Anuvad Ki Samasyaen

Anuvad Ki Samasyaen

Authors(s):

G. Gopinathan

Language:

Hindi

Pages:

333

Country of Origin:

India

Age Range:

18-100

Average Reading Time

666 mins

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Book Description

हिन्दी तथा विश्व की अन्य महत्‍त्‍वपूर्ण भाषाओं के बीच अनुवाद की भाषागत समस्याओं के बारे में यह द्विभाषी (हिन्दी अंग्रेज़ी) पुस्तक एक अन्तरराष्ट्रीय परिचर्चा के रूप में पत्राचार द्वारा संकलित की गई है। पुस्तक की परिकल्पना तथा परिचर्चा का आयोजन मुख्य रूप से कालीकट विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रो. जी. गोपीनाथन ने किया तथा इसके सह-सम्पादन में वहीं के अंग्रेज़ी विभाग के प्रो. एस. कंदास्वामी ने योग दिया। पुस्तक में छत्‍तीस शोधपत्र हैं जिनमें अनुवाद के सिद्धान्त और व्यवहार से उत्पन्न होनेवाली समस्याओं की विस्तृत चर्चा है और हिन्दी तथा विश्व की अन्य प्रमुख भाषाओं के बीच अनुवाद-कार्य पर विशेष बल दिया गया है। भारत में अनुवाद में विभिन्न प्रकार की जिन व्यावहारिक कठिनाइयों का सामना होता है, उनकी भी विस्तृत चर्चा इसमें शामिल है। हिन्दी भारत की सम्पर्क भाषा और भारत की मिली-जुली संस्कृति के सम्प्रेषण के माध्यम के रूप में तेज़ी से विकास कर रही है। हिन्दी तथा अन्य भाषाओं के बीच अनुवाद-कार्य पिछले कुछ दशकों से गतिशील हुआ है। प्रस्तुत अध्ययन अनुवाद कार्य को बढ़ावा देने और अनुवाद के क्षेत्र में विकसित अध्ययन तथा शोध के सिलसिले में सैद्धान्तिक और व्यावहारिक रूप से सहायक सिद्ध होगा। एशियाई भाषाओं में अनुवाद सम्‍बन्धी अध्ययन एक नया विकसित होता क्षेत्र है और प्रस्तुत अध्ययन व्यावहारिक भाषाविज्ञान तथा साहित्यिक शोध के इस क्षेत्र में एक पहलक़दमी है।

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