
Mujhe Aise Padhao
Publisher:
Rajkamal Prakashan Samuh
Language:
Hindi
Pages:
200
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
400 mins
Book Description
सीखने का शिक्षा में और शिक्षा का मानव के गुणात्मक विकास में अहम योगदान है। गुणात्मक शिक्षण के लिए ‘उत्पादक शैक्षिक वातावरण’ पूर्वापेक्षित है। यह पुस्तक ‘उत्पादक शैक्षिक वातावरण के निर्माण’ में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक सीखने-सिखाने से जुड़े मार्गदर्शकों की सहायता करने का एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है। ‘उत्पादक शैक्षिक वातावरण’ शिक्षक, छात्र तथा सीखने के परिवेश के बीच आवश्यक तालमेल के बिना असम्भव है।</p> <p>इस पुस्तक में सीखने तथा सिखाने के उन व्यावहारिक अनछुए पहलुओं को सम्मिलित किया गया है, जो विद्यार्थियों में सीखने की ललक पैदा करने, विषय की ग्राह्यता बढ़ाने के अतिरिक्त शिक्षकों की अपने पेशे से रुचि एवं सन्तुष्टि बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। सम्पूर्ण पुस्तक को चार भागों में बाँटकर इस उद्देश्य को पूरा किया गया है। पहले भाग में जहाँ छात्रों की पहचान के लिए उनमें पाई जानेवाली मनोवैज्ञानिक, सामाजिक तथा आर्थिक भिन्नताओं, मसलन—परिपक्वता, बुद्धि, लिंग, सामाजिक-आर्थिक स्तर इत्यादि पर प्रकाश डाला गया है, वहीं दूसरे भाग में उत्पादक शैक्षिक वातावरण के निर्माण के लिए सीखने में शिक्षकों की भूमिका के महत्त्व को रेखांकित किया गया है। पुस्तक के तीसरे भाग में सीखने के परिवेश को शिक्षण के अनुकूल बनाने के लिए आवश्यक पहलुओं पर चर्चा की गई है। चौथे और अन्तिम भाग में सीखने की प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए मापन और मूल्यांकन तथा सीखने में पिछड़नेवाले विद्याथियों की काउन्सिलिंग की प्रक्रिया से अवगत कराया गया है।</p> <p>किसी भी शिक्षक के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि अपने जीवनकाल में ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों के मन में घनात्मक परिवर्तन लाना है। इस पुस्तक के माध्यम से हमारा यह प्रयास है कि शिक्षक तथा अभिभावक अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित कर उनके सच्चे मार्गदर्शक बन पाएँ।