Adhivas Ki Phans
Author:
Vidya BhooshanPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789392013591
Pages: 128
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Dharm Aur Gender
- Author Name:
Ilina Sen
- Book Type:

- Description: जेंडरगत मानसिकता से ग्रस्त नागरिकों के निर्माण और पुनर्निर्माण में धर्म की भूमिका से सम्बन्धित अध्ययन की ज़रूरत सिर्फ़ यह मान लेने के चलते ही नहीं है कि धर्म रोज़मर्रा के हमारे जीवन के संरचनात्मक ढाँचे में रची-बसी एक प्रभावशाली संस्था है, बल्कि अब यह ज़रूरत इसलिए और ज़्यादा है क्योंकि वर्तमान राजनीतिक सन्दर्भ में हमारी अस्मिताओं को लामबन्द करने या मज़बूत बनाने में भी यह प्रभावी भूमिका निभा रहा है। यह संचयन दो भागों में विभाजित है। पहले भाग के अन्तर्गत दस आलेखों का संकलन है जो भारत, पाकिस्तान और चीन से सम्बन्धित हैं। इन आलेखों को तीन विषयवस्तुओं के तहत बाँटा गया है। पहली विषयवस्तु में शामिल तीन आलेख जाति और धर्म के बीच अन्तर्संवाद और उसके जेंडरगत परिणामों के बारे में सैद्धान्तिक चर्चा करते हैं। दूसरी विषयवस्तु में वे आलेख समाहित हैं जो भिन्न-भिन्न तरीक़ों से जेंडर का निर्माण करनेवाले सांस्थानिक मानकों और नियमों की श्रेष्ठता के आत्मसातीकरण की चर्चा करते हैं। तीसरी श्रेणी में उन लेखों को शामिल किया गया है जो सीधे तौर पर महिलाओं के आन्दोलन से सम्बन्धित हैं या जहाँ धर्म के साथ नारीवादी सम्बद्धता है। इस अन्तर्सम्बन्ध की अभिव्यक्ति अस्मिता-विमर्श, कट्टरपन्थी सामूहिकता या धार्मिक-राजनीतिक आन्दोलनों के रूप में होती है। संचयन के दूसरे भाग में धार्मिक दृष्टि से महिलाओं के आचरण-सम्बन्धी मानकों को निर्देशित करनेवाली हिन्दी और उर्दू की एक-एक प्रचलित पुस्तक (‘बहिश्ती जेवर' और ‘नारी शिक्षा') के चुनिन्दा हिस्सों को शामिल किया गया है। ये उपदेशात्मक पुस्तकें हिन्दू और मुस्लिम महिलाओं के आचरण और व्यवहार से जुड़ी जेंडरगत परम्पराओं को मज़बूत करती हैं। आशा है, पाठकों के सहयोग से यह शुरुआत एक सफल अंजाम तक पहुँचेगी।
Ramayana | Indian Mythology, History & Folktales | A Timeless Story of Courage, Honor, And Sacrifice Book in Hindi
- Author Name:
Shankar Baam
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Krishnayan
- Author Name:
Kaajal Ozavaidya
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
There I Was! : Media Musings
- Author Name:
Aruna Ravikumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Meri Udaan
- Author Name:
Renu Saini
- Book Type:

- Description: अपूर्व साहस, पराक्रम, दृढ़ता और नेतृत्व क्षमता का परिचय देकर समाज में निर्भयता का भाव जाग्रत् करने में अग्रणी विभूति हैं वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी श्री रॉबिन हिबू, जिन्होंने अत्यंत संघर्षों एवं अभावों से जूझकर स्वयं को मजबूत बनाया। उन्हें हर कदम पर आवाँ की अग्नि मिलती रही और वे उस आवाँ में तपकर कुंदन बनते रहे । शिक्षा को उन्होंने अपने जीवन का प्रमुख हथियार बनाया और इसी के बल पर उत्तर- पूर्वी राज्यों की दशा एवं दिशा सुधारने का बीड़ा उठाया। वे आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। जहाँ आई.पी.एस. बनकर वे नित नए प्रयोगों से पुलिस की छवि सुधारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, वहीं उनके द्वारा गठित संस्था ' हेल्पिंग हैंड्स' उत्तर-पूर्व में बसे लोगों के लिए एक किश्ती बन गई है। एक ऐसी किश्ती, जिसमें सवार होकर उत्तर-पूर्व के युवा न केवल अपने सपनों को साकार कर सकते हैं, अपितु अपने लक्ष्य को प्राप्त कर समाज का एक प्रभावी अंग बनकर नए सुधार कर सकते हैं। अपनी कर्मशीलता से औरों को अद्भुत प्रेरणा देनेवाले, उनका आत्मविश्वास जाग्रत् कर समाज की मुख्यधारा में लाने का महती कार्य करनेवाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्री रॉबिन हिबू की पठनीय एवं प्रेरक जीवनी ।
UPPSC Uttar Pradesh Lok Seva Aayog RO/ARO Samiksha Adhikari Evam Sahayak Samiksha Adhikari Bharti Pareeksha 15 Practice Sets And 3200+ question With Latest Solved Papers
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BAHADUR BEGUM
- Author Name:
Gyan Prakash
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
A Complete Biography of Dr. Amedkar
- Author Name:
Pankaj Kishor
- Book Type:

- Description: Dr Bhimrao Ambedkar is considered the Messiah of the Dalits in India. In 1947, the Constituent Assembly appointed him as the chairman of the Drafting Committee constituted for drafting the Constitution for independent India. He played a key role in building the Constitution. He was born on 14 April 1891 at Mhow (near Indore), a small town of present Madhya Pradesh. He was the fourteenth child of Subedar Ramji and Bhimabai Sakpal. Being from the Maharcaste, he was treated as an ‘untouchable’. His father and his grandfather had served in the British Army. Good schools were arranged by the then government for the education of the children of all military personnel. Therefore, despite being from a low caste, he got a good education. In 1937, Dr Ambedkar introduced a bill to end the ‘Khoti’ practice of Mahars working as official slaves in the Konkan region. When India became independent in 1947, he adorned the post of the Minister of Law. He had made a clarion call—‘Lost rights are never regained by begging... but by relentless struggle’. For his remarkable work, he was posthumously awarded India’s highest civilian award ‘Bharat Ratna’ in the year 1990.
KUCHH TO HAI TUMSE RABTA
- Author Name:
Preeti Shenoy
- Book Type:

- Description: This Book Doesn't have Description
Tulsi Dal, Gangajal
- Author Name:
Rita Shukla
- Book Type:

- Description: अखिलेश काका ने बड़ी रुखाई के साथ कंधे पर रखा बाबूजी का हाथ हटा दिया था और कार में बैठ गए थे। “कोने में रखा दीपक सुगबुगा रहा है। तीन रातों से लगातार जल जो रहा है। बाबूजी निश्चल बैठे हैं। उनकी आँखें मुँदनेवाली नहीं। छोटकी आजी की अपेक्षा उनमें मूर्त है। आजी को गंगाजल चाहिए--जीवन-मुक्ति का अंतिम पाथेय ! आजी की पंचभूत काया बाबूजी की बाँहों में अवशिष्ट है। अब कोई राग नहीं, क्रोध नहीं, ईर्ष्या नहीं'''सारे भाव विसर्जित हो गए। आजी की आँखें बंद हैं, मुँह खुला हुआ- बाबूजी के अंतिम फर्ज की ओर इंगित करता मुखाग्नि जो देनी है। —इसी पुस्तक से भारतीय संस्कृति, जिन सनातन उपादानों से समृद्ध है, उनमें तुलसीदल और गंगाजल का विशेष महत्त्व है। पौराणिक कथा-सूत्रों के अनुसार तुलसी अर्थात् वृंदा घर-आँगन को पावन करती, चतुर्दिक् आस्था के दीपक की आभा भरती है। निर्मल गंगाजल, जिसके बिना हमारे जीवन का कोई भी अनुष्ठान पूर्ण नहीं होता। भवतारिणी गंगा का सुशीतल स्पर्श अनुपमेय सुख-शांति प्रदान करनेवाला है। हिंदी की सुप्रसिद्ध कथाकार डॉ. ऋता शुक्ल विरचित करुणा के रस में पगी ये कहानियाँ मनुष्यता की सच्ची उजास का संधान करती आपके समक्ष प्रस्तुत हैं ।
Bharat Ki Veeranganayen
- Author Name:
Meera Jain
- Book Type:

- Description: This book doesn’t have description
Ghatak Rogon Se Kaise Bachen
- Author Name:
M.P. Srivastava
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Life and Times of Gopal Krishna Gokhale
- Author Name:
Mamta Kumari
- Book Type:

- Description: "I am not a Democrat. I don't believe in democracy. I believe in liberty and rights. - Gopal Krishna Gokhale This proclamation of Gopal Krishna Gokhale heralded the struggle for freedom in India. Who influenced whom and how this struggle began is written in the annals of history. Many freedom fighters advocated British rule, but few dominated the scene as Gopal Krishna Gokhale. His impact on the course of the Indian National Movement was considerable. He awakened Indians, especially the youth and motivated them to rise and fight for their rights and freedom in the country. This a critical biography for everyone to know about this great freedom fighter.
10 Mahan Vyaktiyon Ke 100 Mahan Vichar
- Author Name:
Swati Gautam
- Book Type:

- Description: यह पुस्तक अपने कर्म, वाणी, व्यवहार, दूरदर्शिता, सामाजिकता और राष्ट्रभाव से संपूर्ण समाज को प्रेरित करनेवाली महान् विभूतियों के अनुकरणीय जीवन का वह प्रकाशपुंज है, जो हर पाठक के जीवन पथ को आलोकित करेगा। समाज, साहित्य, विज्ञान, खेल, राजनीति, सेना आदि क्षेत्रों के मूर्धन्य और अग्रणी महानुभाव—महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव आंबेडकर, अल्बर्ट आइंस्टीन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ ने अपने प्रभावी व्यक्तित्व से न केवल अपने क्षेत्र में प्रभावी उपस्थिति दर्ज की, वरन् समाज के सभी घटकों में उनके योगदान को सराहा गया। प्रस्तुत पुस्तक ऐसे ही कुछ राष्ट्रनायकों के विचारों से चुने हुए शब्दरत्न हैं—हमारा व्यक्तित्व ही हमारी सबसे बड़ी पहचान है; ईमानदार व्यक्ति अपने पीछे इतिहास छोड़ जाता है; सादा जीवन, उचज्ञ विचार; फलदार वृक्ष हमेशा झुका रहता है; समय की पाबंदी हमें उसका सदुपयोग करना सिखाती है। गागर में सागर है यह पुस्तक। आप इसे कभी भी कहीं से भी पढ़ सकते हैं।
Maupassan Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Guy De Maupassant
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jawahar Navodaya Vidyalaya Kaksha-6 Solved Papers 2024-2005
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ziladhikari
- Author Name:
Alok Ranjan
- Book Type:

-
Description:
ज़िला प्रशासन में ज़िलाधिकारी की भूमिका सबसे अहम होती है। ज़िलाधिकारी ही ज़िले में शासन का सबसे उत्तरदायी प्रतिनिधि होता है। उसका काम होता है कि वह सरकार की नीतियों और परिकल्पनाओं को काग़ज़ से निकलकर यथार्थ रूप में कार्यान्वित करे। साथ ही उसे जनता की समस्याओं और अपेक्षाओं से भी सीधे जुड़ना होता है। इस प्रकार हम देखते है कि आज के ज़िलाधिकारी की ज़िम्मेदारियाँ पूर्व के ज़िलाधिकारी के मुक़ाबले कहीं ज़्यादा चुनौतीपूर्ण और बहुआयामी होती हैं।
यह पुस्तक ज़िलाधिकारी की इन्हीं ज़िम्मेदारियों का बहुत विश्वसनीय और सघन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। ज़िला प्रशासन और ज़िला प्रमुख के विषय पर अभी तक उपलब्ध सूचनात्मक किताबों से यह पुस्तक इसलिए अलग है कि इसमें लेखक ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर उन परिस्थितियों का व्यावहारिक विश्लेषण प्रस्तुत किया है जो किसी भी ज़िलाधिकारी के सामने कभी भी आ सकती हैं। श्री आलोक रंजन उत्तर प्रदेश के पाँच जनपदों—इलाहाबाद, आगरा, ग़ाज़ियाबाद, बाँदा और ग़ाज़ीपुर में बतौर ज़िलाधिकारी कार्य कर चुके हैं। इस दौरान उन्हें जो अनुभव हुए, उन्हीं के आधार पर उन्होंने इस पुस्तक की रचना की है। ज़ाहिर है कि उनके ये अनुभव ज़िला प्रशासन के सभी पक्षों पर प्रकाश डालते हैं। लेखक ने प्रकरण अध्ययन (केस स्टडी) प्रविधि के द्वारा ज़िला प्रशासन की चुनौतियों को बहुत सरल और सुगम तरीक़े से प्रस्तुत किया है।
Together in Struggle
- Author Name:
V. Suryanarayan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Thake Paon Se Barah Kos (Stories)
- Author Name:
Neeraj Neer
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Badhiya Stree
- Author Name:
Germaine Greeyar
- Book Type:

-
Description:
बधिया स्त्री यानी वह स्त्री जिसकी यौनिकता का दमन कर दिया गया है।
‘द फीमेल यूनॅक’ शीर्षक से वर्ष 1970 में प्रकािशत और एक ही साल के भीतर विश्व-भर में तीखी चर्चाओं और प्रतिक्रियाओं का विषय बनी यह पुस्तक आज स्त्रीविमर्श की सर्वािधक पढ़ी जानेवाली कृतियों में से एक है। नारीवाद की दूसरी लहर की अत्यन्त प्रभावशाली कृति के रूप में विख्यात ‘द फीमेल यूनॅक’ ने स्त्री की स्वतंत्रता से जुड़े उन प्रश्नों को उठाया, जिनका ताल्लुक़ स्त्री-देह और परिवार आदि संस्थाओं में उसकी भूिमका से है।
तीक्ष्ण हास्यबोध और अकाट्य तर्कों के साथ जर्मेन ग्रीयर ने इस पुस्तक में स्त्री के सम्मान, उदात्त मनोवेगों की अभिव्यक्ति और एक व्यक्ति के रूप में उसके स्वतंत्र विकास की ज़रूरत को रेखांकित किया। दौड़ने, चिल्लाने, ज़ोर से बोलने, घुटने फैलाकर बैठने, सीखने और सिखाने की आज़ादी को अनिवार्य बताते हुए वे कहती हैं कि ‘औरत को अपनी यौनिकता को व्यक्त करने का अधिकार’ हो; कि उसकी यौनेच्छा मात्र प्रतिक्रियात्मक न हो। उनके मुतािबक़ यह सिर्फ़ पुरुषों के प्रस्तावों को स्वीकार या अस्वीकार करने का प्रश्न नहीं है, इसका अर्थ यह है कि वह स्वयं एक स्वायत्त इकाई की तरह अपनी इच्छा को व्यक्त कर सके।
दुिनया की अनेक भाषाओं में अनूिदत इस किताब ने आलोचना भी कम नहीं झेली, लेिकन आज भी यह उतनी ही प्रासंगिक है जितनी बीसवीं सदी के आख़िरी दशकों में थी। तमाम क्षेत्रों में अपनी दावेदारी सिद्ध करने के बावजूद, अभी भी यह नहीं कहा जा सकता कि स्त्री अपनी देह की मालिक ख़ुद है।
भारत के सन्दर्भ में इस पुस्तक के तर्क और भी ज़्यादा सटीक कहे जा सकते हैं।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...