
Handbook of Acupressure
Author:
Dr. Preeti Pai, Dr. A.K. SaxenaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 480
₹
600
Available
Of late, it is being observed that people around the globe are becoming more health conscious. Whereas, on one hand, scientists are busy carrying out researches, finding the cause(S) in the sudden spurt of diseases in its dreaded form and finding drugs to combat such ailments which assume epidemic shape and a host of innovative methods being deviced in the field of Surgery, a marked shift is seen amongst the masses towards the holistic approach. More and more people trying to get focused towards fitness, adopting Yoga & Naturopathy as a way of life. Paying more attention than before on their diet regime. Trying to take recourse to available non-conventional systems of medicine. One of the causative factors, perhaps, is the exorbitant cost of medicine, growing awareness about the side effects of allopathic drugs etc...! The redeeming feature is that people have started realising the importance of Prevention rather than a Cure. Over a period of time, acupressure has emerged as a prominent therapy since it is free from any side effect, since no medication whatsoever is required. It is totally non-conventional, non-invasive & non-interventional, a home remedy, easy to learn and practice. The simple reason being that it is evolved on the principle that human body in itself possesses immense healing power, all that is required is to tap that healing force of the body and the rest is taken care by the body itself. This therapy has been found to be very very effective in handling conditions e.g. Cervical/Lumber spondylitis, knee pain, Sciatica, Slip-disc, depression, insomnia, migraine, asthma, hypertension, PMS, IBS, various female/male problems etc..... to name a few.
After the publication of our book �101 Q&A acupressure & reflexology�, our students have been demanding a book sharing our experience of about 30 years in this �Art & Science�. This book is to meet the demand of upcoming and practicing therapists of acupressure as also for the people to get benefit of our experience. All possible efforts have been made to depict the location of the pressure points to be attended to through figures, suggestion for correction of the errors, if any, that might have crept in would be gratefully accepted.
ISBN: 9788184305418
Pages: 264
Avg Reading Time: 9 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
NTA (National Testing Agency) Cuet (UG) Common University Entrance Test (Under-Graduate)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Bharat Ke Warren Buffett Rakesh Jhunjhunwala
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:
- Description: भारत के वॉरेन बफे' और 'बुल मार्केट के राजा' के रूप में विख्यात प्रसिद्ध निवेशक एवं बिजनेस मैग्नेट राकेश झुनझुनवाला शेयर और स्टॉक बाजार का सुपरिचित नाम हैं। उनकी संपत्ति लगभग 5.8 अरब डॉलर, लगभग 45 हजार करोड़ रुपए है। यह उन्हें पुश्तैनी नहीं मिली, बल्कि अपनी कर्मठता, सोच, परिश्रम और बुद्धिमत्ता से उन्होंने अर्जित की है। उनका मानना है कि शेयर बाजार में निवेश बहुत सूझ-बूझ और तसल्ली से करनेवाला काम है। बिना जाँचे-परखे अपनी मेहनत की कमाई को कभी भी स्टॉक में न डालें तथा तरह-तरह के फालतू स्टॉक टिप्स के अनुसार निवेश न करें। वे कहते हैं कि निवेश करते समय स्वयं पर भरोसा और विश्वास होना बहुत आवश्यक हे। यह पुस्तक आपको बिग बुल राकेश झुनझुनवाला के सफल जीवन से तो परिचित करवाएगी ही, साथ ही अत्यंत रहस्यमय एवं अनिश्चित स्टॉक मार्केट में सही निवेश करने, कम नुकसान करने और टिके रहने के व्यावहारिक टिप्स भी देगी। शेयर बाजार, निवेश और पूँजी के विषय में बहुत सटीक जानकारी देनेवाली एक पठनीय पुस्तक।
Pravas Aur Pravas
- Author Name:
Krishna Baldev Vaid
- Book Type:
- Description: कृष्ण बलदेव वैद हमारे वरिष्ठ लेखकों में बिरले हैं जिन्होंने साहित्य की अनौपचारिक विधाओं जैसे—डायरी, पत्र और संवाद में निरन्तर नवाचार किया है। इनमें उनकी बेबाकी, साफगोई, आत्मालोचन, विडम्बना-बोध आदि सब ज़ाहिर होते हैं। यह लम्बा संवाद उसी सिलसिले में है। जीवन और साहित्य दोनों को लम्बे समय से साधने की कोशिश में लगे वैद के अनुभव और विचार का रेंज बहुत व्यापक है और वे अपने समय, समाज, अध्ययन, लेखन, मित्रों, साहित्यिक और सांस्कृतिक स्थिति और तनावों आदि पर जो कहते हैं, वह एक साथ उन्हें समझने और हमारे समय में लेखक की स्थिति और विडम्बना को समझने में हमारी मदद करता है। इस लम्बे संवाद को रज़ा पुस्तक माला के अन्तर्गत हम सहर्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। — अशोक वाजपेयी
Bhikhari Thakur : Angarh Hira
- Author Name:
Tayab Hussain
- Book Type:
-
Description:
अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन के दूसरे अधिवेशन 1974 में, अपने अध्यक्षीय भाषा में भिखारी ठाकुर का उल्लेख करते हुए राहुल सांकृत्यायन ने कहा था—हम लोगों की बोली में कितनी ताकत है, कितना तेज है, यह आप लोग भिखारी ठाकुर के नाटकों में देखते हैं। लोगों को क्यों अच्छे लगते हैं भिखारी ठाकुर के नाटक? क्यों दस-दस पन्द्रह-पन्द्रह हजार की भीड़ होती है इन नाटकों को देखने के लिए? लगता है कि इन्हीं नाटकों में जनता को रस मिलता है! जिस चीज में रस मिले, वही कविता है। किसी की बड़ी नाक हो और वह केवल दोष ही सूँघता फिरे तो उसके लिए... क्या कहा जाए। मैं यह नहीं कहता कि भिखारी ठाकुर के नाटकों में दोष नहीं हैं, दोष हैं तो उसका कारण भिखारी ठाकुर नहीं हैं, उसका कारण पढ़े-लिखे लोग हैं। वे लोग यदि अपनी बोली से नेह दिखलाते, भिखारी ठाकुर का नाटक देखते और उसमें कोई बात सुझाते तो ये सब दोष मिट जाते। भिखारी ठाकुर हम लोगों के एक अनगढ़ हीरा हैं। उनमें कुल गुण हैं, सिर्फ इधर-उधर थोड़ा तराशने की जरूरत है ।
यह पुस्तक उसी अनगढ़ हीरे के कृतित्व की समग्रता में पड़ताल करती है। यहाँ यह उल्लेख करना अनुचित नहीं होगा कि इस पुस्तक के लेखक ने ही भिखारी ठाकुर को अपने पी-एच.डी. का विषय बनाकर भोजपुरी के इस अप्रतिम नाटककार-कवि की तरफ अकादमिक जगत का ध्यान आकर्षित किया था। आज साहित्य-संस्कृति के क्षेत्र में भिखारी ठाकुर का नाम अपरिचित नहीं है तो इसमें तैयब हुसैन की भूमिका को अस्वीकार नहीं किया जा सकता। इस पुस्तक में उन्होंने न केवल भिखारी के व्यक्तित्व-कृतित्व की बल्कि भोजपुरी समाज की और उसके सन्दर्भ से वस्तुत: उत्तर भारतीय समाज की सामाजिक-सांस्कृतिक गुत्थियों को खोलने का प्रयास किया है जो निश्चय ही विचारणीय और बहसतलब है।
Indradhanush Aur Anya Kahaniyan
- Author Name:
Jagannath Prasad Das
- Book Type:
- Description: भाग साहित्याकाश में जगन्नाथ प्रसाद दास की अपनी व्याप्ति है। एक लेखक, कवि, नाटककार, उपन्यासकार, चित्रकार, कलामर्मज्ञ, अभिनेता और आंदोलकारी या कहें कि जागरूक नागरिक के रूप में पिछले पाँच से भी अधिक दशक से वे देश के सृजनात्मक, साहित्यिक परिदृश्य पर छाए रहे । 'इंद्रधनुष और अन्य कहानियाँ' दास की रचनाओं का अनूठा संकलन है । हिंदी-जगत् के लिए ओड़िया-हिंदी की सुधी अनुवादक सुजाता शिवेन का नाम अनजाना नहीं है। संकलन में कुल 11 कहानियाँ शामिल हैं। मानवीय संबंध इनका मूल है, तो समय, समाज और परिस्थितियाँ इनकी वाहक । इन कहानियों की विशेषता यह भी है कि ये नैदानिक और अलग-अलग विवरणों से शुरू होती हैं, लेकिन किसी बिंदु पर अनजाने उनका मूड बदल जाता है और वे पाठक को एक अज्ञात क्षेत्र में ले जाती हैं, जहाँ अनसुलझे रिश्तों और रहस्यों की छाया में पाठक खुद को खोजता है । इन कहानियों के पात्र एक-दूसरे में सूक्ष्म रूप से चरणबद्ध हैं। इन कहानियों की एक विशेषता- विस्तार की धीमी, पर जान-बूझकर की गई वृद्धि है, जो पाठक को बेदम और अधीर बनाने के लिए पर्याप्त है। अपने अनूठे शिल्प और कथानक के साथ ये पाठकों को अपरिहार्य चरमोत्कर्ष पर ले जाती हैं, जिससे वह कहानी-दर-कहानी राहत तो पाता है, पर अंतत: अतृप्त रह दूसरी कहानी की ओर आगे बढ़ जाता है।
Narendra Modi Aur Nari Shakti Vandan "नरेंद्र मोदी और नारी शक्ति वंदन" |India Developed Through Women Empowerment | Book in Hindi
- Author Name:
Mamta Chandrashekhar
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Whispers of Wisdom
- Author Name:
Radhika Nagrath
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Jawahar Lal Nehru
- Author Name:
S.K. Agrawal
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
How to Enjoy Your Life and Your Job
- Author Name:
Dale Carnegie
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Chitthiyon Ke Din
- Author Name:
Nirmal Verma
- Book Type:
-
Description:
‘चिट्ठियों के दिन’ निर्मल वर्मा के रमेशचन्द्र शाह, ज्योत्स्ना मिलन और उनकी बेटियों—शंपा शाह व राजुला शाह को लिखे पत्रों का संकलन है।
अस्सी के दशक में लिखे गए इन पत्रों में निर्मल जी की वह दुनिया दिखाई देती है; जिसके बहुत कम हिस्से से हम परिचित हैं। इनमें उनका अकेलापन भी दिखता है, और संवादप्रियता भी, लेखक के रूप में अपनी नियति का सामना करने की तैयारी भी और समकालीनों के षड्यंत्रों-आक्षेपों-प्रहारों को समझते-जानते हुए उनसे अछूते रहने की उनकी नैतिक शक्ति भी।
इसी पुस्तक में शामिल अपने वक्तव्य में रमेशचन्द्र शाह लिखते हैं, ‘निर्मल जी सभा-संगोष्ठियों में शिरकत करते हुए जितना सबके साथ होते थे, उतना ही अपने साथ। अन्तर्मुखता की शर्तों पर ही वे पर्याप्त बहिर्मुखता का भी निर्वाह किस ख़ूबी से कर पाते थे, एक समूची पीढ़ी इसकी गवाह है। यही ख़ूबी उनके ‘पत्रों’ में भी है।... सेल्फ़ रिवीलिंग, स्व-संवेदी, आत्मोद्घाटक; किन्तु स्व-केन्द्रित कदापि नहीं।’
इन पत्रों में अनेक पुस्तकों, लेखकों और पत्र-पत्रिकाओं के हवालों के साथ-साथ तत्कालीन हिन्दी-संसार और विश्व-साहित्य की हलचलों की भी जानकारी प्राप्त होती चलती है जिससे पाठक को उस दौर को जानने और निर्मल जी के कथाकार व चिन्तक रूप को समझने में भी मदद मिलती है।
Rochak Bal Kathayen
- Author Name:
Shriramvriksha Benipuri
- Book Type:
- Description: "रोचक बाल कथाएँ स्वागत-समिति के अध्यक्ष महाराज रोहूजी की आज्ञा लेकर मंत्री श्रीमती पोठिया देवी ने कार्य आरंभ किया। सबसे पहले संगीताचार्य श्री मेढकजी खड़े होकर मृदंग बजाने और अपनी सुरीली आवाज में स्वागत-गीत गाने लगे— टर्र! टर्र! टर्र! आओ-आओ जलचर-भाई। हिलें-मिलें सब फूट बिहाई। दुश्मन-मुँह पर उड़े हवाई। टर्र! टर्र! टर्र! यह बगुला जो भगत बना है। रूप श्वेत मन श्याम घना है। बिना हटाए चैन मना है।। टर्र! टर्र! टर्र! —इसी पुस्तक से ‘रोचक बाल कथाएँ’ पुस्तक को बेनीपुरीजी ने अपनी पहली संतान—पुत्री—को भेंट किया था यह लिखते हुए—“जिसका मुख देखने का सौभाग्य भी मुझे प्राप्त नहीं हुआ था, अपनी उसी प्रथम स्वर्गीय संतान की शिशु-आत्मा के पारलौकिक मनोरंजन के लिए यह सस्नेह समर्पित है।” यह अपने समय की सबकी लोकप्रिय व प्रशंसित बाल-पुस्तक मानी जाती है।
Patanjali’S Yoga Sutras
- Author Name:
Swami Vivekananda
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Gandhivadi Kaka Kalelkar
- Author Name:
Prakhar Kundan
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Raghuvir Sahay Rachanawali : Vols. 1-6
- Author Name:
Raghuvir Sahay
- Book Type:
-
Description:
रघुवीर सहाय की रचनाएँ आधुनिक समय की धड़कनों का जीवन्त दस्तावेज़ हैं। इसीलिए छह खंडों में प्रकाशित उनकी रचनावली में आज का समय सम्पूर्णता में परिभाषित हुआ है। अपनी अद्वितीय सर्जनशीलता के कारण रघुवीर सहाय ऐसे कालजयी रचनाकारों में हैं जिनकी प्रासंगिकता समय बीतने के साथ बढ़ती ही जाती है।
‘फिर उन्हीं लोगों से’ शीर्षक रचनावली के इस पहले खंड में रघुवीर सहाय की 1946 से 1990 तक की प्रकाशित-अप्रकाशित सम्पूर्ण कविताएँ संकलित हैं। इस खंड में शामिल कविता-संग्रहों के नाम हैं : ‘सीढ़ियों पर धूप में’ (1960), ‘आत्महत्या के विरुद्ध’ (1967), ‘हँसो, हँसो जल्दी हँसो’ (1975 ), ‘लोग भूल गए हैं’ (1982), ‘कुछ पते कुछ चिट्ठियाँ ' (1989) तथा ‘एक समय था’ (1995)। इन संग्रहों के अलावा बाद में मिली कुछ नई अप्रकाशित कविताएँ भी इस खंड में हैं। संग्रह के परिशिष्ट में ‘यह दुनिया बहुत बड़ी है, जीवन लम्बा है', शीर्षक से रघुवीर सहाय की सैकड़ों आरम्भिक कविताएँ संकलित हैं। रघुवीर सहाय ने अपने जीवनकाल में ही अपनी आरम्भिक कविताओं का संग्रह तैयार किया था, लेकिन अब तक यह अप्रकाशित था। कवि के काव्य-विकास को समझने की दृष्टि से यह सामग्री अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। परिशिष्ट में ही रघुवीर सहाय की बरस-दर-बरस ज़िन्दगी का ख़ाक़ा और सैकड़ों वर्षों का उनका वंश-वृक्ष भी दिया गया है। अपने नए कथ्य और शिल्प के कारण रघुवीर सहाय ने हिन्दी कविता को नया रूप दिया है। इस खंड की कविताओं में आप उस नए रूप को आसानी से पहचान सकते हैं।
Ek Aur Sindbaad
- Author Name:
Smt. Usha Yadav
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Samay Ka Lekh
- Author Name:
Saryu Roy
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
CTET Central Teacher Eligibility Test Paper-2 (Class Vi-Viii) Social Studies/Social Science 15 Practice Sets with Latest Solved Papers (English)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
The Life and Times of Jayaprakash Narayan
- Author Name:
Pankaj Kishor
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
90 Model Papers for REET Rajasthan Adhyapak Patrata Pariksha Level 1 (Class 1 to 5) Level-2 (Class 6 to 8) Vastunisth Bal Vikas Evam Shikshan Shastra 2022
- Author Name:
Kunwar Kanak Singh Rao
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Bheegi Ret
- Author Name:
Ravi Sharma
- Book Type:
- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Logout to Rachnaye

Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.