Childhood Of Kalam
Author:
Srijan Pal SinghPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Available
Greatness is not by accident.
Greatness is a quality processed, honed and learnt over a lifetime of learning and hard work. Great human beings are built when a curious mind is met with life-changing lessons, often early in childhood. Just like the nature and quality of a tree are decided by the characteristic of the seed, and how it is sown, the worth of human life is shaped in the early stage of childhood.
Often these life teachings as a growing up child transform into the values which set the boundaries of one�s adult actions and govern one�s decisions.
We all know Dr Kalam as an eminent teacher, an excellent President, an exception scientist, a talented rocket scientist, a team man, an institution builder and a man of ethics and integrity. But what went behind the scenes in the formative days of "Little Kalam" shaped him slowly but surely into Dr Kalam � , the man we remember and admire.
This book aspires to take you into this early history of the childhood of Kalam, tracking "Little Kalam" as he begins his first steps into the sands of Rameshwaram � , which one day will translate into a march to the Rashtrapati Bhawan.
ISBN: 9789386231956
Pages: 128
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Tulsiram : Vyaktitva Aur Krititva
- Author Name:
Shridharam
- Book Type:

- Description: Critic
Pratham Antriksh Yatri Yuri Gagarin
- Author Name:
Rakesh Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Saath Ke Hemant
- Author Name:
Umesh Prasad Singh
- Book Type:

- Description: पत्रकार-लेखक-समाजधर्मी हेमंत शर्मा शोख, शरारती, संजीदा, हँसमुख, मिलनसार हैं, साथ ही दायित्वपूर्ण लेखन के अप्रतिम उदाहरण भी । उनका लेखन उत्प्रेरक है, उद्देगजनक भी है और अनुरंजक भी। संवेदना और भाषा के इन अलग-अलग गुण-स्वभाव के लेखक हिंदी में हैं, मगर इन सबका एकत्र संयोग हमें हेमंत में ही दिखाई देता है। हेमंत की शरारत में जो गहरी आत्मीयता है, वह अन्यत्र दुर्लभ है। हेमंत का लेखन जादूगर के तमाशे की तरह है, जो लोगों को अपने काम के रास्ते जाते हुए से बिलमाकर रोक लेता है, बाँध लेता है, विस्मय में डाल देता है, अपने कौशल के लिए वाहवाही निकलवा लेता है। हेमंतजी अपने सक्रिय जीवन के साठ साल पूरे करने जा रहे हैं। बिना किसी सीढ़ी का सहारा लिये, बिना किसी के कंधे पर चढ़े उन्होंने जीवन में स्पृहणीय ऊँचाई प्राप्त की है। इसके पीछे उनकी अथक मेहनत, गहरी सूझ, अटल संकल्प और व्यावहारिक कुशलता का बेजोड़ सम्मिलन है। उन्होंने ख्याति और समृद्धि के ऊँचे शिखर पर आसन जमाया है। हेमंत की उपलब्धियाँ विलक्षण हैं। उनकी प्रतिभा विस्मथघजनक है। उनका व्यवहार विमुग्धकारी है। मीडिया, कला-जगत्, राजनीति और विभिन्न भावभूमि की प्रमुख विभूतियों से उनके नितांत अनौपचारिक और गहरे संबंध हैं। यह कृति उनके ऐसे ही अपनों और आत्मीयों के उनके विषय में व्यक्त भावों का पठनीय संकलन है।
Takneek Tere Kitane Aayaam
- Author Name:
Balendu Sharma Dadhich
- Book Type:

- Description: क्या आपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सुना है? जरूर सुना होगा, लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि वह क्या है तो क्या आप बता सकेंगे ? यह पुस्तक पढ़िए और आत्मविश्वास के साथ न सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बल्कि दर्जनों दूसरी आधुनिक तकनीकों को जानिए-समझिए | प्रसिद्ध तकनीकविद् बालेन्दु शर्मा दाधीच की प्रस्तुत पुस्तक प्रौद्योगिकी के नए, महत्त्वपूर्ण तथा अनूठे पहलुओं, अवधारणाओं तथा घटनाक्रमों से आम हिंदी पाठक को परिचित कराने के लिए लिखी गई है ।इसकी भाषा विज्ञान और तकनीक पर लिखी जानेवाली दूसरी पुस्तकों की तरह दुरूह या जटिल नहीं है, बल्कि वैसी ही है, जैसी कि हम रोजमर्रा की जिंदगी में बोलते-लिखते हैं । पुस्तक में उन नवीनतम तकनीकों का वर्णन है, जिनके बारे में अकसर हमारे मन में सवाल तो उठते हैं, लेकिन जवाब नहीं मिलते, जैसे-मेटावर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, 3डी प्रिंटिंग या हाइपरलूप। इसके अध्यायों को पढ़ते हुए आप स्वयं को एक सहज-सरल-सरस यात्रा पर पाएंगे और एक- एक कर तमाम अवधारणाओं से परिचित होते चले जाएँगे। आप भले ही इसे अपने खाली समय का आनंद लेने के लिए पढ़ें, लेकिन कहीं-न-कहीं यह पुस्तक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ आपका रिश्ता जोड़ती है और वही लेखक का उद्देश्य भी है। यह पुस्तक विद्यार्थियों और अन्वेषकों के साथ-साथ सामान्य पाठकों के लिए भी रुचिकर तथा उपयोगी है।
Reshmi Khwabon Ki Dhoop Chhaon
- Author Name:
Prahlad Agarwal
- Book Type:

- Description: यश चोपड़ा रूमान के जादूगर थे। उन्होंने हिन्दी सिनेमा में तीन पीढ़ियों के साथ सफ़र किया। जब यश चोपड़ा ने अपनी रचना-यात्रा शुरू की तब महबूब, बिमल राय, राजकपूर, गुरुदत्त, विजय आनन्द वग़ैरह का गौरवगान था और फिर वे सूरज बड़जात्या, करन जौहर, संजय लीला भंसाली, राम गोपाल वर्मा और आशुतोष गोवारीकर जैसे फ़िल्मकारों की पीढ़ी के साथ सृजनरत रहे। इस पीढ़ी के साथ सफ़र करते हुए उन्होंने ‘डर’, ‘दिल तो पागल है’ और ‘वीर जारा’ जैसी फ़िल्में बनाईं जिनसे वे सिर्फ़ रोमान के बादशाह ही साबित नहीं हुए—वरन् नई पीढ़ी के साथ इस तरह खड़े हुए कि उसके मार्गदर्शक भी बन गए। पर हमारे इस आख्यान के कथानायक मात्र ‘निर्देशक’ यश चोपड़ा हैं। वे फ़िल्म निर्देशक होने के साथ ही और भी बहुत कुछ थे। फ़िल्म-निर्माता से लेकर स्टूडियो के मालिक तक और फिर फिल्मोद्योग के एक एम्बेसेडर की तरह भी उन्हें देखा गया। इन तमाम रूपों के बीच से यह सिर्फ़ उस यश चोपड़ा का क़िस्सा है जिसने 1959 से 2004 के बीच पैंतीस सालों में इक्कीस फ़िल्मों का निर्देशन किया और अपने जीवनकाल में ही अपनी विरासत को अगली पीढ़ी के हाथों सौंप दिया और उसे अपने ज़माने से भी अधिक फलता-फूलता देखा।
Lok-Kavya Pratirodh aur Mukti Ka Soundrya
- Author Name:
Ramlakhan Kumar
- Book Type:

- Description: Critisism
BPSC TRE 3.0 Bihar Teacher Recruitment Class 1-12 "Prathmik Ganit" Elementary Maths | Book in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jharkhand Panchayati Raj Handbook
- Author Name:
Rashmi Katyayan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Neil Armstrong
- Author Name:
Rakesh Sharma
- Book Type:

- Description: नील आर्मस्ट्रांग पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सर्वप्रथम चंद्रमा पर अपना कदम रखा। 5 अगस्त, 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वापाकोनेटा, ओहियो में जनमे आर्मस्ट्रांग की रुचि शुरू से ही चंद्रमा, तारों और अंतरिक्ष में थी, इसलिए उन्होंने इसी को अपने कॅरियर के रूप में अपनाया। कुछ समय नौसेना में काम करने के बाद सन् 1955 में उन्होंने नेशनल एडवाइजरी कमेटी फॉर एयरोनॉटिक्स (एन.ए.सी.ए.) में कार्यारंभ किया। इसी कमेटी का नाम बाद में ‘नासा’ (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड रचेश एडमिनिस्टे्रशन) पड़ा। 16 मार्च, 1966 को जैमिनी-8 अभियान के तहत वे पहले-पहल अंतरिक्ष में गए। इसके बाद अपोलो-2 में बतौर कमांडर वे चंद्रमा की सतह पर उतरे और इतिहास रच दिया। नील ऑर्मस्ट्रांग को सैकड़ों पुरस्कार व सम्मान मिले, लेकिन उनकी अंतरिक्ष जितनी ऊँची पहुँच के आगे वे सब गौण रहे। 82 वर्ष की आयु में 25 अगस्त, 2012 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। एक महान् अंतरिक्षयात्री के साहसपूर्ण, खोजपूर्ण और रोमांचक जीवन की पूरी बानगी है यह पुस्तक।
JPSC Mukhya Pareeksha Samanya Vigyan Paryavaran Evam Takniki Vikas "General Science Environment & Technological Development" Mains Exam -2024 (Hindi) | Dr. Manish Rannjan (IAS)
- Author Name:
Dr. Manish Rannjan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Shaheed Udham Singh
- Author Name:
Poonam Yadav
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jyotsna Milan ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Jyotsna Milan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pt. Shyamnarayan Pandey Granthawali (Set of Volumes 1, 2, 3 & 4)
- Author Name:
Purusharth Singh::Dr Anjana Singh Sengar::Dr Seema Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
UPSC CSAT Civil Services Aptitude Test General Studies Paper-2 Solved Papers 2011-2024
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
NOOR Story of A Finding Yourself Hindi Translation of NOOR — A Star Is Born
- Author Name:
Manmeet Singh Chadha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Suno Bachcho, Adivasi Sangharsh ke Nayak Shibu Soren (Guruji) ki Gatha
- Author Name:
Anuj Kumar Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kamyabi Unlimited
- Author Name:
Brian Tracy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sir Walter Scott ki Lokpriya Kahaniyan "सर वाल्टर स्कॉट की लोकप्रिय कहानियाँ" | Famous Fiction Stories of walter | Book in Hindi
- Author Name:
Walter Scott
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Break Up
- Author Name:
Vijayendra Haryal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Samaj - Vigyan Vishwakosh : Vols. 1-6
- Author Name:
Abhay Kumar Dubey
- Book Type:

-
Description:
छह खंडों और तीन हज़ार पृष्ठों में फैला समाज-विज्ञान और मानविकी का यह विश्वकोश राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय ख्याति के 26 विद्वानों के मार्गदर्शन में 60 समाज-वैज्ञानिकों द्वारा अनुवाद का सहारा लिए बिना मूल हिन्दी में तैयार किया गया है। कोश की 1015 प्रविष्टियाँ विश्व के 229 समाज-वैज्ञानिकों, सिद्धान्तकारों, दार्शनिकों, समाज-चिन्तकों, साहित्य-निर्माताओं और विमर्शकारों के कृतित्व की जानकारी देने के साथ-साथ सभी महत्त्वपूर्ण अवधारणाओं, दर्शनों, बहसों, क्रान्तियों और आन्दोलनों का विश्लेषणात्मक परिचय देती हैं। अर्थशास्त्र की 104, इतिहास की 107, अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध की 52, दर्शन की 135, राजनीतिशास्त्र की 448, मीडिया, फ़िल्म और टीवी-अध्ययनों की 50, स्त्री और सेक्सुअलिटी-अध्ययन की 69, समाजशास्त्र और मानवशास्त्र की 140 प्रविष्टियों के अतिरिक्त इस कोश में गांधी-विचार से सम्बन्धित 32 और मार्क्सवाद से सम्बन्धित 117 प्रविष्टियाँ भी दर्ज हैं।
समाजशास्त्र, मानवशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, भाषाशास्त्र, मनोविज्ञान, स्त्री-अध्ययन, सेक्सुअलिटी-अध्ययन, संस्कृति-अध्ययन, अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध-अध्ययन, मीडिया-अध्ययन, फ़िल्म-अध्ययन, टीवी-अध्ययन, साहित्य-अध्ययन, इतिहास और दर्शनशास्त्र के अध्येताओं, छात्रों, अध्यापकों, पत्रकारों, बुद्धजीवियों और गम्भीर पाठकों के लिए उपयोगी इस कोश की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी 430 प्रविष्टियाँ भारतीय दर्शन, राजनीति, समाज, संस्कृति, मीडिया, आधुनिकता और इतिहास पर विशेष रूप से प्रकाश डालती हैं। भारतीय लोकतंत्र, भारतीय राज्य, भारतीय सेकुलरवाद, दलित-विमर्श, हिन्दुत्ववादी विमर्श, भारत के राजनीतिक दलों और राज्यों की राजनीति की जानकारी देनेवाली प्रविष्टियों के अतिरिक्त भारतीय धर्म-दर्शन से सम्बन्धित प्रविष्टियों में उन दार्शनिकों, विचारकों और सिद्धान्तकारों के बौद्धिक परिचय भी शामिल हैं जिन्हें अंग्रेज़ी और पश्चिम द्वारा थमाए गए सिद्धान्तों के प्रभाव में लगभग अदृश्य कर दिया गया है। कई प्रविष्टियाँ आधुनिक भारत की संस्थागत संरचना में निर्णायक योगदान देनेवाली हस्तियों पर भी हैं। विश्वकोश में हिन्दी के निर्माताओं, साहित्य और विचार-जगत पर भी काफ़ी सामग्री है।
‘अतिक्रमण’ से ‘अन्तरराष्ट्रीय मुद्राकोष’ तक पहले खंड की 154 प्रविष्टियों में इतिहास-लेखन के अनाल स्कूल से लेकर टॉयनबी और स्पेंगलर के कृतित्व; कौटिल्य के अर्थशास्त्र और आर्यभट्ट के योगदान; एडम स्मिथ, अल्फ़्रेड मार्शल और अमर्त्य सेन के आर्थिक चिन्तन; एंटोनियो ग्राम्शी के विचारों; आधुनिकता की सैद्धान्तिक योजना; अमेरिका के अफ़र्मेटिव एक्शन और भारत में आरक्षण के विभिन्न पहलुओं; उपनिवेशवाद विरोधी आन्दोलन के सशस्त्र और शान्तिपूर्ण आयामों, अल-ग़ज़ाली, इब्न ख़ाल्दून, अल-किन्दी, अबु-अला मौदूदी और असग़र अली इंजीनियर के विमर्श; एडमंड बर्क, ई.एच. कार, एडवर्ड सईद, एरिक फ़्रॉम और आशिस नंदी के विमर्श की झलकियाँ; अमेरिकी क्रान्ति और आत्मसम्मान आन्दोलन से लेकर अंग्रेज़ी हटाओ आन्दोलन तक के ब्योरे शामिल हैं।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...