Ek Kahani Beech Me Hai
Author:
Krishn Bihari NoorPublisher:
Rajkamal Prakashan SamuhLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 159.2
₹
199
Available
बीसवीं सदी के बेहद लोकप्रिय शायर कृष्ण बिहारी 'नूर' की ये किताब उनकी ग़ज़लों, गीतों, नज़्मों और अशआर का संकलन है। 'नूर' की ये किताब एहसास, जमाल, गुदाज़ और इख़्लास की शायरी से भरपूर है। इस किताब में अक्सर ऐसी लतीफ़ कैफ़ियतों को ज़बान दी गई है जो आसानी से लफ़्ज़-ओ-बयान की गिरफ़्त में आती हैं। इस संकलन में बहुत से आईने बोलते नज़र आते हैं, बोलते सुनाई देते हैं, और बोलते महसूस होते हैं।
ISBN: 9789394494329
Pages: 99
Avg Reading Time: 3 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
BPSC Bihar Higher Secondary School (Special) Teacher Eligibility Test Sakshamta Pariksha | Class 11-12 Hindi "भाषा हिंदी" 20 Practice Sets (Hindi)
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
IAS Fail: High Flight of Dreams Land of Reality
- Author Name:
Shwet Kumar Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ramrathi: Describing About The Ram Lalla and Ayodhya The Great Story of The Prince of Ayodhya | Based On Balkand of Valmiki Ramayana Book In Hindi
- Author Name:
Padmakar Ram Tripathi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Swatantrata Sangram Ke Andolan
- Author Name:
Mahesh Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sanjay-Dhritrashtra Samvad
- Author Name:
Dr. Pramod Kumar Agrawal
- Book Type:

- Description: "भगवद्गीता मानव जाति की धरोहर है, जीवन के सद्निर्माण की पथ-प्रदर्शिका है। श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया गीता का उपाख्यान संजय ने धृतराष्ट्र को सुनाया। उसे सुनकर धृतराष्ट्र ने जगह-जगह पर संशय व्यक्त किए, जिनका समाधान संजय ने अपनी बुद्धि के अनुसार किया, पर धृतराष्ट्र मोह, लोभ एवं अहं से संतृप्त होने के कारण संजय के कथन को पूर्णरूप से ग्रहण नहीं कर सके। धृतराष्ट्र के समय के परिवेश तथा वर्तमान परिवेश में कई समानताएँ हैं। आजकल के मनुष्य के मन एवं बुद्धि में गीता पढ़ते समय उसी प्रकार के प्रश्न उठते हैं। इस कृति के माध्यम से मनुष्य के उन सभी संभावित प्रश्नों, संशयों को गीता के सूत्रों की पृष्ठभूमि में स्पष्ट किया गया है। आशा है, यह कृति इस सरलीकृत रूप में गीता के मूल सिद्धांतों को हृदयंगम करने में सहायक होगी।
Meri Nazar Se Duniya Ki Sair "मेरी नजर से दुनिया की सैर" | Travelogue Book in Hindi
- Author Name:
Himanshu Joshi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hanuman Prasad Poddar : An Exalted Divinity
- Author Name:
O.P. Gupta
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jawahar Lal Nehru
- Author Name:
S.K. Agrawal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Adhunikta Aur Paigan Sabhyatayen
- Author Name:
Udyan Vajpeyi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Khud Se Kayi Sawal
- Author Name:
Amit Dutta
- Book Type:

- Description: अमित दत्ता एक युवा फ़िल्मकार हैं और यह पुस्तक उनके नोट्स का संचयन है जिनमें जब-तब सोची गई बातें दर्ज हैं। उनमें खोज की बेचैनी और अचरज, विचार-विनोद, अपने माध्यम की स्वतंत्रता को लेकर प्रश्नाकुलता और खुलापन सब कुछ साथ हैं। फ़िल्म को, सौभाग्य से, रचना और चिन्तन की एक विश्व-परम्परा उपलभ्य है : अमित उसे आसानी से स्वायत्त करते, उससे स्पन्दित होते और अपने ढंग से सोच-विचार करते फ़िल्मकार हैं और उनकी जिज्ञासा, विकलता, प्रश्नवाचकता हमें नई रोशनी में फ़िल्म देखने-समझने की उत्तेजना देती है।
Rajyoga : Swaroop evam Sadhna
- Author Name:
Yogi Adityanath
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dada-Dadi Ki Kahaniyan
- Author Name:
Mukesh 'Nadan'
- Book Type:

- Description: No Description Available for this Book
JPSC Jharkhand Preliminary Examination-2024 General Studies Paper 1 & 2 | 20 Model Papers with (Previous Years Solved Papers 2003–2021)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hindi Ka Janpakshdhar Rangmanch
- Author Name:
Editor : Aalok Mishra
- Book Type:

- Description: हमारी भारतीय नाट्य परंपरा में आरंभ से ही लोक की अवधारणा विद्यमान रही है। भरत ने अपने नाट्य शास्त्र में पहली बार लोक और शास्त्रीय के रूप में दो अलग-अलग धाराओं को परिभाषित किया। कालांतर में और विशेष रूप से बीसवीं शती में साहित्य की प्रगतिशील विचारधारा, भारत छोड़ो आंदोलन के बीच से उभर कर आई इप्टा के जन्म ने इस लोक को क्रमश: जनवादी, जननाट्य और जनपक्षधर जैसी संज्ञाओं को विकसित किया। आलोक मिश्र द्वारा सम्पादित 'हिंदी का जनपक्षधर रंगमंच’ पुस्तक अपने-अपने विषय के विशेषज्ञ विद्वानों द्वारा लिखित सत्रह आलेखों के माध्यम से उपर्युक्त परंपरा का गहन लेखा-जोखा प्रस्तुत करती है। रंगमंच की जनपक्षधरता से जुड़ा कोई भी ऐसा विषय नहीं है जिसका यहाँ गहन विवेचन और विश्लेषण न किया गया हो, चाहे वह पारंपरिक रंगमंच का स्वायत्व स्वरूप और उसकी लोक पक्षधरता हो अथवा दलित आंदोलन या हिंदी नुक्कड़ नाटक हो। हमें पूरा विश्वास है कि रंगकर्मियों शोधकर्ताओं और अध्येताओं को इस पुस्तक के बहाने से हिंदी रंगमंच में जनपक्षधरता के बहुआयामों को जाँचने-परखने का अवसर मिलेगा। —देवेन्द्र राज अंकुर
BHARAT KE MANDIR
- Author Name:
SHYAM CHANDRA
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pratham Bharatiya Antariksha Yatri—Captain Rakesh Sharma
- Author Name:
Harsha Sharma
- Book Type:

- Description: भारतीय सैन्य पायलट विंग कमांडर राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जानेवाले पहले भारतीय हैं। 13 जनवरी, 1949 को पटियाला में जनमे राकेश शर्मा सन 1970 में फाइटर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए। सन 1971 के भारत-पाक युद्ध में उन्होंने कम-से-कम 21 बार उड़ान भरी। वे अंतरिक्ष में यात्रा करनेवाले पहले भारतीय और विश्व के 138वें अंतरिक्ष यात्री बने। यह अंतरिक्ष मिशन लगभग 8 दिनों तक चला और 11 अप्रैल, 1984 को राकेश शर्मा एवं उनका दो सदस्यीय सोवियत दल पृथ्वी पर कजाकिस्तान लौट आया। ‘हीरो ऑफ द सोवियत यूनियन’ का सम्मान पानेवाले वे पहले भारतीय भी हैं। उन्हें अपने रूसी सह-अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ‘अशोक चक्र’ सम्मान भी मिला। सेना से पद-मुक्ति के बाद सन 1987 में राकेश शर्मा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में मुख्य परीक्षण पायलट के रूप में सम्मिलित हुए, जिसे उन्होंने 2001 में स्वचालित वर्क फ्लो बोर्ड का अध्यक्ष बनने के बाद छोड़ दिया। प्रस्तुत पुस्तक में भारत के गौरव विंग कमांडर राकेश शर्मा के पायलट से अंतरिक्ष यात्री बनने की रोमांचक कहानी है, जो प्रेरित करेगी और युवाओं को इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने का पथ भी प्रशस्त करेगी।
Acupressure Aur Swastha Jeevan
- Author Name:
Dr. A.K. Saxena
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Don’t Think & Grow Rich
- Author Name:
Suresh Mansharamani
- Book Type:

- Description: Don’t Think and Grow Rich offers a novel lens to view behaviours and judgments. This book could have had a dramatic effect on your viewpoint. The book is based on scientific research and Studies undertaken throughout the world followed by anecdotes from the life of Mr. Suresh Mansharamani to help make them more relatable. The reader can apply the knowledge to circumstances in which they observe others relying excessively on thought. The critical point is to discern whether we are simply thinking about our decisions or have succumbed to Paralysis of Analysis. Don't Think and Grow Rich focuses on making once-in-a-lifetime choices and contains practical advice on how to increase your capacity to make quick and intuitive judgments. Everyone assumes that we live in an age of short attention Spans, but during the last several decades, we've learned a great deal about forming long-term judgments. Dr. Suresh Mansharamani makes a compelling case for more careful and creative decision-making. Don't Think and Grow Rich, on the other hand, demonstrates how we might approach these decisions more effectively and comprehend the subtle wisdom of the choices that shaped our most significant social history.
Kinara
- Author Name:
Gulzar
- Book Type:

-
Description:
साहित्य में ‘मंज़रनामा’ एक मुकम्मिल फ़ार्म है। यह एक ऐसी विधा है जिसे
पाठक बिना किसी रुकावट के रचना का मूल आस्वाद लेते हुए पढ़ सकें। लेकिन मंज़रनामा का अन्दाज़े-बयाँ अमूमन मूल रचना से अलग हो जाता है या यूँ कहें कि वह मूल रचना का इंटरप्रेटेशन हो जाता है।
मंज़रनामा पेश करने का एक उद्देश्य तो यह है कि पाठक इस फ़ार्म से रू-ब-रू हो सकें और दूसरा यह कि टी.वी. और सिनेमा में दिलचस्पी रखनेवाले लोग यह देख-जान सकें कि किसी कृति को किस तरह मंज़रनामे की शक्ल दी जाती है। टी.वी. की आमद से मंज़रनामों की ज़रूरत में बहुत इज़ाफ़ा हो गया है।
‘किनारा’ प्यार के अन्तर्द्वन्द्व की कहानी है। जो संयोगों और दुर्योगों के बीच से होकर जाती है। एक तरफ़ प्यार की वफ़ादारी है जो दिवंगत प्रेमी की स्मृतियों से भी दगा नहीं करना चाहती और दूसरी तरफ़ नए प्यार का अटूट समर्पण है जो एक दुर्घटना के गिल्ट को धोने के लिए अपना सब कुछ हारने को तैयार है। लेकिन नियति अपने लिखित को जब तक उसका एक-एक हर्फ़ सच न हो जाए, अन्त तक उनके बीच बैठी बाँचती रहती है। पीड़ा के अपने चरम पर पहुँच जाने तक। गुलज़ार की फ़िल्में इतने स्वाभाविक ढंग से फ़ार्मूला-मुक्त होती हैं कि हम लोग जो साहित्य में भी फ़ार्मूलों के अभ्यस्त रहे हैं और फ़िल्मों में भी उनकी कथा-योजना को देख हैरान-से रह जाते हैं। फ़िल्म ‘किनारा’ और उसकी कहानी भी ऐसी ही है।
GUNNERS AT THE BATTLEFRONT
- Author Name:
Lt Col Ashok Kumar Kher • Ravi Kher
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...