Athashri Vedavyasa Katha "अथश्री वेदव्यास कथा" Book In Hindi - Omprakash Pandey
Author:
Prof. Omprakash PandeyPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 320
₹
400
Unavailable
Awating description for this book
ISBN: 9789388984485
Pages: 168
Avg Reading Time: 6 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Let Us Colour
- Author Name:
Reetesh Rao
- Book Type:

- Description: Let Us Colour Gift To Children for Painting, Drawing, Colouring, Alphabets, Animals, Birds, Flags, Flowers, Transport, Vegetables - 3 to 6 years Old Little Colouring Books for Kids
Know About RSS
- Author Name:
Arun Anand
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Oprah Winfrey: Farsh Se Arsh Tak Pahunchane Ki Prerak Kahani
- Author Name:
Abhishek
- Book Type:

- Description: गूगल सर्च में ओपरा का नाम लिखते ही ब्लॉग, वीडियो ब्लॉग तथा वेबसाइटों की लंबी सूची सामने आ जाती है, जो अनौपचारिक वार्त्ता कार्यक्रमों की मलिका ओपरा विनफ्रे को समर्पित है; लेकिन इनमें से किसी भी एक द्वारा ओपरा विनफ्रे के व्यक्तित्व को पूरी तरह प्रस्तुत नहीं किया गया है। ओपरा के व्यक्तित्व एवं उपलब्धियों को अच्छी तरह समझने के लिए यह आवश्यक है कि बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया जाए। किसी भी अन्य ख्याति-प्राप्त व्यक्ति से भिन्न ओपरा विनफ्रे के चरित्र के अनेक आयाम हैं, जिन्हें कोई भी व्यक्ति एक बार में नहीं समझ सकता। सार्वजनिक जीवन में ओपरा ने जो भूमिका निभाई है और निभाती रही हैं, उन्हें किसी एक शब्द में व्यक्त नहीं किया जा सकता। श्रोताओं पर उनके जादुई शब्दों का जबरदस्त प्रभाव होता है। वे अनेक लोगों के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं। निरंतर संघर्ष करके सफलता के अर्श पर पहुँचनेवाली विश्वविख्यात विभूति ओपरा विनफ्रे की प्रेरक जीवनगाथा।
Super Genius Computer Learner-6
- Author Name:
Manuj Bajaj +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
KUSHAL PRASHASAK KE GUN EVAM KAUSHAL
- Author Name:
Nishant Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sosobonga | A Famous Religious Saga of Mundas Book In Hindi
- Author Name:
Jagdish Trigunayat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Phir Jeete Shri Ram
- Author Name:
Balveer Singh
- Book Type:

- Description: वह रात जागरण वाली थी जी हाँ! वह जागरण की ही रात थी। मुलायम सिंह जागते रहे थे इस चाव में कि कल 30 अक्तूबर को डेढ़ कार सेवक भी उनकी प्रिय मसजिद की ओर नहीं बढ़ पाएगा तो मैं किन शब्दों में अपनी महान् विजय का बखान दूरदर्शन पर करूँगा। लाखों कार सेवक जागते रहे इस ललक, उछाह और सौभाग्य की प्रतीक्षा में कि कब दिन निकले और हमें अपने आराध्य रामलला के श्रीचरणों में जीवन पुष्प चढ़ाने का सौभाग्य मिले। हवाएँ, तारक मालाएँ, अनंत आकाश और धवल चंद्रमा जागते रहे उन राम सेनानियों पर आशीषों की वर्षा करने में जो कल अपने प्राण हथेली पर लेकर निहत्थे मशीनगनों की गोलियों की बौछारों में सीने तानकर आगे बढ़ेंगे। और माँ सरयू जाग रही थी उस पावन रक्त के अपनी जलनाशि में आ मिलने की आशंका में दहती हुई जो कल अयोध्या की गलियों और उसके पुल पर बहने वाला है। उस रात तो स्वयं नींद भी जागी थी। पल-पल का मोल अमोल और अनमोल हो उठा था।
Karmic Threads
- Author Name:
Neelam Saxena Chandra
- Book Type:

- Description: Monika stays in the comfort of her colossal bungalow and her loving parents in Patiala, but destiny strikes and takes away her parents. Quite young to understand the stealth, she completely believes in her kin who come over to take care. She meekly agrees even to their choice of partner in marriage, abandoning her love, Gurpreet. After marriage, she flies away to Paris with dreams in her eyes, where her husband Tanishk stays. However, his eyes are only on the money she’s having. The moment he covertly gets hold of it, he ditches her, leaving her alone, lonely and forsaken in a foreign land. Will the karmic threads help in seeking justice against those who’ve wronged her? Will the karmic threads be able to connect her to her long-lost love, Gurpreet?
Naresh Agarwal Ke Rajneetik 50 Varsh "नरेश अग्रवाल के राजनीतिक 50 वर्ष" Book In Hindi - Devaki Nandan Mishra
- Author Name:
Devaki Nandan Mishra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Cultivate Your Relationships
- Author Name:
Dr. Prem Kumar Sharma
- Book Type:

- Description: This book doesn’t have a description
Chune Hue Vidyalaya Geet
- Author Name:
Acharya Mayaram 'Patang'
- Book Type:

- Description: गीतों का बहुत बड़ा महत्त्व है। कहानी की अपेक्षा गीत किसी विषय को संप्रेषित करने से अधिक सफल हैं। विद्यालयों यें विभिन्न अवसरों यथा—महापुरुषों की जयंतियों, राष्ट्रीय पर्वों और अन्य उत्सवों पर गीत गाने की परंपरा है। ये गीत छात्रों-अध्यापकों को उस अवसर विशेष के भावों में सराबोर होने की क्षमता रखते हैं। प्रसिद्ध कवियों के ये चुनी हुए विद्यालय गीत सभी पाठकों के जीवन में संस्कार, उल्लास और आनंद का संचार करेंगे, हमारा विश्वास है।
Rajee Seth ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Rajee Seth
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Yeh Ram Kaun Hai?
- Author Name:
Neerja Madhav
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Smare Nityam Hindi Translation of Odia Smare Nityam
- Author Name:
Paramita Satpathy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Agaria
- Author Name:
Veriar Elwin
- Book Type:

- Description: 'अगरिया' शब्द का अभिप्राय सम्भवत: आग पर काम करने वाले लोगों से है अथवा आदिवासियों के देवता, अघासुर से जिनका जन्म लौ से हुआ माना जाता है। अगरिया मध्य भारत के लोहा पिघलानेवाले और लोहारी करनेवाले लोग हैं जो अधिकतर मैकाल पहाड़ी क्षेत्र में पाए जाते हैं लेकिन 'अगरिया क्षेत्र' को डिंडोरी से लेकर नेतरहाट तक रेखांकित किया जा सकता है। गोंड, बैगा और अन्य आदिवासियों से मिलते-जुलते रिवाजों और आदतों के कारण अगरिया की जीवन-शैली पर बहुत कम अध्ययन किया गया है। हालाँकि उनके पास अपनी एक विकसित टोटमी सभ्यता है और मिथकों का अकूत भंडार भी, जो उन्हें भौतिक सभ्यता से बचाकर रखता है और उन्हें जीवनी-शक्ति देता है। इस पुस्तक के बहाने यह श्रेय प्रमुख नृतत्त्वशास्त्री वेरियर एलविन को जाता है कि उन्होंने अगरिया जीवन और संस्कृति को इसमें अध्ययन का विषय बनाया है। एलविन के ही शब्दों में, ‘मिथक और शिल्प का संगम ही इस अध्ययन का केन्द्रीय विषय है जो अगरिया को विशेष महत्त्व प्रदान करता है।‘ इसके विभिन्न अध्यायों में अगरिया इतिहास, संख्या और विस्तार, मिथक, टोना-टोटका, शिल्प, आर्थिक स्थिति और पतन की चर्चा एवं विश्लेषण के माध्यम से एक वैविध्यपूर्ण संस्कृति, जिसका अब पतन हो चुका है, की आश्चर्यजनक आन्तरिक झाँकी प्रदान की गई है।
Tashkent Uttargatha "ताशकंद उत्तरगाथा" Book in Hindi
- Author Name:
Neerja Madhav
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
HINDI SHABDA GYAN
- Author Name:
DURGESH
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jeewan Sangram "जीवन संग्राम" Book in Hindi- K.L. Khanna
- Author Name:
K.L. Khanna
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sanskritik Rashtravad Ke Agradoot Pt. Deendayal Upadhyaya
- Author Name:
Dr. Guptisagarji Gurudev
- Book Type:

- Description: पं दीनदयाल उपाध्याय बीसवीं शताब्दी को अपने विलक्षण व्यक्तित्व, अपरिमेय कर्तृत्व एवं क्रांतिकारी दृष्टिकोण से प्रभावित करनेवाले युगद्रष्टा ऋषि, महर्षि एवं ब्रह्मर्षि थे। उपाध्यायजी के पुरुषार्थी जीवन की सबसे बड़ी पहचान है गत्यात्मकता। वे अपने जीवन में कभी कहीं रुके नहीं, झुके नहीं। यही कारण है कि समस्त प्रतिकूलताओं के बीच भी उन्होंने अपने लक्ष्य के दीप को सुरक्षित रखते हुए उदभासित किया। उन्होंने राष्ट्र-प्रेम को सर्वोच्च स्थान देने के साथ-साथ, शिक्षा, साहित्य, शोध, सेवा, संगठन, संस्कृति, साधना सभी के साथ जीवन-मूल्यों को तलाशा, उन्हें जीवन-शैली से जोड़ा। इस पुस्तक में पंडितजी को एक ऐसे राजनेता के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिन्होंने न केवल स्वयं भारत को भारत के दृष्टिकोण से जानने-समझने-देखने की दृष्टि विकसित की, अपितु दूसरों को भी वैसी ही संदृष्टि प्रदान की। भारत की चिति एवं प्रकृति के मौलिक एवं सूक्ष्म द्रष्टा थे 'पं. दीनदयाल उपाध्यायजी, जिन्होंने सही अर्थों में व्यष्टि एवं समष्टि के चिरंतन सत्य एवं सदियों के अनुभव का साक्षात्कार कर, एक ऐसे उदबोध को प्रवृत्त किया, जिसका स्पंदन भारत की माटी में समाहित है। यह कृति “सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अग्रदूत : पं. दीनदयाल उपाध्याय ' पंडितजी के विचार पाथेय को जन-जन तक पहुँचाने में निमित्त बनेगी और भारतीय संस्कृति के बिंब, जन-संस्कृति के रूप में वैश्विक धरातल पर नई चेतना को स्फूर्त करेगी; ऐसा दृढ़ विश्वास है।
Loknayak Jaiprakash Narayan
- Author Name:
Pankaj Kishor
- Book Type:

- Description: "लोकनायक जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्तूबर, 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गाँव में हुआ। पढ़ाई में वे शुरू से ही कुशाग्र थे, इसलिए राजनीतिशात्र और समाजशात्र में बी.ए. एवं एम.ए. अमेरिका से किए। सन् 1929 में पं. नेहरू के आमंत्रण पर वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। इस दौरान महात्मा गांधी उनके गुरु और पथ-प्रदर्शक बने। स्वतंत्रता और गांधीजी के निधन के बाद जयप्रकाश नारायण, आचार्य नरेंद्र देव और बसावन सिंह ने पहली विपक्षी सोशलिस्ट पार्टी का गठन किया। बाद में उसका नाम प्रजा सोशलिस्ट पार्टी कर दिया गया। जयप्रकाश नारायण का कहना था कि सिर्फ शासक बदलने से समस्या का हल नहीं होता, जब तक कि सारी व्यवस्था में आमूल परिवर्तन न हो। चंबल के चार सौ डाकुओं का समर्पण; बिहार में अराजक सत्ता व्यवस्था, कुशिक्षा, अपराध व अराजकता के खिलाफ ऐतिहासिक छात्र आंदोलन; व्यवस्था में बदलाव के लिए संपूर्ण क्रांति के आह्वान से लेकर केंद्र में इंदिरा गांधी की तत्कालीन सरकार को सत्ता से उखाड़कर लोकतंत्र की बहाली तक जयप्रकाश नारायण ने विविध सत्याग्रही भूमिकाओं का निर्वहण किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इस देश में सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन लाने के लिए एक संपूर्ण क्रांति का सपना देखा और देश के सम्मुख उसे प्रस्तुत किया। प्रस्तुत है स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद के क्रांतिकारी विचारक, दूरद्रष्टा और समाज में चेतना जगानेवाले लोकनायक की पठनीय एवं प्रेरणादायी जीवनी।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...