Titehari Ka Bachcha
Publisher:
Ektara Trust
Language:
Hindi
Pages:
36
Country of Origin:
India
Age Range:
0-11
Average Reading Time
72 mins
Book Description
ये कहानियां अनसुनी हैं. हम उन्हें सुन सकते हैं लेकिन हमने सुना नहीं है। इसी तरह, उनके लेखक भी अनसुने, अनदेखे हैं। उनमें से एक कचरा बीनने वाला है। कोई जंगल में चिरौंजी, महुआ चुनता है। उनकी कमाई से ही वहां परिवार का गुजारा होता है. उनसे मिलने के लिए सहानुभूति या दया का चश्मा उतार दें, ताकि आप बराबरी से मिल सकें। तब आप जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण, जीवन के प्रति उनका प्रेम और उनका दृष्टिकोण देखेंगे। हो सकता है कि आप वर्षों तक काम न करें, फिर भी आपको भोजन के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं होगी...इन लेखकों से मिलने के लिए खुद को इस सुरक्षित आवरण से मुक्त कर लें। देखिये उनके उतार-चढ़ाव, शाखों पर झूलती जिंदगी। इस पुस्तक का चित्रण युवा कलाकार भार्गव कुलकर्णी ने किया है। ये दृष्टांत न केवल उनके जीवन जगत को समझने में मदद करेंगे बल्कि आप स्वयं को भी पहचान सकेंगे। इन चित्रों में हमारे जीवन की झलक देखी जा सकती है।