Born to win
Author:
Zig Ziglar, Tom ZiglarPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 280
₹
350
Unavailable
“If I could recommend only two books to help you become more, do more, and have more the first would be the Bible; the second is Born to Win. This masterpiece makes it clear why Zig Ziglar has been the world’s great motivator for five decades.” Dave Anderson, President, Learn To Lead, author How to Lead by THE BOOK.
In eighty-five years of living and over fifty years of giving, Zig Ziglar, the icon of motivational and inspirational speaking, a man many call the Father of Motivation and Balanced Life Living, presents his last extensive and most comprehensive book ever! Born to Win – Find Your Success Code.
Zig Ziglar’s ultimate book compresses over four and one-half decades of life changing tools and practices into an inspiring, concise, easy to use format for bottom line people who want to grow and improve the whole spectrum of their life “right now!”
Readers will learn that when you have the hope that things can change, and a plan to make that change possible, then you can and will take action. Zig Ziglar’s whole person, balanced living approach to life has inspired millions to enjoy good health, a new depth of love and gratitude for family and friends, financial security and independence, and spiritual peace of mind. His instruction on how to live a life that leaves no room for regret or worry is the starting point for a joy filled, exciting, vibrant, life. It is true that when you have prepared yourself to be the right kind of person, you can do what you need to do to expect success. When you truly understand that you were Born to Win, you can change the world!
ISBN: 9789351869740
Pages: 192
Avg Reading Time: 6 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Media ka Vartmaan Paridrishya
- Author Name:
Rakesh Praveer
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Alec Mercer Dead Underground
- Author Name:
Jaideep Bhoosreddy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
SriRam Mandir Andolan Prashnottari श्रीराम मंदिर आंदोलन प्रश्नोत्तरी Book In Hindi
- Author Name:
Anish Bhasin
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Vishya Chalchitra
- Author Name:
Satyajit Ray
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hum Ujale Joidte Hain
- Author Name:
Dr. Ram Prakash
- Book Type:

- Description: Book
Ekatma Manavvaad
- Author Name:
Deendayal Upadhyay
- Book Type:

- Description: "दीनदयाल उपाध्याय प्रणीत एकात्म मानववाद के संदर्भ में एक चर्चा होती रहती है कि यह ‘वाद’ है या ‘दर्शन’? ‘वाद’ पाश्चात्य परंपरा का वाहक है, जबकि ‘दर्शन’ भारतीय परंपरा का। ‘एकात्म मानव’ का विचार तत्त्वतः भारतीय विचार है, अतः इसे ‘दर्शन’ कहना चाहिए, कुछ लोगों का यह आग्रह रहता है, जो गलत नहीं है। मा. नानाजी देशमुख ‘दीनदयाल शोध संस्थान’ में ‘दर्शन’ शब्द का ही प्रयोग करते थे। यह बात ठीक होते हुए भी यह तथ्य है कि दीनदयाल उपाध्याय ने अपने बौद्धिक वर्गों में तथा ‘सिद्धांत एवं नीति’ प्रलेख में इसे ‘एकात्म मानववाद’ कहा है। मुंबई में जो उनके चार भाषण हुए, उनमें भी ‘एकात्म मानववाद’ शब्दपद का ही उपयोग है। पाश्चात्य चिंतन की पृष्ठभूमि में दीनदयालजी ने इस विचार का विवेचन किया है। व्यक्तिवाद व समाजवाद को उन्होंने पृष्ठभूमि में वर्णित किया है, अतः ‘एकात्म मानववाद’ भी एकदम संगत शब्द प्रयोग है। यथा रुचि ‘वाद या दर्शन’ दोनों का ही प्रयोग किया जा सकता है, यह कोई विवाद का मुद्दा नहीं है। "
Patanjali Yoga Sootra (Hindi Edition)
- Author Name:
Swami Vivekanand
- Book Type:

- Description: सांख्यदर्शन के अनुसार, ईश्वर का अस्तित्व नहीं है।यह दर्शन कहता है कि जगत् का कोई ईश्वर नहीं हो सकता, क्योंकि यह वह हो तो अवश्य वह एक आत्मा ही होनी चाहिए और आत्मा या तो बद्ध होगी या मुक्त। जो आत्मा प्रकृति के अधीन है, प्रकृति ने जिस पर अपना आधिपत्य जमा लिया है, वह भला कैसे सृष्टि कर सकेगी ? वह तो स्वयं एक दास है। दूसरी ओर, यदि आत्मा मुक्त हो, तो वह क्यों इस जगतू-प्रपंच की रचना करेगी, क्यों इस पूरे संसार की क्रिया आदि का संचालन करेगी? स्वामी विवेकानंद का विश्वास था कि पवित्र भारतवर्ष धर्म एवं दर्शन की पुण्यभूमि है। यहीं बड़े-बड़े महात्माओं तथा ऋषियों का जन्म हुआ, यही संन्यास एवं त्याग की भूमि है तथा यहीं, केवल यहीं आदिकाल से लेकर आज तक मनुष्य के लिए जीवन के सर्वोच्च आदर्श एवं मुक्ति का द्वार खुला हुआ है। प्रस्तुत पुस्तक ' पतंजलि योग सूत्र ' में स्वामीजी ने सरलतम व्याख्या के साथ पतंजलि के योग दर्शन को पाठकों के सामने रखा है, ताकि एक सामान्य अभ्यासकर्ता भी इसका पूरा लाभ उठा सके। इस दृष्टि से यह उनकी एक श्रेष्ठतम कृति कही जा सकती है।
Shiksha Ke Dwandwa
- Author Name:
Pawan Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Badlav Ke Tirahe Par Jharkhand "बदलाव के तिराहे पर झारखंड" Book in Hindi | Vidya Bhooshan
- Author Name:
Vidya Bhooshan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Broken Thorns
- Author Name:
Dr. Vrindavan Lal Verma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Super Speed English Speaking Course
- Author Name:
Rashmeet Kaur
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Main Atal Bihari Vajpayee Bol Raha Hoon
- Author Name:
Ed. Rajasvi
- Book Type:

- Description: "विलक्षण प्रतिभा के धनी पूर्व प्रधानमंत्री जननायक अटल बिहारी वाजपेयी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारतरत्न’ से सम्मानित किया गया। उनके बहुआयामी व्यक्तित्व और कृतित्व का स्मरण आना अत्यंत सहज और स्वाभाविक है। वे न केवल मंत्रमुग्ध कर देनेवाले वक्ता और कुशल प्रशासक रहे, अपितु अपने राजनीतिक विरोधियों का भी सम्मान करनेवाले और उनसे सम्मान पानेवाले नेता हैं। प्रस्तुत पुस्तक को तीन खंडों में विभाजित कर पाठकों के लिए उपयुक्त और सरल ढंग से पाठ्य-सामग्री को समायोजित करने का प्रयास किया गया है। खंड-1 में अटलजी का ‘संक्षिप्त परिचय’ और अटलजी के प्रधानमंत्रित्व काल में उनके मीडिया सलाहकार रहे अशोक टंडनजी द्वारा वाजपेयीजी की कार्यशैली पर लिखा गया लेख दिया गया है। खंड-2 में वाजपेयीजी ने विभिन्न अवसरों पर सदन में, सदन से बाहर अथवा समाचार-पत्रों आदि में जो लिखा, उसके आधार पर ‘मैं अटल बिहारी वाजपेयी बोल रहा हूँ’ दिया गया है। खंड-3 में अटलजी को ‘भारतरत्न’ मिलने पर प्रतिक्रियाएँ प्रस्तुत की गई हैं। मुख्यतः पुस्तक का खंड-2 ही इसका शीर्षक ‘मैं अटल बिहारी वाजपेयी बोल रहा हूँ’ है, जबकि अन्य दोनों खंड अटलजी को समझने, उन्हें आत्मसात् करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। सर्वप्रिय कविहृदय अटलजी के स्पष्ट विचार, दूरदर्शिता, चुटीली शैली और मर्म को छू लेनेवाली ओजस्वी वाणी के विशाल सागर की एक झलक मात्र देती है यह पठनीय पुस्तक।
Senapati Tatya Tope
- Author Name:
Ranjana Chitale
- Book Type:

- Description: "जिन दिनों श्रीमती रंजना चितले वीर तात्या टोपे के संदर्भ तलाश रही थीं, तब यह प्रश्न मेरे मन में बार-बार आया कि इन्होंने शोधात्मक लेखन के लिए तात्या टोपे को ही क्यों चुना? जब मैंने रंजनाजी के परिवार के बारे में जाना तो मुझे पता चला कि इनके परिवार का तात्या टोपे और तात्या टोपे की जीवनधारा से पीढि़यों का नाता है। रंजनाजी के पूर्वज तेलंगाना के मूल निवासी थे। अन्य लोगों के साथ इनके पूर्वजों को भी छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदू पदपादशाही के सशक्तीकरण के काम में लगाया था। उन्हें सात पीढ़ी पहले पाँच गाँव की जागीर देकर पीलूखेड़ी में बसाया गया था। पारिवारिक वृत्तांत के अनुसार 1857 की क्रांति के अमर नायक नाना साहब पेशवा ने अपने जीवन की अंतिम साँस इसी स्थान पर ली थी। वहाँ उनकी समाधि बनी है। इसी परिवार ने अंतिम समय में उनकी देखभाल की थी। सिपाही बहादुर सरकार के क्रांतिकारी आंदोलन में इस परिवार ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था और 1857 की क्रांति के सेनानियों को पीलूखेड़ी के शास्त्री परिवार से रोटियाँ बनकर जाती थीं। इसी शास्त्री परिवार में जन्मी हैं रंजना, जो विवाह के बाद चितले हो गईं। मुझे लगता है, ऐसी ही प्रज्ञा स्मृति से रंजनाजी वीर तात्या टोपे के व्यक्तित्व अन्वेषण में लग गईं। इस पुस्तक में उन्होंने वे तथ्य जुटाए हैं, जो तात्या टोपे से संबंधित अन्य विवरणों में या तो मिलते नहीं या सर्वदा उपेक्षित रहे। —डॉ. सुरेश मिश्र इतिहासकार एवं लेखक "
Pramanik Hindi-Angrezi-Urdu Shabdkosh
- Author Name:
Zubair Ahmad Bhagalpuri
- Book Type:

- Description: प्रख्यात कोशकार ज़ुबैर अहमद भागलपुरी द्वारा सम्पादित यह डिक्शनरी एक नई अवधारणा पर आधारित है। यह एक ही समय में हिन्दी-अंग्रेज़ी शब्दकोश भी है और हिन्दी-उर्दू शब्दकोश भी। इस प्रकार दो शब्दकोशों के कुशलतापूर्वक मेल से तैयार यह त्रैभाषिक डिक्शनरी न केवल अत्यधिक उपयोगी बन गई है बल्कि कोश-निर्माण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान है। इसमें संकलित शब्दों की दृष्टि से देखें तो जनसामान्य के उपयोग की शब्दावली की प्रविष्टि तो इसमें है ही, राजकीय और प्रशासनिक स्तर पर इस्तेमाल में आने वाले पारिभाषिक शब्दों को भी इसमें शामिल किया गया है। शब्द-संकलन करते समय रोज़मर्रा के इस्तेमाल में आने वाले शब्दों को प्राथमिकता दी गई है। भाषा के स्वभाव और स्वरशास्त्र (फोनेटिक्स) को ध्यान में रखते हुए डिक्शनरी में शब्दों के उच्चारण में व्यावहारिकता पर बल दिया गया है। इसी कारण उर्दू के शब्द ‘ख्वाब’, ‘ख्वाजा’ और ‘ख्वाहिश’ जैसे शब्दों को इसमें ‘खाब’, ‘खाजा’ और ‘खाहिश’ लिखा गया है। उर्दू के किसी शब्द के अन्तिम अक्षर के अन्त में आने वाले ‘हा-ए-ख़फ़ी’ का देवनागरी लिप्यन्तरण करते समय अमूमन विसर्ग का उपयोग किया जाता है, लेकिन उच्चारण को ध्यान में रखते हुए यहाँ ऐसे शब्दों के लिप्यन्तरण में विसर्ग के बजाय ‘आ’ की मात्रा अर्थात ‘अलिफ़’ का उपयोग किया गया है। समान स्वर लेकिन भिन्न अर्थ रखने वाले शब्दों का अन्तर स्पष्ट करने के लिए उनके लिप्यन्तरण में नुक़्ते का प्रयोग किया गया है। इसमें अनेक बहुचर्चित तकनीकी शब्दों के उर्दू विकल्प भी दिये गए हैं। निश्चय ही यह सबके लिए अन्यन्त उपयोगी और संग्रहणीय है।
IROM SHARMILA AUR AAMARAN ANSHAN
- Author Name:
Shashidhar Khan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kelve Te Kelavani
- Author Name:
Narendra Modi
- Book Type:

- Description: ભારતના યશસ્વી વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્ર મોદી એક કુશળ પ્રશાસક, દૂરદર્શી નેતા, સહ્દય કવિ-લેખક તરીકે સમગ્ર દેશમાં ખૂબ લોકપ્રિય છે. લાંબા સમય સુધી ગુજરાતના મુખ્યમંત્રી તરીકે રહેવું એ એમની લોકપ્રિયતાનો સૌથી મોટો પુરાવો છે. પોતાના મુખ્યમંત્રી સમયના કાલખંડમાં તેમણે સર્વાંગીણ વિકાસ માટે અનેક કલ્યાણકારી યોજનાઓ પ્રારંભ કરી. ભારતના વડાપ્રધાન પદે બિરાજમાન થયા પછી શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ અનેક લોકકલ્યાણકારી નીતિઓ, સર્વસમાવેશક દ્રષ્ટિ અને દ્રઢ નિર્ણય શક્તિના આધારે ભારત વર્ષના સર્વાંગીણ વિકાસમાં નવા કિર્તીમાન પ્રસ્થાપિત કર્યા. તેમના નેતૃત્વમાં ભારત આંતરિક અને બાહ્ય રીતે સુરક્ષિત છે. એક કરિશ્માઇ નેતા તરીકે વિશ્વમાં તેમનો પ્રભાવ અપ્રતિમ છે. પરિણામે ભારત પ્રત્યે વિશ્વનો જોવાનો દ્રષ્ટિકોણ સકારાત્મક બન્યો છે. ભારતના સાંસ્કૃતિક પુનર્જાગરણ અને નૂતન ભારતના નિર્માણના તેઓ શિલ્પકાર છે. ગુજરાતી ઉપરાંત હિન્દી, પંજાબી, બંગાળી, મરાઠી, અંગ્રેજી ભાષાના જાણકાર શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ અનેક મૌલિક પુસ્તકોનું સર્જન કર્યું છે.
Panchtantra Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: पंचतंत्र की कहानियों की रचना आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व भारत के दक्षिण में स्थित तत्कालीन महिलारोप्य नामक नगर में राजा अमरशक्ति के शासनकाल में हुई। राजा अमरशक्ति ने अपने तीन मूर्ख और अहंकारी पुत्रों— बहुशक्ति, उग्रशक्ति और अनंतशक्ति के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सर्वशास्त्रों के ज्ञाता और कुशल ब्राह्मण पंडित विष्णु शर्मा को सौंपी। राजकुमारों को व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित करने के लिए पंडित विष्णु शर्मा ने नीतिशास्त्र से संबंधित कथाएँ उन्हें सुनाईं। इन कथाओं में पात्रों के रूप में उन्होंने पशु-पक्षियों का वर्णन किया और अपने विचारों को कथारूप में मुख से व्यक्त कर राजकुमारों को उचित-अनुचित आदि का ज्ञान दिया व व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया। राजकुमारों का शिक्षण पूरा होने पर पंडित विष्णु शर्मा ने इन कहानियों को पंचतंत्र की प्रेरक कहानियों के रूप में संकलित किया। आज भी इन अमर कथाओं की प्रासंगिकता जस-की-तस बनी हुई है। इनके अध्ययन और अनुकरण द्वारा निश्चित ही नीतिशास्त्र में निपुण हुआ जा सकता है, इसमें जरा भी संदेह नहीं है। हर आयु के पाठकों के लिए पठनीय, संग्रणीय और अनुकरणीय पुस्तक।
JSSC JTPTCCE Prathmik Shikshak Bharti Pareeksha Hindi Paper-II
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Middle-Aged Teenagers
- Author Name:
C. Rajshekhar Rao
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Nathpanth Ka Itihas
- Author Name:
Padmaja Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.