Super Success Ke Golden Rules
Author:
Napoleon HillPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Self-help0 Reviews
Price: ₹ 280
₹
350
Available
नपोलियन हिल सत्तर वर्षों से भी अधिक समय से अपना सर्वोत्तम हासिल करने के लिए प्रेरित करते रहे हैं। वे अब तक के पहले और सबसे प्रसिद्ध प्रेरक लेखक थे और वास्तव में आज के सफल स्व-सहायता लेखकों में से अधिकांश हिल के सर्वोत्तम विचारों सहित उनकी दूरदर्शी बुद्धिमत्ता के ऋणी हैं।
‘सुपर सक्सेस के त्रशद्यस्रद्गठ्ठ रूल्स’ उन लेखों का प्रस्तुतीकरण है, जो नेपोलियन हिल ने सन् 1919 और 1923 के बीच लिखे थे। कार्नेगी, फोर्ड और एडिसन जैसे झोंपड़ी से महलों तक पहुँचे प्रसिद्ध धन कुबेरों के साथ साक्षात्कारों पर आधारित ये लेख सफलता के सिद्ध व प्रभावी मार्ग उजागर करते हैं, जो एक औसत व्यक्ति के लिए सचमुच काम करते हैं—कल भी करते थे, आज भी करते हैं और आनेवाले कल में भी करते रहेंगे।
ये मनोरंजक और जीवंत लेख प्रेरक प्रसंगों से भरे पड़े हैं तथा विचारोत्तेजन की शक्ति, आत्मविश्वास निर्माण, कायल करना बनाम बाध्य करना और आकर्षण का नियम जैसे विषयों पर आशातीत अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। अगर ये विचार परिचित लगते हैं तो ये सचमुच वैसे हैं। आधुनिक प्रेरणा गुरु दशकों से हिल के विचारों को झटक और रीपैकेज करते रहे हैं, परंतु मूल स्रोत अब भी सर्वोत्तम बना हुआ है। ‘सुपर सक्सेस के Golden रूल्स’ पढि़ए और अपना जीवन सँवारिए।
ISBN: 9789352660568
Pages: 192
Avg Reading Time: 6 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
IAS/IPS Success Path
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BUSINESS MEIN SUCCESS KI CHABI HAI TECHNOLOGY
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: "कारोबार को चलाने में तकनीक कमाल का काम करती है। आपका उद्यम चाहे किसी भी आकार का क्यों न हो, तकनीक के ऐसे ठोस व अप्रत्यक्ष फायदे होते हैं, जिनसे आप धन कमा सकते हैं और ग्राहकों की माँग के अनुसार सेवा दे सकते हैं। इस पुस्तक की कहानियाँ साबित करती हैं कि कैसे प्रत्येक उद्यमी ने अपना विस्तार करने और सबसे आगे बने रहने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया है। बिजनेस की बढ़ोतरी और उन्नति के लिए नई-नई तकनीकों के प्रयोग और उसके महत्त्व को रेखांकित करती पठनीय पुस्तक, जो सफलता के द्वार खोलेगी। "
Bhavadiye... Aapke Bigdail Vidyarthi
- Author Name:
Sanjiv Shah
- Book Type:

- Description: हमारे समाज में प्रतिदिन अनेक अपराध दर्ज होते हैं। हम जानते हैं कि दर्ज होनेवाले अपराधों से अनेक गुना अपराध चुपचाप होते हैं और सहन भी किए जाते हैं। पर हम उन बातों के लिए क्या करेंगे जिन्हें अपराध भी गिना नहीं जाता? अपशब्दों भरी भाषा का प्रयोग करना, बालकों का अपमान करना, बालकों को मारना, बालकों को धमकी देकर डराना...यह सब तो मानो शिक्षक के अधिकार में आ गए हैं और उनके आवश्यक साधन बन गए हैं। मुझे भयंकर त्रास होता है, जब कोई अज्ञानी माता-पिता अपने बालक को सौंपते समय शिक्षक से कहते हैं कि सर, जरूरत लगे तो एक-दो तमाचे मारकर भी इसे एकदम सीधा करना। और मूर्ख शिक्षक बालक के सामने ही इस अधिकार एवं जवाबदेही को मानो गौरव से स्वीकार करता है।
Ravindranath Ki Parlok Charcha
- Author Name:
Amitabh Chowdhury
- Book Type:

-
Description:
मृत्यु के बाद क्या जीवन का अस्तित्व रह जाता है? आधुनिक विज्ञान यद्यपि इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकता, फिर भी यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि सभ्यता के आदिकाल से मनुष्य इस प्रश्न से निरन्तर जूझता रहा है। भूत-प्रेतमूलक आदिम अन्धविश्वासों से ऊपर उठने पर भी प्राचीन तत्त्वचिन्तक ‘परलोक’ की कल्पना करते हैं और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं। हमारे उपनिषदों ने तो स्पष्ट रूप से आत्मा के अविनश्वर होने की घोषणा कर डाली। ऐसी स्थिति में यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है—‘क्या इन बातों को महज इसलिए उड़ा दिया जाए कि विज्ञान की प्रयोगशाला में इन्हें सिद्ध नहीं किया जा सकता?’
प्रस्तुत पुस्तक में बांग्ला के सुख्यात शब्दशिल्पी अमिताभ चौधरी इसी प्रश्न को रेखांकित करते हुए अनेक रोचक एवं विस्मयकर तथ्यों की जानकारी देते हैं, जिनका विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर के जीवन और साहित्य से सीधा सम्बन्ध है। अपने जीवनकाल में उन्होंने अनेक प्रयोग किये थे और एक विशिष्ट ‘माध्यम’ के द्वारा परलोकगत आत्माओं से ‘बातचीत’ भी की थी। उन विस्तृत वार्तालापों के विवरण लिखित रूप में आज भी शान्तिनिकेतन के ‘रवीन्द्र-सदन’ में सुरक्षित हैं तथा उन्हीं को लेखक ने अत्यन्त प्रामाणिक और कलात्मक ढंग से इस पुस्तक में प्रस्तुत किया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि मृत्यु के बाद के जीवन के सम्बन्ध में रवीन्द्रनाथ की आशा और आस्था असीम थी, उनके अनेकानेक गीतों और कविताओं में इसी की अभिव्यक्ति हुई है।
Asafalata ki Aisi Ki Taisi
- Author Name:
Sanjiv Shah
- Book Type:

- Description: अच्छा मनुष्य बनने के अंक क्यों नहीं? परीक्षा केवल गणित, विज्ञान, भाषाओं इत्यादि की ही क्यों ली जाती है? और नागरिकशास्त्र जैसे विषय की परीक्षा भी लिखित ही ली जाती है। बच्चे जीवन में कितना ग्रहण करते हैं, क्या वह महत्त्वपूर्ण नहीं है? विद्यार्थी कितने ईमानदार हैं, निःस्वार्थी हैं, साहसी हैं, स्वच्छताप्रिय हैं...क्या ये सब महत्त्वपूर्ण नहीं है? इन बातों का कोई नाम नहीं लेता, ऐसा क्यों? कोई विद्यार्थी स्वार्थी हो, अपशब्द बोलता हो, बुरा व्यवहार करता हो, परन्तु कुछ भी करके सबसे अधिक अंक प्राप्त कर ले, तो उसे शाबाशी मिले। इसके विपरीत कोई दूसरा विद्यार्थी गुणवान हो, सेवाभावी हो, सदैव अच्छा आचरण करता हो, परन्तु वह मध्यम दर्जे के अंक ही ला पाए, तो वह निम्न स्तर का कैसे हो गया?
Kshama Karne Ki Alaukik Shakti
- Author Name:
J.P. Vaswani
- Book Type:

- Description: "क्रोध, विद्वेष और असंतोष विनाशकारी तथा आत्म-पराजयकारी हैं। हम दूसरों के विरुद्ध इन नकारात्मक भावनाओं का वहन करते हैं; लेकिन वास्तव में ये हमारे जीवन को विषाक्त कर देती हैं। जब हम अपनी प्रतिक्रियाओं के लिए दूसरों को दोषी ठहराते हैं, हम यह विश्वास करते हैं कि वे हमारी नकारात्मक भावनाओं के लिए उत्तरदायी हैं, तब वास्तव में हम अपने स्वयं के जीवन पर से ही नियंत्रण त्याग रहे होते हैं। क्षमा अच्छाइयों, प्रेम और करुणा जाग्रत् कर हमारी अपनी क्षमताओं के प्रति हमें जागरूक बनाकर हमारे आत्म-विश्वास को बढ़ाती है। क्षमा हमें अपने स्वयं और दूसरों के साथ शांति से रहने के लिए सक्षम बनाती है और भावनात्मक संघर्ष से स्वतंत्र करती है। क्षमा हमारे जीवन को रूपांतरित कर सकती है, इसे और अधिक शांत, अर्थवान और रचनात्मक बना सकती है। पूज्य दादा वासवानी के अमृत वचन और उनके स्वयं के दीर्घ जीवन का अमूल्य खजाना इस पुस्तक में संकलित है, जिसके अध्ययन से हम क्षमा जैसे दैवी गुण को अपने जीवन में उतारकर आत्मविकास कर पाएँगे, सफल हो पाएँगे। "
25 Success Business Stories
- Author Name:
Prakash Iyer
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sapanon Ka Sarathi: (Visualise Your Success)
- Author Name:
Dr. Aniruddha Rawat +1
- Book Type:

- Description: रविंद्र कुमार बिहार के जिला बेगूसराय के एक छोटे से गाँव बसही में जनमे। उच्च शिक्षा के लिए राँची चले गए और आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा में चयनित हुए। उन्होंने मर्चेंट नेवी में प्रशिक्षण प्राप्त किया और शिपिंग क्षेत्र में सेवाएँ दीं। नौकरी छोडक़र कड़ी मेहनत से आई.ए.एस. अधिकारी बने। रविंद्र कुमार भारत के प्रथम व एकमात्र आई.ए.एस. अधिकारी हैं, जिन्होंने दो बार माउंट एवरेस्ट पर सफ लतम चढ़ाई की। रविंद्र कुमार ने सिक्किम, उत्तर प्रदेश तथा केंद्र सरकार में विभिन्न पदों पर सेवाएँ दीं। वर्तमान में जिलाधिकारी झाँसी के पद पर कार्यरत हैं। वे एक आशुकवि व लेखक हैं। अब तक उनकी सात कृतियाँ प्रकाशित हैं। अपनी कृति ‘एवरेस्ट : सपनों की उड़ान, सिफर से शिखर तक’ के लिए वर्ष 2020 में ‘अमृतलाल नागर पुरस्कार’ से सम्मानित। यह पुस्तक रविंद्र कुमार के जीवन के अनेक अनछुए पहलुओं का लेखा-जोखा है। यह एक व्यक्ति के संघर्ष, दृढ़ संकल्प व सकारात्मक सोच से उपलब्धियों की ओर बढऩे की ऐसी कहानी है, जो युवा पीढ़ी को कुछ कर-गुजरने की प्रेरणा देती है।
Teachers
- Author Name:
Sanjay Rai Sherpuria
- Book Type:

- Description: ‘टीचर’ मतलब—शिक्षक! यह शब्द ही हमें मनुष्य को सांस्कारिक और बौद्धिक राह पर ले जानेवाला दिखता है। शिक्षक सिर्फ तनख्वाह लेकर विषयों को पढ़ानेवाला कोई व्यक्तित्व नहीं है, बल्कि व्यक्ति के जीवन की हर समस्या का समाधान एवं मनुष्यत्व का पाठ पढ़ानेवाला एक महान् व्यक्तित्व है। इस पुस्तक में प्रसिद्ध समाजधर्मी संजय राय ‘शेरपुरिया’ ने एक शिक्षक के जीवन में आवश्यक साकारित गुणों का विवरण दिया है, जो व्यक्ति को एक श्रेष्ठ व्यक्तित्व में बदल सकते हैं।
Beauty Tips
- Author Name:
Reeta Grover
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Badaladare Yochane Nimmade Geluvu
- Author Name:
Dr. Naga H. Hubli
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಬದುಕನ್ನು ಗೆಲ್ಲುವ ಕುರಿತಂತೆ ಸಾಕಷ್ಟು ಪುಸ್ತಕಗಳು ನಮ್ಮ ನಡುವೆ ಬಂದು ಹೋಗಿವೆ, ಬರುತ್ತಲೂ ಇವೆ. ಅತ್ಮೀಯರಾದ ಡಾ. ನಾಗ ಎಚ್ ಹುಬ್ಳಿ ಅವರ ಬದುಕನ್ನು ಗೆಲ್ಲುವ ಕಲೆಗೆ ಕನ್ನಡಿ ಹಿಡಿಯುವುದರ ಜೊತೆಗೆ, ಕುಸಿದ ಮನಸ್ಸುಗಳಿಗೆ ಕಾಯಕಲ್ಪ ನೀಡುವ ಕೆಲಸವನ್ನೂ ಮಾಡಿದೆ. ಬದುಕು ವೈಚಿತ್ರಗಳ ಗಡು, ಇಲ್ಲ ನಾವು ಧನಾತ್ಮಕ ಅಂಶಗಳಿಗೇ ಜೋತು ಬೀಳಲಾಗುವುದಿಲ್ಲ ಋಣಾತ್ಮಕತೆಯನ್ನು ಹೇರಿಕೊಂಡು ಮುಂದೆ ಸಾಗುವ ಕೌಶಲವನ್ನು ಬದುಕು ಬಿಡುತ್ತದೆ. ಈ ಅನಿವಾರ್ಯತೆಯನ್ನು ಅರ್ಥಮಾಡಿಕೊಳ್ಳದ ಮನಸ್ಸುಗಳು ಅಡಿತಪ್ಪುವ ಅಪಾಯವನ್ನು ನಾವು ನೋಡುತ್ತಲೇ ಇದ್ದೇವೆ. ಆ ಬಗೆಯ ಪತನಕ್ಕೆ ಸಕಾಲಿಕವಾದ ಮಾರ್ಗದರ್ಶನದ ಕೊರತೆ ನಿಮಿತ್ತವಾಗುವುದೂ ಇದೆ. ಲೇಖಕರು ಅಂಥ ಅಂಶಗಳ ಮೇಲೆಲ್ಲ ಕ್ಷಕಿರಣ ಬೀರಿ ತಿದ್ದುವಿಕೆಗೆ ನಾವು ಒಡ್ಡಿಕೊಂಡು ಬದುಕು ಸಹನೀಯವಾಗುವುದು ಹೇಗೆ ಅರಳುವುದು ಹೇಗೆ ಎಂಬುದನ್ನು ಉದಾಹರಣೆ ಸಹಿತವಾಗಿ ಹೇಳಿದ್ದಾರೆ. ಈ ಹೊತ್ತಗೆಯಲ್ಲಿ ನಾಗ ಎಚ್ ಹುಬ್ಳಿ ಅವರು ಬೋಧಕರೂ ಆಗಿರುವುದರಿಂದಾಗಿ ವಿಷಯ ಮಂಡನೆಯ ಕಲೆ ಅವರಿಗೆ ಸಿದ್ಧಿಸಿದೆ, ಬೋಧಕರೊಬ್ಬರು ಲೇಖಕರೂ ಆಗುವ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಸಾಹಿತ್ಯಕ್ಕೆ ಸಂದಾಯವಾಗುವ ಲಾಭಗಳು ಹಲವಿವೆ. 'ಪ್ರಸ್ತುತಿ' ಅದರಲ್ಲೊಂದು. ನಮ್ಮ ಪಠ್ಯಪುಸ್ತಕಗಳಲ್ಲೂ ಈ ತರದ ಬರಹಗಳು ಅಳವಡಿಕೆಯಾಗಬೇಕಾದ ಅವಶ್ಯಕತೆ ಇದೆ. ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಹಂತದಲ್ಲೇ ಮಕ್ಕಳಿಗೆ ಬದುಕನ್ನು ಎದುರಿಸುವ ಕಲೆಯನ್ನು ಕಲಿಸಿಕೊಡುವುದು ಎಂದರೆ, ಅವರ ಭವಿಷ್ಯಕ್ಕೆ ಎರಡೆರಡು ರಕ್ಷಾಕವಚಗಳನ್ನು ಹೆಣೆದುಕೊಟ್ಟಂತೆಯೇ ಸರಿ ನಾಗ ಎಚ್, ಹುಬ್ಳಿ ಅವರ ಈ ಕೃತಿಯಾಗಲೀ, ಕೃತಿಯ ಭಾಗಗಳಾಗಲೀ ಮೇಲೆ ಹೇಳಿದ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಆಶಯಗಳಿಗೆ ಸಲ್ಲುವಂತಾಗಲಿ. - 'ಎನ್ನೇಬಿ' ಮೊಗ್ರಾಲ್ ಪುತ್ತೂರು - ಸಂಪಾದಕರು ಮಂಗಳ ವಾರಪತ್ರಿಕೆ
Kaladrshti
- Author Name:
Shri Naveen Sharma "Anshuman"
- Book Type:

- Description: भारत में पौराणिक काल से ही कलाशक्षेत्र बहुत विकसित तथा सुव्यवस्थित रहा है। देश में प्रचलित कला और साहित्य के विभिन्न माध्यमों ने मानवमात्र को संस्कारित करने के साथ-साथ मूल्यों, परंपराओं आदि को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाया है। कला मानव जीवन की सहचरी रही है। विश्व की प्राचीनतम और समृद्धतम कही जानेवाली - भारतीय सभ्यता और संस्कृति के द्वारा विश्व के-कल्याण के लिए किए गए विभिन्न उत्कृष्ट कार्यों को संपूर्ण विश्व तक पहुँचाने का महत्पूर्ण कार्य भारतीय कला ओर साहित्य के द्वारा ही हुआ है। भारतीय कला और साहित्य ने सदा समाज को जाग्रत् और संस्कारित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, सकारात्मकता से अपना धर्म निभाया है तथा संस्कारों की संवाहक रही है, परंतु अपने भारत देश की अनेक वर्षो की पराधीनता के कारण भारतीयों के मन-मस्तिष्क से अपने गत वैभव का स्मृतिभ्रंश हो गया था और भारतीय कला भी इन कुठाराघातों से नहीं बच पाई थी। सन् 1981 से कलाक्षेत्र में कार्यरत 'संस्कार भारती' सरीखा अखिल भारतीय संगठन कला को हिंदू कला दृष्टि से पुनः स्थापित करना चाहता है और कला-विधाओं और उत्सवों को आधार बनाकर कलाकारों के माध्यम से प्रत्येक भारतीय के हृदय में अपनी मातृभूमि के प्रति निष्ठा और कर्तव्यपरायणता का भाव जगाना चाहता है। इस दृष्टि से ही इस पुस्तक में “संस्कार भारती ' से जुड़कर संपूर्ण भारत में कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं के लिए सैद्धांतिक व व्यावहारिक जानकारी दी गई है।
Super Success Student Guide
- Author Name:
Nitin Soni
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Safalta 360 Degree | Easy Way To Live Life Motivational Book in Hindi
- Author Name:
Rajesh Yadav
- Book Type:

- Description: जीवन में सभी सफल होना चाहते हैं और सबके लिए अपनी-अपनी सफलता के अलग-अलग मायने होते हैं, जो उचित अनुचित भी हो सकते हैं। अगर सफलता के सही मायने, सही तरीके अपनाए जाएँ तो ही जीवन सार्थक हो सकेगा- नहीं तो बहती नदी की धारा और बीते समय को कोई नहीं रोक सकेगा। इस पुस्तक का उद्देश्य अपने पाठकों से अपने अनुभव, अपनी समझ और अपनी विचारधारा से जोड़ने का है। भाषा बिल्कुल सामान्य और साधारण भाषा में होने के कारण पुस्तक की विषयवस्तु सीधे दिल में उतर जाती है। इस पुस्तक में सफलता के अनेक पहलू, उन्हें प्राप्त करने के सही तरीके, व्यक्तित्व विकास, उत्कृष्ट समाज-निर्माण और सुंदर संबंधों की प्राप्ति पर आकर्षक रूप से प्रकाश डाला गया है। आप जैसे-जैसे पृष्ठों को पढ़ते जाएँगे, समझते जाएँगे और जीवन में उतारते जाएँगे तो अवश्य ही सार्थकता, संपन्नता, सरलता और स्वास्थ्य को पा लेंगे। इस पुस्तक के कुछ ऐसे विचार पाठकों के भीतर घर कर गए तो वे विचारों की सेना का निर्माण कर सकते हैं, जो आपको आपकी अनुचित शारीरिक आदतों, अनुपयोगी मान्यताओं और निरर्थक सोच-विचारों को बाहर कर एक लक्ष्यवान, स्वाभाविक जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सकेंगे। आप अपने भीतर आशा की चिनगारी जला लें, आत्मविश्वास का अंगारा डालें और जीवन में सफलता की ज्वाला को दहकने दें। सफलता प्राप्त करने के व्यावहारिक गुरुमंत्र देकर सकारात्मक सोच विकसित करने में सहायक एक उपयोगी पुस्तक।
Satya-Vrat Katha
- Author Name:
Pt. Vijay Shankar Mehta
- Book Type:

-
Description:
यह प्रबन्धन का युग है। हर क्षेत्र में हर बात में प्रबन्धन है। जीवन में सफलता अर्जित करने के जितने सूत्र हैं, उनमें से एक प्रमुख है सत्य और सत्य का भी अपना प्रबन्धन होता है। वैसे तो ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ बहुत प्राचीन है लेकिन इसमें प्रबन्धन के जो सूत्र आए हैं, वे बिलकुल नवीन हैं, आज के लिए उपयोगी हैं और हर क्षेत्र में सफलता को सुनिश्चित करते हैं। इस कथा में पाँच अध्याय हैं और प्रत्येक में प्रबन्धन के गूढ़ सूत्र हैं। पहले अध्याय में सेवा प्रबन्धन, दूसरे में सम्पत्ति प्रबन्धन, तीसरे में सन्तान प्रबन्धन, चौथे में संघर्ष प्रबन्धन और पाँचवें में संस्कार प्रबन्धन को देखा जा सकता है।
हम देख रहे हैं कि वर्षों से अनेक परिवारों में, कई स्थानों पर ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ हो रही है। हमने ही इसको एक पारम्परिक, पारिवारिक और सामान्य-सा धार्मिक आयोजन बना दिया है। या तो हम स्वयं कथा करते हैं या किसी विद्वान् से करवाते हैं। पंडित जी आते हैं, संस्कृत या हिन्दी में कथा करते हैं। घर की महिलाएँ रसोईघर में प्रसाद बनाने में व्यस्त रहती हैं। बच्चे इस दिन जितना हो सके उपद्रव कर लेते हैं। यजमान या तो फ़ोन सुनेंगे या कौन आया, कौन नहीं आया यह सब देखने में ही उनका समय बीत जाता है। कथा आरम्भ होती है, कथा समाप्त हो जाती है। हमने इसको एकत्र साधारण-सा आयोजन बना दिया है। यह कथा ऐसी सामान्य कथा नहीं है। इस कथा के पीछे भाव यह है कि जीवन में ‘सत्य’ उतरे। इस कथा में दो प्रमुख विषय हैं। एक है संकल्प की विस्मृति और दूसरा है प्रसाद का अपमान। संकल्प की विस्मृति और प्रसाद का अपमान ये दो थीम हैं, जिनके आसपास यह कथा चलती है। संकल्प, जीवन में सत्य उतारने का। इसका प्रसाद क्या है? क्या पंजीरी या शुद्ध घी में बना हुआ हलवा...? वास्तव में ‘श्रीसत्यनारायणव्रतकथा’ का प्रसाद है ‘सत्य’।
तो जीवन में जो भी सत्य को विस्मृत करेगा, जब-जब भी उसको भूल जाएगा, तब-तब परेशानी में पड़ेगा। जीवन में जब-जब भी हम सत्य के प्रसाद का अपमान करेंगे यानी सत्य का अपमान करेंगे, तब-तब हम अपने-आप को संकट में पाएँगे। इस कथा में जो प्रसंग आए हैं यदि उनके भाव को ठीक से समझा जाए तो स्पष्ट सन्देश निकलकर आता है कि यह सत्य के अन्वेषण की कथा है। इसमें विशेषता है कि सत्य के साथ नारायण जोड़े गए हैं। सत्य को नारायण का भगवान् का टेका, सहारा, आधार और बल दिया गया है।
Time Dieting
- Author Name:
Dr. Alok Sethi
- Book Type:

-
Description:
किसी ने क्या खूब कहा है, अगर सौ जेल बंद करना हो तो एक विद्यालय खोल दो। एक किताब छपती है तो एक जीवन बदलता है, एक जीवन बदलता है तो एक दुनिया बदलती है। आलोक भाई, आप किताब नहीं लिख रहे, एक जीवन बदल रहे हैं। किताबें आदमी से आदमी को जोड़ती हैं, और आप वह काम कर रहे हैं। आप पाठकों को पुस्तक से जोड़ रहे हैं। दृष्टि को शब्दों से जोड़ रहे हैं। आप विचारों को वर्णमाला से जोड़ रहे हैं।...छपे हुए शब्दों के प्रति आपका अनुराग, आपका स्नेह, आपका समर्पण पराकाष्ठा पर है। आप बिना किसी अपेक्षा के, बिना किसी चाह के लगातार काम करते हैं ताकि लोग जान सकें कि किताब क्या चीज़ होती है, शब्द क्या चीज़ होते हैं। आप बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। आप दुनिया में आलोक फैला रहे हैं, आपके पास तो संगम है।
—शैलेश लोढ़ा
Thalua Club and Phir Nirasha Kyon?
- Author Name:
Babu Gulab Rai
- Book Type:

- Description: साहित्यकारों के विचार ‘‘पहली ही भेंट में उनके प्रति मेरे मन में जो आदर उत्पन्न हुआ था, वह निरंतर बढ़ता ही गया। उनमें दार्शनिकता की गंभीरता थी, परंतु वे शुष्क नहीं थे। उनमें हास्य-विनोद पर्याप्त मात्रा में था, किंतु यह बड़ी बात थी कि वे औरों पर नहीं, अपने ऊपर हँस लेते थे।’’ —राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ‘‘बाबूजी ने हिंदी के क्षेत्र में जो बहुमुखी कार्य किया, वह स्वयं अपना प्रमाण है। प्रशंसा नहीं, वस्तुस्थिति है कि उनके चिंतन, मनन और गंभीर अध्ययन के रक्त-निर्मित गारे से हिंदी-भारती के मंदिर का बहुत सा भाग प्रस्तुत हो सका है।’’ —पं. उदयशंकर भट्ट ‘‘आदरणीय भाई बाबू गुलाब रायजी हिंदी के उन साधक पुत्रों में से थे, जिनके जीवन और साहित्य में कोई अंतर नहीं रहा। तप उनका संबल और सत्य स्वभाव बन गया था। उन जैसे निष्ठावान, सरल और जागरूक साहित्यकार बिरले ही मिलेंगे। उन्होंने अपने जीवन की सारी अग्नि परीक्षाएँ हँसते-हँसते पार की थीं। उनका साहित्य सदैव नई पीढ़ी के लिए प्रेरक बना रहेगा।’’ —महादेवी वर्मा ‘‘गुलाब रायजी आदर्श और मर्यादावादी पद्धति के दृढ समालोचक थे। भारतीय कवि-कर्म का उन्हें भलीभाँति बोध था। विवेचना का जो दीपक वे जला गए, उसमें उनके अन्य सहकर्मी बराबर तेल देते चले जा रहे हैं और उसकी लौ और प्रखर होती जा रही है। हम जो अनुभव करते हैं—जो आस्वादन करते हैं, वही हमारा जीवन है।’’ —पं. लक्ष्मीनारायण मिश्र ‘‘अपने में खोए हुए, दुनिया को अधखुली आँखों से देखते हुए, प्रकाशकों को साहित्यिक आलंबन, साहित्यकारों को हास्यरस के आलंबन, ललित-निबंधकार, बड़ों के बंधु और छोटों के सखा बाबू गुलाब राय को शत प्रणाम!’’ —डॉ. रामविलास शर्मा
Join Happy Couples Club
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
- Book Type:

- Description: A disease called ‘Paris Syndrome’ is common among Japanese tourists. Symptoms of this disease appear as depression and nausea in the patient. The cause of this disease is their disappointment that they didn’t find Paris as beautiful and romantic as they expected it to be. The thoughts of disappointment cause emotional turbulence in them; in other words their brain refuses to accept that Paris is not as beautiful and romantic, or their high expectations from Paris remain unmet and unfulfilled. This sense of disappointment and unfulfilled expectations make the tourists patients of ‘The Paris Syndrome’. They can avoid this disease if only they learn to accept the reality of Paris. Romantic relationships and marriage thereafter leave couples disillusioned big time and the reality of marriage hits them hard. They get shocked by the experience of a life that is not all rosy and romantic after marriage as they had expected it to be. The concepts of ‘Prince Charming’ and ‘Dream Girl’ start appearing like a fairy tale to them. Across the world, nearly 50% of marriages end in divorce, and after that people either remain single all their lives fearing new beginnings or start their search for a new partner repeating the same cycle of relationship, marriage, conflict and divorce. Success rate of marriages on the basis of love is really low. People often stay in marriages for their own compelling reasons such as kids, social background, fear of new risks etc. But love can be kept alive even after marriage, only with the simple acceptance of the fact that “Men and Women are different from each other”. Physically, psychologically, mentally, biologically, men and women are different on all levels. Neither men are superior to women, nor are women better than men. This book intends to elaborate on this simple fact and strengthen your love relationship by bringing peace and harmony to it. Get ready to reignite the romance in your life and relationship.
ATMADRISHTI
- Author Name:
Mehrunnisa Parvez
- Book Type:

- Description: "जानी-मानी कथाकार एवं ‘समर लोक’ साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका की संपादक। रचना-संसार : आँखों की देहलीज, उसका घर, कोरजा, अकेला पलाश, समरांगण, पासंग (उपन्यास); आदम और हव्वा, उसका घर, गलत पुरुष, फाल्गुनी, अंतिम चढ़ाई, सोने का बेसर, अयोध्या से वापसी, ढहता कुतुबमीनार, रिश्ते, अम्माँ, समर, मेरी बस्तर की कहानियाँ तथा लाल गुलाब (कहानी-संग्रह)। पुरस्कार-सम्मान : ‘पद्मश्री’, ‘अखिल भारतीय महाराज वीरसिंह जूदेव’, ‘सुभद्राकुमारी चौहान’, ‘साहित्य भूषण सम्मान’, ‘भारतभूषण सम्मान’ एवं ‘रामेश्वर गुरु पुरस्कार’। लंबी कहानी ‘जूठन’ तथा ‘सोने का बेसर’ पर धारावाहिक प्रसारित। वेश्यावृत्ति जैसे सामाजिक अभिशाप पर टेलीफिल्म ‘लाजो बिटिया’ और स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित लोकप्रिय धारावाहिक ‘वीरांगना रानी अवंतिबाई’ का स्वयं निर्माण एवं निर्देशन किया। लंदन, फ्रांस, रूस आदि का भ्रमण कर कई सम्मेलनों में भाग लिया। साहित्य एवं समाज-सेवा में निरंतर सक्रिय। अंग्रेजी, उर्दू, मलयालम, पंजाबी, गुजराती, ओडि़या, मराठी आदि भाषाओं में कृतियाँ अनूदित। देश के विश्वविद्यालयों में इनके साहित्य पर पी-एच.डी.। सामाजिक समस्याओं पर कहानियाँ तथा साक्षात्कार दूरदर्शन एवं अन्य बहुआयामी माध्यमों से प्रसारित हुए हैं। "
Motape Se Breakup
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
- Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.