Adarsh Patra Lekhan
Author:
Shyam Chandra KapoorPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 400
₹
500
Available
Awating description for this book
ISBN: 9788189573225
Pages: 222
Avg Reading Time: 7 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Sanatan Jeevan Shaili
- Author Name:
Dr. Shyam Sakha 'Shyam'
- Book Type:

- Description: 1967 में मेडिकल कॉलेज में मेरे द्वितीय वर्ष के दौरान सनातन में मेरी रुचि जर्मन सार्शनिक आर्थर शोपेनहावर की एक पंक्ति से शुरू हुई। मैंने शिवमूर्ति को देखा और जन पाया, इसका जिक्र मेरी इसी किताब में है । पश्चिमी विचारों के प्रभाव में मैं भी मूर्तिपूजा को एक रूढ़िवादी मानसिकता मानता था। मुझे लगा कि हजारों साल से चली आ रही ये मान्यताएँ जिन्हें लोगों ने अंधविश्वास कहकर खारिज कर दिया है, निरर्थक तो नहीं हो सकतीं, जैसे मंगलवार को बाल न कटवाना, हनुमान की नाराजगी से डरना या शनिदेव के कोप से बचने के लिए शनिवार को लोहा न खरीदना । मैं यह सब सोचने लगा । ऐसा लगता है कि ये रीति- रिवाज नाइयों और लोहारों को एक दिन की छुट्टी देने के लिए बनाए गए थे। मार्च महीने में जब घर में शीतला माता की पूजा के लिए बासी भोजन की व्यवस्था देखी तो लगा कि समाज को यह संदेश दिया जा रहा था कि गरमियाँ शुरू होते ही बासी भोजन खाना बंद कर दें। फिर तो मैं सनातन की यात्रा पर निकल पड़ा। मैंने अंधविश्वास कहे ही जाने वाली मान्यताओं पर लोगों से अपने विचार साझा किए और चर्चाओं में शामिल हुआ, लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुईं। मैं यह दावा नहीं करता कि मेरे विचार सौ प्रतिशत सही हैं, लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि चिकित्सा ज्ञान में मेरी वैज्ञानिक पृष्ठभूमि ने निश्चित रूप से मुझे सनातन प्रथाओं को समझने में सक्षम बनाया है।
AAO BACHCHO, KHELEN KHEL
- Author Name:
RAKESH
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dadi Janki : Manav Seva Ke Sau Varsh
- Author Name:
Liz Hodgkinson
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bihar School Examination Board, Patna Bihar STET Secondary Teacher Eligibility Test Study Guide Teaching Aptitude & Other Proficiency
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Raskhan Ratnawali
- Author Name:
Ed. Raghav Raghu
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Time Management Aur Safalata
- Author Name:
Suresh Chandra Bhatia
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Vaidik Sanatan Hindutva
- Author Name:
Manoj Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BPSC Bihar Shikshak Bahali "Teacher Recruitment" Class 11 To 12 Samajshastra "Sociology" 20 Practice Sets- Book in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
All India Sainik School Entrance Exam-2024 Study Guide with Solved Papers For Class 6
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Manto Dastavej : Vols. 1-5
- Author Name:
Saadat Hasan Manto
- Book Type:

-
Description:
समय के साथ कितनी ही हक़ीक़तें फ़रेब बन जाती हैं और कितने ही ख़्वाब सच्चाई में ढल जाते हैं—समय न तो अँधेरों की निरन्तरता है, न इतिहास और सभ्यता के किसी अनदेखे रास्ते पर एक अंधी दौड़।
इन सबके विपरीत समय एक तलाश है, बोध है, विज़न है और एक कर्मभूमि।
समय की कोई सीमा अगर क़ायम की जा सकती है, और अगर उसे एक नाम दिया जा सकता है तो वह नाम ‘आदमी’ है।
आदमी की बुनियादी समस्या पाषाण युग से मंटो और मंटो के पात्रों तक, एक ही रही है : कोई रौशनी, कोई रौशनी...
रौशनी के लिए, नई रौशनी की ख़ातिर, नित नई रौशनी की तलाश में आदमी ने सदियों का सफ़र तै किया और आज भी सफ़र में है। इसी निरन्तर और अधूरे सफ़र का एक पड़ाव मंटो है।
मंटो की तलाश और खोज के हवाले से इस कोशिश का मुनासिब और सटीक नाम ‘दस्तावेज़’ के अलावा सोचा भी नहीं जा सकता।
Bhagini Nivedita Aur Bhartiya Navjagran
- Author Name:
Omprakash Verma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Have A Laugh My Friend Stinging with Love Collection of Prem Janmejay Satires
- Author Name:
Prem Janmejay::Translated by Purabi Panwar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Andhkar Bela
- Author Name:
Suchitra Bhattacharya
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jack Ma Ke Prerak Vichar
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: अगर आप उन्नति करना चाहते हैं तो एक अच्छे अवसर को ढूँढि़ए। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, यदि हम असफल हो गए। कम-से-कम हमने दूसरों के लिए रास्ता तो बना दिया। भले ही मैं असफल हो गया, लेकिन कोई तो जरूर सफल होगा। सदैव इन तीन सिद्धांतों को अपने ध्यान में रखना चाहिए—एक, जो आप करना पसंद करते हों; दो, जो आपको करना चाहिए तथा तीन, कितने समय तक इसको करना चाहिए। एक लीडर के अंदर अधिक धैर्य व दृढ़ता होनी चाहिए और उसे वह सहन करने में सक्षम होना चाहिए, जो उसके कर्मचारी नहीं कर सकते। इससे फर्क नहीं पड़ता कि लक्ष्य कितना कठिन है। आपके पास हमेशा वह सपना होना चाहिए, जो आपने पहले दिन देखा था। वह आपको प्रेरित रखेगा और आगे बढ़ाएगा। —इसी पुस्तक से विश्वविख्यात उद्योगपति जैक मा ने बहुत कम समय में अपनी अपूर्व दूरदर्शिता, निष्ठा, मेहनत, टीमवर्क और सफल होने के लिए आवश्यक सिद्धांतों के बल पर अपार सफलता और समृद्धि अर्जित की है। यह पुस्तक उनके कुछ ऐसे विचारों का संकलन है, जो किसी भी क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति को प्रेरणा देंगे, दिशा दिखाएँगे।
Art & Science Of Balance: Finding Bliss in Life’s 7 Spectrums
- Author Name:
Dr. Pankaj Chugh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Mohan Rakesh Rachanawali : Vols. 1-13
- Author Name:
Mohan Rakesh
- Book Type:

-
Description:
मोहन राकेश हिन्दी के सर्वाधिक ‘एक्सपोज़्ड’ रचनाकार माने जाते हैं। राकेश का जीवन और लेखन ‘घर’ नामक मृगमरीचिका के पीछे बेतहाशा भागते एक बेसब्र, बेचैन, व्याकुल और ज़िद्दी तलाश का पर्याय है।
रचनावली का यह पहला खंड—‘अन्तरंग’—उनके इसी ‘अपना आप’ पर केन्द्रित है। यह खंड लेखक के पेचीदा जीवन के बहिरंगी बहुरूपों को दिखाने के साथ–साथ अन्तरंग के गुह्य प्रदेशों के विचित्र रहस्य–लोक के गवाक्ष भी खोलता है। इसका पहला अंश अधूरा ‘आत्मकथ्य’ है। इसके बाद ‘चींटियों की पंक्तियाँ : ज़मीन से काग़ज़ों तक’, ‘देखो बच्चू!’ और मृत्यु से लगभग दो महीने पहले रजिन्दर पॉल द्वारा लिया गया एक ऐसा साक्षात्कार है, जो उनके उदास, असुरक्षित, अस्थिर एवं अकेले आरम्भिक जीवन की प्रामाणिक और दिलचस्प झाँकी प्रस्तुत करता है।
इस खंड के अन्त में 1950 से 1958 तक उनके द्वारा लिखी गई डायरी को रखा गया है। राकेश के अन्तर्विरोधी जटिल चरित्र एवं उनके साहित्य को सही परिदृश्य और उचित सन्दर्भ में समझने के लिए यह खंड महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
Planets Between Fortune and Misfortune
- Author Name:
Dr. A. Shanker
- Book Type:

- Description: This book ‘Planets between Fortune and Misfortune‘ is such an instrument to Know the circumstances and conditions of life through astrology that leads to recognizing the signs of favorable and unfavorable circumstances. Those who believe in and practice Jyotish need it at every step. Yet, sometimes when a person with dexterity in this sphere Is not available, people have to face serious problems. In today's life those having insufficient Knowledge and who have travelled frequently and Stayed in jungles and deserts they too face difficulties. This book will prove to be a pathfinder for them. The sphere of astrology is quite enormous. One should have mastery over its different aspects to comprehend it satisfactorily. Unless and until one attains deep Knowledge and expertise his Sincerity and honesty remain dubious. Meanwhile, whatever I could gain through my study and experience I have put together in this book. I take no pride in doing so as I am not an erudite scholar who Is presenting his views to Impress readers of his merits and accomplishments. To me there is no difference between fame and the sun of a rainy day.
Mind Master
- Author Name:
Viswanathan Anand +1
- Book Type:

- Description: छह साल की उम्र में जब विश्वनाथन आनंद ‘विशी’ ने चेसबोर्ड पर मोहरों को चलाना सीखा, तब से लेकर अब तक अनगिनत पुरस्कार जीते हैं। एशिया के पहले वर्ल्ड शतरंज चैंपियन बनने के बाद दुनिया के मंच पर वे उस समय आए, जब शतरंज पर काफी हद तक सोवियतों का एकाधिकार था, वे वर्ल्ड नंबर 1 बने, विश्व चैंपियन के पाँच खिताब अपने नाम किए और इस खेल के सभी प्रारूपों की प्रतियोगिताओं को जीता। ‘माइंड मास्टर’ में विशी अब तक खेले गए मुकाबलों, विरोधियों से निपटने और परिस्थितियों पर काबू पाने के दिनों को याद कर रहे हैं, और ऐसी महत्त्वपूर्ण बातें सामने रखते हैं, जिनसे हर पाठक को जीवन की चुनौतियों को पार करने में मदद मिलेगी— • किसी लक्ष्य को प्राप्त करने में तरकीबों और रणनीतियों की क्या भूमिका होती है? • मुश्किल परिस्थितियों में भावनाओं को आप अपने पक्ष में कैसे कर सकते हैं? • अपनी सुखद स्थिति को छोड़ आप जब जोखिम उठाने निकलते हैं, तब आपको कैसी सावधानियाँ बरतनी चाहिए? • तेजी से बदलती वास्तविकताओं के बीच प्रासंगिक बने रहने के लिए आपको क्या करना चाहिए? • क्या भूलना सच में सीखने का एकमात्र तरीका है? शतरंज के बेताज बादशाह विश्वनाथन आनंद की सूझबूझ, अप्रतिम मेधा और ज्ञान से भरपूर यह पुस्तक पाठकों में रोमांच, प्रेरणा और ललक पैदा करेगी, यह सुनिश्चित है।
Subedar Joginder Singh
- Author Name:
Major Rajpal Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kiya Ankiya
- Author Name:
Purushottam Agarwal
- Book Type:

- Description: पुरुषोत्तम अग्रवाल हमारे समय की एक महत्त्वपूर्ण बौद्धिक और सर्जनात्मक उपस्थिति हैं। उनका लेखन रूप और अन्तर्वस्तु की दृष्टि से विविध और विशाल है। उनकी कई स्वतंत्र छवियाँ हैं, लेकिन कोई एक छवि नहीं है। चिन्तक, आलोचक, कवि, कथाकार, विमर्शकार, कार्यकर्ता, पत्रकार, व्यंग्यकार, प्राध्यापक, फ़िल्म-विशेषज्ञ, धर्मशास्त्री से मिलकर उनकी छवि बनती है। उनकी समग्र छवि की परख और पहचान के लिए उनके सम्पूर्ण लेखन का परिचय प्राप्त करना जितना ज़रूरी है, उतना ही कठिन भी। उनका समग्र पाठ श्रमसाध्य है, इसलिए उनकी रचनाओं का एक प्रतिनिधि चयन और प्रकाशन विलम्बित माँग थी जिसे इस संचयन के प्रकाशन से पूरा करने का प्रयास किया गया है। नवीन और प्राचीन वैश्विक वैचारिक निरूपणों और साहित्यिक सिद्धान्तों की स्पष्ट समझदारी और उनसे संवाद की प्रवृत्ति पुरुषोत्तम अग्रवाल की शक्ति है, जो उनके लेखन को निरन्तर आकर्षक और विचारोत्तेजक बनाए रखती है। इसी से उनमें बौद्धिक साहस उत्पन्न होता है, इस साहस का एक प्रमाण है अस्मितावाद की शक्ति और सीमाओं का तटस्थ व साहसपूर्ण मूल्यांकन। इसी साहस का एक और प्रमाण है—धर्म, अध्यात्म और साम्प्रदायिकता पर उनका रुख़। वे धर्म को सत्ता-तंत्र मानते हैं लेकिन आध्यात्मिकता को सहज मानवीय प्रवृत्ति के रूप में देखते हैं। कबीर, कार्ल मार्क्स, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के धर्म और अध्यात्म सम्बन्धी विचारों के आधार पर अपनी अवधारणा को तैयार करते हैं। उनकी दृढ़ मान्यता है कि धर्म का फलतः साम्प्रदायिकता का, उन्मूलन तभी सम्भव है जब आध्यात्मिकता को मानव सुलभ मानकर धर्म से उसे स्वायत्त किया जाए। पुरुषोत्तम अग्रवाल के लेखन का एक बड़ा हिस्सा भक्तिकाल पर है। ख़ास तौर पर कबीर पर। जाति, धर्म, औपनिवेशिक आधुनिकता, अस्मितावाद इत्यादि वैचारिक निरूपणों से आच्छादित कबीर के कवि रूप को सामने लाकर उन्होंने उनकी प्रासंगिकता को पुनः अनुभूत बनाया है। बौद्धिक बेचैनी, साहित्यिक अभिरुचि, सांस्कृतिक अन्तर्दृष्टि और आलोचकीय विवेक के साथ समकालीन जीवन के विविध पक्षों और प्रश्नों पर विचार करनेवाले बुद्धिजीवी विरल हैं। पुरुषोत्तम अग्रवाल की पत्रकारिता इस दृष्टि से आश्वस्तिदायक है। उनका कथा साहित्य विविध संकटों से आच्छन्न बौद्धिक-जीवन के संघर्ष और जिजीविषा को सामने लाता है। उनके साहित्य में फासीवाद के देशी संस्करण के दबाव में अभिव्यक्ति के संकट और कला-बुद्धि-विरोधी दमघोंटू वातावरण की भयावहता का एहसास मुक्तिबोध की याद दिलाता है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.