ELON MUSK KI BIOGRAPHY
Author:
Digant RaiPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 320
₹
400
Available
एलन मस्क दुनिया में वर्तमान सदी में नए-नए आविष्कारों के पथप्रदर्शक माने जाते हैं। अंतरिक्ष की यात्रा, इलेक्ट्रिक कार, मोबाइल पेमेंट के पीछे इनका दिमाग है; उनके साथ कई और उपलब्धियाँ भी जुड़ी हैं। स्पेसएक्स के सीटीओ, टेस्ला के सीईओ, द बोरिंग कंपनी के संस्थापक, न्यूरालिंक और ओपन एआई के सह-संस्थापक के साथ ही एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में एक हैं।
प्रस्तुत पुस्तक की कहानी दक्षिण अफ्रीका में मस्क के शुरुआती दिनों की है। यूनिवर्सिटी में उनकी पढ़ाई, नवीनता को लेकर शुरुआती पहल और उनके पहले कारोबार की स्थापना से लेकर उनके अरबपति संस्थापक बनने की कहानी है। यह पुस्तक उनकी उथल-पुथल भरी निजी जिंदगी से भी परिचय कराती है—कैसे वे अपने दम पर अरबपति बने; उनकी सफलता के राज क्या हैं; वे किनसे प्रभावित हुए और कैसे उनके पास लगभग 200 बिलियन डॉलर की दौलत है!
एक सफल व्यापारी, टेक्नोक्रेट, नवाचारी उद्यमी की बेहद रोचक, प्रेरक एवं अनुकरणीय जीवनगाथा।
ISBN: 9789390900756
Pages: 192
Avg Reading Time: 6 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
K.R. Malkani & The Motherland : Voices of the Nation
- Author Name:
Ed. Anirban Ganguly
- Book Type:

- Description: In its brief existence of about four years, between 1971 and 1975, ʻThe Motherlandʼ, edited by K.R. Malkani (1921-2003) achieved rare distinction and recognition in the world of journalism. It established itself as a fearless and uninhibited voice of the nation, relentlessly exposing the decay seeping into India’s body-politic by the early 1970s. In that respect ʻThe Motherland’sʼ advocacy of ʻIndia Firstʼ and its unalloyed articulation of India’s national interest remain unsurpassed. It was also its strident and uncompromising criticism of the Indira Congress and the Prime Minister’s ways, which eventually led Indira Gandhi to shut it down at the first given opportunity after she imposed the Emergency. ʻThe Motherlandʼ was, “The only paper in India to announce on 26th June the imposition of the Emergency, arrest of leaders and the wave of national shock.” This collection of K.R.Malkani’s columns in ʻThe Motherlandʼ offers an insight into Indian politics and society in the years just before Emergency was imposed by Indira Gandhi. It is a record of India’s political history a quarter century after independence and is a very useful reckoner for the general reader for understanding the years that led to the imposition of the Emergency.
Think And Grow Rich (Hindi Translation of Think And Grow Rich)
- Author Name:
Napoleon Hill
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BPSC Bihar Secondary School (Special) Teacher Eligibility Test Sakshamta Pariksha | Class 9 to 10 Social Science "सामाजिक विज्ञान" 20 Practice Sets (Hindi)
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ant Aur Arambh
- Author Name:
Madan Soni
- Book Type:

-
Description:
‘‘यह पुस्तक बीसवीं शताब्दी के अन्त और इक्कीसवीं शताब्दी के आरम्भ पर वैचारिक स्थिति, बल्कि स्थितियों पर एकाग्र एक अनूठा संचयन है। हमारे जाने हिन्दी में ऐसी कोई और पुस्तक नहीं है जिसमें इस तरह से व्यापक और कुशाग्र विचार किया गया हो। इस संचयन में दृष्टियों की बहुलता है; उनमें दार्शनिक, साहित्यिक, वैज्ञानिक, पारम्परिक आदि शामिल हैं। इस विचार में अन्त और आरम्भ की अवधारणाओं को भी प्रश्नांकित किया गया है। अभी हमारी नयी शताब्दी के दो दशक भी पूरे नहीं हुए हैं और सारे संसार में हिंसा, युद्ध, हत्या, धर्मोन्माद, अनुदारता आदि का भयावह विस्तार हुआ है। विचार मात्र को ध्यान और आवश्यकता के परिसर से देशनिकाला देने की लगातार कोशिश हो रही है। ऐसे मुक़ाम पर इस वैचारिक बहुमुखी हस्तक्षेप का महत्त्व है।’’
—अशोक वाजपेयी
Thake Paon Se Barah Kos (Stories)
- Author Name:
Neeraj Neer
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hindi Mein Samachar
- Author Name:
Arvind Das
- Book Type:

- Description: Research Based work on Hindi Media
Patrakarita Ke Yug Nirmata
- Author Name:
Arjun Tiwari +2
- Book Type:

- Description: वाजपेयीजी ने हिंदी पत्रकारिता कला के निखार के लिए इसके विभिन्न पक्षों पर भरपूर लेखन किया। कलकत्ता से प्रकाशित ‘हिंदी बंगवासी’ (1905) से पत्रकारिता प्रारंभ करने वाले वाजपेयीजी ने मासिक पत्र ‘नृसिंह’ (1907) का संपादन किया। ‘भारतमित्र’ के प्रधान संपादक बनने के पूर्व वाजपेयीजी ने कुछ समय तक ‘सनातन धर्म’ पत्रिका का भी संपादन किया। 1920 में उन्होंने ‘स्वतंत्र’ साप्ताहिक का प्रकाशन किया। हिंदी पत्रकारिता को उच्चता और समृद्धि देने वाले तीन मराठी भाषी यशस्वी संपादकों में माधवराव सप्रे, बाबूराव विष्णु पराड़कर एवं लक्ष्मण नारायण गर्दे का नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है, जिन्होंने राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रति अगाध श्रद्धा और लगन का परिचय अपने श्रेष्ठ संपादकीय कौशल एवं पत्रकारी लेखन से दिया। गर्देजी आजीवन आर्थिक कठिनाइयों से जूझते रहे, किंतु उन्होंने कभी समझौते नहीं किए। अपनी ‘कलम’ की स्वतंत्रता की रक्षा पूरी धर्म-निष्ठा से की। श्रेष्ठ व्यंग्यकार और स्वनामधन्य संपादक अशोकजी ने अपनी लेखन और संपादन क्षमता, पत्रकारिता के प्रति अटूट समर्पण और निष्ठा की बदौलत ‘स्वतंत्र भारत’ को लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित अखबार बना दिया था। अशोकजी की ही अनुशंसा पर दैनिक ‘स्वतंत्र भारत’ के दूसरे संपादक योगींद्रपति त्रिपाठी ने अपनी अप्रतिम कर्मनिष्ठा से इसे उत्तर प्रदेश का विश्वसनीय और लोकप्रिय अखबार बनाया। त्रिपाठीजी लगातार 18 बरसों तक इसके संपादक रहे। त्रिपाठीजी विद्वत्ता और सादगी की प्रतिमूर्ति थे। वे उच्चकोटि के सुलझे हुए पत्रकार थे।
Birsa Munda
- Author Name:
Gopi Krishna Kunwar
- Book Type:

- Description: "सन् 1890-92 के कालखंड में छोटा नागपुर के अधिकतर वनवासी चर्च के पादरियों के बहकावे में आकर ईसाई बन गए थे। बिरसा मुंडा का परिवार भी इनमें शामिल था, परंतु शीघ्र ही पादरियों की असलियत भाँपकर बिरसा न केवल ईसाई मत त्यागकर हिंदू धर्म में लौट आए, वरन् उन्होंने उस क्षेत्र के अन्य वनवासियों की हिंदू धर्म में वापसी कराई। यही बिरसा मुंडा आगे चलकर एक महान् क्रांतिकारी तथा ‘धरती-आबा’ (जगत्-पिता) के नाम से विख्यात हुए। बिरसा मुंडा ने अपने समाज के लोगों को पवित्र जीवन की शिक्षा दी। देश को स्वतंत्र कराने के प्रयास में अत्याचारी अंग्रेजों के विरुद्ध अपने समाज के लोगों में क्रांति-ज्वाला धधकाई। आखिर घबराकर अंग्रेज सरकार ने छल-कपट का सहारा लिया। उसने बिरसा को पकड़वाने पर 500 रुपए के इनाम की घोषणा की। अनेक मुंडा सरदारों पर भी इनाम घोषित कर दिए गए। आखिरकार विश्वासघातियों की मुखबिरी से रात में सोते समय बिरसा को बंदी बना लिया गया। जीवित रहते हुए बिरसा मुंडा ने अपने शौर्यपूर्ण कार्यों से अंग्रेज सरकार की नींद उड़ा दी थी, मृत्यु के बाद भी वह उसके लिए भय का कारण बने रहे। इसलिए सुवर्ण रेखा नदी के घाट पर बिरसा का शव जेल-कर्मचारियों द्वारा कंडों की आग में गुपचुप तरीके से जला दिया गया। इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। प्रस्तुत है एक आदिवासी क्रांतिकारी, देशप्रेमी, समाज-उद्धारक बिरसा मुंडा की पठनीय एवं प्रेरणादायी जीवनी।
Premmay Ram "प्रेममय राम" | Book in Hindi
- Author Name:
Ram Bachchan Rai
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Tribal Hero Shibu Soren
- Author Name:
Anuj Kumar Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Aparajita "अपराजिता : कुंती की गाथा" Book in Hindi
- Author Name:
Ankur Mishra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Andhera Bharat
- Author Name:
Ramji Yadav
- Book Type:

- Description: Non Fiction
Ethics For Civil Services With 100 Case Studies
- Author Name:
Alok Ranjan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharat ki Rajneeti ka Uttarayan
- Author Name:
Suryakant Bali
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sharat Chandra Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Sharat Chandra Chattopadhyaya
- Book Type:

- Description: "शरतचंद्र की श्रेष्ठ कहानियाँ भारतीय भाषाओं के साहित्य में बँगला साहित्य की अपनी अलग पहचान है। इस भाषा के अनेक रचनाकारों ने अपनी लेखनी के दम पर विश्व साहित्य पर प्रभुत्व स्थापित किया। ऐसे ही रचनाकारों में बाबू शरतचंद्र चटर्जी का नाम अजर-अमर है। उनका संपूर्ण साहित्य विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवादित होकर जन-जन में प्रचारित व प्रसारित हुआ। ‘देवदास’, ‘चरित्रहीन’, ‘श्रीकांत’, ‘काशीनाथ’ जैसी रचनाओं का नाम सामने आते ही शरतचंद्र का संपूर्ण व्यक्तित्व मानो साकार हो जाता है। शरतचंद्र ने अपने साहित्य में भारतीय समाज की मान्यताओं व परंपराओं को उनके आदर्श़ों सहित यथार्थ रूप में चित्रित किया है। उन्होंने अपने साहित्य में सामाजिक व राजनीतिक समस्याओं के बीच अपनी रोमांटिक प्रवृत्ति की छाप अवश्य छोड़ी है; समाज की कुरीतियों व कुचेष्टाओं पर प्रबल प्रहार किए हैं, साथ ही नारी-मन के अंतर्द्वंद्व व पीड़ा का भी मार्मिक चित्रण किया है। शरत बाबू की इन कहानियों में समाज में व्याप्त बुराइयों, समस्याओं, पारिवारिक उलझनों को अलग-अलग प्रकार से चित्रित किया गया है। अनेक कहानियाँ ऐसी हैं, जो कभी भुलाई नहीं जा सकेंगी।
Mridula Garg Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Mridula Garg
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
KHEL-KHEL MEIN GANIT (FC)
- Author Name:
SHAILENDRA
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
When Lord Krishna Walked the Earth
- Author Name:
Aroona Reejhsinghani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Madhya Pradesh Uchch Madhyamik Shikshak Patrata Pariksha Jeev Vigyan Practice MCQs (MPTET Higher Secondary Teacher Biology Practice Sets in Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Azad Hind Fauj And Subhas Chandra Bose
- Author Name:
Dinkar Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...