शासन संशोधन अधिनियम-2021 का समावेश ।
Madhya Pradesh Madhyamik Shikshak Patrata Pareeksha Ganit Practice MCQs (MPTET Maths Practice Sets)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
HIMALAYA KE SANTON KI RAHASYA-GATHA
- Author Name:
Dr. Sant S. Dharmanand
- Book Type:

- Description: पुस्तक के हर प्रसंग में एक अप्रत्यक्ष और अदृश्य शाश्वत शक्ति परिलक्षित होती है। यह पुस्तक एक उन्नत साधक से लेकर आध्यात्मिक पथ के प्रथम जिज्ञासुओं के लिए रोमांचक मार्गदर्शिका है। हिमालयवासी दिव्य संतों के रहस्यों से परिचय कराती आत्मकथा, जिसमें पुनर्जन्म, साधना, आध्यात्मिक उन्नयन आदि की अनसुनी घटनाएँ पाठकों को अचंभित कर देंगी। ‘‘मैं तुम्हारे परिवार में लौट रहा हूँ।’’ ‘‘हमने पिछले जन्म में भी साथ गाया है।’’ जैसे वाक्य इस पुस्तक में दृष्टिगोचर होते हैं। यह पुस्तक शरीर से निकलकर सूक्ष्म यात्रा कर पिछले जन्म के संबंधियों को सँभालने जैसे रहस्योद्घाटनों से भरी विस्मयकारी कृति है, जिसको आप अवश्य पढ़ना चाहेंगे। इसमें आपको भौतिकवादी पश्चिम जगत् में प्रेम से ओत-प्रोत लोक-कल्याणार्थ हिमालयवासी भारतीय संतों की गौरवशाली करुणा गाथा का विस्तृत विवरण मिलेगा। साथ ही यह आपको सत्य और धर्म पर आधारित दुःख, पीड़ा और मृत्यु से निवृत्ति दिलाती दिव्य उद्देश्य से भरपूर ईश्वर के चिरसेवकों के चमत्कारों का परिचय भी देगी। अवतारों और अलौकिक महापुरुषों की क्रीड़ाभूमि भारत की अक्षुण्ण संत परंपरा की अत्यंत रोमहर्षक नवीनतम गाथा।
Aao Chalen Mangal Ki Ore
- Author Name:
Alisha Satyarth +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bihar Police Sipahi Samverg (Samanya/Sashtra) Purush/Mahila, Bharti Pareeksha
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Bihar Police Sipahi Constable Male and Female Entrance Exam 2025 | Police Exam Cracker Guide with Latest Solved Papers यह पुस्तक बिहार पुलिस सिपाही कांस्टेबल (पुरुष और महिला) प्रवेश परीक्षा 2025 के लिए एक संपूर्ण मार्गदर्शिका है, जो आपको परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए तैयार की गई है। इसमें विभिन्न प्रकार के विषयों और महत्वपूर्ण प्रश्नों का समावेश किया गया है, जो पिछले वर्षों में परीक्षा में पूछे गए थे, साथ ही उनके हल भी दिए गए हैं। Complete Coverage : पुस्तक में बिहार पुलिस सिपाही कांस्टेबल परीक्षा के सभी विषयों का विस्तार से विवरण दिया गया है, जैसे सामान्य ज्ञान, गणित, तर्कशक्ति, हिंदी और अन्य संबंधित विषय। Solved Papers : पिछले वर्षों के सुलझे हुए प्रश्न पत्र आपको वास्तविक परीक्षा के स्वरूप को समझने में मदद करेंगे और परीक्षा की कठिनाई का अंदाजा देंगे। Practice Sets : प्रत्येक अध्याय के अंत में अभ्यास प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं, जिससे आप अपनी तैयारी को परख सकते हैं और खुद को परीक्षा के लिए तैयार कर सकते हैं।
Pranayama Aur Sudarshan Kriya
- Author Name:
Francois Gautie +1
- Book Type:

- Description: प्राणायाम का शाब्दिक अर्थ है—‘प्राण या ऊर्जा का ज्वार-भाटा’। ऊर्जा का समुचित प्रवाह शरीर को स्वस्थ व निरोग रखता है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक पूज्य श्रीश्री रविशंकरजी ने प्राणतत्त्व और ऊर्जा के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए असंख्य लोगों को प्रेरित व प्रशिक्षित किया है। नींद में हम थकावट से छुटकारा पा जाते हैं, पर गहरे तनाव तो हमारे शरीर में कायम रहते हैं। सुदर्शन क्रिया हमारे तंत्र की गहराई से सफाई करती है। प्राणायाम के व्यापक फायदों में कुछ प्रमुख हैं—तनाव दूर होना, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, मानसिक संतुलन व संपूर्ण स्वास्थ्य। सुदर्शन क्रिया कैंसर व हृदय रोग सहित कई बीमारियों से बचाव करती है। यही नहीं, ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के स्वैच्छिक कार्यकर्ता मतभेदों और द्वंद्वों में फँसे दलों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने का महत्त्वपूर्ण काम करते हैं। असहिष्णुता, असुरक्षा, संशय और मतभेदों की दुनिया में श्रीश्री सद्भाव, विश्वास और सहनशीलता का सेतु बनाने के लिए प्रयत्नशील हैं। आतंक, युद्ध और अन्य संकटों से जूझते अफगानिस्तान, कोसोवो, पाकिस्तान, इजराइल, लेबनान आदि देशों में ‘आर्ट ऑफ लीविंग’ के कोर्स ने चमत्कारिक सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं। श्रीश्री रविशंकर द्वारा उद्भूत ‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन’ व ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ कोर्स के माध्यम से सुदर्शन क्रिया और प्राणायाम का महत्त्व दरशाती एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण पुस्तक। यह आपको निरोग, संतुलित व तनाव मुक्त रहने का मार्ग दिखाएगी।
Nachiket
- Author Name:
Sanjay Rai Sherpuria
- Book Type:

- Description: भारतीय संस्कृति एक ऐसी महान् संस्कृति है, जिसका दुनिया में कोई सानी है ही नहीं। हमारे वेद-उपनिषद् और भगवद्गीता ने मनुष्य को जन्म के साथ ही मृत्यु तक जो जीवन जीना है, उन सब चीजों के लिए अलग-अलग उपाय दिए हुए हैं। इस पुस्तक के माध्यम से हमने एक प्रामाणिक प्रयत्न किया है कि आज की जो सामान्य या अहम समस्या है, पति-पत्नी के संबंध और माँ-बाप का पुत्र-पुत्री के साथ व्यवहार, जिसे हम संस्कारों की मूलभूत बात भी कह सकते हैं, उसको वेद-उपनिषद् की ही बातों को थोड़ा सरल करके सामान्य व्यक्ति समझ सके और उसका उपयोग करके अपने घर को ‘धन्यो गृहस्थाश्रम’ कर सके। इस पुस्तक का नाम ‘नचिकेत’ इसलिए रखा गया है, क्योंकि हमारे वेद और उपनिषद् में नचिकेत पात्र को कई जगहों पर अंकित किया गया है, जो पात्र एक अद्भुत दैवी संतान की प्रतिकृति है, जिसको पढ़कर भी हमें ऐसा लगता है कि भगवान् हमारे घर पर ऐसी संतान को जन्म देना। ‘नचिकेत’ एक रूपक है—अद्भुत, अविस्मरणीय और असामान्य बालक का।
Lok : Parampara, Pahachan Aur Pravah
- Author Name:
Shyam Sunder Dubey
- Book Type:

-
Description:
भारतीयता को आकार देने में लोक-संस्कृति की भूमिका केन्द्रीय कारक की तरह रही है। भारतीयता के जो समन्वयमूलक शाश्वत जीवन-मूल्य हैं, वे लोक-संस्कृति की ही उपज हैं। प्रकृति और मनुष्य के आन्तरिक रिश्तों पर आधारित लोक-संस्कृति पर्यावरण के प्रति अधिक सक्रिय और अधिक सचेष्ट विधायिनी रचना को सम्भव करती है। वह अपने वैविध्य में पर्यावरण की सुरक्षा और उसकी गतिशीलता की भी प्रेरक है। लोक-संस्कृति के एक सबल पक्ष लोक-साहित्य की गहरी समझ रखनेवाले डॉ. श्यामसुन्दर दुबे की यह कृति लोक-साहित्य में निहित लोक-संस्कृति की पहचान और परम्परा को विस्तार से विवेचित करती है। लोक-साहित्य के प्रमुख अंग लोकगीत, लोक-नाट्य, लोक-कथाओं को लेखक ने अपने विश्लेषण का आधार-विषय बनाया है। लोक की प्रसरणशीलता और लोक की भूभौतिक व्यापकता में अन्तर्निहित सामाजिक सूत्र-चेतना को इन कला-माध्यमों में तलाशते हुए लेखक ने जातीय स्मृति की पुनर्नवता पर गहराई से विचार किया है।
आधुनिकता के बढ़ते दबावों से उत्पन्न ख़तरों की ओर भी इस कृति में ध्यानाकर्षण है। अपनी विकसित प्रौद्योगिकी और अपने तमाम आधुनिक विकास को लोक-जीवन के विभिन्न सन्दर्भों से सावधानीपूर्वक समरस करनेवाली कला-अवधारणा की खोज और उसके प्रयोग पर विचार करने के लिए यह कृति एक नया परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करती है। दृश्य और श्रव्य कला-माध्यमों द्वारा इधर सौन्दर्यबोध की जो नई प्रणालियाँ आविष्कृत हो रही हैं, इनमें एक अनुकरण-प्रधान उपरंगी संस्कृति की ओर हमारे समूचे लोक को बलात् खींचा जा रहा है। लेखक ने प्रस्तुत कृति में लोक की इस व्यावसायिक प्रयोजनीयता और उसके इस विकृत प्रयोग को कला-क्ष्रेत्र में अनावश्यक हस्तक्षेप माना है। यह हस्तक्षेप हमारी सांस्कृतिक पहचान पर दूरगामी घातक प्रभाव डाल सकता है।
लोक के समाजशास्त्रीय मन्तव्यों और लोक की मनः-सौन्दर्यात्मक छवियों को अपने कलेवर में समेटनेवाली यह कृति लोक-साहित्य की कुछ अंशों में जड़ और स्थापित होती अध्ययन-प्रणाली को तोड़ेगी और लोक के विषय में कुछ नई चिन्ताएँ जगाएगी।
Tweet Kahaniyan
- Author Name:
Dr. Lata Kadambari Goel
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Navshati Hindi Vyakaran
- Author Name:
Badrinath Kapoor
- Book Type:

-
Description:
हमारी भाषा की सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि इसमें भाषा को निर्मित और विकसित करनेवाले देशज तत्त्वों की घोर उपेक्षा की जाती है। रचनात्मक साहित्य का एक हिस्सा भले ही ऐसा नहीं हो, लेकिन शेष लेखन पर तो अंग्रेज़ी भाषा का प्रभाव साफ़ दिखलाई पड़ता है। कहन और शैली ही नहीं, भाषा के स्वरूप का ज्ञान करानेवाला हमारा व्याकरण भी अंग्रेज़ी भाषा के व्याकरणिक ढाँचे से आवश्यकता से अधिक जकड़ा हुआ है। हालाँकि, पिछले कुछ दशकों से हिन्दी की प्रकृति और प्रवृत्ति के अनुरूप व्याकरण प्रस्तुत करने के प्रयास होने लगे हैं। लेखक की इस पुस्तक को इसी प्रयास के क्रम में देखा जाना चाहिए।
भाषाविद् तथा कोशकार के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके बदरीनाथ कपूर ने हिन्दी की स्वाभाविक प्रकृति के अनुरूप व्याकरण की रचना करके यह प्रमाणित किया है कि हिन्दी दुनिया की अन्य विकसित भाषाओं की तुलना में अधिक व्यवस्थित होने के साथ-साथ सरल और लचीली भी है। यह एक मात्र ऐसी भाषा है जिसके अधिकतर नियम अपवादविहीन हैं।
इस पुस्तक से गुज़रते हुए सहज ही यह एहसास होता है कि व्याकरण नियमों का पुलिन्दा-भर नहीं होता, वह भाषा-भाषियों की ज्ञान-गरिमा, बुद्धि-वैभव, रचना-कौशल, सन्दर्भबोध और सर्जनक्षमता का भी परिचायक होता है।
हिन्दी का यह सर्वथा नवीन व्याकरण सिर्फ़ छात्रों के लिए ही उपयोगी नहीं होगा, यह उन जिज्ञासुओं को भी राह दिखाएगा जो भाषा की आत्मा तक पहुँचना चाहते हैं।
Bhartiya Rangkosh : Vol. 1
- Author Name:
Pratibha Agarwal
- Book Type:

-
Description:
नाटक और रंगकर्म की सन्दर्भ सामग्री के रूप में यह रंगकोश एक नई पहल है। इसके पहले खंड में हिन्दी में मंचित नाटकों का इतिहास संकलित है। कब किसने किस नाटक को निर्देशित किया, नाटक किसका लिखा हुआ है, और उसे किस दल ने मंच पर उतारा, आदि-आदि ब्योरों से सम्बन्धित यह कोश सहज ही हमें नाट्य-लेखन और रंगकर्म के इतिहास में भी ले जाता है, और यह भी बताता है कि हिन्दी में लिखित और मंचित नाटकों की वास्तव में एक बड़ी दुनिया रही है।
इस दूसरे खंड में उन रंग-व्यक्तित्वों के बारे में जानकारियाँ दी गई हैं, जिनका गहरा रिश्ता हिन्दी रंगमंच से रहा है। इनमें नाटककला, निर्देशक, अभिनेता, संगीत-सर्जक, मंच-प्रकाश-परिधान परिकल्पक आदि के साथ-साथ प्रेरक व्यक्तित्वों का परिचय भी अकारादिक्रम से दिया गया है। उन दूसरी भाषाओं के नाटककारों को भी इसमें शामिल किया गया है, जिनके अनूदित नाटक हिन्दी में लोकप्रिय रहे हैं। इस प्रकार कुल लगभग चार सौ रंग-व्यक्तित्वों की प्रविष्टियाँ इस कोश में शामिल हैं।
हिन्दी के रंगमंच से जुड़ी शख़्सियतों को सूचीबद्ध करना, उनमें से इन महत्त्वपूर्ण लोगों का चयन करना और फिर जम्मू से कोलकाता तक के व्यापक क्षेत्र में, विभिन्न नगरों में सक्रिय रंगकर्मियों के बारे में सूचनाएँ एकत्र करना बहुत ही कठिन कार्य था।
सम्पादक के सराहनीय परिश्रम और मेधा को इस पुस्तक से गुज़रते हुए सहज ही लक्षित किया जा सकता है। निश्चित रूप से यह रंगकोश हिन्दी रंगकर्म की दुनिया में एक मील का पत्थर है।
Aadhunik Bharat Ke Divangat Ganitagya
- Author Name:
Virendra Kumar
- Book Type:

- Description: आधुनिक भारतीय गणितज्ञों के बारे में हिंदी भाषा में कोई अच्छा ग्रंथ तैयार करने का प्रयास किसी विद्वान द्वारा नहीं किया गया। कई वर्ष पहले मैंने अपनी यह इच्छा भारतीय गणित के प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. राधाचरण गुप्त से प्रकट की थी। उन्होंने मुझे यह शुभ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसी मध्य प्रीति श्रीवास्तव तथा महेश शर्मा द्वारा लिखित ‘भारत के महान् गणितज्ञ’ एवं अनंत व्यवहारे द्वारा लिखित ‘भारतीय गणितज्ञ’ नामक पुस्तकें प्रकाशित हुईं। ये दोनों पुस्तकें इस विषय पर सीमित सामग्री उपलब्ध कराती हैं तथा इनका कालखंड विस्तृत है। मेरा उद्देश्य वैदिक काल से लेकर अब तक भारत भूमि में पैदा हुए सभी महान् गणितज्ञों का परिचय कराना है, परंतु यह एक लंबा प्रोजेक्ट है तथा इस क्षेत्र में रुचि रखनेवाले लोग नाम मात्र के हैं। अतः प्रारंभ में मैंने आधुनिक भारतीय गणितज्ञों के ऊपर ही ध्यान केंद्रित किया। इस कालखंड में गणितज्ञों की एक लंबी सूची बन जाती है। अतः पाठकों की रुचि और पुस्तक के आकार को ध्यान में रखते हुए पुस्तक को खंडों में प्रकाशित करने का विचार सुनिश्चित हुआ। प्रथम खंड में केवल उन्नीसवीं तथा बीसवीं शताब्दी में दिवंगत गणितज्ञों को ही लिया गया है। इस पुस्तक के अंदर उन सभी भारतीय विद्वानों का परिचय है, जिन्होंने विशुद्ध गणित, प्रयुक्त गणित, ज्योतिर्विज्ञान, ज्योतिभौतिकी, सैद्धांतिक भौतिकी, कंप्यूटर या सांख्यिकी के क्षेत्र में कार्य किया है।
Jharkhand Polytechnic JCECE Sanyukt Pravesh Pratiyogita Pariksha
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jawahar Navodaya Vidyalaya Book for Class 9 Entrance Exam -2024 JNV Book in Hindi
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...