Bagh Bhi Padhte Hai
Publisher:
Ektara Trust
Language:
Hindi
Pages:
28
Country of Origin:
India
Age Range:
0-11
Average Reading Time
56 mins
Book Description
कथाकार चन्दन यादव का यह पहला संग्रह है। उनकी भाषा का चुटीलापन, दोटूकपन कहानी को अतिरिक्त आभा देता है। उनकी कहानियों में पाठ का एक न एक तलघर महसूस होता रहता है। जहाँ कहानी के भीतर एक और कहानी नींव की तरह चलती रहती है। पाठक को आवाजाही का सुख मिलता है। ये कहानियाँ हिन्दी में कहानी का एक नया रास्ता बनाती हैं। इन कहानियों को चित्रकार अमृता ने बहुत अपनेपन से बनाया है। इन कहानियों के उन्होंने खासतौर पर किरदार रचे हैं। ऊँट कहानी का ऊँट है, बिल्ली कहानी की बिल्ली है। इस तरह कहानी के सच को दुनियावी सच से बड़ा दिखाया है। एक जगह ऊँट का बयान है कि करनवीर ने चिल्ला-चिल्लाकर आसमान सिर पर उठा लिया है। इस बयान को चित्रकार ने मुहावरे की गिरवी से छुड़ाया है। चित्र में ऊँट पर बैठे बच्चे के फैले हाथ सचमुच आसमान उठाए दिखते हैं।