Utkrishta Prabandhan Ke Roop
Author:
Suresh KantPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Self-help0 Reviews
Price: ₹ 100
₹
125
Available
प्रबन्धन आत्म-विकास की एक सतत प्रक्रिया है। अपने को व्यवस्थित-प्रबन्धित किए बिना आदमी दूसरों को व्यवस्थित-प्रबन्धित करने में सफल नहीं हो सकता, चाहे वे दूसरे लोग घर के सदस्य हों या दफ़्तर अथवा कारोबार के। इस प्रकार आत्म-विकास ही घर-दफ़्तर, दोनों की उन्नति का मूल है। इस लिहाज़ से देखें, तो प्रबन्धन का ताल्लुक़ कम्पनी-जगत के लोगों से ही नहीं, मनुष्य मात्र से है। वह इनसान को बेहतर इनसान बनाने की कला है, क्योंकि बेहतर इनसान ही बेहतर कर्मचारी, अधिकारी, प्रबन्धक या कारोबारी हो सकता है।</p>
<p>‘उत्कृष्ट प्रबन्धन के रूप’ को विषयानुसार चार उपखंडों में विभाजित किया गया है : स्व-प्रबन्धन, नेतृत्व-कला, औद्योगिक सम्बन्ध तथा कॉरपोरेट-संस्कृति। प्रबन्धन कौशल के विशेषज्ञ लेखक ने इस पुस्तक में आत्मसम्मान, वैचारिक स्पष्टता, सफलता और विफलता की अवधारणा, व्यावसायिक निर्णय-प्रक्रिया में धैर्य और प्राथमिकता-क्रम की अहमियत, रचनात्मक दृष्टिकोण, प्रबन्धन के मानवीय पहलू, कर्मचारियों में सकारात्मक नज़रिया तथा प्रतिभा का सदुपयोग आदि बिन्दुओं पर व्यावहारिक कोण से विचार किया है।</p>
<p>प्रबन्धन के विद्यार्थियों और आम पाठकों के लिए एक मार्गदर्शक पुस्तक।
ISBN: 9788183611381
Pages: 184
Avg Reading Time: 6 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Beyond the Doors of Chaos
- Author Name:
Ghafeetho Abrahams
- Book Type:

- Description: Have you spent a large part of your life thinking of excuses for why you are not happy and why you are not achieving your goals? “I don’t have the money” “I don’t have support” “I have no idea what I want” “I don’t think I can do it” Did you hear them all right? Ghafeetho tells you that it is time to pull yourself together and create a fantastic life by just implementing a few things. Her voice is one that you can relate to. Whether you have reached rock bottom, just feeling a little demotivated or simply feeling a little lost. This book helps you get back on track. This book serves as a guide, to help you step by step regain your spark for life and help you create a vision for your future. The action steps in this book can be used over and over again as you face an ordeal in the future. This book helps create your second chance to a better and more fulfilling you!
Suno Kishori
- Author Name:
Smt. Asha Rani Vohra
- Book Type:

- Description: आज की आपाधापीवाली जिंदगी में प्रतियोगिताएँ बहुत बढ़ गई हैं। शिक्षा व कैरियर के साथ लड़कियों के पास घर के काम-काज के लिए समय का अभाव है। दूसरी ओर घरेलू श्रम महँगा हो गया है। इन परिस्थितियों में अपनी किशोरी बेटी को ‘अपने हाथ जगन्नाथ’ का गुर सिखाना होगा। सपनों की दुनिया से बाहर के कटु यथार्थों से भी उसे परिचित कराना होगा कि वय:संधिकाल में वह भावना के प्रवाह में बहकर अपनी अस्मिता के तटबंधों के प्रति बेखबर न रह जाए, उसके भीतर कुछ बनने, कुछ कर दिखाने की तमन्ना जागे। प्रसिद्ध लेखिका आशारानी व्होरा ने अपनी इस कृति में लेखन की नवीनतम पत्र-शैली में किशोर वय के विशेष प्रशिक्षण के लिए किशोरियों के साथ उनके स्तर पर संवाद स्थापित किया है। उनकी शंकाओं, प्रश्नों एवं दुश्चिंताओं का समाधान एक माँ, एक अंतरंग सहेली और मार्ग-निर्देशिका के रूप में किया है। किशोरियों के हृदय में झाँककर, मित्रवत् उन्हें विश्वास में लेकर उचित-अनुचित, करणीय-अकरणीय का बोध कराया है। यह पुस्तक किशोरियों को उनकी देखभाल, सुरक्षा तथा जीवनोपयोगी शिक्षा देने के साथ ही उनका भरपूर मार्गदर्शन भी करेगी तथा उनमें निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगी।
Zindagi Ka Bonus
- Author Name:
Sachchidanand Joshi
- Book Type:

- Description: ‘जिंदगी का बोनस’ जीवन के कुछ ऐसे अनोखे पलों का दस्तावेज है जो अनायास आपकी झोली में आ गिरते हैं, लेकिन फिर आपकी स्थायी निधि बन जाते हैं। ये पल आपको हँसाते भी हैं, गुदगुदाते भी हैं और वक्त पड़ने पर आपको चिकोटी भी काटते हैं। कभी आँखें नम कर जाते, तो कभी आह्लाद की अनुभूति कराते हैं। ‘कुछ अल्प विराम’ और ‘पलभर की पहचान’ के बाद रम्य रचनाओं की ये तीसरी प्रस्तुति है जो अपनी तरह का एक अनूठा प्रयोग है। जीवन का कौन सा पल कब आपके लिए क्या संदेश लाएगा, कहा नहीं जा सकता। इन पलों को सँजोकर रखना इसलिए जरूरी है। ‘जिंदगी का बोनस’ एक धरोहर बनकर जीवन के आनंद को तो बढ़ाएगा ही, साथ ही मानवीय संबंधों की अमूल्य निधि भी साथ दे जाएगा।
Kaise Banain balak Sanskari Aur Swasth
- Author Name:
Prem Bhargav
- Book Type:

- Description: जिज्ञासा मानव-विकास की आदि एवं मूलभूत आवश्यकता है। उसकी रक्षा से ही हम समाज को विकसित, सम्पन्न एवं उन्नत बना सकते हैं। पर प्रायः देखा जाता है कि व्यस्त माता-पिता बच्चों के प्रश्नों से खीज जाते हैं और उनको सदैव अपने काम में बाधा उपस्थित करनेवाले प्राणी समझते हैं। उनको उद्दंड और मूर्ख ठहराकर उन्हें चुप करा देते हैं और उनकी जिज्ञासा प्रवृत्ति को कुचल देते हैं। ऐसे बालक ख़ुद को उपेक्षित, अनभीष्ट और प्रेमवंचित महसूस करते हैं। इसका परिणाम बहुत ही भयावह होता है। बालक संसार में सुरक्षा और स्थिरता चाहता है। बालक के भावनात्मक विकास के लिए पिता के अधिकार, माँ के ममत्व और भाई-बहन की उदारता एवं सौहार्द की बहुत आवश्यकता है। ऐसा न होने पर उसके मन में भाँति-भाँति की ग्रन्थियाँ पड़ जाती हैं, जो भविष्य में उसके सारे व्यवहारों को प्रभावित करती हैं। कई बार देखा गया है कि पिता के बढ़ते वर्चस्व को देखकर माँ में असुरक्षा की भावना घर करने लगती है। अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए वह अपनी ही बात मनवाना चाहती है, पिता के बीच में बोलने पर रोक देती है, ऐसी स्थिति में बच्चे उद् दंड और बदतमीज़ हो जाते हैं। पिता को अहमियत नहीं देते। इसके विपरीत माँ के डाँटने-मारने के समय यदि पिता बच्चों का पक्ष लेता है तब भी बच्चे बिगड़ जाते हैं और माँ का सम्मान नहीं करते। वास्तव में होना यह चाहिए कि यदि माँ किसी ग़लत बात पर डाँट रही है, तो पिता को चाहिए कि बीच में न बोले और पिता कुछ कह रहा है, तो माँ उस समय चुप रहे।
Ruko Mat, Aage Badho
- Author Name:
Renu Saini
- Book Type:

- Description: स्वामी विवेकानंद के जीवन का तो हर प्रसंग ही प्रेरक है। जहाँ अपने ओजस्वी उद्बोधन से उन्होंने देश- विदेश में ख्याति अर्जित की और भारत का नाम रोशन किया, वहीं अपनी ओजस्वी वाणी से अपने देशवासियों में एक नई ऊर्जा का संचार किया, जन-जन को जागरूक किया और उनमें मानवता का संचार किया। इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी घटनाओं का संकलन प्रस्तुत है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को रोचक भी लगेंगी और प्रेरणादायी भी। वे इन घटनाओं को अपने जीवन से जुड़ा हुआ भी महसूस करेंगे। देशभक्ति से लेकर मानवता, शिक्षा, लक्ष्य-प्राप्ति, धर्म- अध्यात्म, चरित्र-निर्माण, गुरु-शिष्य परंपरा, महिला सशक्तीकरण आदि कई सामाजिक पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। ये प्रेरक कथाएँ आपमें आत्मविश्वास उत्पन्न करेंगी और संघर्षों से निपटने का साहस भी प्रदान करेंगी, क्योंकि स्वामी विवेकानंद का जीवन केवल गेरुए वस्त्र में सिमटे एक सन्यासी तक ही सीमित नहीं था, वरन् मानवता के कल्याण के लिए समर्पित था। तभी तो उनके जीवन की हर घटना हमें हार न मानने की शक्ति देती है। इसीलिए इतने वर्षों बाद भी वे युवाओं के लिए प्रेरणास्नोत हैं। स्वामी विवेकानंद के प्रेरक, अनुकरणीय और श्लाघनीय जीवन के ऐसे प्रसंग जो हर पाठक के जीवन को प्रकाशमान कर देंगे।
Safal Udyami kaise Banain
- Author Name:
Dinanath Jhunjhunwala
- Book Type:

-
Description:
किसी उद्योग अथवा उद्यम को स्थापित या आरम्भ करना सिर्फ़ धनार्जन की मशीनें लगाना नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा कर्म है जिसकी एक सीमा अगर व्यक्तियों की निजी समृद्धि को छूती है तो दूसरी अपने देश की सीमाओं को भी लाँघकर सम्पूर्ण मानवता के कल्याण तक जाती है।
धन का सृजन करना, उसे उद्योगों में निवेश करना, दूसरों के लिए रोज़गार की उत्पत्ति करना और अपने समाज को भौतिक सन्तुष्टि के अवसर उपलब्ध कराना, यह वह सूत्र है जो किसी भी उद्यमी को सफलता की राह पर ले जाता है। यह पुस्तक बताती है कि किसी भी उद्यमी की सफलता सिर्फ़ उसकी सफलता नहीं है, वह एक मानव-प्रयास की सफलता है। इस आदर्श को अपने व्यवहार में साकार करने के लिए हमें कुछ आधारभूत जानकारियाँ होना ज़रूरी है।
‘सफल उद्यमी कैसे बनें’ पुस्तक उन्हीं सब चीज़ों का ज्ञान हमें कराती है। प्रबन्धन वास्तव में क्या होता है, ग़रीब और अमीर की संज्ञाओं को हम कैसे समझें, अपने व्यक्तित्व का विकास कैसे करें, शिक्षा, परिवार और दाम्पत्य जीवन की किसी उद्यमी के जीवन में क्या भूमिका होती है, असली संकल्प-शक्ति क्या होती है, विक्रय-कला का क्या अभिप्राय है आदि बिन्दुओं की विस्तृत व्याख्या करते हुए यह पुस्तक हमें अपने देश के कुछ सफल उद्यमियों के जीवन की भी जानकारी देती है।
घनश्यामदास बिड़ला, धीरूभाई अंबानी, जय दयाल गोयनका सहित भारतीय उद्यमिता के कुछ और निर्माताओं के जीवन-दर्शन को भी लेखक बताता है।
उद्यमिता की कला और विज्ञान को समझने के लिए एक आवश्यक पुस्तक।
Badlav Ke Real Hero
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jab Aurat Sochti Hai : Romanch, Saundarya Aur Safalta Bhari Zindagi Ke Nuskhe
- Author Name:
Maye Musk
- Book Type:

- Description: ‘ख़तरनाक सावधानी’ के साथ जिए गए जीवन की कहानियाँ और सबक़ मेय मस्क एक फ़ैशनेबल, आकर्षक, धनवान सुपरमॉडल और पब्लिक स्पीकर हैं। लेकिन उनका जीवन हमेशा से इतना आसान और ग्लैमरस नहीं था—मात्र इकतीस वर्ष की उम्र में वे एकल माँ बन गईं, घनघोर ग़रीबी में तीन बच्चों के लालन-पालन की भारी ज़िम्मेदारी उनके ऊपर आन पड़ी, प्लस-साइज़ मॉडल के रूप में उन्हें अपने वज़न से जुड़ी समस्याओं से दो-चार होना पड़ा और मॉडलिंग उद्योग के ‘आयु-वाद’ से भी सफलतापूर्वक मुक़ाबला किया। और, इस सबके बीच तीन मुल्कों और दो महाद्वीपों के आठ शहरों में काम करते हुए एक इज़्ज़तदार आहार-विशेषज्ञ के रूप में अपना शानदार और स्थायी करियर भी स्थापित किया। यह सब उन्होंने अपने अदम्य उत्साह और व्यावहारिकता के बल पर किया, विश्व-स्तर पर सफलता हासिल की, अप्रत्याशित ढंग से एक आइकन बनीं और अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण क्षण तक पहुँचीं। जब औरत सोचती है में वे अपने अनुभवों और कड़ी मेहनत से अर्जित ज्ञान और समझ को साझा कर रही हैं। करियर, परिवार, स्वास्थ्य, एडवेंचर और जीवन के अन्य पहलुओं पर उनकी व्यावहारिक सलाहें भी इसमें आपको मिलेंगी। यह पुस्तक आपको बताती है कि जो होता है, या होने वाला है, उसे आप नियंत्रित नहीं कर सकते, लेकिन अगर आप एक योजना बनाकर चलते हैं तो किसी भी उम्र में एक प्रसन्न, स्वस्थ और आनन्ददायी जीवन जी सकते हैं।
Chetana Ka Ek Antheen Mahasagar (Hindi Translation of One Ocean of Unbounded Conciousness)
- Author Name:
Dr. Tony Nader
- Book Type:

- Description: क्या जीवन में कोई छिपा उद्देश्य है? क्या इसका कोई एक गोपनीय डिजाइन या एक सार्थक तर्क है? क्या जीवन में एक लक्ष्य है, जिसे प्राप्त किया जाना है? हम कहाँ से आते हैं और जाने के बाद हम कहाँ जाते हैं? हमें जीवन में क्यों लडऩा चाहिए? क्या हम चुन सकते हैं? क्या हम स्वतंत्र हैं या नियति के दास हैं? हम क्या प्रकृति के नियमों के अधीन हैं या फिर ईश्वर के? उन संवेदनशील प्राणियों के लिए, जो अपने जीवन पर नियंत्रण रखना चाहते हैं, ये प्रश्न मौलिक हैं, और इनके विषय में हर कोई धारणा बना लेता है या उनमें से कई के बारे में दृढ़ता से विश्वास करते है। वे विश्वास हमारे अंतर्निहित 'ब्रह्मांड बन जाते हैं, जो हम जो कुछ भी करते हैं उसे प्रभावित करते हैं। मैंने यह ठीक से समझने के लिए चिकित्सा, मनोरोग और तंत्रिका विज्ञान के अध्ययन की ओर रुख किया। जब हम इतने समान हैं तो हम अपनी राय, मानसिकता और दृष्टिकोण में इतने भिन्न कैसे हो सकते हैं। मेरे मौलिक सवालों के उत्तर वैज्ञानिक अध्ययन की दृष्टि से अत्यंत जटिल और सारगर्भित थे। यह ट्रांसेंडैंटल मेडिटेशन टीएम था, जिसने मुझे विश्लेषण और अनुमान के बजाय प्रत्यक्ष अनुभव के माध्यम से उनका पता लगाने की अनुमति दी। यह पुस्तक ज्ञान के सभी साधकों, वैज्ञानिकों, दार्शनिकों, शिक्षकों, बुद्धिमान नेताओं और मार्गदर्शकों को समर्पित है, जो इस रहस्य का अध्ययन करते हैं कि प्रकृति कैसे काम करती है और प्रकृति कैसे पृथ्वी पर जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करती है?
BUSINESS MEIN SUCCESS KI CHABI HAI TECHNOLOGY
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: "कारोबार को चलाने में तकनीक कमाल का काम करती है। आपका उद्यम चाहे किसी भी आकार का क्यों न हो, तकनीक के ऐसे ठोस व अप्रत्यक्ष फायदे होते हैं, जिनसे आप धन कमा सकते हैं और ग्राहकों की माँग के अनुसार सेवा दे सकते हैं। इस पुस्तक की कहानियाँ साबित करती हैं कि कैसे प्रत्येक उद्यमी ने अपना विस्तार करने और सबसे आगे बने रहने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया है। बिजनेस की बढ़ोतरी और उन्नति के लिए नई-नई तकनीकों के प्रयोग और उसके महत्त्व को रेखांकित करती पठनीय पुस्तक, जो सफलता के द्वार खोलेगी। "
Swami Vivekananda Ke Success Siddhant
- Author Name:
Kunwar Kanak Singh Rao
- Book Type:

- Description: स्वामी विवेकानंद के सक्सेस सिद्धांत -- * हम जो बोते हैं, वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं। हवा बह रही है, वे जहाज, जिनके पाल खुले हैं, इससे टकराते हैं और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं, पर जिनके पाल बँधे हैं, हवा को नहीं पकड़ पाते। क्या यह हवा की गलती है ? * हमारा कर्तव्य है कि हम हर किसी को उसका उच्चतम आदर्श जीवन जीने के संघर्ष में प्रोत्साहित करें और साथ-ही-साथ उस आदर्श को सत्य के जितना निकट हो सके, लाने का प्रयास करें। * जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान् पर विश्वास नहीं कर सकते। भला हम भगवान् को खोजने कहाँ जा सकते हैं, अगर उसे अपने हृदय और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते। ब्रह्मांड की सारी शक्तियाँ पहले से हमारी हैं | वो हमीं हैं, जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है। * जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है, तब वह वास्तविक, भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सबकुछ भूल जाओ। स्वामी विवेकानंद अप्रतिम मेधा के धनी थे, जिन्होंने अल्पायु में ही मानव समाज को अपने ज्ञानकोष से समृद्ध किया। इस मंजूषा में प्रस्तुत हैं कुछ विचार-रत्न जो आपके सफल और सुखी भविष्य का पथ प्रशस्त करेंगे।
Adarsh Life Management Ke 9 Sootra
- Author Name:
Vinod Malhotra
- Book Type:

- Description: आधुनिक युग में विज्ञान एवं तकनीकी में अभूतपूर्व विकास तथा नई-नई सुविधाओं का सृजन होने के कारण सभी की आकांक्षाएँ आकाश को छूने लगी हैं। प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन को सर्वोत्तम शैली में बिताना चाहता है। वैसे तो ‘सर्वोत्तम शैली’ की परिभाषा प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न होगी, परंतु इसके सामान्य आधार में ऐसे बिंदु अवश्य सम्मिलित होंगे, जिनसे व्यक्ति विशेष स्वस्थ हो, प्रसन्न मन का हो, समृद्धि प्राप्त करे एवं समाज का एक महत्त्वपूर्ण अंग बनकर अपना जीवन बिताए। प्रस्तुत पुस्तक में जीवन जीने के लिए आवश्यक बिदुंओं का बड़ा सरल विश्लेषण किया गया है। इसमें संकलित नौ सूत्र आपकी जिंदगी को बेहतर तरीके से जीने में आपकी मदद करेंगे और आप तनावरहित, संतोषपूर्ण, समृद्ध, सुखद और सार्थक जीवन जी पाएँगे। आदर्श जीवन जीने की राह दिखाती एक अत्यंत रोचक पठनीय पुस्तक।
Stock Market Mein Maine Zero Se 10 Crore Rupaye Kaise Kamaye
- Author Name:
Nicolas Darvas
- Book Type:

- Description: आधे मिलियन डॉलर की खबर ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। मेरे पास एक बहुत स्पष्ट अवधारणा थी कि मैंने यह कैसे किया था और मुझे इस बात का भी यकीन था कि मैं यह फिर से कर सकता था। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं था कि मैंने अपनी कला में महारत हासिल कर ली थी। अपने टेलीग्रामों के साथ काम करते हुए मैंने एक तरह की छठी इंद्रिय विकसित कर ली थी। मैं अपने शेयरों को महसूस कर सकता था। मैं लगभग बता सकता था कि स्टॉक क्या करेंगे। यदि एक आठ अंक की बढ़त के बाद एक शेयर चार अंक पीछे आ जाता था तो मैं चिंतित नहीं होता था। मैं उससे ऐसा ही करने की अपेक्षा करता था। यदि कोई शेयर मजबूत होने लगता था तो मैं अकसर अनुमान लगा लेता था कि उसका बढ़ना किस दिन शुरू होगा। यह एक रहस्यमयी, समझाई न जा सकनेवाली वृत्ति थी; लेकिन मेरे मन में कोई संदेह नहीं था कि यह मेरे पास थी। इसने मुझे एक जबरदस्त शक्ति की भावना से भर दिया था। —इसी पुस्तक से यह पुस्तक निकोलस डरवास की असफलता, संघर्ष और अंततः अभूतपूर्व सफलता की यात्रा के बारे में है, जहाँ वह 6.5 वर्षों के दौरान 10 करोड़ रुपए से अधिक कमाते हैं। ध्यान रहे, यह 1950 के दशक के 2 मिलियन हैं। स्टॉक मार्केट में असामान्य और अद्वितीय सफलता की कहानी, जो निवेशकों को आत्मविश्वास देगी और सही निवेश करके अपनी कमाई को बढ़ाने के व्यावहारिक सूत्र बताएगी।
Vyaktitva Nirman
- Author Name:
Ravindranath Prasad Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sewa Paramo Dharmah : Sant Ishwar Sadhako Ki Gaurav Gatha
- Author Name:
Vrinda Khanna
- Book Type:

- Description: समाज के प्रति अगाध समर्पण के क्रम में संत ईश्वर फाउंडेशन की स्थापना 22 नवंबर, 2013 को स्मृतिशेष श्री खैरातीलालजी के द्वारा हुई। खैरातीलालजी ने इस फाउंडेशन का नामकरण उस मूल आधार पर किया, जहाँ से उनमें समाज व राष्ट्र की सेवा के भावों का बीजारोपण हुआ था। खैरातीलालजी के पिताजी का नाम श्री संतराम खन्ना व माताजी का नाम श्रीमती ईश्वरी देवी था, जिनके नाम पर ही फाउंडेशन का नामकरण संत ईश्वर फाउंडेशन के रूप में सार्थक हुआ है। 'संत ईश्वर फाउंडेशन' सामाजिक एकता, सामाजिक समरसता, सार्वभौम शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण के साथ ही गाँवों और दुर्गम क्षेत्रों में निवासरत शिक्षा से वंचित साधनहीन गरीब लोगों के विकास के लिए एक संकल्पित न्यास है। उपर्युक्त संकल्पों को सहज रूप से पूर्ण करने के लिए संत ईश्वर फाउंडेशन, राष्ट्रीय सेवा भारती से संबद्ध होकर 'संत ईश्वर सम्मान' कार्यक्रम तथा “विद्या भारती' के साथ संबद्ध होकर जम्मू एवं कश्मीर में शिक्षण संस्थानों के कार्यों द्वारा अपने सेवा अभियानों को और अधिक गति प्रदान करने हेतु निरंतर प्रयत्नशील है।
Master Your Destiny: Lessons From Lohani | Tarun Pithode
- Author Name:
Tarun Pithode
- Book Type:

- Description: This book is about learning to become a leader in the field of management. It draws inspiration and examples from the life of Ashwani Lohani who has had a remarkable career in public administration and management. It uniquely covers the multifarious aspects of the management. It highlights the challenges faced by Ashwani Lohani at various levels, along with experiences and feedback of his seniors, friends, colleagues, and juniors. It also describes the strategies he adopted to run various organisations and elevate them to unimaginable levels of success. This book encapsulates experiences that offer managerial lessons for future bureaucrats and millions of managers across the corporate world.
Selling Simplified
- Author Name:
Suresh Mohan Semwal
- Book Type:

- Description: Rigidity and Salesmanship don’t go together. vv A Sales call which is put off till tomorrow is usually never made. Do it now. vv Never falling is not an achievement, rising again after a fall is. These are some of the basic mantras which a salesperson should follow in order to achieve higher sales. A specialist salesperson has to acquire special capabilities to sell and market the products he is trying to sell. This book is a must read for all those who wish to explore and succeed in the world of selling. Written in simple language with lot of insight to equip you with right habits, knowledge, process, tools and techniques for a shining career in selling. Semwal through his exclusive Sales Trainings has already trained more than 40000 sales professionals in 100+ corporate houses in the last 13 years. He has shared his wisdom collected through exposure of various industries, products and professionals in this book. His program ‘Secrets of Selling’ is a hugely successful program.
Acres Of Diamonds
- Author Name:
Russell H. Conwell
- Book Type:

- Description: स्टीवर्ट यह नहीं जानते थे कि लोगों को किस चीज़ जरूरत थी, इसलिए उन्होंने ग़लत चीजें खरीद लीं, जो उनके पास बेकार पड़ी रहीं। लेकिन स्टीवर्ट ने इस घटना से अपने व्यावसायिक जीवन का सबसे महान सबक सीख लिया और कहा, "मैं भविष्य में कोई चीज़ तब तक नहीं खरीदूंगा, जब तक कि मैं यह व जान लूँ कि लोगों की जरूरत किस चीज की है। इसके बाद ही मैं अपना माल खरीदूँगा।" वे घर-घर जाकर लोगों से पूछने लगे कि उन्हें कौन सी चीजें पसंद हैं । जब उन्हें यह पता चल गया कि लोग क्या चाहते हैं, उन्होंने अपने बचे हुए साढ़े बासठ सेंट का निवेश ऐसी चीजों में किया, जिन्हें लोग खरीदना चाहते थे। अब वे एक "सही माँग" की पूर्ति कर रहे थे। मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि जिंदगी में आपका व्यवसाय या पद क्या है। मुझे इस बात की परवाह भी नहीं है कि आप वकील, डॉक्टर, हाउसकीपर, टीचर या कुछ और हैं। आप चाहे जो हाँ, सिद्धांत वही रहता है। हमें सबसे पहले यह जानना चाहिए कि दुनिया को किस चीज़ की ज़रूरत है और फिर हमें उस आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए अपना निवेश करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको विश्चित रूप से सफलता मिलेगी। दोस्तो, इसी सिद्धांत पर चलकर ए. टी. स्टीवर्ट ने अपनी संपत्ति को साढ़े बासठ सेंट से चालीस मिलियन डॉलर तक पहुँचाया था।
Super Success Ke Golden Rules
- Author Name:
Napoleon Hill
- Book Type:

- Description: नपोलियन हिल सत्तर वर्षों से भी अधिक समय से अपना सर्वोत्तम हासिल करने के लिए प्रेरित करते रहे हैं। वे अब तक के पहले और सबसे प्रसिद्ध प्रेरक लेखक थे और वास्तव में आज के सफल स्व-सहायता लेखकों में से अधिकांश हिल के सर्वोत्तम विचारों सहित उनकी दूरदर्शी बुद्धिमत्ता के ऋणी हैं। ‘सुपर सक्सेस के त्रशद्यस्रद्गठ्ठ रूल्स’ उन लेखों का प्रस्तुतीकरण है, जो नेपोलियन हिल ने सन् 1919 और 1923 के बीच लिखे थे। कार्नेगी, फोर्ड और एडिसन जैसे झोंपड़ी से महलों तक पहुँचे प्रसिद्ध धन कुबेरों के साथ साक्षात्कारों पर आधारित ये लेख सफलता के सिद्ध व प्रभावी मार्ग उजागर करते हैं, जो एक औसत व्यक्ति के लिए सचमुच काम करते हैं—कल भी करते थे, आज भी करते हैं और आनेवाले कल में भी करते रहेंगे। ये मनोरंजक और जीवंत लेख प्रेरक प्रसंगों से भरे पड़े हैं तथा विचारोत्तेजन की शक्ति, आत्मविश्वास निर्माण, कायल करना बनाम बाध्य करना और आकर्षण का नियम जैसे विषयों पर आशातीत अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। अगर ये विचार परिचित लगते हैं तो ये सचमुच वैसे हैं। आधुनिक प्रेरणा गुरु दशकों से हिल के विचारों को झटक और रीपैकेज करते रहे हैं, परंतु मूल स्रोत अब भी सर्वोत्तम बना हुआ है। ‘सुपर सक्सेस के Golden रूल्स’ पढि़ए और अपना जीवन सँवारिए।
Ravindranath Ki Parlok Charcha
- Author Name:
Amitabh Chowdhury
- Book Type:

-
Description:
मृत्यु के बाद क्या जीवन का अस्तित्व रह जाता है? आधुनिक विज्ञान यद्यपि इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकता, फिर भी यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि सभ्यता के आदिकाल से मनुष्य इस प्रश्न से निरन्तर जूझता रहा है। भूत-प्रेतमूलक आदिम अन्धविश्वासों से ऊपर उठने पर भी प्राचीन तत्त्वचिन्तक ‘परलोक’ की कल्पना करते हैं और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं। हमारे उपनिषदों ने तो स्पष्ट रूप से आत्मा के अविनश्वर होने की घोषणा कर डाली। ऐसी स्थिति में यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है—‘क्या इन बातों को महज इसलिए उड़ा दिया जाए कि विज्ञान की प्रयोगशाला में इन्हें सिद्ध नहीं किया जा सकता?’
प्रस्तुत पुस्तक में बांग्ला के सुख्यात शब्दशिल्पी अमिताभ चौधरी इसी प्रश्न को रेखांकित करते हुए अनेक रोचक एवं विस्मयकर तथ्यों की जानकारी देते हैं, जिनका विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर के जीवन और साहित्य से सीधा सम्बन्ध है। अपने जीवनकाल में उन्होंने अनेक प्रयोग किये थे और एक विशिष्ट ‘माध्यम’ के द्वारा परलोकगत आत्माओं से ‘बातचीत’ भी की थी। उन विस्तृत वार्तालापों के विवरण लिखित रूप में आज भी शान्तिनिकेतन के ‘रवीन्द्र-सदन’ में सुरक्षित हैं तथा उन्हीं को लेखक ने अत्यन्त प्रामाणिक और कलात्मक ढंग से इस पुस्तक में प्रस्तुत किया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि मृत्यु के बाद के जीवन के सम्बन्ध में रवीन्द्रनाथ की आशा और आस्था असीम थी, उनके अनेकानेक गीतों और कविताओं में इसी की अभिव्यक्ति हुई है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...