Basic English Grammar Learn By Doing
Author:
Dr. Arun JeePublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Available
Awating description for this book
ISBN: 9788196159061
Pages: 144
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Tulsiram : Vyaktitva Aur Krititva
- Author Name:
Shridharam
- Book Type:

- Description: Critic
High School Essays
- Author Name:
N.C. Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Gyan Ka Yug Aur Bharat
- Author Name:
Raghunath Anant Mashelkar/Vinod Kumar Mishra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Elon Musk Ke Prerak Vichar
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: आपको जागने, भविष्य के बारे में उत्साहित होने और प्रेरित होकर जीने की आवश्यकता है। यदि आप सुबह उठते हैं और सोचते हैं कि भविष्य बेहतर होगा, तो यह एक उज्ज्वल दिन है। अन्यथा यह नहीं है। एक उद्यमी होना काँच खाने जैसा और मृत्यु के बाद अस्थियों को घूरने जैसा दुष्कर काम है। जो दिख रही है, वह आधी लड़ाई है। आपको इसके लिए कड़ी मेहनत करनी है और विफलता से डरना नहीं है। ज्यादातर लोग जितना सोचते हैं, उससे कहीं ज्यादा सीख सकते हैं। नतीजे पर ध्यान केंद्रित न करें, अपने काम पर पूरा ध्यान केंद्रित करें, ताकि प्रत्येक कार्य पूरा हो जाने पर आपको एक कदम आगे बढ़ा दे, भले ही यह एक छोटा कदम हो। —इसी पुस्तक से
Confucius
- Author Name:
Manisha Mathur
- Book Type:

- Description: जिस समय भारत में भगवान् महावीर और भगवान् बुद्ध धर्म के संबंध में नए विचार रख रहे थे, उसी समय चीन के शानदोंग प्रदेश में भी कन्फ्यूशियस नामक समाज-सुधारक का जन्म हुआ। सरकारी नौकरी छोड़कर उन्होंने घर में ही एक विद्यालय खोलकर विद्यार्थियों को शिक्षा देना प्रारंभ किया। 55 वर्ष की आयु में वे लू राज्य में एक शहर के शासनकर्ता और बाद में मंत्री नियुक्त हुए। मंत्री होने के नाते उन्होंने दंड के बदले मनुष्य के चरित्र-सुधार पर बल दिया। कन्फ्यूशियस ने अपने शिष्यों को सत्य, प्रेम और न्याय का संदेश दिया। वे सदाचार पर अधिक बल देते तथा लोगों को विनयी, परोपकारी, गुणी और चरित्रवान् बनने की प्रेरणा देते थे। उनके मत को ‘कन्फ्यूशियसवाद’ या ‘कुंगफुल्सीवाद’ कहा जाता है। कन्फ्यूशियसवाद के अनुसार समाज का संगठन पाँच प्रकार के संबंधों पर आधारित है—1. शासक और शासित, 2. पिता और पुत्र, 3. ज्येष्ठ भ्राता और कनिष्ठ भ्राता, 4. पति और पत्नी तथा 5. इष्ट मित्र। कन्फ्यूशियसवाद की शिक्षा में धर्मनिरपेक्षता का सर्वांगपूर्ण उदाहरण मिलता है। उनका मूल सिद्धांत इस स्वर्णिम नियम पर आधारित है कि ‘दूसरों के प्रति वैसा ही व्यवहार करो, जैसा तुम उनके द्वारा अपने प्रति किए जाने की इच्छा रखते हो।’
PLEDGE FOR AN INTEGRATED INDIA
- Author Name:
Ed. Devesh Khandelwal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Heart Over Mind
- Author Name:
Ashwani Lohani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Purushottam Parashuram
- Author Name:
Pt. Vijay Shankar Mehta
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Geet Gawai (Bhojpuri folk songs in Mauritius)
- Author Name:
Dr. Sarita Boodhoo
- Book Type:

- Description: This book doesn’t have any description
India's Glorious Scientific Tradition
- Author Name:
Suresh Soni
- Book Type:

- Description: Most common people feel that the first rays of science broke out in the west and thus started the wheel of development throughout the world. There was darkness in the field of science in the east. As such, there is a tendency to follow the west. The unawareness of the fact that we had a scientific tradition and a scientific point of view often puts us on the backfoot. This book is an attempt to bring to light the glorious tradition that we had in various streams of science. Today’s generation can get a direction from reading this literature; they can gain self-respect and hold their head high for being the major contributors to science and technology. Besides acquainting the modern generation with India’s contributions in the field of science, this book will also inspire them to study more and experiment.
Dr. Suresh Awasthi Ke Pratinidhi Vyangya "डॉ. सुरेश अवस्थी के प्रतिनिधि व्यंग्य" Book in Hindi
- Author Name:
Chakradhar Shukla
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
DaduDayal Aur Hamara Samay "दादूदयाल और हमारा समय" Book in Hindi | Nand Kishore Pandey
- Author Name:
Nand Kishore Pandey
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hindi Aandolan Aur Nagari Pracharini Sabha
- Author Name:
Amish Verma
- Book Type:

- Description: उन्नीसवीं सदी का उत्तरार्द्ध हिन्दी भाषा के स्वरूप निर्माण के लिए एक महत्त्वपूर्ण दौर था। इस समय हिन्दी को एक सुनिश्चित रूप देने के लिए कई स्तरों पर संगठित प्रयास भी हो रहे थे। हिन्दी को राष्ट्रीयता का आधार-बिन्दु मानकर जहाँ विदेशी शासकों का मुकाबला किया जा रहा था, वहीं उसे हिन्दू धर्म से जोड़कर उसे एक धार्मिक प्रतीक के रूप में भी खड़ा किया जा रहा था। नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना इसी सामाजिक, सांस्कृतिक वातावरण में 1893 में हुई। यह आश्चर्यजनक है कि हिन्दी भाषा और साहित्य के लिए समर्पित इस संस्था को लेकर हिन्दी में कोई महत्त्वपूर्ण अध्ययन अब तक नहीं हुआ है। युवा अध्येता अमिष वर्मा का यह अध्ययन ‘हिन्दी आन्दोलन और नागरीप्रचारिणी सभा’ इस कमी को दूर करता है। सभी उपलब्ध स्रोतों की श्रम-साध्य पड़ताल के आधार पर सम्पन्न यह शोध हिन्दी आन्दोलन के सन्दर्भ में सभा की शुरुआती गतिविधियों और उसकी भाषा-नीति का विश्लेषण करता है। इस पुस्तक से हम हिन्दी-उर्दू के अन्तर्सम्बन्धों के इतिहास से भी परिचित होते हैं। इसमें उन ऐतिहासिक कारणों को समझने का प्रयास किया गया है जिनके चलते ये दोनों भाषाएँ न सिर्फ अलग हो गईं, बल्कि दो अलग धर्मों से भी जुड़ गईं, और अभिव्यक्ति का माध्यम न रहकर राजनीतिक औजार बन गईं। नागरीप्रचारिणी सभा की 1893-1902 की रिपोर्ट और पदाधिकारियों सम्बन्धी अन्य जानकारियाँ इस पुस्तक की विशेष उपलब्धि है जिसे परिशिष्ट में संयोजित किया गया है।
Bharatiya Sanskriti
- Author Name:
Narendra Mohan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
KARMA YOGA
- Author Name:
Swami Vivekanand
- Rating:
- Book Type:

- Description: This Book Doesn't have Description
The Best of Gulliver's Travels
- Author Name:
Jonathan Swift
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BAHAN KE SATH SHISHTACHAR
- Author Name:
Trashika
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dhoop Khulkar Nahin Aati
- Author Name:
Jai Prakash Shriwastav
- Book Type:

- Description: This book has no description
Smritiyon Ka Sakshya
- Author Name:
Hridyesh
- Book Type:

- Description: memories
Sapnon ka Ped
- Author Name:
Krishna Kumar
- Book Type:

-
Description:
कई बार कुछ चीज़ें, हमारे जीवन में बिना कोई प्रश्न खड़ा किए, पूरी मासूमियत और स्वाभाविकता से आकर शामिल हो जाती हैं, हम देख भी नहीं पाते कि उन्होंने हमारे साथ क्या किया, कृष्ण कुमार अक्सर इन्हीं चीज़ों की आवाजाही को पकड़ते हैं, और एक ऐसी सुथरी, संयत, पारदर्शी और अभिव्यक्तिशील भाषा में उन्हें अंकित करते हैं कि फ़ौरन ही उनसे सहमत न हो पाने की कोई गुंजाइश नहीं रहती।
कृष्ण कुमार विख्यात शिक्षाशास्त्री और समकालीन भारतीय समाज के ‘कैलाइडोस्कोप’ को गहरी और विश्वसनीय संलग्नता, और उतनी ही वस्तुनिष्ठता के साथ देखनेवाले गद्यकार हैं। इस पुस्तक में सम्मिलित हर आलेख उनकी चिन्ता और सरोकार की इन विशेषताओं का साक्षी है। प्रकृति, नगर, राज्यसत्ता और व्यापार जगत से लेकर उनकी दृष्टि तितलियों, खिलौनों, साइकिलों, कारों और तरह–तरह के काम करते लोगों तक जाती है। और हर जगह जहाँ वे देखते हैं, चीज़ें अपनी सम्पृक्ति और अलगाव, दोनों के साथ हमें पूरी–पूरी दिखाई देती हैं। उनका बहुपरतीय सत्य, उनके होने के सीधे और टेढ़े अभिप्राय, सब हमारे सामने खुल जाते हैं।
यह पुस्तक उन पाठकों के लिए अनिवार्य है जो अपने सामाजिक होने को एक दिशा देना चाहते हैं, और उनके लिए भी जिन्होंने काफ़ी समय से किसी उम्दा गद्य को नहीं पढ़ा।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...