
The Art of Intraday Trading "द आर्ट ऑफ़ इंट्राडे ट्रेडिंग '
Author:
Indrajit ShantharajPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789355218797
Pages: 160
Avg Reading Time: 5 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
When Lord Krishna Walked the Earth
- Author Name:
Aroona Reejhsinghani
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Kachhua Ki Tarha
- Author Name:
Rajendra Dani
- Book Type:
-
Description:
राजेन्द्र दानी की कहानियों का यह चौथा संग्रह है। अपनी इस लम्बी रचना-यात्रा में वे आज की प्रतिष्ठित प्रायोजन कला से सायास दूर रहे हैं। शम्भु गुप्त ने ‘पहल’ पुस्तिका में उनकी कहानियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए लिखा है : “अपने बदलते हुए सम-काल और उसके समानान्तर एक नए शिल्प की तलाश उनके कथा-श्रम की पहचान है। संश्लिष्ट या कि योगात्मक यथार्थ को अधिक से अधिक स्पष्ट और अयोगात्मक बना देने में वे निरन्तर सफलता हासिल करते देखे जा सकते हैं। इस कार्य में उनकी कहानियाँ अनेक कथा-रूढ़ियों, कथा-शिल्प के पुराने ढर्रे को बहुत ही सादगी और इत्मीनान के साथ तोड़ती और उलाँघती चलती हैं। यह तोड़ना या उलाँघना, यहाँ न तो तोड़ने या उलाँघने के लिए है और न सायास कोई नयापन लाने के लिए। यहाँ सब कुछ बहुत ही नामालूम तरीक़े से और अपनी संरचना को अधिक से अधिक पारदर्शी बनाने, बनाते चलने की एक स्वाभाविक प्रक्रिया के तहत सम्पन्न होता है।...वे आम प्रचलित और बहुलिखित विषयों से अलग कुछ नए और ज़्यादा गहरे विषयों से अपनी कहानियों में उलझते हैं। सतह पर दिखनेवाले बहुत सारे प्रसंग और मुद्दे उनकी कहानियों के विषय नहीं बनते। राजेन्द्र दानी भारतीय समाज के समकालीन संक्रमण के सचेत कथाकार हैं, यदि यह कहा जाए, तो यह उनकी सबसे अलग और सही पहचान होगी। यह पहचान उनकी इधर की कुछ ताज़ा कहानियों से और ज़्यादा पुख़्ता होती है।”
उपरोक्त कथन के सन्दर्भ में संग्रह की ‘कछुए की तरह’, ‘इस सदी के अन्त में एक सपना’, ‘ठंडी तेज़ रफ़्तार’, ‘विस्थापित’ और ‘एक झूठे की मौत’ जैसी कहानियाँ अत्यन्त महत्त्वपूर्ण हैं, जो अपनी ख़ास भंगिमा और कथ्य–विधान के नाते जानी जाती हैं। संग्रह में शामिल अन्य कहानियों को भी नज़रअन्दाज़ नहीं किया जा सकता, उनकी अपनी अलग मौलिक दुनिया है।
Vishwa Vyakti Kosh
- Author Name:
Mukesh ‘Nadaan’
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
The Prophet (Hindi Translation of The Prophet)
- Author Name:
Kahlil Gibran
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Tukdon Tukdon Mein Aurat
- Author Name:
Mamta Mahrotra
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Indra Nooyi Ki Biography
- Author Name:
A.K. Gandhi
- Book Type:
- Description: महिलाओं की कई पीढिय़ों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में मान-सम्मान पानेवाली इंदिरा नूई ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में अपना स्थान निरंतर बनाए रखा है। वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कलकत्ता और येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की पूर्व छात्रा हैं। उन्होंने जॉनसन ऐंड जॉनसन, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, मोटोरोला, एसिया ब्राउन बॉवेरी में महत्त्वपूर्ण पदों पर काम किया है। पेप्सिको की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किए जाने से पहले उन्होंने कंपनी के साथ 12 वर्षों तक काम किया था। भारत सरकार द्वारा प्रदत्त ‘पद्मभूषण’, सर्वश्रेष्ठ सी.ई.ओ. सहित अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त कर चुकीं इंदिरा को वर्ष 2021 में राष्ट्रीय महिला हॉल ऑफ फेम में सम्मिलित किया गया था। वे यूएस-चीन बिजनेस काउंसिल, यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल, कंज्यूमर गुड्स फोरम आदि अनेक बोर्डों की सदस्य हैं। दूरदर्शिता, नेतृत्व-क्षमता, उद्यमिता और प्रभासी प्रशासनिक क्षमताओं के बल पर इंदिरा नूई ने विश्व में नारी का सम्मान बढ़ाया है। उनका प्रेरक व्यक्तित्व किसी भी महिला का आत्मविश्वास बढ़ाकर सफलता के शिखर छूने की अद्ïभुत क्षमता रखता है। नारी शक्ति की प्रतीक इंदिरा नूई की प्रेरक जीवनगाथा।
Letters to My Kids
- Author Name:
Dr. Kirti Sisodia
- Book Type:
- Description: This book doesn’t have any description
Dakshayni
- Author Name:
Dr. Aruna Mukim
- Book Type:
- Description: In this novel | have tried to give a blend of mythology and the perineal values and emotions of the human beings. The characters here have been chosen from the pauranik literature and yet feelings and reactions they express are germane to what we find in all human beings. At the thematic level the central point of the novel presents the love between shiv and sati. It is related to the protection of the divinity and spirituality in the universe. It suggests the union between two forces — Shiv and Shakti. The essential elements in a cosmic planning. lf shiv is a great lover then Sati too is not wanting in longing for his love. However as it is sati’s father, great Prajapathi Daksh, the son of Brahma keeps an umbrage against shiv. He abhors shiv and Is openly against the matrimonial alliance between his daughter sati and shiv. From the very beginning sati knows that shiv is her eternal spouse. But Prajapathi Daksh is bent upon destroying this relationship. However by quirk of fate sati is married to shiv. Not withstanding all resistance, Daksh is compelled to give his daughter away to the person he dislikes most, Shiv. Deeply hurt Daksh is now looking for a chance to insult his son in law when he arranges a yagya and doesn't invite them. Sati burns her out there in yog Agni. | have presented this so repeated story from a different angle. The first person narration here has been used for the expansion of philosophy and thought that result in giving a contemporary canvas. | have visualised myself as Sati for exploring the in-depth feelings and emotions of a woman. The use of the montage technique has allowed me to pick up some stories from countless stories of shiv and sati and put them into an imaginative, an unputdownable literary piece.
Agnipankhi
- Author Name:
Surya Bala
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Brhat Visva Sukti Kosa-II
- Author Name:
Shyam Bahadur Verma
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
CV Raman
- Author Name:
Tejen Kumar Basu
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Oscar Wilde Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Oscar Wilde
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
POSHAK TATTVON SE BHARPOOR SABZIYAN
- Author Name:
Gopi Krishna Kunwar
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Raghuvansh Ki Kathayen
- Author Name:
K.K. Krishnan Nambootiri
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Bahaav
- Author Name:
Himanshu Dwivedi
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Srijnatmak Aur Shantimay Jeevan Ke Liye Shiksha
- Author Name:
Devi Prasad
- Book Type:
-
Description:
आज की प्रतियोगितावादी और मशीनी दुनिया में हमारे सामने अनेक नई समस्याएँ और प्रश्न उठ खड़े हुए हैं। इन्हीं में एक प्रमुख प्रश्न हमारी शिक्षा से भी सम्बन्ध रखता है, क्योंकि यही वह औज़ार है जो हमें लगातार असहिष्णु होती दुनिया में बेहतर मनुष्य बनाने में काम आ सकता है। आख़िर शिक्षा है क्या? उसका उद्देश्य क्या है? शिक्षा के प्रमुख अंग क्या होने चाहिए? आज के बच्चे, आज की शिक्षा पाने के बाद, किस प्रकार के नागरिक बनेंगे?
आज ज़रूरत यह है कि बच्चे और वयस्क ऐसी शिक्षा पाएँ कि वे आपस में एक-दूसरे के नज़दीक होने के साथ-साथ सारे समाज से जुड़ें और सारी मानव जाति एक होकर समता और आत्मीयता से पूर्ण जीवन बिताए।
पुस्तक के लेखक का मानना है कि हम कला और उद्योग को शिक्षा-पद्धति का केन्द्र बनाएँ, क्योंकि वह हमारे समाज को सन्तुलित करने का काम कर सकती है। देवी प्रसाद का यह विचार उनकी उस आन्तरिक समझ से सम्बन्ध रखता है जो तथाकथित आधुनिकता के विकास से जुड़ी हुई है। वे कहते हैं कि व्यक्ति की सृजनात्मकता का ख़ात्मा आज की शिक्षा-व्यवस्था के द्वारा हुआ है जिसने हमें अत्यन्त भयानक और अवसरवादी अवस्था में डाल दिया है।
हमारे समाज में निचले तबक़े के लोगों के लिए कुछ भी ऐसा बाक़ी नहीं रहता जिसकी कोई अहमियत हो। यह इसलिए क्योंकि निर्णय वे लेते हैं जो समाज के ‘पिरामिड’ की चोटी पर विराजमान हैं। इसलिए यह पुस्तक उस पिरामिड को सीधा करने की कोशिश करती है। यह आधुनिकता की व्याख्या को भी बदलने का प्रयास करती है।
यह कहना यथेष्ट होगा कि यह पुस्तक उन लोगों के लिए है जो हमारे पूरे संसार की चिन्ता करते हैं, केवल शिक्षा-व्यवस्था की नहीं। यह एक ऐसे व्यक्ति के लम्बे अनुभव और विचारों को दर्शाती है जो शान्तिवाद की मुहिम में प्रत्यक्ष रूप से लगा हुआ था।
Animal Farm
- Author Name:
George Orwell
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Kalpana Aur Chayawaad
- Author Name:
Kedarnath Singh
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Jadui Baal Kahaniyan
- Author Name:
Satyajit Ray
- Book Type:
- Description: अगले ही पल सबका खून जम गया। एक भयंकर गर्जना हुई, जिसे सुनकर राजकुमार का घोड़ा अपनी अगली टाँगें हवा में उठाकर पीछे की ओर खिसका, अपने सवार को जमीन पर पटका और दूसरी दिशा में भाग गया। वह इतना साहसी नहीं था कि इतनी भयानक गर्जना वाले दानव के साथ युद्ध कर सके। गंगाराम ने कनकपुर जाकर राजा से पूछने का निश्चय किया। यदि यह सच में वही पत्थर है, तो वह उसे लौटा देगा। गंगाराम किसी को दुःखी नहीं देख सकता था। यदि राजकुमारी को उसके दुःख से मुक्ति दिलाना उसके हाथ में था, तो वह ऐसा अवश्य करेगा। रामदास झलसी के वन में लकड़ी काटने गया था। शेर-चीतों से बचने के लिए वह जान-बूझकर दिन के समय गया था। जब उसने किले के पास बारह फीट लंबे दो पैरों के एक जीव को देखा, तो वहाँ से भाग आया। उस जीव का शरीर रोओं से भरा था, हाथ-पैरों में नुकीले नाखून थे, मुँह के कोनों में तीखे दाँत थे, जैसे जानवरों के होते हैं, सुर्ख लाल आँखें थीं और उलझे हुए बाल थे। —इसी पुस्तक से महान् लेखक सत्यजित रे की ‘जादुई बाल कहानियाँ’, जिनमें छात्रों का सहज-सरल कौतूहल, रहस्य और रोमांच के प्रति आकर्षण और तीव्र उत्कंठा दिखाई देती हैं।
Badhiya Stree
- Author Name:
Germaine Greeyar
- Book Type:
-
Description:
बधिया स्त्री यानी वह स्त्री जिसकी यौनिकता का दमन कर दिया गया है।
‘द फीमेल यूनॅक’ शीर्षक से वर्ष 1970 में प्रकािशत और एक ही साल के भीतर विश्व-भर में तीखी चर्चाओं और प्रतिक्रियाओं का विषय बनी यह पुस्तक आज स्त्रीविमर्श की सर्वािधक पढ़ी जानेवाली कृतियों में से एक है। नारीवाद की दूसरी लहर की अत्यन्त प्रभावशाली कृति के रूप में विख्यात ‘द फीमेल यूनॅक’ ने स्त्री की स्वतंत्रता से जुड़े उन प्रश्नों को उठाया, जिनका ताल्लुक़ स्त्री-देह और परिवार आदि संस्थाओं में उसकी भूिमका से है।
तीक्ष्ण हास्यबोध और अकाट्य तर्कों के साथ जर्मेन ग्रीयर ने इस पुस्तक में स्त्री के सम्मान, उदात्त मनोवेगों की अभिव्यक्ति और एक व्यक्ति के रूप में उसके स्वतंत्र विकास की ज़रूरत को रेखांकित किया। दौड़ने, चिल्लाने, ज़ोर से बोलने, घुटने फैलाकर बैठने, सीखने और सिखाने की आज़ादी को अनिवार्य बताते हुए वे कहती हैं कि ‘औरत को अपनी यौनिकता को व्यक्त करने का अधिकार’ हो; कि उसकी यौनेच्छा मात्र प्रतिक्रियात्मक न हो। उनके मुतािबक़ यह सिर्फ़ पुरुषों के प्रस्तावों को स्वीकार या अस्वीकार करने का प्रश्न नहीं है, इसका अर्थ यह है कि वह स्वयं एक स्वायत्त इकाई की तरह अपनी इच्छा को व्यक्त कर सके।
दुिनया की अनेक भाषाओं में अनूिदत इस किताब ने आलोचना भी कम नहीं झेली, लेिकन आज भी यह उतनी ही प्रासंगिक है जितनी बीसवीं सदी के आख़िरी दशकों में थी। तमाम क्षेत्रों में अपनी दावेदारी सिद्ध करने के बावजूद, अभी भी यह नहीं कहा जा सकता कि स्त्री अपनी देह की मालिक ख़ुद है।
भारत के सन्दर्भ में इस पुस्तक के तर्क और भी ज़्यादा सटीक कहे जा सकते हैं।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Logout to Rachnaye

Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.