Jasinta Ki Dairy
Publisher:
Ektara Trust
Language:
Hindi
Pages:
42
Country of Origin:
India
Age Range:
0-11
Average Reading Time
84 mins
Book Description
सोचती हूँ भाषाओं का काम क्या है? किसी को आवाज़ दो तो वह पलट कर देखता है और मुस्कुराता है। बस इतनी-सी बात है। जिनकी भाषा हम नहीं जानते हैं उन्हें अपनी भाषा में बात करते देखते हैं और खुश होते हैं तो उनका अपनी भाषा पर यक़ीन बढ़ता है। अभाव, बीमारी, ग़रीबी, दुख के भी साधारण लोगों ने अपने जीवन में थोड़ा थोड़ा प्रेम, थोड़ी थोड़ी आत्मीयता और मनुष्यता बचाकर रखी है। उन्हें देखते हुए सोचती हूँ की धरती में प्रेम सबसे ताकतवर मूल्य है।
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