Living My Convictions
Author:
Shanta KumarPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other1 Reviews
Price: ₹ 600
₹
750
Available
This book doesn’t have description
ISBN: 9789355210869
Pages: 440
Avg Reading Time: 15 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Media ka Vartmaan Paridrishya
- Author Name:
Rakesh Praveer
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sitamarhi Charit
- Author Name:
Lallan Prasad Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Socrates: A Complete Biography
- Author Name:
Arun K. Tiwari
- Book Type:

- Description: Socrates had an early interest in the scientific theories of Anaxagoras, who taught the world that there are an infinite number of different kinds of elementary particles (atoms), and it is the action of the mind upon these particles that produce the objects that we see. Socrates believed that the senses of the body create difficulty for the Mind to think, and thus, he came to regard the physical world as deceptive. Socrates believed that his work, which he sought to understand through critical questioning and dialogue, was given to him as a divine mission, and hence, was his duty. His total lack of interest in material possessions was evident by his being always barefoot and wearing an old cloak the whole year around. His habit of going barefoot even in winter showed his power of endurance as well. To him, the aspiration for virtue was the highest aim anyone could have.
Film Nirdeshan
- Author Name:
Kuldeep Sinha
- Book Type:

- Description: भारत विश्व के ऐसे देशों की श्रेणी में शुमार किया जाता है जहाँ सबसे अधिक फ़िल्मों का निर्माण होता है, लेकिन विडम्बना यह है कि फ़िल्म निर्देशन पर अब तक हिन्दी में कोई किताब नहीं थी। कुलदीप सिन्हा ने 'फ़िल्म निर्देशन' पुस्तक लिखकर यह कमी पूरी कर दी है, इसलिए उनकी यह पहल ऐतिहासिक है। श्री सिन्हा पुणे फ़िल्म इंस्टीट्यूट से प्रशिक्षित फ़िल्मकार हैं। राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अनेक फ़िल्मों के वे निर्माता-निर्देशक रहे हैं। इसलिए उनकी इस पुस्तक में निर्देशन के सैद्धान्तिक विवेचन के साथ ही उसके व्यावहारिक पक्ष को सूक्ष्मता और विस्तार से विवेचित किया गया है। पुस्तक 11 दृश्यों में विभक्त है। प्रत्येक दृश्य में निर्देशन के अलग-अलग मुद्दों तथा तकनीकी प्रसंगों को सहजता के साथ स्पष्ट किया गया है। श्री सिन्हा पहले बताते हैं कि फ़िल्म को फ़्लोर पर ले जाने के पूर्व क्या तैयारी करनी चाहिए! फ़िल्म की निर्माण-योजना में सन्तुलन के लिए क्या सावधानी बरतें! इसके बाद उन्होंने संक्षेप में पटकथा-लेखन के प्रमुख बिन्दुओं की भी चर्चा की है। लाइटिंग और कम्पोजीशन के सिलसिले में व्यावहारिक सुझाव दिए हैं। फ़िल्म सेंसरशिप की कार्यप्रणाली तथा उसके विषय पर प्रकाश डाला है। और अन्त में 'निर्देशक' कुलदीप सिन्हा ने अपनी पसन्द के कुछ हिन्दी फ़िल्म निर्देशकों जैसे—शान्ताराम, विमल राय, गुरुदत्त और राजकपूर आदि के ऐतिहासिक योगदान का महत्त्वपूर्ण विश्लेषण किया है। इसी प्रसंग में भारत में सिनेमा के इतिहास का संक्षिप्त रेखांकन भी हो गया है। आम लोग इस पुस्तक से यह आसानी से जान सकते हैं कि जो सिनेमा वे इतने चाव से देखते हैं, वह बनता कैसे है? और जो लोग फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उनके लिए यह पुस्तक प्रवेशद्वार की तरह है। जो लोग फ़िल्म आलोचना से सम्बद्ध हैं, उनके सामने कुलदीप सिन्हा की यह पुस्तक अनेक अनुद्घाटित व्यावहारिक पक्षों को सामने लाती है। कुलदीप सिन्हा की इस बहुआयामी पुस्तक की उपयोगिता को देखते हुए मैं उन्हें इस नए दौर का 'सिनेमा गुरु' कहना चाहता हूँ। —सुरेश शर्मा, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फ़िल्म आलोचक।
50 Military Leader
- Author Name:
Maj Rajpal Singh
- Book Type:

- Description: "इस पुस्तक में मात्र युद्ध विद्या का बखान नहीं किया गया है, बल्कि ऐसे सैन्य अधिनायकों के जीवन पर रोशनी डाली गई है, जिन्होंने विश्व इतिहास को अत्यधिक प्रभावित किया, चाहे प्रशंसात्मक दृष्टि में, चाहे निंदात्मक दृष्टि में। जरूरी नहीं कि इस पुस्तक में शामिल किए गए सभी लीडर सर्वश्रेष्ठ रहे हों या कुशल कूटनीतिज्ञ और महानतम शूरवीर ही रहे हों; मगर इतना तय है कि ये ऐसे लोग थे, जिन्होंने सही या गलत कारणों से युद्धक्षेत्र में कदम रखा और विश्वइतिहास को प्रभावित किया। इवान एक औसत सेनाध्यक्ष था; मगर उसका शासनकाल इतिहास के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ। एडोल्फ हिटलर क्रूर सेनानायक था; पर उसके कारण दुनिया में जबरदस्त बदलाव आया। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आप भी इस बात से इनकार नहीं कर पाएँगे कि इसमें वर्णित लोगों का व्यक्तित्व ऐसा था, जिन्होंने धरती पर मानव जाति के इतिहास पर सर्वाधिक प्रभाव डाला।"
Me And My Guru
- Author Name:
R.K.K Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kalam, Tum Laut Aao
- Author Name:
Dr. Rashmi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Doraha Tatha Anya Kahaniyan
- Author Name:
Mamta Mehrotra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Stree Kavita : Paksh Aur Pariprekshya
- Author Name:
Rekha Sethi
- Book Type:

- Description: एक मानवीय इकाई के रूप में स्त्री और पुरुष, दोनों अपने समय व यथार्थ के साझे भोक्ता हैं लेकिन परिस्थितियाँ समान होने पर भी स्त्री-दृष्टि दमन के जिन अनुभवों व मन:स्थितियों से बन रही है, मुक्ति की आकांक्षा जिस तरह करवटें बदल रही है, उसमें यह स्वाभाविक है कि साहित्यिक संरचना तथा आलोचना, दोनों की प्रणालियाँ बदलें। स्त्री-लेखन स्त्री की चिन्तनशील मनीषा के विकास का ही ग्राफ़ है जिससे सामाजिक इतिहास का मानचित्र गढ़ा जाता है और जेंडर तथा साहित्य पर हमारा दिशा-बोध निर्धारित होता है। भारतीय समाज में जाति एवं वर्ग की संरचना जेंडर की अवधारणा और स्त्री-अस्मिता को कई स्तरों पर प्रभावित करती है। स्त्री-कविता पर केन्द्रित प्रस्तुत अध्ययन जो कि तीन खंडों में संयोजित है, स्त्री-रचनाशीलता को समझने का उपक्रम है, उसका निष्कर्ष नहीं। पहले खंड, 'स्त्री-कविता : पक्ष और परिप्रेक्ष्य' में स्त्री-कविता की प्रस्तावना के साथ-साथ गगन गिल, कात्यायनी, अनामिका, सविता सिंह, नीलेश रघुवंशी, निर्मला पुतुल और सुशीला टाकभौरे पर विस्तृत लेख हैं। एक अर्थ में ये सभी वर्तमान साहित्यिक परिदृश्य में विविध स्त्री-स्वरों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनकी कविता में स्त्री-पक्ष के साथ-साथ अन्य सभी पक्षों को आलोचना के केन्द्र में रखा गया है, जिससे स्त्री-कविता का बहुआयामी रूप उभरता है। दूसरा खंड, 'स्त्री-कविता : पहचान और द्वन्द्व' स्त्री-कविता की अवधारणा को लेकर स्त्री-पुरुष रचनाकारों से बातचीत पर आधारित है। इन रचनाकारों की बातों से उनकी कविताओं का मिलान करने पर उनके रचना-जगत को समझने में तो सहायता मिलती ही है, स्त्री-कविता सम्बन्धी उनकी सोच भी स्पष्ट होती है। स्त्री-कविता को लेकर स्त्री-दृष्टि और पुरुष-दृष्टि में जो साम्य और अन्तर है, उसे भी इन साक्षात्कारों में पढ़ा जा सकता है। तीसरा खंड, 'स्त्री-कविता : संचयन' के रूप में प्रस्तावित है...। इन सारे प्रयत्नों की सार्थकता इसी बात में है कि स्त्री-कविता के माध्यम से साहित्य और जेंडर के सम्बन्ध को समझते हुए मूल्यांकन की उदार कसौटियों का निर्माण हो सके जिसमें सबका स्वर शामिल हो।
Railway Bharti Board Level 1 Group ‘D’ Bharti Pariksha 2021 15 Practice Sets
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharat Ke Mahan Bhashan
- Author Name:
Rudrangshu Mukherjee
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Maa Ki Loriyan Aur Sanskar Geet
- Author Name:
Dinanath Sahani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
NTA CUET UG 2024 Exam | Biology | 2000+ NCERT Based Topic-wise MCQs | Useful for DU JNU Jamia Milia BHU AMU CHS and All Other Central University
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhasha Sanshay-Shodhan
- Author Name:
Kamlesh Kamal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Delhi Me Sangh Karya
- Author Name:
Ramesh Gupt 'Anil'
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
MAHARSHI ARVIND
- Author Name:
Meena Manishika
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Glimpses of Ramayan, the Hymns of Himalaya
- Author Name:
Akhilesh Gumashta
- Book Type:

- Description: Cross-cultural respect is the Spiritual philosophy of India. May the present work prove to be the medium of interfaith movements. Ramayana is one of the most important ancient epics known to the historic footings of mankind. Ralph Griffith writes—‘Even far inferior poetic powers are, I think, much more Homeric than any literary prose.’ So this poetic expression, the first of its kind in English, as should have inherent power to penetrate through the soul, will surely permeate into the mind of the reader. These verses are the outcome of a thorough study of Valmiki Ramayana and its offspring in various languages of India i.e. Tamil (Kamban), Malayalam (Ezythechan), Telugu (Shrimoll), Adhyatma Ramayan and above all Tulsi’s Ramcharit Manas in Awadhi. The poet has verified his Bhakti following the meters and Vowel-marks (Matras) as followed by Goswamiji in his couplets, quadruplets, Stanzas & Distiches. Bhakti is the main force behind and so, should these verses have more impact?
Falon Aur Sabziyon Se Chikitsa
- Author Name:
Dr. H.K. Bakhru
- Book Type:

- Description: "फलों एवं सब्जियों से चिकित्सा विश्व की अधिकांश चिकित्सा पद्धतियों—आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, तिब्बती, एलोपैथी आदि—में अनेक प्रकार की वनस्पतियों यानी फलों-सब्जियों एवं उनके अवयवों आदि का उपयोग ही अधिक होता है। आयुर्वैदिक चिकित्सा में सबसे मुख्य बात यह होती है कि इसमें उपयुक्त दवाओं में रोग के मारक गुण कम और शोधक अधिक होते हैं। इनके उपचार से रोग दबता नहीं है, बल्कि हमेशा के लिए जड़ से समाप्त हो जाता है। वैसे तो क्या गरीब, क्या अमीर—सभी लोग फलों एवं सब्जियों का उपयोग अपने सामर्थ्य के अनुसार करते ही हैं; लेकिन इनका उपयोग यदि चिकित्सा की दृष्टि से किया जाए तो अनेक छोटे-बड़े रोगों से छुटकारा मिल सकता है। फल एवं सब्जियाँ स्वास्थ्य के रक्षक हैं। प्रस्तुत पुस्तक में सर्वसुलभ फलों एवं सब्जियों से अनेक रोगों की चिकित्सा में इनका उपयोग बड़ी सीधी-सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। उपयोगिता की दृष्टि से यह पुस्तक प्रत्येक गृहस्थ, आयुर्वैदिक चिकित्सक एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए पठनीय एवं संग्रहणीय है।
Parmarth Hi Jeevan
- Author Name:
Ram Sahay
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
MANAK HINDI AUR BHOJPURI KA ROOPVAIGYANIK ADDHYAN
- Author Name:
Dr. Rajesh Chandra Aadarsh
- Book Type:

- Description: criticism
Customer Reviews
2 out of 5
Book
May 17, 2025, 2:35 pm
safwan sumra
dsdvsdv
2 Book